रोहतक में हिसार रोड पर एक कंपनी के अंदर लिफ्ट में कंप्रेशर का काम करते समय व्यक्ति की मौत हो गई। हादसे के बाद कर्मचारियों ने व्यक्ति को लिफ्ट से निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मृतक की पहचान दीपक कुमार निवासी गांव पहरावर के रूप में हुई। मृतक के भतीजे विजय कुमार ने आरोप लगाया कि उसके चाचा लिफ्ट में कंप्रेशर का काम कर रहे थे। इसी दौरान किसी ने अंजाने में लिफ्ट को चालू कर दिया, जिसके कारण उसके चाचा का लिफ्ट में पैर फिसल गया और वह लिफ्ट में फंस गए। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। कंपनी का गार्ड कर रहा गुमराह विजय कुमार ने बताया कि जब वह कंपनी में आए तो गार्ड ने बताया कि उसके चाचा दीपक लंच के दौरान अकेले काम कर रहे थे। उन्हें लिफ्ट से चिल्लाने की आवाज आई तो दीपक को लिफ्ट से बाहर निकाला और कंपनी मालिक अपनी गाड़ी में उसे अस्पताल लेकर गया, उस समय वह होश में था। जबकि कंपनी की दो महिलाओं का कहना है कि लिफ्ट से उसके चाचा का सिर बाहर लटक रहा था। उस समय तीन-चार लोग भी वहां मौजूद थे। कंपनी का गार्ड उन्हें गुमराह कर रहा है। ऑक्सीजन अस्पताल से भेजा पीजीआई विजय कुमार ने बताया कि उसके चाचा दीपक कुमार को ऑक्सीजन अस्पताल में भर्ती होने के बारे में बताया गया था। जब वह अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि उसके चाचा की मौत हो चुकी थी। जिसे पुलिस पोस्टमॉर्टम के लिए पीजीआई डेड हाउस लेकर जा रही है। इसके बाद वह कंपनी में घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रेवेल फास्टनर कंपनी में हादसे की मिली थी सूचना
सिटी थाने के जांच अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि उन्हें ऑक्सीजन अस्पताल से दीपक कुमार की मौत होने की सूचना मिली थी। जब वह मौके पर गए तो परिजनों की शिकायत पर ग्रेवेल फास्टनर कंपनी में हादसे का पता चला। कंपनी में लिफ्ट के अंदर कंप्रेशर का काम करने के दौरान दीपक की मौत हुई है। कंपनी का मालिक मौके पर नहीं मिला है। कंपनी रेलवे रोड निवासी नरेश जैन की है। मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई है। रोहतक में हिसार रोड पर एक कंपनी के अंदर लिफ्ट में कंप्रेशर का काम करते समय व्यक्ति की मौत हो गई। हादसे के बाद कर्मचारियों ने व्यक्ति को लिफ्ट से निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मृतक की पहचान दीपक कुमार निवासी गांव पहरावर के रूप में हुई। मृतक के भतीजे विजय कुमार ने आरोप लगाया कि उसके चाचा लिफ्ट में कंप्रेशर का काम कर रहे थे। इसी दौरान किसी ने अंजाने में लिफ्ट को चालू कर दिया, जिसके कारण उसके चाचा का लिफ्ट में पैर फिसल गया और वह लिफ्ट में फंस गए। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। कंपनी का गार्ड कर रहा गुमराह विजय कुमार ने बताया कि जब वह कंपनी में आए तो गार्ड ने बताया कि उसके चाचा दीपक लंच के दौरान अकेले काम कर रहे थे। उन्हें लिफ्ट से चिल्लाने की आवाज आई तो दीपक को लिफ्ट से बाहर निकाला और कंपनी मालिक अपनी गाड़ी में उसे अस्पताल लेकर गया, उस समय वह होश में था। जबकि कंपनी की दो महिलाओं का कहना है कि लिफ्ट से उसके चाचा का सिर बाहर लटक रहा था। उस समय तीन-चार लोग भी वहां मौजूद थे। कंपनी का गार्ड उन्हें गुमराह कर रहा है। ऑक्सीजन अस्पताल से भेजा पीजीआई विजय कुमार ने बताया कि उसके चाचा दीपक कुमार को ऑक्सीजन अस्पताल में भर्ती होने के बारे में बताया गया था। जब वह अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि उसके चाचा की मौत हो चुकी थी। जिसे पुलिस पोस्टमॉर्टम के लिए पीजीआई डेड हाउस लेकर जा रही है। इसके बाद वह कंपनी में घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रेवेल फास्टनर कंपनी में हादसे की मिली थी सूचना
सिटी थाने के जांच अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि उन्हें ऑक्सीजन अस्पताल से दीपक कुमार की मौत होने की सूचना मिली थी। जब वह मौके पर गए तो परिजनों की शिकायत पर ग्रेवेल फास्टनर कंपनी में हादसे का पता चला। कंपनी में लिफ्ट के अंदर कंप्रेशर का काम करने के दौरान दीपक की मौत हुई है। कंपनी का मालिक मौके पर नहीं मिला है। कंपनी रेलवे रोड निवासी नरेश जैन की है। मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
