रोहतक की नई अनाज मंडी में रविवार को आम आदमी पार्टी द्वारा बदलाव जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ नेता संजय सिंह पहुंचे। इस दौरान संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर एक भी रुपया नहीं मिला फिर भी उन्हें जेल में डाला गया। सांसद संजय सिंह ने कहा कि उन्हें भी 6 महीने जेल में रखा। जेल से आने के बाद उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जेल का बजट बढ़ा दें क्योंकि उन्हें (भाजपा को) भी जेल में जाना है। बदलाव जनसभा में आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि अग्निवीर योजना पूरे देश में है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रभाव हरियाणा, पंजाब, यूपी और बिहार जैसे राज्य में अधिक हैं जहां से ज्यादातर नौजवान सेना में भर्ती होते हैं। हरियाणा का नौजवान सुबह 4 बजे उठकर शरीर को तैयार करता था कि अगर जरूरत पड़ी तो भारत माता के लिए अपने प्राणों की आहुति देंगे। अब भारत की सेना को ठेके पर रखा है। क्या देश की सेवा ठेके पर रह सकती है। प्रधानमंत्री कहते हैं की अग्निवीर योजना से हम सेना को युवा बना रहे हैं। प्रधानमंत्री खुद ही युवा बन जाए। प्रधानमंत्री 73 वर्ष के हैं और अग्निवीर 21 वर्ष में रिटायर होगा। यह दोहरी व्यवस्था नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री को भी अपना पद छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जिसको बल्ला पकड़ना नहीं आता। वह बीसीसीआई का सेक्रेटरी बना हुआ है। जबकि किसान का बेटा अग्निवीर बनकर 4 साल नौकरी करेगा। उन्होंने कहा इसलिए हम अग्निवीर का मुद्दा उठा रहे हैं। SYL के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा संजय सिंह ने SYL को लेकर कहा कि केंद्र, पंजाब व हरियाणा में भाजपा व कांग्रेस की सरकार रही। तीनों जगह एक ही पार्टी की सरकार होने के बाद भी एसवाईएल का मुद्दा नहीं सुलझाया। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि यह मामला संवाद से हाल हो सकता है, लेकिन केंद्र सरकार इसका हल नहीं निकालना चाहती। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए हो रही ED की कार्रवाई वहीं राहुल गांधी के ट्वीट को लेकर भी बोले कि जो सरकार के खिलाफ बोलेगा उस पर ED की कार्रवाई होगी। केजरीवाल जेल में है, मनीष सिसोदिया जेल में है, सतेंद्र जैन जेल में है, उन्हें 6 महीने जेल में रखा। 5 महीने हेमंत सुरेन को जेल में रखा। क्या अपराध था हेमंत सुरेन का 5 महीने बाद उनके खिलाफ कोई सबूत ना मिलने पर छोड़ दिया। विपक्ष की आवाज को दबाने की मकसद से ED की कार्रवाई हो रही है। रोहतक की नई अनाज मंडी में रविवार को आम आदमी पार्टी द्वारा बदलाव जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ नेता संजय सिंह पहुंचे। इस दौरान संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर एक भी रुपया नहीं मिला फिर भी उन्हें जेल में डाला गया। सांसद संजय सिंह ने कहा कि उन्हें भी 6 महीने जेल में रखा। जेल से आने के बाद उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जेल का बजट बढ़ा दें क्योंकि उन्हें (भाजपा को) भी जेल में जाना है। बदलाव जनसभा में आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि अग्निवीर योजना पूरे देश में है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रभाव हरियाणा, पंजाब, यूपी और बिहार जैसे राज्य में अधिक हैं जहां से ज्यादातर नौजवान सेना में भर्ती होते हैं। हरियाणा का नौजवान सुबह 4 बजे उठकर शरीर को तैयार करता था कि अगर जरूरत पड़ी तो भारत माता के लिए अपने प्राणों की आहुति देंगे। अब भारत की सेना को ठेके पर रखा है। क्या देश की सेवा ठेके पर रह सकती है। प्रधानमंत्री कहते हैं की अग्निवीर योजना से हम सेना को युवा बना रहे हैं। प्रधानमंत्री खुद ही युवा बन जाए। प्रधानमंत्री 73 वर्ष के हैं और अग्निवीर 21 वर्ष में रिटायर होगा। यह दोहरी व्यवस्था नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री को भी अपना पद छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जिसको बल्ला पकड़ना नहीं आता। वह बीसीसीआई का सेक्रेटरी बना हुआ है। जबकि किसान का बेटा अग्निवीर बनकर 4 साल नौकरी करेगा। उन्होंने कहा इसलिए हम अग्निवीर का मुद्दा उठा रहे हैं। SYL के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा संजय सिंह ने SYL को लेकर कहा कि केंद्र, पंजाब व हरियाणा में भाजपा व कांग्रेस की सरकार रही। तीनों जगह एक ही पार्टी की सरकार होने के बाद भी एसवाईएल का मुद्दा नहीं सुलझाया। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि यह मामला संवाद से हाल हो सकता है, लेकिन केंद्र सरकार इसका हल नहीं निकालना चाहती। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए हो रही ED की कार्रवाई वहीं राहुल गांधी के ट्वीट को लेकर भी बोले कि जो सरकार के खिलाफ बोलेगा उस पर ED की कार्रवाई होगी। केजरीवाल जेल में है, मनीष सिसोदिया जेल में है, सतेंद्र जैन जेल में है, उन्हें 6 महीने जेल में रखा। 5 महीने हेमंत सुरेन को जेल में रखा। क्या अपराध था हेमंत सुरेन का 5 महीने बाद उनके खिलाफ कोई सबूत ना मिलने पर छोड़ दिया। विपक्ष की आवाज को दबाने की मकसद से ED की कार्रवाई हो रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भाजपा के 21 उम्मीदवारों का एनालिसिस:टिकट बंटवारे में RSS का दबदबा, खट्टर को झटका; एंटी इनकंबेंसी से बचने को गढ़ में भी चेहरे बदले
भाजपा के 21 उम्मीदवारों का एनालिसिस:टिकट बंटवारे में RSS का दबदबा, खट्टर को झटका; एंटी इनकंबेंसी से बचने को गढ़ में भी चेहरे बदले हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में पार्टी का सर्वे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का फीडबैक सबसे दमदार रहा। यह जिनके पक्ष में था, उन्हें हारने के बावजूद टिकट मिला। इनमें 4 बड़े चेहरे शामिल हैं। जिनके खिलाफ रहा, उनके मंत्री या सिटिंग विधायक होने पर भी पार्टी ने टिकट काट दिया। मंत्री डॉ. बनवारी लाल हों या सीमा त्रिखा, इनके समेत 7 विधायकों को दोबारा टिकट नहीं मिला। इस लिस्ट में भाजपा ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को खुश करने की कोशिश की। इस बार उनके विरोध पर 2 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। पहले जारी 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में उनके विरोध काे दरकिनार कर उनके 4 कट्टर विरोधियों को टिकट दिया गया था। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी हाईकमान ने झटका दिया है। उनके विरोध के बावजूद पटौदी से बिमला चौधरी को टिकट दिया गया। 2019 में खट्टर ने टिकट कटवा दिया था। इस बार राव की सिफारिश चल गई। खट्टर के करीबी रहे विधायक बनवारी लाल और सत्यप्रकाश जरावता का टिकट काट दिया गया। अहीरवाल बेल्ट वाली दक्षिण हरियाणा में अपने गढ़ में भाजपा हाईकमान ने जमकर उलटफेर किया। यहां भाजपा ने 5 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। इस लिस्ट में भाजपा ने एक मुस्लिम नेता का टिकट भी काट दिया। जिन 2 मुस्लिम नेताओं पर भरोसा जताया, वहां मुस्लिम वोट बैंक के दूसरे वर्ग से बड़ा होने की मजबूरी रही। एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए 14 नए चेहरे उतार दिए। जीटी रोड बेल्ट में भी नए चेहरों को मौका देने से गुरेज नहीं किया। विधायकों के टिकट काटने के कारण जातीय समीकरण ऐसे साधा… लोकसभा में नाराजगी देख सबसे ज्यादा SC चेहरों को टिकट
इस लिस्ट में सबसे ज्यादा 4 उम्मीदवार SC वर्ग से हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जाट के बाद सबसे ज्यादा एससी वर्ग से ही नुकसान हुआ। ऐसे में कृष्ण कुमार बेदी, बिमला चौधरी को दोबारा से टिकट दिया गया है। 2019 में कृष्ण बेदी पिछला चुनाव हार गए थे और बिमला चौधरी का पार्टी ने टिकट काट दिया था। जबकि एससी वर्ग से ही आने वाले स्वास्थ्य विभाग में निदेशक पद से एक दिन पहले नौकरी छोड़ने वाले डॉ. कृष्ण कुमार को टिकट दिया है। होडल से हरिंदर सिंह रामरतन को मैदान में उतारा है। नाराज जाटों के 3 चेहरे, OBC पर फोकस करते हुए 3 उम्मीदवार उतारे
दूसरी लिस्ट में जाट और OBC समाज से 3-3 कैंडिडेट उतारे गए हैं। लोकसभा चुनाव में ओबीसी बड़ा मुद्दा बना हुआ था। जाट पहले से ही बीजेपी से नाराज थे। ऐसे में दोनों लिस्ट में सबसे ज्यादा उम्मीदवार इन दोनों ही समाज से उतारे गए हैं। जाट वर्ग से राई से कृष्णा गहलावत, बरोदा से प्रदीप सांगवान और जुलाना से योगेश बैरागी को टिकट दिया है। वहीं ओबीसी वर्ग से पवन सैनी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव को दोबारा मौका दिया गया। पुंडरी से सतपाल जांबा को टिकट दिया है। पंजाबी वोट बैंक, इनकार करने पर भी ग्रोवर को टिकट दिया
पंजाबी वोटरों के लिहाज से मनीष ग्रोवर, अमीर चंद मेहता, धनेश अदलखा को उतारा गया हैं। इनमें पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को रोहतक से हार के बाद भी मौका दिया गया। ग्रोवर पहले चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे थे। पंजाबी वोट बैंक वाली सीट पर ब्राह्मण चेहरा
बीजेपी के परंपरागत वोट बैंक कहे जाने वाले ब्राह्मणों को दूसरी लिस्ट में भी साधने की कोशिश की गई। पिहोवा सीट पर कवलजीत सिंह का पाकिस्तानी आर्मी के साथ फोटो वायरल होने के बाद यहां ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जयभगवान शर्मा को टिकट दिया है। पिछली बार यहां पर संदीप सिंह को उतारा था। खेल मंत्री बनने के बाद महिला कोच से विवाद के चलते उनका टिकट काटा गया। नूंह से मुस्लिम नेता का टिकट काटा, हिंदू नेता उतारा
मुस्लिम समुदाय का एक टिकट इस बार भाजपा ने काट दिया। फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद और पुन्हाना से ऐजाज खान को टिकट दिया, लेकिन नूंह से जाकिर हुसैन का टिकट काट दिया। 2023 में नूंह हिंसा के बाद नूंह की सीट से भाजपा ने हिंदू उम्मीदवार संजय सिंह को उतारा है। पंजाब से सटी सीटें, सिख-पंजाबी को टिकट
डबवाली में सिख और ऐलनाबाद में पंजाबी चेहरा उतारा है। यह दोनों सीटें पंजाब से सटी हुई हैं। जहां ज्यादातर पंजाबी और सिख वोट बैंक है। इसके जरिए भाजपा ने उस वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। जुलाना में जाट चेहरे विनेश के खिलाफ ओबीसी चेहरा उतारा
जुलाना सीट पर रेसलर विनेश फोगाट के खिलाफ भी भाजपा ने सावधानी से जातीय कार्ड खेला है। विनेश जाट कम्युनिटी से हैं। उनके खिलाफ भाजपा ने ओबीसी वर्ग से कैप्टन योगेश बैरागी को टिकट दिया है। यहां विनेश के आने के बाद जाट एकतरफा होने के संकेत हैं, ऐसे में भाजपा बाकी जातियों को साधना चाहती है। वहीं विनेश फोगाट के प्रति पेरिस ओलिंपिक में डिसक्वालिफिकेशन के बाद बने सहानुभूति के माहौल को कम करने की भी कोशिश की है। दरअसल, योगेश बैरागी भी एयर इंडिया के कैप्टन रहते कोरोना काल में लोगों की जान बचाने के लिए काम किया है। क्षेत्रीय समीकरण को ऐसे साधा 1. मजबूत वोट बैंक वाले जीटी बेल्ट में ज्यादा नए चेहरे उतारे
भाजपा का कोर वोट बैंक शहरी माना जाता है। हरियाणा में सोनीपत से लेकर अंबाला तक जीटी रोड बेल्ट की करीब 30 सीटें हैं। दूसरी लिस्ट में यहां 4 नए चेहरे और एक पुराने चेहरे को फिर से शामिल किया हैं। इस बेल्ट में फिर से संगठन और RSS के फीडबैक के साथ केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की पैरवी काम कर गई। यहां भाजपा ने एंटी इनकंबेंसी से बचने की कोशिश की है। 2. दक्षिणी हरियाणा-अहीरवाल बेल्ट पर ज्यादा टिकट काटे
भाजपा ने इस बार दक्षिणी हरियाणा की 23 सीटों पर ज्यादा फोकस किया है। दूसरी लिस्ट में भी यहां से सबसे ज्यादा पांच विधायकों का टिकट काट दिया गया। इनमें 2 कैबिनेट मंत्री तक शामिल हैं। जबकि एक राज्यमंत्री को नूंह में शिफ्ट कर दिया गया। यहां की सिर्फ एक सीट महेंद्रगढ़ को होल्ड पर रखा गया है। जब 2014 में भाजपा यहां से 11 सीटें जीती थी तो पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। 2019 में भाजपा यहां सिर्फ 8 सीटें ही जीत पाई तो सरकार बहुमत के 46 के आंकड़े से दूर 40 पर ही रह गई थी। RSS से जुड़े 5 चेहरों को टिकट दिया
दूसरी लिस्ट में टिकट बंटवारे को देखा जाए तो यहां राव इंद्रजीत सिंह को छोड़कर किसी व्यक्ति विशेष नेता तो तवज्जो देने की बजाय शीर्ष नेतृत्व ने संगठन और RSS के फीडबैक को तवज्जो दी है। उदाहरण के तौर पर डा. पवन सैनी और कृष्ण कुमार बेदी 2 ऐसे चेहरे हैं, जो संगठन के पुराने साथी के अलावा आरएसएस से जुड़े रहे हैं। इसके अलावा होडल में हरिंद्र सिंह रामरतन और हथीन से मनोज रावत शामिल हैं। इसके अलावा पांचवा नाम धनेश अदलखा हैं। इन तीनों ही सीटों पर सिटिंग एमएलए का टिकट काटकर संगठन और आरएसएस से जुड़े नेता को टिकट दिया गया है। पार्टी ने 2 बार प्राइवेट एजेंसी से इनका सर्वे कराया। 2 सीटों पर सर्वे रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ भी दिखी, लेकिन आरएसएस के फीडबैक में पॉजिटिव पाए जाने पर नए चेहरे होने के बावजूद उन्हें टिकट दे दिया। कैंडिडेट्स से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में BJP के 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी:प्रदेश अध्यक्ष और 2 मंत्रियों के टिकट कटे, एक प्रत्याशी बदला; 2 मुस्लिम भी कैंडिडेट भाजपा की दूसरी लिस्ट के 21 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:विनेश फोगाट के खिलाफ कैप्टन बैरागी; गहलावत उम्रदराज, 3 बारहवीं तक पढ़े, 18 नए चेहरे हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम:CM लाडवा से लड़ेंगे; 25 नए चेहरे, 8 मंत्री रिपीट, 2 मंत्री-9 विधायकों का टिकट कटा भाजपा के 67 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में हारे नेताओं को भी मौका, हाईकमान का सीधा मैसेज- सभी टिकट दिल्ली से तय होंगे भाजपा की पहली लिस्ट के 67 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:पहली लिस्ट में 5 हारे चेहरों पर दांव, 10 दलबदलुओं को टिकट दी
हरियाणा के खेल मंत्री का विनेश फोगाट को ऑफर:बोले- विधानसभा या राज्यसभा, जो लड़ना चाहे, BJP उस पर फैसला लेगी
हरियाणा के खेल मंत्री का विनेश फोगाट को ऑफर:बोले- विधानसभा या राज्यसभा, जो लड़ना चाहे, BJP उस पर फैसला लेगी पेरिस ओलिंपिक में डिस्क्वालीफाई की गईं पहलवान विनेश फोगाट को हरियाणा के खेल मंत्री संजय सिंह ने राजनीति में आने का ऑफर दिया है। संजय सिंह ने कहा, ‘विनेश फोगाट अगर राजनीति में आना चाहती हैं तो उनका स्वागत है। वह अपनी इच्छा बताएं कि वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं या राज्यसभा जाना चाहती हैं। BJP इस पर 100 प्रतिशत फैसला लेगी।’ एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में संजय सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों के ऊपर राजनीति नहीं होनी चाहिए। आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह रहे हैं कि उनके पास विधायकों का संख्या बल नहीं है। वर्ष 2014 से पहले उनके पास संख्या बल भी था। वह बताएं कि तब उन्होंने कितने खिलाड़ियों को राज्यसभा में भेजा था। भाजपा ने योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट को विधानसभा चुनाव लड़ाया था। उस समय भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खिलाड़ियों की याद नहीं आई। उन्होंने खिलाड़ियों के चुनाव में जाकर उनके खिलाफ काम किया। संजय सिंह ने कहा कि शूटर मनु भाकर और सबरजोत सिंह को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खेल विभाग ने डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किया है। सरकार ने खिलाड़ियों को ओलिंपिक चयन से लेकर मेडल जीतने तक जिस भी प्रकार की सुविधा चाहिए थी, उपलब्ध कराई है। मनु और सरबजोत ने मुख्यमंत्री को कहा कि प्रदेश सरकार की जो खेल नीति है, उससे हमेशा मदद मिली है। चाहे आर्थिक सहायता की बात हो या कैश अवॉर्ड की, हम हमेशा आगे बढ़े हैं। हुड्डा ने कहा था- संख्या होती तो विनेश को राज्यसभा भेजते पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था, ‘कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या पूरी होती तो विनेश को राज्यसभा भेजते। सरकार को गोल्ड विजेता वाला सम्मान देना चाहिए। इस पर विनेश के ताऊ महाबीर फोगाट ने कहा कि गीता को इंस्पेक्टर व बबीता को सब इंस्पेक्टर बनाया था। हमने लड़ाई लड़ी और DSP बनवाया। अब विनेश को क्या राज्यसभा भेजेंगे। दुष्यंत चौटाला कह चुके- सभी 90 विधायक विनेश को राज्यसभा भेजें इससे पहले, हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि सभी 90 विधायकों को एक जुट होकर विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजना चाहिए। जो घटना हमारी बहन विनेश फोगाट के साथ हुई, उसके बाद पूरे देश में दुख का माहौल है कि हमारा एक मेडल हम से रह गया। मैं तो सब 90 विधायकों से आग्रह करूंगा कि हम सबको मिलकर उसको ये सम्मान देना चाहिए कि देश की राज्यसभा में हम उसको भेज सकें। ये खिलाड़ियों का भी सम्मान होगा, ये बेटियों का भी सम्मान होगा। जो सम्मान एक मेडल जीतने का आना था, वो हमारी बहन को हम देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेज तो वो सम्मान मिलेगा। 100 ग्राम वजन ज्यादा निकलने पर डिसक्वालीफाई हुईं विनेश विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 6 अगस्त को सेमीफाइनल मैच जीता था। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 7 अगस्त को सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। इसके बाद उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में लगाई याचिका ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की गुहार लगाई। 9 अगस्त को हुई सुनवाई में भारतीय वकील हरीश सॉल्वे ने विनेश को सिल्वर मेडल देने या फिर फाइनल खेलने का चांस देने की अपील की। CAS ने कहा कि पेरिस ओलिंपिक की समाप्ति से पहले विनेश फोगाट की याचिका पर फैसला आने की उम्मीद है। यह ऐसा मामला नहीं है कि जिस पर एक घंटे के अंदर फैसला लिया जा सके। CAS ने यह भी कहा कि विनेश फोगाट ने भी इस मामले में अर्जेंट फैसले की मांग नहीं की है। फिर भी इस प्रक्रिया तो तेजी से निपटाया जाएगा। यह मामला अब सोल आर्बिट्रेटर को भेजा गया है।
हरियाणा के भाजपा विधायक को जेल भेजने की धमकी:सांसद जयप्रकाश बोले- लैंड ग्रैबिंग करता है हांसी विधायक, इसके चिट्ठे खोलेंगे
हरियाणा के भाजपा विधायक को जेल भेजने की धमकी:सांसद जयप्रकाश बोले- लैंड ग्रैबिंग करता है हांसी विधायक, इसके चिट्ठे खोलेंगे हरियाणा के हांसी में वक्फ बोर्ड की जमीन को लेकर हुए विवाद में शनिवार को पुलिस ने हांसी विधायक विनोद भयाना के खिलाफ अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है। दो दिन पहले शनिवार को उन्होंने एसपी कार्यालय पहुंचकर हांसी विधायक विनोद भयाना, विधायक के पीएसओ संजय गुर्जर, देव गुर्जर और हांसी ट्रक यूनियन के प्रधान मोहनलाल समेत 150/200 अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दी थी। पुलिस ने अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया है। इस पर अब हिसार सांसद दूसरे पक्ष के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। सांसद जयप्रकाश जेपी ने हांसी विधायक को जेल जाने की धमकी दी है। सांसद ने कहा कि हांसी विधायक जमीन हड़पने में संलिप्त हैं। उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और सभी मामलों की जांच होनी चाहिए। उन्हें जेल में डाला जाना चाहिए। मेम का बाग और श्मशान घाट की जमीन के किस्से पूरे हांसी में मशहूर हैं। जेपी ने कहा कि यह भाजपा विधायक डकैत है। डीजीपी और हांसी एसपी को किया फोन सांसद ने कहा कि उन्होंने विधायक के खिलाफ आवाज उठाई है। इस संबंध में डीजीपी और हांसी एसपी को फोन किया गया है। मैंने मुख्य सचिव को भी फोन करने का प्रयास किया है। जेपी ने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सत्ताधारी पार्टी का कोई विधायक खुद जमीन पर कब्जा करने गया हो, इसलिए इस पर केस दर्ज होना चाहिए। प्रशासन कब्जा छुड़वाने गया था, पहुंच गए थे विधायक
दरअसल, हांसी में प्रशासन ने करीब एक सप्ताह पहले ट्रक यूनियन से कब्जा छुड़वा लिया था। प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में ट्रक यूनियन व ऑटो मिस्त्रियों ने शनिवार सुबह अपनी दुकानें बंद रखीं थी। ट्रक यूनियन ने हांसी के विधायक विनोद भयाना से संपर्क किया था। इसके बाद भाजपा विधायक मौके पर पहुंच गए। विधायक ने मिट्टी के ढेर पर चढ़कर दीवार की दूसरी तरफ देखा और वहां मौजूद लोगों को अपने पास बुलाया तो उन्होंने भाग कर गाड़ी से राइफल निकाल ली और विधायक की तरफ तान कर गोली चलाने की कोशिश की। तभी ट्रक यूनियन के लोग भड़क गए और दीवार पर चढ़ कर दीवार गिरा दी। लोगों ने मौके से 32 बोर का पिस्टल व 13 कारतूस बरामद किए थे, जो पुलिस को सौंप दिए। इस मामले में हांसी शहर थाना पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। दूसरे पक्ष ने विधायक और यूनियन के खिलाफ दी शिकायत
हरियाणा के हांसी में बक्फ बोर्ड की जमीन पर शनिवार को हुए विवाद में एक पक्ष की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। वहीं दूसरे पक्ष ने भी शनिवार को ही SP कार्यालय में पहुंचकर विधायक सहित 200 अन्य के खिलाफ शिकायत दी थी, लेकिन अभी तक इस पर पुलिस ने कोई संज्ञान नहीं लिया है। शेखपुरा निवासी संजय ने शिकायत में बताया कि शनिवार को विधायक के साथ आए लोगों ने हमारे ऊपर जानलेवा हमला किया और हमारी गाड़ी तोड़ी है। गाड़ी में रखा लाइसेंस पिस्टल और गाड़ी में रखे करीब साढ़े 4 लाख रुपए भी ले गए हैं।