बारिश की बूंदों के बीच लखनऊ के चिड़ियाघर का नजारा बेहद खूबसूरत है। फुहारों में नाचते मोर, मचलते हिरण, काला तीतर और सफेद बाघ भी सैलानियों को खूब लुभाते हैं। बच्चों और बड़ों के लिए टॉय ट्रेन का सफर खास होता है। 72 एकड़ में बने इस चिड़ियाघर में 1 हजार से ज्यादा जानवर रहते हैं। यह देश के सबसे पुराने चिड़ियाघरों में से एक है। यहां यूपी के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग घूमने आते हैं। देखें वीडियो बारिश की बूंदों के बीच लखनऊ के चिड़ियाघर का नजारा बेहद खूबसूरत है। फुहारों में नाचते मोर, मचलते हिरण, काला तीतर और सफेद बाघ भी सैलानियों को खूब लुभाते हैं। बच्चों और बड़ों के लिए टॉय ट्रेन का सफर खास होता है। 72 एकड़ में बने इस चिड़ियाघर में 1 हजार से ज्यादा जानवर रहते हैं। यह देश के सबसे पुराने चिड़ियाघरों में से एक है। यहां यूपी के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग घूमने आते हैं। देखें वीडियो उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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लखनऊ के मोतीमहल की मशहूर इमरती-रबड़ी:शहर के पुराने जायकों में मशहूर; रजा मुराद और जिम्मी शेरगिल भी दीवाने
लखनऊ के मोतीमहल की मशहूर इमरती-रबड़ी:शहर के पुराने जायकों में मशहूर; रजा मुराद और जिम्मी शेरगिल भी दीवाने लखनऊ स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए देशभर में मशहूर है। शहर में ऐसी कई पुरानी दुकानें है, जहां का स्वाद लखनऊ वालों के साथ ही पर्यटकों को भी खासा पसंद आता है। आज की जायका सीरीज में आपको लिए चलते हैं हजरतगंज स्थित मोतीमहल स्वीट्स, जहां की मिठाई और फालूदा सालों से लोगों की जुबान पर है। यहां ही कुरकुरी इमरती और ठंडी लच्छेदार रबड़ी का तो क्या ही कहना, जो अपने स्वाद से अलग पहचान रखती है। मोतीमहल की इमरती-रबड़ी के टेस्ट का आलम यह है कि सुबह से लेकर रात 12 बजे तक खाने वालों की भीड़ लगी रहती है। इमरती-रबड़ी दुकान के बाहर ही बनाई जाती है। चाहे सर्दी हो या गर्मी किसी भी सीजन में इमरती-रबड़ी का यह कॉम्बिनेशन चलता रहता है। यहां सर्दियों में मक्खन मलाई, रक्षाबंधन पर घेवर, सर्दियों में केसर मिल्क, सोहन हलवा, गर्मी में फालूदा कुल्फी, पाइनएप्पल हलवा भी काफी फेमस है। शहर की पुरानी दुकानों में से एक है मोतीमहल
मोतीमहल की मैनेजर मुदिता ने बताया- लखनऊ में काफी वैराइटी के फूड मौजूद हैं। कई दुकानें यहां सालों पुरानी है, जिसके बारे में सभी जानते हैं। मोतीमहल भी उन्हीं पुरानी दुकानों में से है। दुकान को अभी तीसरी पीढ़ी चला रही है। यहां की मिठाइयां सालों से लखनऊ वालों की पसंद हैं। इमरती-रबड़ी भी सालों से बनती आ रही है। इसकी खासियत है कि यह आज भी सालों पुराने तरीके से तैयार की जाती है। इसके स्वाद में कहीं कोई बदलाव नहीं आया। यहां के सभी आइटम का टेस्ट अल्टीमेट है, इसी स्वाद के चलते कस्टमर सालों से यहां आते रहते हैं। हर डिश लाजवाब, मुंह में डालते ही घुल जाता है फालूदा
इमरती की खासियत है कि टेस्ट लाने के लिए इसमें प्रॉपर तरीके से उचित मात्रा में सारी चीजें डालते हैं। इमरती रबड़ी हो या फिर कुल्फी और दही-जलेबी, हमारे यहां की हर डिश आपको एक अनोखा स्वाद देगी। हमारे पास कई वैराइटी के स्वीट्स है। इसमें कई सीजन वाली मिठाइयां भी हैं। हम हमेशा कुछ नया लाने का प्रयास करते हैं। हमारे यहां का फालूदा भी काफी मशहूर है। यह मुंह में डालते ही घुल जाता है। एक प्लेट की कीमत 65 रुपए, सेलिब्रिटी और कलाकार भी मुरीद
शॉप मैनेजर ने बताया कि एक प्लेट इमरती-रबड़ी की कीमत 65 रूपए है। मोतीमहल की इमरती-रबड़ी पसंद करने वालों में आम लोगों के साथ-साथ कई खास लोग भी हैं। इनमें नेताओं के साथ ही कई बड़े बिजनेसमैन भी हैं, जो यहां आते रहते हैं। हम इमरती-रबड़ी के अलावा फालूदा और कई तरीके के कलाकंद भी बनाते हैं। हमारे यहां सेलिब्रिटी भी आते रहते हैं। एक्टर रजा मुराद और जिम्मी शेरगिल भी यहां आ चुके हैं। कस्टमर रिव्यू… यह भी पढ़ें… लखनऊ की मशहूर सेवक राम की पूड़ी-कद्दू की सब्जी:शुद्ध देसी घी से तैयार होती है; 144 साल पुरानी दुकान पर आते हैं सेलिब्रिटी और नेता लखनऊ के मसालों की चर्चा आपने अक्सर सुनी हाेगी। बड़े से बड़े शेफ भी यहां के मसालों की तारीफ करते नहीं थकते। यहां के मसालों का स्वाद ही ऐसा है। अवधी मसालों से बनने वाले बिरियानी-कबाब देशभर में मशहूर है। लेकिन यहां के मसालों से बनने वाली पूड़ी और कद्दू की सब्जी भी काफी मशहूर है। इस जायके का स्वाद सैकड़ों साल से लखनऊ वासियों की जुबान पर है। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा में असिस्टेंट मैनेजर ने सुसाइड किया:सुबह बॉस ने कॉल की, 10 मिनट में ब्रांच आने की बात कह फोन काटा, फिर फांसी लगाई
हरियाणा में असिस्टेंट मैनेजर ने सुसाइड किया:सुबह बॉस ने कॉल की, 10 मिनट में ब्रांच आने की बात कह फोन काटा, फिर फांसी लगाई हरियाणा के रोहतक में सोमवार सुबह गोल्ड लोन कंपनी के असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना कलानौर कस्बे के बसाना रोड स्थित एक मकान की है। युवक ने यहां कमरा किराए पर लिया हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में ले लिया। मृतक की पहचान महेंद्रगढ़ के कलवाड़ी गांव निवासी कपिल कुमार (25) के रूप में हुई है। कपिल की अभी शादी नहीं हुई थी। वह 3 बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस के मुताबिक कपिल ने जिस मकान में रहता था, यहां 6 लोग रहते थे। कपिल के साथ रहने वाला युवक रवि सुबह ही बैंक चला गया था। बाकी लोग शनिवार को छुट्टी होने के चलते घर चले गए थे। सोमवार सुबह जब घर में कोई नहीं था तो कपिल ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। ब्रांच मैनेजर ने किया था कॉल
सोमवार सुबह जब कपिल बैंक में नहीं आया तो ब्रांच मैनेजर ने 9 बजकर 40 मिनट पर उसे कॉल की थी। कपिल ने ब्रांच मैनेजर को कहा था कि वह 10 मिनट के अंदर ब्रांच में आ रहा है, लेकिन वह ब्रांच में नहीं पहुंचा। साथ काम करने वाले युवक को घर भेजा
ब्रांच मैनेजर ने कपिल का इंतजार करने के बाद दोबारा उसे कॉल की, लेकिन कपिल ने कॉल नहीं उठाई। इसके बाद ब्रांच मैनेजर ने कपिल के साथ रहने वाले रवि को कहा कि वह जाकर कपिल को अपने साथ ले आए। जब उसका साथी बसाना रोड स्थित मकान पर पहुंचा तो अंदर कपिल ने पंखे से फांसी लगाई हुई थी। कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी
कलानौर पुलिस चौकी प्रभारी सुभाष ने बताया कि असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। मृतक कपिल के पिता बाबूलाल के बयान दर्ज किए गए हैं। जिसके आधार पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि अभी तक सुसाइड के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। परिवार वालों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल अज्ञात कारण मानकर जांच की जा रही है।
ईडी ने ATS ग्रुप पर कसा शिकंजा:नोएडा की कंपनी पर 3,400 करोड़ रुपए जमीन खरीदने में धांधली करने का मामला; PMLA एक्ट के तहत FIR
ईडी ने ATS ग्रुप पर कसा शिकंजा:नोएडा की कंपनी पर 3,400 करोड़ रुपए जमीन खरीदने में धांधली करने का मामला; PMLA एक्ट के तहत FIR प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोनल कार्यालय ने एटीएस ग्रुप ऑफ कंपनीज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत मामला दर्ज किया है। कम दाम में ज्यादा प्रॉफिट देने की स्कीम के तहत मकान बेचने में धांधली करने की शिकायत मिली हैं। एटीएस ग्रुप कंपनी पर 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन का सौदा करने का मामला प्रकाश में आया है। मनचाहे रिटर्न वापस करने का दिया झांसा कंपनी ने निवेशकों को मनचाहे रिटर्न वापस करने का झांसा दिया। एटीएस ग्रुप कंपनी के द्वारा निवेशकों को रुपए इन्वेस्टमेंट करने के लिए कई अलग-अलग तरीके की स्कीम और प्रोजेक्ट दिखाए गए। जो की जमीनी हकीकत से बिल्कुल अलग मिले हैं। फिलहाल कंपनी के द्वारा ग्राहकों को जो स्कीम और प्रोजेक्ट बताए गए उसमें भी ध्यान दी करने की शिकायत मिली हैं। एटीएस ग्रुप कंपनी के द्वारा बैंक के जरिए अच्छा रिटर्न वापस करने का वादा ग्रहको और निवेशकों से किया गया था। 36 महीने में अपार्टमेंट प्रीमियम रेट में खरीदने का किया था वादा एटीएस ग्रुप का कंपनी ने रियल स्टेट मार्केट के जरिए निवेशकों से इन्वेस्टमेंट कराया। इन्वेस्टमेंट की स्कीम में ये शर्त रखी गई कि 36 महीने के अंदर उनके अपार्टमेंट को प्रीमियम रेट पर कंपनी के द्वारा खुद खरीद लिया जाएगा। अगर वे अपार्टमेंट को बेचना चाहते हैं। इसके लिए सैकड़ो निवेशकों को पोस्ट डेटेड चेक भी कंपनी के द्वारा जारी किए गए। जो कि बाद में बाउंस भी हुए हैं। ईओडब्ल्यू की जांच में दिल्ली में चार तो नोएडा पुलिस ने 10 मामले किए हैं दर्ज एटीएस ग्रुप के खिलाफ अब तक ईओडब्ल्यू दिल्ली द्वारा चार और नोएडा पुलिस द्वारा 10 मामले दर्ज किए गए हैं।ईडी का लखनऊ जोनल कार्यालय समूह से जुड़ी 63 कंपनियों की जांच कर रहा है। जिनमें से कुछ दिवालिया कार्यवाही से गुजर रही हैं। ईडी ने ग्रुप की किसी भी कंपनी को कंसोर्टियम के हिस्से के रूप में भूमि आवंटन का विवरण भी सौंपने को कहा है। ईडी ने नोएडा के अधिकारियों ने मांगी डिटेल्स ईडी ने नोएडा के अधिकारियों से किसी भी दर्ज एफआईआर, आवंटन रद्द करने और आवंटी कंपनियों या कंसोर्टियम के खिलाफ की गई। किसी भी अन्य दंडात्मक कार्रवाई की डिटेल्स मांगा है। नोएडा के आधिकारिक ATS समूह को एक नोटिस जारी कर अपना बकाया चुकाने के लिए एक सप्ताह में जबाव मांगा है।