लखनऊ में लोकबंधु अस्पताल में डिलीवरी के बाद नवजात की हालत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने KGMU रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही नवजात की सांसें थम गईं। परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोकबंधु के अफसरों से शिकायत की है। शिकायत मिलने पर जांच कमेटी गठित कर दी गई है। ये था पूरा मामला बंथरा लतीफ नगर निवासी ब्रजेश अपनी गर्भवती पत्नी को सोमवार शाम करीब 4 बजे लोकबंधु इमरजेंसी लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने रात 10 बजे नॉर्मल डिलीवरी के लिए इंतजार को कहा। पति का आरोप है कि प्रसव पीड़ा नहीं होने पर डॉक्टरों ने बाहर से 6 इंजेक्शन मंगवाए, जिसे स्टाफ ने अपने पास रख लिया। हालत बिगड़ने पर किया रेफर ननद का आरोप है कि डेढ़ घंटे तक इंजेक्शन नहीं लगा तो पूछताछ की। ऐसे में उन्हें फटकार कर भगा दिया गया। आरोप यह भी है कि स्टाफ ने रात में परिजनों से मूंगफली मंगवाई। फिर रात में इंजेक्शन मंगवाए, लेकिन लगाया नहीं। मंगलवार सुबह गर्भवती को लेबर रूम ले जाया गया। सुबह करीब 10 बजे ऑपरेशन किया। नवजात की हालत खराब होने पर ICU में रखा गया। फिर KGMU के लिए रेफर कर दिया। KGMU ले जाते समय नवजात की मौत हो गई। महिला अभी लोकबंधु में भर्ती है। जांच के दिए गए आदेश लोकबंधु अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राजीव दीक्षित ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी को 3 दिन में रिपोर्ट देनी है। दोषी मिलने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लखनऊ में लोकबंधु अस्पताल में डिलीवरी के बाद नवजात की हालत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने KGMU रेफर किया, लेकिन रास्ते में ही नवजात की सांसें थम गईं। परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोकबंधु के अफसरों से शिकायत की है। शिकायत मिलने पर जांच कमेटी गठित कर दी गई है। ये था पूरा मामला बंथरा लतीफ नगर निवासी ब्रजेश अपनी गर्भवती पत्नी को सोमवार शाम करीब 4 बजे लोकबंधु इमरजेंसी लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने रात 10 बजे नॉर्मल डिलीवरी के लिए इंतजार को कहा। पति का आरोप है कि प्रसव पीड़ा नहीं होने पर डॉक्टरों ने बाहर से 6 इंजेक्शन मंगवाए, जिसे स्टाफ ने अपने पास रख लिया। हालत बिगड़ने पर किया रेफर ननद का आरोप है कि डेढ़ घंटे तक इंजेक्शन नहीं लगा तो पूछताछ की। ऐसे में उन्हें फटकार कर भगा दिया गया। आरोप यह भी है कि स्टाफ ने रात में परिजनों से मूंगफली मंगवाई। फिर रात में इंजेक्शन मंगवाए, लेकिन लगाया नहीं। मंगलवार सुबह गर्भवती को लेबर रूम ले जाया गया। सुबह करीब 10 बजे ऑपरेशन किया। नवजात की हालत खराब होने पर ICU में रखा गया। फिर KGMU के लिए रेफर कर दिया। KGMU ले जाते समय नवजात की मौत हो गई। महिला अभी लोकबंधु में भर्ती है। जांच के दिए गए आदेश लोकबंधु अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.राजीव दीक्षित ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी को 3 दिन में रिपोर्ट देनी है। दोषी मिलने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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