हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र भरमौर में रविवार देर रात भरमौर-भरमाणी सड़क पर सावनपुर के पास एक ऑल्टो कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई और 2 व्यक्ति घायल हुए हैं। एक घायल का सिविल अस्पताल भरमौर में उपचार चल रहा है, जबकि दूसरे घायल को प्राथमिक उपचार के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। इस हादसे में 2 भाई और एक की पत्नी की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान विजय कुमार पुत्र धर्म सिंह, तृप्ता देवी पत्नी विजय कुमार और कमलेश कुमार पुत्र धर्म सिंह गांव संचूई भरमौर के रूप में हुई है। हादसे में नंदिनी देवी पुत्री विजय कुमार घायल हुई हैं। नंदिनी का नागरिक अस्पताल भरमौर में उपचार चल रहा है। कार में सवार एक अन्य शिवकुमार पुत्र मानसिंह की हालत को गंभीर देखते हुए मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर किया गया है। रात 12.30 बजे हादसा पुलिस के अनुसार, यह हादसा रात करीब करीब 12:30 बजे हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने देर रात तक शव को खाई से निकाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों के शवों का भरमौर में आज पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। हादसे के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र भरमौर में रविवार देर रात भरमौर-भरमाणी सड़क पर सावनपुर के पास एक ऑल्टो कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई और 2 व्यक्ति घायल हुए हैं। एक घायल का सिविल अस्पताल भरमौर में उपचार चल रहा है, जबकि दूसरे घायल को प्राथमिक उपचार के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। इस हादसे में 2 भाई और एक की पत्नी की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान विजय कुमार पुत्र धर्म सिंह, तृप्ता देवी पत्नी विजय कुमार और कमलेश कुमार पुत्र धर्म सिंह गांव संचूई भरमौर के रूप में हुई है। हादसे में नंदिनी देवी पुत्री विजय कुमार घायल हुई हैं। नंदिनी का नागरिक अस्पताल भरमौर में उपचार चल रहा है। कार में सवार एक अन्य शिवकुमार पुत्र मानसिंह की हालत को गंभीर देखते हुए मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर किया गया है। रात 12.30 बजे हादसा पुलिस के अनुसार, यह हादसा रात करीब करीब 12:30 बजे हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने देर रात तक शव को खाई से निकाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों के शवों का भरमौर में आज पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। हादसे के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के राज्यपाल और सरकार आमने-सामने:गवर्नर बोले- यूनिवर्सिटी पब्लिक प्रॉपर्टी; सार्वजनिक हितों के लिए देनी चाहिए कुर्बानी, VC नियुक्ति विधेयक पर बवाल हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर और हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी नौणी में कुलपति की नियुक्ति के बिल पर अपनी तल्ख प्रतिक्रिया दी है। राज्यपाल ने विश्व विद्यालय में वीसी की नियुक्ति के संबंध में राज्यपाल की शक्तियां को कम करने से संबंधित मीडिया के सवाल के जवाब में शुक्ल ने कहा कि सरकार का यह बयान ठीक नही है। राज्यपाल ने कहा कि अभी बिल उनके पास नहीं आया है। जब बिल आ जाएगा तो देखा जाएगा। सरकार ने उसमें क्या पास किया है। यह देखा जाएगा। राज्यपाल ने कहा, सरकार का वह बयान ठीक नहीं है, जिसमें कहा गया कि सरकार पैसा देती है। राज्यपाल ने अपनी प्रतिक्रिया में आगे कहा कि सरकार यूनिवर्सिटी को पैसा देती है तो वह प्राइवेट संस्था नहीं है। वह हिमाचल की सार्वजनिक संस्था है। सार्वजनिक हित के लिए सरकारों को अपनी कुर्बानी देनी चाहिए न कि सार्वजनिक हित को हड़पना चाहिए। कांग्रेस सरकार ने मानसून सत्र में पास किया VC नियुक्ति का विधेयक बता दें, बीते 5 सितंबर को मानसून सत्र में कृषि विवि पालमपुर और बागवानी विवि नौणी में कुलपति की नियुक्ति सरकार की सलाह और सहायता से ही करने का विधेयक विधानसभा के मानसून सत्र में पारित किया गया। संशोधित विधेयक में प्रबंधन बोर्ड का भी गठन करने का प्रावधान किया गया। संशोधित विधेयक का विपक्ष ने सदन में खूब विरोध किया और राज्यपाल की शक्तियों का हनन बताया गया। विपक्ष के विरोध के बीच सत्ता पक्ष ने ध्वनि मत से इस विधेयक को पारित किया। सरकार के अनुसार कुलपति की नियुक्ति में सरकार की सलाह आवश्यक होती है। पहले भी दो बार संशोधित विधेयक राजभवन को भेजा जा चुका कृषि और बागवानी विवि में नियुक्तियां सही तरीके से नहीं हो रही। इससे पहले सरकार की ओर से राजभवन को 2 विधेयक भेजे गए थे। दोनों बार इन पर आपत्तियां लगाई गई। दोनों बार सरकार ने अपना पक्ष रखा। जब पता किया गया तो मालूम पड़ा कि विधेयक राष्ट्रपति को भेजे गए हैं। राजस्व मंत्री के बयान पर जता चुके आपत्ति इससे पहले राज्यपाल शुक्ल राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के उस बयान पर भी आपत्ति जता चुके हैं जिसमें नेगी ने कहा था किन्नौर में भारत की सीमा में चीन के ड्रोन उड़ रहे हैं। इससे स्थानीय लोग दहशत में है।
हिमाचल में डॉक्टरों की हड़ताल का स्वास्थ्य सेवाओं पर असर:मेडिकल कालेज में ओपीडी में नहीं बैठे चिकित्सक, हड़ताल पर फैसला जल्द
हिमाचल में डॉक्टरों की हड़ताल का स्वास्थ्य सेवाओं पर असर:मेडिकल कालेज में ओपीडी में नहीं बैठे चिकित्सक, हड़ताल पर फैसला जल्द हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कालेज एवं अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर की हड़ताल का स्वास्थ्य सेवाओं पर आंशिक असर देखने को मिल रहा है। मेडिकल कालेज में रेजिडेंट डॉक्टर कोलकाता की घटना के विरोध में हड़ताल पर हैं। इससे कई ओपीडी में आज डॉक्टर नहीं मिल रहे। राहत की बात यह है कि कंसल्टेंट (सीन्ड्यूटी डॉक्टर) ड्यूटी पर है और रोज की तरह मरीजों को देख रहे हैं। मेडिकल कालेज के अलावा अन्य अस्पतालों में सुचारू रूप से ओपीडी चल रही है। हालांकि देश में हालांकि देश में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने जरूर हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया है। मगर हिमाचल के रेजिडेंट डॉक्टर आज भी हड़ताल पर डटे हैं। हिमाचल प्रदेश की जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन भी जल्द हड़ताल जारी रखने या ख़त्म करने को लेकर फैसला लेगी। रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के पदाधिकारी शिखिन सोनी ने बताया कि मीटिंग शुरू हो गई है। इसमें हड़ताल को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। कोलकाता में डॉक्टर से रेप-मर्डर के बाद मचा बवाल दरअसल, कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ रेप के बाद हत्या को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ। इसके बाद हिमाचल प्रदेश में भी रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। इसका ज्यादा असर आईजीएमसी शिमला, मेडिकल कॉलेज नेरचौक, मेडिकल कॉलेज नाहन, मेडिकल कॉलेज चंबा, हमीरपुर और एम्स बिलासपुर में स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा है। पिछले कल किया था ओपीडी सेवाएं ठप्प करने का ऐलान हिमाचल में रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने बीते मंगलवार को ही ओपीडी सेवाएं ठप करने का ऐलान किया था। हालांकि कोलकाता हाईकोर्ट ने पिछले कल ही डॉक्टर के रेप-मर्डर का केस सीबीआई जांच को देने के आदेश दे दिए है। इसके बाद FORDA ने हड़ताल खत्म कर दी है। रेजिडेंट डॉक्टर इस पर जल्द फैसला लेंगे। 9 अगस्त को मिली थी लाश बता दें कि 9 अगस्त की सुबह कोलकाता के मेडिकल कालेज में ट्रेनी डॉक्टर की अर्धनग्न बॉडी मिली थी। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट, आंखों और मुंह से खून बह रहा था। उनकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई की रेप के बाद मर्डर किया गया। 13 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले की जांच CBI सौंपीं।