लखनऊ में KGMU के पूर्व प्रोफेसर डॉ. रवि देव को तीमारदारों ने जमकर पीटा। गोमती नगर विस्तार के इग्निस हॉस्पिटल में बुधवार सुबह इलाज के दौरान मरीज की मौत के बाद परिजन भड़क गए। डॉक्टर और स्टाफ की जमकर पिटाई की। डॉक्टर के सिर पर कुर्सी मार दी। डॉक्टर बचने की कोशिश करते रहे, लेकिन तीमारदार थप्पड़ मारते रहे। हंगामे के दो वीडियो भी सामने आए हैं। एक वीडियो 6 मिनट का है। इस वीडियो में डॉक्टर कमरे में मरीज का इलाज करते दिख रहे हैं। विवाद कमरे में इलाज के दौरान शुरू होता है। दूसरा वीडियो 1.19 मिनट का है। इस वीडियो में तीमारदार डॉक्टर को वेटिंग हाल में पिटाई करते दिखाई दे रहे हैं। गोमती नगर विस्तार SHO सुधीर अवस्थी ने बताया कि हॉस्पिटल में मारपीट मामले में FIR दर्ज की गई है। आगे की कार्यवाही की जा रही है। देखें तस्वीरें… बताया जा रहा है कि मरीज का इलाज इग्निस हॉस्पिटल में चल रहा था। बुधवार सुबह डॉ. रवि देव मरीज को देख रहे थे। तभी तीमारदारों की डॉक्टर और स्टाफ नर्स के साथ बहस शुरू हो गई। तभी एक तीमारदार ने स्टाफ पर हाथ उठा दिया। देखते ही देखते ही मारपीट होने लगी। हंगामा बढ़ा तो स्टाफ भाग खड़ा हुआ। मरीज के परिजन डॉक्टर को कमरे से खींचकर वेटिंग हॉल में ले आए और पीटने लगे। डॉक्टर पर कुर्सी उठाकर फेंकी। बताया जा रहा है कि मरीज की मौत हो चुकी थी। इसके बावजूद डॉक्टर इलाज करने का दावा कर रहे थे। तीमारदारों के पूछने पर डॉक्टर नाराज हो गए और जाने को कह दिया। इससे तीमारदार भड़क गए। खबर अपडेट हो रही है… लखनऊ में KGMU के पूर्व प्रोफेसर डॉ. रवि देव को तीमारदारों ने जमकर पीटा। गोमती नगर विस्तार के इग्निस हॉस्पिटल में बुधवार सुबह इलाज के दौरान मरीज की मौत के बाद परिजन भड़क गए। डॉक्टर और स्टाफ की जमकर पिटाई की। डॉक्टर के सिर पर कुर्सी मार दी। डॉक्टर बचने की कोशिश करते रहे, लेकिन तीमारदार थप्पड़ मारते रहे। हंगामे के दो वीडियो भी सामने आए हैं। एक वीडियो 6 मिनट का है। इस वीडियो में डॉक्टर कमरे में मरीज का इलाज करते दिख रहे हैं। विवाद कमरे में इलाज के दौरान शुरू होता है। दूसरा वीडियो 1.19 मिनट का है। इस वीडियो में तीमारदार डॉक्टर को वेटिंग हाल में पिटाई करते दिखाई दे रहे हैं। गोमती नगर विस्तार SHO सुधीर अवस्थी ने बताया कि हॉस्पिटल में मारपीट मामले में FIR दर्ज की गई है। आगे की कार्यवाही की जा रही है। देखें तस्वीरें… बताया जा रहा है कि मरीज का इलाज इग्निस हॉस्पिटल में चल रहा था। बुधवार सुबह डॉ. रवि देव मरीज को देख रहे थे। तभी तीमारदारों की डॉक्टर और स्टाफ नर्स के साथ बहस शुरू हो गई। तभी एक तीमारदार ने स्टाफ पर हाथ उठा दिया। देखते ही देखते ही मारपीट होने लगी। हंगामा बढ़ा तो स्टाफ भाग खड़ा हुआ। मरीज के परिजन डॉक्टर को कमरे से खींचकर वेटिंग हॉल में ले आए और पीटने लगे। डॉक्टर पर कुर्सी उठाकर फेंकी। बताया जा रहा है कि मरीज की मौत हो चुकी थी। इसके बावजूद डॉक्टर इलाज करने का दावा कर रहे थे। तीमारदारों के पूछने पर डॉक्टर नाराज हो गए और जाने को कह दिया। इससे तीमारदार भड़क गए। खबर अपडेट हो रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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पीतांबरी चौबंदी, सिर पर साफा..नई ड्रेस में रामलला के पुजारी:मंदिर में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे, 5-5 घंटे की होगी शिफ्ट
पीतांबरी चौबंदी, सिर पर साफा..नई ड्रेस में रामलला के पुजारी:मंदिर में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे, 5-5 घंटे की होगी शिफ्ट अयोध्या में रामलला के पुजारियों के लिए सोमवार 1 जुलाई से ड्रेस कोड लागू हो गया। पुजारी मंदिर में मोबाइल भी नहीं ले जा सकेंगे। मुख्य पुजारी, 4 सहायक पुजारी और 20 ट्रेनी पुजारी एक खास परिधान में दिखेंगे। अब तक गर्भगृह में पुजारी केसरिया रंग के कपड़ों में दिखते थे। सिर पर केसरिया साफा, कुर्ता और धोती पहनते थे, लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट ने इसमें बदलाव किया है। अब पुजारियों को पीतांबरी (पीली) चौबंदी के साथ धोती और सिर पर साफा बांधना होगा। रामलला के दरबार में 1 जुलाई से पुजारी स्मार्टफोन नहीं ले जा पाएंगे। संतोष तिवारी ने बताया- राम मंदिर ट्रस्ट ने सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया है। नए ड्रेस कोड के बारे में ग्राफिक से समझिए… पूजा में एकरूपता के लिए ड्रेस कोड
राम मंदिर के सहायक पुजारी संतोष कुमार तिवारी ने कहा- धर्मशास्त्रों के अनुसार, पुजारियों को ऐसे वस्त्र नहीं पहनने चाहिए, जिनमें पांव या सिर डालना हो। इसलिए नया ड्रेस कोड लागू किया गया है। संतोष तिवारी ने ये भी बताया- पहले पुजारी सामान्य धोती-कुर्ता, कुर्ता-पायजामा पहनकर आ जाते थे। साफा (पगड़ी) और पीतांबरी (पीली) भी पहनते थे, लेकिन यह अनिवार्य नहीं था। नए ड्रेस कोड को राम मंदिर की पूजा में एकरूपता लाने के लिए लागू किया गया। इससे वरिष्ठ पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास भी सहमत थे। आज से पुजारी मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे
संतोष तिवारी ने बताया- अब पुजारी किसी भी तरह के फोन मंदिर में नहीं ले जा सकेंगे।। राम मंदिर ट्रस्ट ने सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया है। दरअसल, हाल के दिनों में राम मंदिर परिसर के अंदर से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई थीं, जिसको लेकर काफी हो-हल्ला मचा था। उनमें से एक पानी टपकने की तस्वीर भी शामिल थी। हालांकि बाद में इस पर मंदिर ट्रस्ट की सफाई भी आई, जिसमें बताया गया था कि जिस जगह पर रामलला विराजमान हैं। वहां पर एक बूंद भी पानी नहीं गिरा। पुजारियों की सभी टीमें 5-5 घंटे देंगी सेवा
राम मंदिर ट्रस्ट सहायक पुजारियों को हर महीने 32 हजार रुपए तनख्वाह देता है। अभी मंदिर में एक मुख्य पुजारी के साथ 4 सहायक पुजारी हैं। हर सहायक पुजारी के साथ 5 ट्रेनी पुजारी सेवा करेंगे। इनकी सेवा सुबह 3.30 बजे से रात 11 बजे तक होगी। इनमें से पुजारियों की हर टीम को 5 घंटे की सेवा देनी होगी। यह नियम भी 1 जुलाई से लागू कर दिया गया है। हर पहर की आरती में अलग पुजारी होंगे
रामलला की भोग आरती दोपहर 12 बजे होगी। संध्या आरती शाम 7.30 बजे और भोग आरती 8 बजे होगी। रामलला की शयन आरती रात 10 बजे होगी, जिसके बाद गर्भगृह के पट बंद कर दिए जाएंगे। अलग-अलग पहर की आरती में अलग-अलग पुजारी होंगे। ट्रेनी पुजारियों का 30 जून को दीक्षांत समारोह होना था, अब जुलाई के पहले हफ्ते में होगा। इसके बाद ट्रेनी पुजारी भी सहायक पुजारी की तरह अपनी सेवाएं देंगे।
आगरा में रसगुल्ले पर विवाद, जमकर चले ईंट-पत्थर, VIDEO:मिठाई का स्वाद कड़वा…कहकर मालिक और बेटे का सिर फोड़ा
आगरा में रसगुल्ले पर विवाद, जमकर चले ईंट-पत्थर, VIDEO:मिठाई का स्वाद कड़वा…कहकर मालिक और बेटे का सिर फोड़ा आगरा में रसगुल्ले का स्वाद खराब होने को लेकर विवाद हो गया। दुकानदार बाप-बेटे का सिर फट गया। जमकर ईंट और पत्थर चले। हालात इतने बिगड़ गए कि दुकान का शटर गिराकर दुकानदार और बेटों ने जान बचाई। दबंगों ने करीब 30 मिनट तक जमकर हंगामा किया। डर के मारे बाजार के दुकानदारों ने अपने शटर गिरा दिए। पुलिस ने दुकानदार की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना 31 अक्टूबर की रात थाना ट्रांस यमुना के बालाजी नगर चौराहे की है। वीडियो आज सामने आया है। दुकानदार बोला- रसगुल्ले ताजे बने हैं
दिवाली की रात करीब 9 बजे 8 से 10 युवक एक मिठाई की दुकान पर पहुंचे। मिठाई खाने के बाद विवेक, लटूरी, लवकुश, रोहित और अंकुश के साथ अन्य युवक बगल की श्री रामचन्द्र स्वीट्स पर पहुंचे। युवक वहां रसगुल्ला खाने लगे। रसगुल्ला खाने के बाद कहा- इसका स्वाद खराब लग रहा है। स्वाद कड़वा भी है। उस समय काउंटर पर दुकान मालिक का बेटा अंकित बैठा था। उसने कहा- रसगुल्ले ताजे बने हैं, कड़वे नहीं हो सकते। अगर चाहें तो किसी अन्य ग्राहक से चेक करवा सकते हैं। मिठाइयों को सड़क पर फेंकने लगे
इस पर युवक एकदम से गुस्सा हो गए। पहले अंकित को गाली देने लगे। इसके बाद दुकान में रखे रसगुल्ले और अन्य मिठाइयों को सड़क पर फेंकना शुरू कर दिया। अंकित ने जब इस बात का विरोध किया, तो वह उसे पीटने लगे। दुकान में रखी कुर्सी उसके सिर पर मार दी। जिससे उसका सिर फट गया। उस समय दुकान मालिक दिनेश चंद्र अपने दूसरे बेटे के साथ दुकान के अंदर मिठाइयां बना रहे थे। इस बीच शोर सुनकर वह बेटे के साथ बाहर आए। उन्होंने बेटे को बचाने की कोशिश की तो युवक उनको भी पीटने लगे। इस मारपीट में दुकान मालिक का भी सिर फट गया। इसके बाद युवकों ने दुकान पर जमकर पथराव भी किया। दुकान मालिक ने दुकान का शटर बंद करके खुद को और बेटों को बचाया। इसके बाद घटना की सूचना डायल 112 पर दी। दुकानदार बोला- दूसरे दुकान वाले ने भेजा था
दुकान मालिक दिनेश चंद्र का आरोप है कि हमला करने वाले युवकों को दूसरे दुकानदार ने भेजा था। थाना प्रभारी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष की तहरीर पर युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। …………………………………… ये भी पढ़ें: अगली बार चोरी की तो भेजे में गोली मारूंगा:संभल SP ने मंदिर से घंटा चुराने वाले से कहा; चोर ने कान पकड़कर माफी मांगी संभल में पुलिस ने मंदिर में घंटा चुराने वाले चोर का एनकाउंटर कर दिया। उसके पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने चोर को पकड़ लिया। उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायल चोर से पूछताछ करने संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई अस्पताल पहुंचे…(पढ़ें पूरी खबर)
बेटी ने किया सुसाइड..पिता ने टुकड़ों में कटवाकर फेंका शव:बॉडी काटने के लिए 8.5 हजार में हायर किया एक्सपर्ट, यूपी के लड़के से था अफेयर
बेटी ने किया सुसाइड..पिता ने टुकड़ों में कटवाकर फेंका शव:बॉडी काटने के लिए 8.5 हजार में हायर किया एक्सपर्ट, यूपी के लड़के से था अफेयर बेतिया में नहर से 6 टुकड़ों में बरामद शव की पहचान कर ली गई है। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी पिता और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। सदर एसडीपीओ (वन) विवेक दीप ने बताया कि शव की पहचान चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहडी़ गांव निवासी विरेंद्र साह की बेटी सीता कुमारी (19) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि विरेंद्र साह अपनी बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज था। यूपी के एक लड़के से उसका अफेयर था और उससे शादी करना चाहती थी। लेकिन पिता ने दूसरी जगह उसकी शादी तय कर दी थी। शादी नवंबर महीने में होने वाली थी। इससे नाराज होकर लड़की ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद पिता ने बॉडी काटने के लिए 8.5 हजार में एक्सपर्ट को हायर किया। फिर शव के टुकड़ों को नहर में फेंक दिया। जानिए क्या है मामला रविवार की शाम मझौलिया थाना क्षेत्र के मोहद्दीपुर मीर टोला के पास से बहने वाली नहर से ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने प्लास्टिक के बोरे से सिर कटा शव 6 टुकड़ों में बरामद किया था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और जांच में जुट गई थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली की चनपटिया थाना क्षेत्र के चुहड़ी गांव निवासी विरेंद्र साह की एक बेटी गायब है। इसके बाद पुलिस ने विरेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। नवंबर में होनी थी मृतका की शादी एसडीपीओ ने बताया कि पूछताछ में विरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने बेटी की शादी तय कर दी थी, जो नवंबर 2024 में होनी थी। लेकिन बेटी उतर प्रदेश के एक युवक (23) से प्यार करती थी। युवक भाई के घर में किराए पर रहकर चुहडी बजार में गोलगप्पा बेचता है। परिजनों के समझाने के बाद भी वो उसी से शादी करने की जिद्द कर रही थी। इसको लेकर 22 जुलाई को बेटी को डांट-फटकार लगाई, जिसके बाद उसने घर में ही फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। शव खपाने के लिए 8.5 हजार में बुलाया था एक्सपोर्ट एसडीपीओ ने बताया कि घटना के बाद शव को खपाने के लिए विरेंद्र साह ने अपने गांव के प्रभु साह को गोरखपुर से बुलाया। प्रभु साह गोरखपुर में रहकर फल बेचता है। पहले वो गांव में रहकर मछली का कारोबार करता था। वहीं, प्रभु साह ने पुलिस को बताया कि शव को खपाने के लिए 8 हजार 500 रुपए में डील हुई। 500 रुपए एडवांस भी मिला। बाकी रुपए एक सप्ताह के अंदर देने को बोला गया था। पहले 6 टुकड़ों में काटा..फिर बोरे में बंद कर नहर में फेंका प्रभु साह ने पुलिस को बताया कि शव को गांव से दक्षिण स्थित नहर पर ले जाकर मछली काटने वाले फसुल से 6 टुकड़ों में काटा। इसके बाद प्लास्टिक की बोरी में डालकर नहर में बहा दिया। इस काम में उसके अलावा विरेंद्र के घर के 6 से 7 लोग शामिल थे। शव को नहर में बहाने के बाद सभी लोग अपने-अपने घर चले गए।