लखनऊ में ईडी ने हाइजिया ग्रुप ऑफ कॉलेज की 20.6 करोड़ की संपत्ति बुधवार को कुर्क की। स्कॉलरशिप घोटाला मामले में यह कार्रवाई की गई। PMLA (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग) एक्ट के तहत रेड की गई। अब तक ईडी ने हाइजिया ग्रुप ऑफ कॉलेज की 41.13 करोड़ की सपत्ति कुर्क कर चुकी है। पहले भी 5 बार कुर्की हुई थी
स्कॉलरशिप घोटाला मामले में ईडी को हाइजिया ग्रुप ऑफ कॉलेज की और भी संपत्ति लखनऊ में होने की जानकारी मिली। ईडी की प्रयागराज जोनल टीम पहुंची और कुर्की किया। इस मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है। 20 करोड़ से ज्यादा ट्रस्टियों के खाते से भेजे गए रुपए
पांच आरोपियों के खिलाफ कुर्की के आदेश कोर्ट ने दिए हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि कॉलेजों के प्रबंधकों और ट्रस्टियों के नाम पर 20.53 करोड़ का ट्रांसजेक्शन किया गया है। ये वो रुपए हैं जो स्कॉलरशिप स्कैम से आए थे। मिलकर चला रहे थे सिंडिकेट
ईडी की जांच में पता चला कि कॉलेज संचालक आपस में मिलकर छात्रवृत्ति हड़पने का सिंडीकेट चला रहे थे। इसका मास्टरमाइंड हाइजिया का लकी जाफरी है, जो बाकी कॉलेजों में छात्रों के फर्जी बैंक खाते खुलवाता था। इसके लिए बसों से दूसरे जिलों से लोगों को जुटाकर हाइजिया कॉलेज लाया जाता था और उनको केंद्रीय योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर उनके बैंक खाते खुलवाए जाते थे। इन संस्थानों पर है एफआईआर लखनऊ में ईडी ने हाइजिया ग्रुप ऑफ कॉलेज की 20.6 करोड़ की संपत्ति बुधवार को कुर्क की। स्कॉलरशिप घोटाला मामले में यह कार्रवाई की गई। PMLA (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग) एक्ट के तहत रेड की गई। अब तक ईडी ने हाइजिया ग्रुप ऑफ कॉलेज की 41.13 करोड़ की सपत्ति कुर्क कर चुकी है। पहले भी 5 बार कुर्की हुई थी
स्कॉलरशिप घोटाला मामले में ईडी को हाइजिया ग्रुप ऑफ कॉलेज की और भी संपत्ति लखनऊ में होने की जानकारी मिली। ईडी की प्रयागराज जोनल टीम पहुंची और कुर्की किया। इस मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है। 20 करोड़ से ज्यादा ट्रस्टियों के खाते से भेजे गए रुपए
पांच आरोपियों के खिलाफ कुर्की के आदेश कोर्ट ने दिए हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि कॉलेजों के प्रबंधकों और ट्रस्टियों के नाम पर 20.53 करोड़ का ट्रांसजेक्शन किया गया है। ये वो रुपए हैं जो स्कॉलरशिप स्कैम से आए थे। मिलकर चला रहे थे सिंडिकेट
ईडी की जांच में पता चला कि कॉलेज संचालक आपस में मिलकर छात्रवृत्ति हड़पने का सिंडीकेट चला रहे थे। इसका मास्टरमाइंड हाइजिया का लकी जाफरी है, जो बाकी कॉलेजों में छात्रों के फर्जी बैंक खाते खुलवाता था। इसके लिए बसों से दूसरे जिलों से लोगों को जुटाकर हाइजिया कॉलेज लाया जाता था और उनको केंद्रीय योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर उनके बैंक खाते खुलवाए जाते थे। इन संस्थानों पर है एफआईआर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर