जालंधर | नगर निगम हाउस की पहली बैठक इसी महीने होगी। इससे पहले गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू के रेजिडेंट्स ने इलाका कौंसलर रॉबिन लव को अपने इलाके के मुद्दों के वाकिफ कराया है। उनके सामने सोसायटी के प्रधान एमएल ऐरी ने अलग-अलग मुद्दे रखे। इस कॉलोनी के निवासी सफाई व्यवस्था में सुधार का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा विकास के बाकी मुद्दे भी हैं। कौंसलर रॉबिन लव ने सारे मुद्दे सुने। उन्हें कॉलोनी की वेलफेयर सोसायटी ने सम्मानित किया है। युवा पार्षद ने सभी से आशीर्वाद मांगा और सफाई और सीवरेज की रुकावट के संबंध में बिगड़ती परिस्थितियों को दूर करने के लिए सभी सुझावों के लिए अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है। इस दौरान रेजिडेंट्स डॉ. एनपी सिंह, सीएम चोपड़ा, डीएस राणा, मास्टर शरीफ चंद, प्रमोद बांसल, जेपी चड्ढा, मनोज अग्रवाल शामिल रहे हैं। जालंधर | नगर निगम हाउस की पहली बैठक इसी महीने होगी। इससे पहले गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू के रेजिडेंट्स ने इलाका कौंसलर रॉबिन लव को अपने इलाके के मुद्दों के वाकिफ कराया है। उनके सामने सोसायटी के प्रधान एमएल ऐरी ने अलग-अलग मुद्दे रखे। इस कॉलोनी के निवासी सफाई व्यवस्था में सुधार का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा विकास के बाकी मुद्दे भी हैं। कौंसलर रॉबिन लव ने सारे मुद्दे सुने। उन्हें कॉलोनी की वेलफेयर सोसायटी ने सम्मानित किया है। युवा पार्षद ने सभी से आशीर्वाद मांगा और सफाई और सीवरेज की रुकावट के संबंध में बिगड़ती परिस्थितियों को दूर करने के लिए सभी सुझावों के लिए अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है। इस दौरान रेजिडेंट्स डॉ. एनपी सिंह, सीएम चोपड़ा, डीएस राणा, मास्टर शरीफ चंद, प्रमोद बांसल, जेपी चड्ढा, मनोज अग्रवाल शामिल रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर में दुकान से धार्मिक झंडा उतारकर फेंका:2 भाई गिरफ्तार; दुकानदार बोले-श्री गुरु रविदास जयंती पर बेअदबी की, समाज में रोष पैदा हुआ
जालंधर में दुकान से धार्मिक झंडा उतारकर फेंका:2 भाई गिरफ्तार; दुकानदार बोले-श्री गुरु रविदास जयंती पर बेअदबी की, समाज में रोष पैदा हुआ श्री गुरु रविदास जी महाराज के प्रकाश पर्व से पहले जालंधर में बेअदबी का मामला सामने आया है। इस मामले में जालंधर देहात के मेहतपुर थाने की पुलिस ने आरोपी पाए गए दो भाइयों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बेअदबी के बाद पूरे रविदास समुदाय में गुस्सा है और वे आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ जारी है। आरोपियों की पहचान मेहतपुर नकोदर के गांव अदरामण निवासी अर्शदीप सिंह और कर्णदीप सिंह के रूप में हुई है। मेहतपुर थाने की पुलिस ने उनके खिलाफ बीएनएस की धारा 298/3(5) के तहत केस दर्ज किया है। यह केस रविदास समुदाय से संबंध रखने वाले मेहतपुर निवासी नवदीप कुमार के बयानों पर दर्ज किया गया है। आरोपी ने दुकान के सामने लगा झंडा उतार कर फेंका ये सारा घटनाक्रम कल यानी रविवार शाम करीब 4 बजे का है। पुलिस को दिए गए बयानों में नवदीप कुमार ने कहा- उसके पास उनके समाज के कुछ लोग आए थे। जिन्होंने बताया कि अर्शदीप और कर्णदीप दोनों भाई हैं। जोकि आद्रामान गांव में दुकान चलाते हैं। श्री गुरु रविदास जी महाराज के प्रकाश पर्व को लेकर पूरे गांव में झंडे लगाए गए थे। दोनों आरोपियों शाम करीब चार बजे उक्त झंडे को पहले टेढ़ा कर दिया और फिर झंडा उतार कर गंदी जगह पर फेंक दिया। जब समाज के लोगों को इस बारे में पता चला तो तुरंत जानकारी साझा की गई। जिसके बाद नवदीप कुमार की टीम ने शिकायत दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने रविवार देर रात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। नवदीप ने आरोप लगाया है कि दोनों भाई वारदात के वक्त नशे में थे। जिसके चलते उन्होंने ऐसा किया।

इंटरव्यू के समय AGTF की हिरासत में था लॉरेंस:बर्खास्त DSP ने हाईकोर्ट में दायर की याचिका, कहा- जान को खतरा; सरकार को नोटिस
इंटरव्यू के समय AGTF की हिरासत में था लॉरेंस:बर्खास्त DSP ने हाईकोर्ट में दायर की याचिका, कहा- जान को खतरा; सरकार को नोटिस गैंगस्टर लॉरेंस के टीवी इंटरव्यू के मामले में अपनी बर्खास्तगी के आदेश को चुनौती देने वाले बर्खास्त डीएसपी गुरशेर सिंह फिर हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने अपने वकील के माध्यम से कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। उन्होंने गैंगस्टर लॉरेंस मामले में खुद को भी पक्षकार बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि उनकी जान को खतरा है। उनका यह भी दावा है कि इंटरव्यू के समय लॉरेंस एजीटीएफ की हिरासत में था। इसके बावजूद यह दर्शाया गया है कि लॉरेंस उनकी हिरासत में था। ऐसे में जिन अधिकारियों की हिरासत में लॉरेंस था, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें इस मामले में बलि का बकरा बनाया गया है। इस मामले में हाईकोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने को कहा है। कोर्ट ने कहा है कि 19 फरवरी तक जवाब दाखिल करना है। गुरशेर ने कोर्ट में मुख्य रूप से दो दलीलें दीं गुरशेर के वकील ने कोर्ट में मुख्य रूप से जांच की बातें सामने रखीं। उन्होंने बताया कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच एजीटीएफ कर रही थी। उनके पास कोई पूछताछ केंद्र नहीं था। ऐसे में उन्हें सीआईए खरड़ में रखा गया था। ऐसे में वे हमेशा एजीटीएफ की हिरासत में ही रहते थे। इसके बावजूद यह दिखाया गया है कि लॉरेंस उनकी हिरासत में था। जो कि बिल्कुल झूठ है। गुरशेर सिंह का करियर शानदार रहा है। उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। उनके प्रमोशन की भी तैयारी की जा रही थी। लेकिन इस मामले में उनका नाम आने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। वकील ने बताया कि उन्होंने एक और अर्जी दाखिल की थी। जिसके बाद दो कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। वहीं, सरकारी वकील ने कहा कि इस मामले में सरकार किस तरह जवाब दाखिल करे। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा गठित एसआईटी ने जांच के आदेश दिए थे। हाईकोर्ट ने कहा कि संधू की अर्जी में सवाल उठाए गए हैं। जिसका जवाब चाहिए। पहले इंटरव्यू में ली मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को प्रसारित हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवाने की बात कबूल की थी। लॉरेंस ने कहा कि मूसेवाला गाने की बजाय गैंगवार में शामिल हो रहा था। मूसेवाला अपने कॉलेज के दोस्त अकाली नेता विक्की मिड्दुखेड़ा की हत्या में भी शामिल था, इसलिए उसने उसे मरवा दिया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक यह वही इंटरव्यू है जो उसने सीआईए की हिरासत से दिया था। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है।

स्वच्छता ही सेवा अभियान में सेहत विभाग कर्मचारियों ने लिया हिस्सा
स्वच्छता ही सेवा अभियान में सेहत विभाग कर्मचारियों ने लिया हिस्सा भास्कर न्यूज | अमृतसर सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर के नेतृत्व में सेहत विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने सिविल सर्जन कार्यालय में स्वच्छता ही सेवा अभियान में बढ़ चढ़कर भाग लिया। डॉ. किरन ने कहा कि पंजाब सरकार के आदेशों पर जिला प्रशासन की अगुवाई में जिले भर की सारी सेहत संस्थाओं में यह अभियान बहुत ही कामयाबी के साथ चलाया गया है। इस अभियान के दौरान जिला टीकाकरण अफसर डॉ. भारती धवन, डॉ. नीलम भगत, डॉ. जसपाल सिंह, डॉ. रजिंदर पाल कौर, डॉ. हरजोत कौर, अमरदीप सिंह की ओर से जिले भर के सारे सेहत केंद्रों में पिछले कुछ दिनों से ही इस अभियान संबंधी तैयारियां करवाई जा रही हैं। इसी लड़ी में सीएस कार्यालय में यह अभियान कामयाबी के साथ शुरू किया गया। इस मौके पर डॉ. मनमीत कौर, डॉ. राघव गुप्ता, पैरामेडिकल स्टाफ ने हिस्सा लिया।