पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग आज शहर पहुंचे। वड़िंग शहर के उन मतदाताओं का धन्यवाद किया, जिन्होंने उन्हें वोट देकर सांसद बनाया। वड़िंग के आज लुधियाना में 4 कार्यक्रम थे। सबसे पहले वह विधानसभा हलका दाखा के रजत रिजॉर्ट में सुबह 10 बजे पहुंचे, जहां उन्होंने करीब 12 बजे तक मतदाताओं से मिले। दोपहर 1 बजे वड़िंग हलका गिल के डेहलों में लोगों से मिले और उनसे बातचीत की। शहर में जल्द खुलेगा दफ्तर पत्रकारों से बातचीत करते हुए वड़िंग ने कहा कि वह जल्द ही अपना दफ्तर लुधियाना में खोलेंगे, जहां लोग आसानी से अपने काम करवाने आ सकेंगे। जिस किसी ने उन्हें मिलना है तो वह वहीं उनसे मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि लुधियाना के लोगों ने उन पर अपार कृपा की है। आज दाखा, गिल, सेंट्रल और आत्मनगर में लोगों का धन्यवाद किया है। लोग चाहते हैं कि पंजाब में कांग्रेस करे अगुवाई वड़िंग ने कहा कि पंजाब की जनता का वह धन्यवाद करना चाहिए, जिन्होंने इतनी बड़ी संख्या में लोकसभा में कांग्रेस को पंजाब में बढ़त दी है। लोग चाहते हैं कि पंजाब में कांग्रेस लोगों की अगुवाई करे। पंजाब के लोगों की आवाज अब संसद में पहुंचाई जाएगी। ED की जांच के जगह रेलवे और फूड प्रोसेसिंग पर ध्यान दे बिट्टू पत्रकारों ने वड़िंग से सवाल किया कि बिट्टू ने एक इंटरव्यू में कहा है कि यदि पंजाब सरकार वड़िंग की सही से जांच नहीं करवाती तो वह ED से उनकी जांच करवाएंगे। वड़िंग ने कहा कि यदि बिट्टू चाहते हैं तो वह जरुर जांच करवा सकते हैं। वड़िंग ने कहा कि बिट्टू पंजाब में रेलवे की बेहतरी और फूड प्रोसेसिंग के लिए बेहतर काम करें तो ज्यादा बेहतर है। नेताओं को पाजीटिव राजनीति करनी चाहिए वड़िंग ने कहा कि हमें पाजीटिव राजनीति करना चाहिए। यदि नेगेटिव राजनीति करेंगे तो ज्यादा देर तक राजनीति में नहीं टिक सकते। राजनीति के पास गुस्साखोर व्यक्ति के लिए कोई जगह नहीं है। वड़िंग ने कहा कि अमृता वड़िंग को गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़वाना है या नहीं ये कांग्रेस हाईकमान सुनिश्चित करेगी। सुखबीर को छोड़ना चाहिए पार्टी प्रधान पद से मोह वड़िंग ने कहा कि शिअद के विधायक मनप्रीत सिंह अय्याली ने पार्टी गतिविधियों से जो दूरी बनाई है उससे सुखबीर बादल को समझना चाहिए की झुंदा रिपोर्ट लागू होना पार्टी के लिए कितना जरुरी है। सुखबीर को पार्टी प्रधान के पद का मोह त्यागना चाहिए। पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग आज शहर पहुंचे। वड़िंग शहर के उन मतदाताओं का धन्यवाद किया, जिन्होंने उन्हें वोट देकर सांसद बनाया। वड़िंग के आज लुधियाना में 4 कार्यक्रम थे। सबसे पहले वह विधानसभा हलका दाखा के रजत रिजॉर्ट में सुबह 10 बजे पहुंचे, जहां उन्होंने करीब 12 बजे तक मतदाताओं से मिले। दोपहर 1 बजे वड़िंग हलका गिल के डेहलों में लोगों से मिले और उनसे बातचीत की। शहर में जल्द खुलेगा दफ्तर पत्रकारों से बातचीत करते हुए वड़िंग ने कहा कि वह जल्द ही अपना दफ्तर लुधियाना में खोलेंगे, जहां लोग आसानी से अपने काम करवाने आ सकेंगे। जिस किसी ने उन्हें मिलना है तो वह वहीं उनसे मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि लुधियाना के लोगों ने उन पर अपार कृपा की है। आज दाखा, गिल, सेंट्रल और आत्मनगर में लोगों का धन्यवाद किया है। लोग चाहते हैं कि पंजाब में कांग्रेस करे अगुवाई वड़िंग ने कहा कि पंजाब की जनता का वह धन्यवाद करना चाहिए, जिन्होंने इतनी बड़ी संख्या में लोकसभा में कांग्रेस को पंजाब में बढ़त दी है। लोग चाहते हैं कि पंजाब में कांग्रेस लोगों की अगुवाई करे। पंजाब के लोगों की आवाज अब संसद में पहुंचाई जाएगी। ED की जांच के जगह रेलवे और फूड प्रोसेसिंग पर ध्यान दे बिट्टू पत्रकारों ने वड़िंग से सवाल किया कि बिट्टू ने एक इंटरव्यू में कहा है कि यदि पंजाब सरकार वड़िंग की सही से जांच नहीं करवाती तो वह ED से उनकी जांच करवाएंगे। वड़िंग ने कहा कि यदि बिट्टू चाहते हैं तो वह जरुर जांच करवा सकते हैं। वड़िंग ने कहा कि बिट्टू पंजाब में रेलवे की बेहतरी और फूड प्रोसेसिंग के लिए बेहतर काम करें तो ज्यादा बेहतर है। नेताओं को पाजीटिव राजनीति करनी चाहिए वड़िंग ने कहा कि हमें पाजीटिव राजनीति करना चाहिए। यदि नेगेटिव राजनीति करेंगे तो ज्यादा देर तक राजनीति में नहीं टिक सकते। राजनीति के पास गुस्साखोर व्यक्ति के लिए कोई जगह नहीं है। वड़िंग ने कहा कि अमृता वड़िंग को गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़वाना है या नहीं ये कांग्रेस हाईकमान सुनिश्चित करेगी। सुखबीर को छोड़ना चाहिए पार्टी प्रधान पद से मोह वड़िंग ने कहा कि शिअद के विधायक मनप्रीत सिंह अय्याली ने पार्टी गतिविधियों से जो दूरी बनाई है उससे सुखबीर बादल को समझना चाहिए की झुंदा रिपोर्ट लागू होना पार्टी के लिए कितना जरुरी है। सुखबीर को पार्टी प्रधान के पद का मोह त्यागना चाहिए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पाकिस्तान से डेढ़ साल बाद भारत लौटे मां-बेटे:कनाडा का सपना दिखाकर एजेंट ने अफगानिस्तान में छोड़ा, असम के रहने वाले
पाकिस्तान से डेढ़ साल बाद भारत लौटे मां-बेटे:कनाडा का सपना दिखाकर एजेंट ने अफगानिस्तान में छोड़ा, असम के रहने वाले असम की महिला वहीदा बेगम करीब डेढ़ साल तक पाकिस्तान की हिरासत में रहने के बाद आज अपने 11 साल के बेटे फैज खान के साथ भारत लौट आई। अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत लौटी वहीदा भी भारत के चालाक एजेंटों का शिकार बन गई। उन्होंने उसे कनाडा के सपने दिखाए और उसे उसके बेटे के साथ अफगानिस्तान में छोड़ दिया। बेगम और उनके बेटे को वैध पासपोर्ट और वीजा की कमी के कारण नवंबर 2022 से क्वेटा जेल में रखा गया था। उनकी हिरासत के बारे में सबसे पहले असम के नागांव में वहीदा के परिवार को फोन कॉल के ज़रिए बताया गया। इसके बाद पाकिस्तान की एक अदालत से कानूनी नोटिस भेजा गया। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के पास क्वेटा में उसके पहुंचने की परिस्थितियां स्पष्ट नहीं हैं। स्थानीय वकील संतोष कुमार सुमन के प्रयासों और पाकिस्तान के गृह मंत्रालय की भागीदारी के बाद उसकी रिहाई में तेजी लाई गई। 7 दिन दुबई में भी रुकी थी वहीदा असम की वहीदा बेगम ने भारत आने के बाद अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि उन्होंने और उनके बेटे ने दुबई में 7 दिन और कंधार में 7 दिन बिताए। उन्हें चमन सीमा पार करने के लिए मजबूर किया गया। जहां उन्हें पाकिस्तानी रेंजर्स ने गिरफ्तार कर लिया। गदानी जेल में स्थानांतरित होने से पहले उन्होंने क्वेटा जेल में लगभग 6 महीने बिताए। लैंडी जेल में रहते हुए उन्हें भारतीय वाणिज्य दूतावास तक पहुंच प्राप्त हुई। एजेंटों के जाल में फंसी वहीदा असम की वहीदा बेगम और उनके बेटे को एक ट्रैवल एजेंट ने धोखा दिया था। जिसके बाद वे अफगानिस्तान पहुंच गए और फिर उन्हें अफगान सुरक्षाकर्मियों ने पाकिस्तान की सीमा में धकेल दिया। जानकारी के मुताबिक वहीदा और उनके 11 साल के बेटे को जरूरी दस्तावेजों के अभाव में हिरासत में लिया गया था। भारत सरकार के प्रयासों और इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग की मदद से वहीदा करीब डेढ़ साल बाद वापस लौट रही हैं। तीन अन्य भारतीय भी हुए रिहा पाकिस्तान से छूटने वाली वहीदा व उनका बेटा अकेली नहीं है। वहीदा व उसके बेटे के साथ तीन अन्य भारतीय कैदियों को भी रिहा किया गया है। इनमें सूरज पाल, रमेश के अलावा कराची की मालिर जेल से छूटे शब्बीर अहमद डार्स का नाम भी शामिल है।