पंजाब के लुधियाना में पुलिस ने एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। यह बदमाश खुद को सब-इंस्पेक्टर बताकर लोगों से पैसे ऐंठता है। आरोपी को लेकर आज पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। आरोपी की पहचान कैंटोनमेंट मोहल्ला निवासी अनमोल सिद्धू के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार 25 जून को एएसआई जसपाल सिंह पुलिस पार्टी के साथ गश्त कर रहे थे। वंजाली होटल के बाहर उन्हें एक खास मुखबिर ने सूचना दी कि आरोपी अनमोल सिद्धू लोगों के बीच खुद को पुलिस विभाग में सब-इंस्पेक्टर बताता है। आरोपी के पास पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी है। मेडिकल स्टोर, लॉटरी और गैस रिफिल करने वालों से करता था वसूली अनमोल शहर के अलग-अलग इलाकों में मेडिकल स्टोर, गैस सिलेंडर रिफिल की दुकान और लॉटरी की दुकान चलाने वालों से पुलिस के नाम पर वसूली करता था। चेकिंग के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से एक इनोवा कार PB07BW-8742 बरामद की। पुलिस ने आरोपी के पास से वर्दी, फर्जी आईडी कार्ड और मोबाइल बरामद किया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सके। पंजाब के लुधियाना में पुलिस ने एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। यह बदमाश खुद को सब-इंस्पेक्टर बताकर लोगों से पैसे ऐंठता है। आरोपी को लेकर आज पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। आरोपी की पहचान कैंटोनमेंट मोहल्ला निवासी अनमोल सिद्धू के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार 25 जून को एएसआई जसपाल सिंह पुलिस पार्टी के साथ गश्त कर रहे थे। वंजाली होटल के बाहर उन्हें एक खास मुखबिर ने सूचना दी कि आरोपी अनमोल सिद्धू लोगों के बीच खुद को पुलिस विभाग में सब-इंस्पेक्टर बताता है। आरोपी के पास पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी है। मेडिकल स्टोर, लॉटरी और गैस रिफिल करने वालों से करता था वसूली अनमोल शहर के अलग-अलग इलाकों में मेडिकल स्टोर, गैस सिलेंडर रिफिल की दुकान और लॉटरी की दुकान चलाने वालों से पुलिस के नाम पर वसूली करता था। चेकिंग के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से एक इनोवा कार PB07BW-8742 बरामद की। पुलिस ने आरोपी के पास से वर्दी, फर्जी आईडी कार्ड और मोबाइल बरामद किया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सके। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के 24 गांवों के पंचायत चुनाव रद्द:राज्य निर्वाचन आयोग का फैसला; नामांकन और पर्चा वापसी में मेल नहीं खा रहे थे साइन
पंजाब के 24 गांवों के पंचायत चुनाव रद्द:राज्य निर्वाचन आयोग का फैसला; नामांकन और पर्चा वापसी में मेल नहीं खा रहे थे साइन पंजाब चुनाव आयोग ने श्री मुक्तसर साहिब के कस्बा गिद्दड़बाहा के 24 गांवों में पंचायत चुनावों को रद्द कर दिया है। पंजाब चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आदेशों उक्त मामले की जानकारी दी गई है। ये फैसला नामांकन वापस लेने को लेकर हुए फर्जीवाड़े के आधार पर लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार नामांकन और पर्चा वापस लेने के दौरान फार्म पर किए गए साइन मैच नहीं कर रहे थे। जिसके चलते 24 गांवों में पंचायत चुनाव पर रोक लगा दी गई है। हाईकोर्ट ने 250 पंचायतों के चुनाव करवाने पर लगाई थी रोक पंजाब में पंचायत चुनावों को लेकर 300 के करीब नई याचिकाएं दाखिल हुई थी। जिनकी सुनवाई 14 अक्टूबर तक अदालत ने टाल दी है। इससे पहले बुधवार को 250 के करीब जिन पंचायतों के चुनाव प्रक्रिया पर हाईकोर्ट ने रोक लगाई थी। उस संबंधी कोर्ट का डिटेल ऑर्डर आ गया है। अदालत ने उक्त पंचायतों की चुनाव प्रक्रिया पर 16 अक्टूबर तक रोक लगा दी है। नामाकंन रद्द करने पर हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणियां की हैं। अदालत का कहना है चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए। लोगों के विश्वास के लिए पारदर्शी प्रक्रिया जरूरी है। वोट देना संवैधानिक ही नहीं कानूनी अधिकार भी है। कुछ उम्मीदवारों के मामूली कारणों के नामांकन रद्द हुए, जो कि बिल्कुल गलत है। उसे रद्द नहीं किया जा सकता है। ऐसे में चुनाव होना चाहिए। चुनाव रद्द होने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रिया चुनाव रद्द किए जाने पर पंजाब कांग्रेस के प्रधान और लुधियाना सीट से लोकसभा सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा- गिद्दड़बाहा के लोगों को बधाई हो। जो कि आप सरकार द्वारा धक्का किया गया, इस पर चुनाव आयोग ने दशहरे पर बड़ा फैसला लिया है। ये हमारी जीत है और हम सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। पंजाब के किसी भी व्यक्ति के साथ पंजाब में धक्का नहीं होने दिया जाएगा। चुनाव आयोग द्वारा जारी किया गया पत्र, जिसमें चुनाव रद्द का आदेश…. पार्टी सिंबल पर चुनाव नहीं, फिर भी विवाद पंजाब में 15 अक्टूबर को पंचायत चुनाव होने हैं। इस बार पार्टी सिंबल पर भी चुनाव नहीं हो रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद विपक्षी दलों का आरोप है कि उनसे जुड़े लोगों और उम्मीदवारों के नामांकन जबरन रद्द किए गए हैं। किसी को भी एनओसी जारी नहीं की गई है। कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल आम आदमी पार्टी पर सवाल उठा रहे हैं। मामला चुनाव आयोग तक भी पहुंच गया है। हालांकि, आम आदमी पार्टी का कहना है कि अकाली दल और कांग्रेस धक्का-मुक्की कर रहे हैं। यहां तक कि हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या भी हो चुकी है। अब लोगों ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें:एंबुलेंस, बुजुर्गों-महिलाओं-छात्रों को परेशानी हो रही; किसान बोले-15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें:एंबुलेंस, बुजुर्गों-महिलाओं-छात्रों को परेशानी हो रही; किसान बोले-15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे सुप्रीम कोर्ट ने करीब 6 महीने से बंद पंजाब-हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर को आंशिक तौर पर खोलने के आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कड़ी टिप्पणी की कि हाईवेज पार्किंग की जगह नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते के भीतर एंबुलेंस, सीनियर सिटीजंस, महिलाओं, छात्रों, आदि के लिए हाईवे की एक लेन खोलने का आदेश दिया। इसके लिए पंजाब और हरियाणा के DGP के अलावा पटियाला, मोहाली और अंबाला के SP को मीटिंग कर इस पर फैसला लेने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केस की सुनवाई 22 अगस्त को होगी। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि अगर पंजाब और हरियाणा के पुलिस अधिकारियों के बीच सहमति बन जाती है तो फिर सुनवाई की तारीख का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने शंभू बॉर्डर खोलने को कहा था। इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा की सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत के लिए निष्पक्ष कमेटी के सदस्यों के नाम दे दिए हैं। इस कमेटी के सदस्य किसानों और केंद्र सरकार के बीच मध्यस्थ का काम करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर हम आप दोनों को नाम देने के लिए राजी करने में सफल रहे हैं, अब जब स्थिति ऐसी है तो आप किसानों को क्यों नहीं राजी करते? क्योंकि हाईवे पार्किंग (जगह) नहीं है। अदालत ने कहा कि भले ही चरणबद्ध तरीके से यातायात की अनुमति दी जाए, लेकिन जो वाहन सड़क पर चलने लायक हैं… लोगों को बहुत असुविधा हो रही है। इस वार्ता में समय लगेगा। वहीं किसानों ने ऐलान किया है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वह पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। किसान नेताओं का कहना है कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के आह्वान पर MSP गारंटी कानून बना आर्थिक आजादी के लिए यह मार्च निकाले जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान क्या हुआ… मामले की सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्ज्वल भुइयां ने शुरू की। हरियाणा की तरफ से सालिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता और पंजाब की तरफ से एडवोकेट जनरल (AG) गुरमिंदर सिंह ने किसानों से बात करने के लिए समिति के सदस्यों के नाम दिए।
AG : हम समिति के गठन से सहमत हैं। मेरे पास एक प्रतिष्ठित व्यक्ति का प्रस्ताव है।
SG : आपकी समिति के चयन के लिए हमारे पास कुछ और नाम हैं।
जस्टिस सूर्यकांत : आपके नाम 6 हैं।
SG : यह सही है।
जस्टिस सूर्यकांत : सुरजीत सिंह, क्या वह IAS में पदोन्नत अधिकारी थे? शायद वह एक बहुत प्रसिद्ध (टाउनप्लानर) थे! मैं सिर्फ पुष्टि करूंगा। जब मैं कुछ कार्यक्रमों में था, मैंने उन्हें (क्रम संख्या 5 पर नाम) सुना है। यहां तक कि क्रमांक 1…प्रशंसनीय…परास्नातक, PhD, बहुत ही विनम्र पृष्ठभूमि।
AG : एक व्यक्ति जितना जमीन से जुड़ा हो सकता है…
कोर्ट : हम प्रयासों की सराहना करते हैं। आपने उस व्यक्ति को चुना है जो राजनीतिक नहीं है।
जस्टिस सूर्यकांत : हम आप दोनों को नाम सुझाने के लिए मनाने में सफल रहे हैं। अब ऐसी स्थिति है तो आप किसानों को क्यों नहीं मनाते? क्योंकि राजमार्ग पार्किंग (स्थान) नहीं हैं।
AG : भले ही चरणबद्ध तरीके से यातायात की अनुमति दी गई हो, जो वाहन सड़क पर चलने लायक हैं। लोगों को बहुत असुविधा हो रही है। इस बातचीत में समय लगेगा।
जस्टिस सूर्यकांत : सोचिए कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और स्थानीय लोगों के लिए, जो चिकित्सा सुविधाओं के लिए पंजाब आते हैं, केवल एक ही लेन कैसे होगी?
SG : सुझाव ले लिया है, सरकार के समक्ष रखूंगा। मैं (इस पर) वापस आऊंगा।
जस्टिस सूर्यकांत : हम उन्हें नहीं चाहते। हम किसानों (ट्रैक्टर) को हटाने, मनाने के लिए पंजाब राज्य पर दबाव डाल रहे हैं। हम किसी सौहार्दपूर्ण समाधान तक इस मुद्दे को लंबित रखेंगे। हम समान रूप से चिंतित हैं। कोई नहीं चाहेगा कि किसान…
AG : और ऐसी धारणा मत बनाइए जो सच नहीं है।
जस्टिस कांत : हम एक संक्षिप्त आदेश पारित करेंगे। आप दोनों राजमार्ग के आंशिक रूप से खोलने के संबंध में बातचीत करेंगे। आप जमीनी स्थिति जानते हैं और हम समाचार रिपोर्ट पर भरोसा नहीं करना चाहते हैं। आप दोनों…
SG : दोनों राज्यों के DGP एक साथ बैठ सकते हैं।
SG : क्रमांक 3 का नाम…. नगर नियोजन विभाग में नहीं था।
जस्टिस कांत : उन्होंने बहुत अच्छा किया है…
SC का आदेश: इस बीच, हम पटियाला और अंबाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और दोनों जिलों के DC को एक बैठक आयोजित करने और एम्बुलेंस, आवश्यक सेवाओं, छात्राओं व आसपास के क्षेत्र के दैनिक यात्रियों के लिए शुरू में राजमार्ग को आंशिक रूप से खोलने के लिए तौर-तरीके तय करने का निर्देश देते हैं। यदि दोनों पक्ष समाधान करने में सक्षम हैं, तो उसे इस कोर्ट के आदेश का इंतजार करने की जरुरत नहीं है, और समाधान को तुरंत प्रभावी होने देना चाहिए। मामले को 22 अगस्त, 2024 को सुनवाई के लिए पोस्ट करें। पंधेर बोले- मार्ग खुलेगा तो अच्छा होगा
एक वीडियो जारी कर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बातें कही हैं। अभी कोर्ट की प्रॉसीडिंग नहीं आई है। 15 अगस्त का कार्यक्रम अभी चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट की प्रॉसीडिंग पढ़ने के बाद दोनों फोरम इस पर कुछ बोल सकेंगे। जहां तक मीडिया की बात हैं कि दोनों राज्यों के DGP बैठ कर बात करेंगे, कमेटी बनेगी। ये सभी बातें हैं। अगर रास्ता खुलेगा तो यह सभी के लिए सुखद होगा। ट्रांसपोर्टर, व्यापारी, मरीज और आम जनता को अच्छा लगेगा। इससे हमें भी देश की राजधानी में जाकर अपना आंदोलन करने का हक मिलेगा। इस बारे में दोनों फोरम बैठकर बात करके ही ऑफिशियल जानकारी देंगे। व्यक्तिगत तौर पर अगर रास्ता खुलेगा तो यह अच्छी बात होगी। फरवरी से चल रहा संघर्ष
फसलों के MSP को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से आंदोलन पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। किसानों ने बॉर्डर पर पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।
जालंधर में दुकान में लगी आग:2 गाड़ियां और गैरेज जलकर राख, फायर ब्रिगेड ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू
जालंधर में दुकान में लगी आग:2 गाड़ियां और गैरेज जलकर राख, फायर ब्रिगेड ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू पंजाब के जालंधर में धोगड़ी रोड पर शहीद बाबा दीप सिंह नगर में स्थित शिव मोटर्स नामक दुकान में भीषण आग लग गई। आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। घटना में दो वाहन और अन्य सामान बुरी तरह जलकर राख हो गया। घटना में पीड़ित को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। करीब 4 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया गया। अधिकारियों ने पानी के साथ-साथ आग बुझाने वाले फोम का भी इस्तेमाल किया। कारों के नवीनीकरण का होता था काम प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग रात करीब 1 बजे लगी थी। शिव मोटर्स में गाड़ियों का नवीनीकरण का काम किया जाता था। आग के बारे में सबसे पहले मोहल्ले को चौकीदार को पता चला था। जोकि आग देखकर चिल्लाने लगा। जिसके बाद तुरंत मोहल्ला वाली इकट्ठा हो गए। आग इतनी भयानक थी कि शिव मोटर्स के पिछली साइड पर बने घरों तक उक्त आग पहुंच गई थी। जिसके बाद मामले की जानकारी तुरंत फायर ब्रिगेड कंट्रोल रूम में दी गई। टीमों ने करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया था। अधिकारी बोले- आग ज्यादा थी, फॉम का इस्तेमाल किया फायर ब्रिगेड अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि उक्त जगह पर घटना हुई है। जिसके बाद वह तुरंत मौके पर आग पर काबू पाने के लिए पहुंच गए थे। देर रात तक ये नहीं स्पष्ट नहीं था कि आग क्यों और कैसे लगी। आग लगने से अंदर पड़ा सारा सामान जलकर राख हो चुका था। अधिकारी ने कहा- घटना स्थल की जांच के बाद रिपोर्ट आगे भेजी जाएगी।