लुधियाना में आज नहीं चलेंगी सरकारी बसें:244 बसें 3 दिन रहेंगी बंद,1 लाख यात्री होंगे प्रभावित; ठेका प्रथा समाप्त करने की मांग

लुधियाना में आज नहीं चलेंगी सरकारी बसें:244 बसें 3 दिन रहेंगी बंद,1 लाख यात्री होंगे प्रभावित; ठेका प्रथा समाप्त करने की मांग

पंजाब के लुधियाना में पनबस, पीआरटीसी और पंजाब रोडवेज की कुल 244 बसें 6 से 8 जनवरी तक बंद रहेंगी। बस हड़ताल के कारण 1 लाख से ज्यादा यात्री प्रभावित होंगे। तीन दिन तक सरकारी बसें बंद रहने के कारण लोगों को प्राइवेट बसों का सहारा लेना पड़ेगा। बस स्टैंड के बाहर से ही यात्रियों को प्राइवेट बसों में बैठाया जाएगा। इससे बस स्टैंड के बाहर भी बसों में भीड़ लगने की संभावना है। ऐसे में सरकार को भी करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान होगा। सरकारी बसें बंद होने से मुफ्त में सफर करने वाली महिलाएं और सरकारी बसों के पास रखने वाले कामकाजी पेशेवर और विद्यार्थी भी परेशान होंगे। पंजाब रोडवेज पनबस/पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह गिल ने बताया कि 6 जनवरी से 8 जनवरी तक पंजाब रोडवेज, पीआरटीसी और पनबस की हड़ताल रहेगी। कल मुख्यमंत्री आवास के बाहर होगा प्रदर्शन कल 7 जनवरी को सुबह 10 बजे चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी के कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। सरकार ने अभी तक कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया है। मुख्य मांग ठेका प्रथा समाप्त करने की रेशम ने बताया कि 1 जुलाई 2024 को पंजाब रोडवेज, पीआरटीसी, पनबस कर्मचारियों की पंजाब सरकार के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी, जिसमें हमारी मुख्य मांग अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने की थी। ठेका प्रथा समाप्त करने, विभाग में नई बसें व किलोमीटर स्कीम की बसें बंद करने, ट्रांसपोर्ट माफिया पर रोक लगाने, शर्तों के साथ निकाले गए कर्मचारियों को बहाल करने के साथ ही विभाग को सही ढंग से चलाने व वेतन बढ़ाने की मांग की गई। पंजाब के लुधियाना में पनबस, पीआरटीसी और पंजाब रोडवेज की कुल 244 बसें 6 से 8 जनवरी तक बंद रहेंगी। बस हड़ताल के कारण 1 लाख से ज्यादा यात्री प्रभावित होंगे। तीन दिन तक सरकारी बसें बंद रहने के कारण लोगों को प्राइवेट बसों का सहारा लेना पड़ेगा। बस स्टैंड के बाहर से ही यात्रियों को प्राइवेट बसों में बैठाया जाएगा। इससे बस स्टैंड के बाहर भी बसों में भीड़ लगने की संभावना है। ऐसे में सरकार को भी करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान होगा। सरकारी बसें बंद होने से मुफ्त में सफर करने वाली महिलाएं और सरकारी बसों के पास रखने वाले कामकाजी पेशेवर और विद्यार्थी भी परेशान होंगे। पंजाब रोडवेज पनबस/पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह गिल ने बताया कि 6 जनवरी से 8 जनवरी तक पंजाब रोडवेज, पीआरटीसी और पनबस की हड़ताल रहेगी। कल मुख्यमंत्री आवास के बाहर होगा प्रदर्शन कल 7 जनवरी को सुबह 10 बजे चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी के कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। सरकार ने अभी तक कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया है। मुख्य मांग ठेका प्रथा समाप्त करने की रेशम ने बताया कि 1 जुलाई 2024 को पंजाब रोडवेज, पीआरटीसी, पनबस कर्मचारियों की पंजाब सरकार के संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी, जिसमें हमारी मुख्य मांग अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने की थी। ठेका प्रथा समाप्त करने, विभाग में नई बसें व किलोमीटर स्कीम की बसें बंद करने, ट्रांसपोर्ट माफिया पर रोक लगाने, शर्तों के साथ निकाले गए कर्मचारियों को बहाल करने के साथ ही विभाग को सही ढंग से चलाने व वेतन बढ़ाने की मांग की गई।   पंजाब | दैनिक भास्कर