लुधियाना में आज सभी निजी अस्पतालों की ओपीडी पूरी तरह से बंद रहेगी। IMA ने यह फैसला कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद लिया है। आज सुबह 6 बजे से देशभर में मॉडर्न मेडिसिन के डॉक्टरों की सेवाएं बंद रखने का ऐलान किया गया है। रविवार 18 अगस्त को सुबह 6 बजे के बाद सेवाएं शुरू की जाएंगी। आज नियमित ओपीडी नहीं चलेगी और वैकल्पिक सर्जरी भी नहीं की जाएंगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) लुधियाना के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गौरव सचदेवा ने बताया कि सभी डॉक्टर आज सुबह 9:30 बजे आईएमए हॉल में एकत्र होंगे। सभी अपने अस्पतालों की ओपीडी बंद रखेंगे। सभी को अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी लेनी चाहिए- सचदेवा कोई भी डॉक्टर वैकल्पिक सर्जरी नहीं करेगा। डॉ. सचदेवा ने कहा कि सभी को अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी लेनी चाहिए क्योंकि सभी ओपीडी बंद हैं। अगर कोई काम कर रहा है तो उसे ओपीडी बंद करने के लिए कहें या फिर आईएमए अध्यक्ष डॉ. प्रीतपाल, सचिव डॉ. आर. रामपाल, वरिष्ठ सदस्य डॉ. मनोज सोबती से संपर्क कर उन्हें सूचित कर सकते हैं। विरोध सफल बनाने के लिए एकजुटता जरूरी IMA द्वारा चैरिटेबल अस्पतालों से ओपीडी बंद करने के लिए संपर्क किया जा रहा है। कुछ डॉक्टरों ने कहा कि अगर वे सहमत होते हैं तो सभी सामूहिक अवकाश ले सकते हैं। डॉ. सचदेवा ने कहा कि जब तक सभी डॉक्टर बड़ी संख्या में एकत्रित नहीं होंगे, उनका विरोध सफल नहीं होगा। डॉ. सचदेवा ने कहा कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना बेहद शर्मनाक है। पुलिस ने ढीली कार्रवाई की है। सबूत मिटाने की कोशिश की गई है। आज भारत के सभी डॉक्टर अपनी सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकारों से जवाब मांग रहे हैं। आज सुबह 9.30 बजे सभी जिलों के डॉक्टर IMA हॉल में एकजुट होकर रैली निकालेंगे। अगर उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। लुधियाना में आज सभी निजी अस्पतालों की ओपीडी पूरी तरह से बंद रहेगी। IMA ने यह फैसला कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद लिया है। आज सुबह 6 बजे से देशभर में मॉडर्न मेडिसिन के डॉक्टरों की सेवाएं बंद रखने का ऐलान किया गया है। रविवार 18 अगस्त को सुबह 6 बजे के बाद सेवाएं शुरू की जाएंगी। आज नियमित ओपीडी नहीं चलेगी और वैकल्पिक सर्जरी भी नहीं की जाएंगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) लुधियाना के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गौरव सचदेवा ने बताया कि सभी डॉक्टर आज सुबह 9:30 बजे आईएमए हॉल में एकत्र होंगे। सभी अपने अस्पतालों की ओपीडी बंद रखेंगे। सभी को अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी लेनी चाहिए- सचदेवा कोई भी डॉक्टर वैकल्पिक सर्जरी नहीं करेगा। डॉ. सचदेवा ने कहा कि सभी को अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी लेनी चाहिए क्योंकि सभी ओपीडी बंद हैं। अगर कोई काम कर रहा है तो उसे ओपीडी बंद करने के लिए कहें या फिर आईएमए अध्यक्ष डॉ. प्रीतपाल, सचिव डॉ. आर. रामपाल, वरिष्ठ सदस्य डॉ. मनोज सोबती से संपर्क कर उन्हें सूचित कर सकते हैं। विरोध सफल बनाने के लिए एकजुटता जरूरी IMA द्वारा चैरिटेबल अस्पतालों से ओपीडी बंद करने के लिए संपर्क किया जा रहा है। कुछ डॉक्टरों ने कहा कि अगर वे सहमत होते हैं तो सभी सामूहिक अवकाश ले सकते हैं। डॉ. सचदेवा ने कहा कि जब तक सभी डॉक्टर बड़ी संख्या में एकत्रित नहीं होंगे, उनका विरोध सफल नहीं होगा। डॉ. सचदेवा ने कहा कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना बेहद शर्मनाक है। पुलिस ने ढीली कार्रवाई की है। सबूत मिटाने की कोशिश की गई है। आज भारत के सभी डॉक्टर अपनी सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकारों से जवाब मांग रहे हैं। आज सुबह 9.30 बजे सभी जिलों के डॉक्टर IMA हॉल में एकजुट होकर रैली निकालेंगे। अगर उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लॉरेंस ने चंडीगढ़ के 2 क्लबों के बाहर ब्लास्ट कराया:एक क्लब रैपर बादशाह का, गोल्डी बराड़-गोदारा ने जिम्मेदारी ली; बोले- प्रोटेक्शन मनी नहीं दी
लॉरेंस ने चंडीगढ़ के 2 क्लबों के बाहर ब्लास्ट कराया:एक क्लब रैपर बादशाह का, गोल्डी बराड़-गोदारा ने जिम्मेदारी ली; बोले- प्रोटेक्शन मनी नहीं दी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 3 दिसंबर को चंडीगढ़ दौरे से पहले मंगलवार सुबह सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए। धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। गोल्डी बराड़ ने इस बारे में सोशल मीडिया पोस्ट डाली है। उसने धमाके की वजह प्रोटेक्शन मनी न देना बताया है। सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर हुए धमाके में क्लब के बाहर के शीशे टूट गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेविले बार एंड लाउंज क्लब के मालिकों में मशहूर रैपर बादशाह भी पार्टनर हैं। गोल्डी बराड़ के हवाले वाली सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- ‘2 ब्लास्ट की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा लेते हैं। इन दोनों क्लबों के मालिकों को प्रोटेक्शन मनी के लिए मैसेज किया था। मगर इन्हें हमारी कॉल की घंटी नहीं सुनाई दे रही थी। इनके कान खोलने के लिए यह धमाके किए। जो भी हमारे कॉल्स को इग्नोर कर रहे हैं, वह समझ जाएं कि इससे भी कुछ बड़ा हो सकता है।’ गोल्डी बराड़ की सोशल मीडिया पोस्ट… वहीं पुलिस की जांच में सामने आया कि बम फेंकने वाले युवक बाइक पर आए थे। वारदात में जो बम इस्तेमाल हुए हैं, उनमें कील और ज्वलनशील पदार्थ भरा हुआ था। मौके पर इससे जुड़ी हुई चीजें भी बरामद हुई हैं। पुलिस मानकर चल रही है कि देसी बम (सुतली बम) फोड़े गए हैं। पुलिस एक्सटॉर्शन एंगल पर भी जांच कर रही है। घटना का एक CCTV भी सामने आया है। सुबह 3.15 बजे एक युवक ने क्लब की तरफ बम नुमा चीज फेंकी। जिसके बाद जोरदार धमाका हुआ। धुआं उठते ही युवक वहां से भाग गया। DSP दिलबाग सिंह ने बताया कि सुबह 3.25 बजे हमें कंट्रोल रूम पर पर्सनल प्रॉब्लम की सूचना मिली थी। हमारे जांच अधिकारी मौके पर गए। SSP कंवरदीप कौर ने ऑपरेशन सेल, क्राइम ब्रांच, डिस्ट्रिक्ट सेल और अन्य थाना पुलिस को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। चंडीगढ़ में धमाके के बाद की तस्वीरें… सिक्योरिटी गार्ड बोला- 2 युवक थे
क्लब के सिक्योरिटी गार्ड पूर्ण सिंह ने बताया है कि आरोपी बाइक पर आए थे। एक युवक बाइक स्टार्ट कर खड़ा था, दूसरे युवक ने विस्फोटक फेंका। धमाके की आवाज सुनकर वह आया तो देखा कि शीशा टूटा हुआ था। वहां दूसरा सिक्योरिटी गार्ड नरेश भी खड़ा था। एक हमलावर नरेश से कह रहा था कि तू मेरा क्या कर लेगा। उनके मुंह ढंके हुए थे। इसके बाद बदमाश भाग गए। चंडीगढ़ के जिस इलाके में धमाके हुए, वह पॉश एरिया है। इसके पास ही सब्जी मंडी लगती है। कई केंद्रीय संस्थान भी नजदीक में हैं । पुलिस लाइन और सेक्टर-26 का थाना भी पड़ता है। दोनों क्लबों के बीच 30 मीटर की दूरी
नकाबपोश आरोपी सेक्टर-26 थाने के आगे से होकर आए थे। आरोपियों ने स्लिप रोड पर बाइक खड़ी की। पहले उन्होंने सेविले बार एंड लाउंज के बाहर देसी बम फेंका। इसके बाद वे डि’ओरा क्लब के बाहर बम फेंकने पहुंचे। इन दोनों क्लबों के बीच करीब 30 मीटर की दूरी है। चंडीगढ़ में क्लबों के बाहर जिस समय धमाके हुए, उस समय क्लब बंद थे। इस कारण धमाकों से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। इससे आशंका जताई जा रही है कि हमलावरों ने दहशत फैलाने का प्रयास किया। मौके पर केवल सिक्योरिटी गार्ड था। उसने ही पुलिस को सूचना दी। जल्द पहुंचेगी PM की सुरक्षा टीम
3 दिसंबर को ही चंडीगढ़ में PM नरेंद्र मोदी के आने का प्रोग्राम है। इसके चलते पुलिस अलर्ट मोड पर है। हालांकि इस घटना ने पुलिस की टेंशन बढ़ा दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक-दो दिन में PM की सुरक्षा टीम भी चंडीगढ़ आने वाली है। गैंगस्टरों के एंगल पर भी जांच कर रही पुलिस
शहर में क्लब संचालकों को कई बार रंगदारी की कॉल आ चुकी है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं रंगदारी को लेकर तो अटैक नहीं किया गया या इसमें किसी गैंगस्टर का हाथ तो नहीं है। रिटायर्ड प्रिंसिपल के घर पर हुआ था हमला
करीब 2 महीने पहले चंडीगढ़ के सेक्टर-10 के पॉश एरिया में रिटायर्ड प्रिंसिपल के घर पर ग्रेनेड अटैक हुआ था। इससे घर में 7 से 8 इंच का गड्ढा हो गया था। खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। 3 हमलावर ऑटो से आए थे और वारदात के बाद उसी ऑटो से भाग गए। इसकी जांच के लिए लोकल पुलिस के अलावा बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम भी पहुंची थी। इसके बाद 2 संदिग्ध युवकों की तस्वीर सामने आई थी। पुलिस ने इसकी जांच टेरर और गैंगस्टर एंगल पर की थी। घटना सेक्टर-10 के मकान नंबर 575 में हुई। यह घर रिटायर्ड प्रिंसिपल भूपेश मल्होत्रा का है। घटना के समय परिवार घर में बरामदे में बैठा हुआ था। पूरी खबर पढ़ें…
पटियाला में एफसीआई इंस्पेक्टर बताकर की शादी:4 साल तक परिवार को किया गुमराह, चंडीगढ़ में करता रहा दूसरा काम
पटियाला में एफसीआई इंस्पेक्टर बताकर की शादी:4 साल तक परिवार को किया गुमराह, चंडीगढ़ में करता रहा दूसरा काम शादी करने के लिए खुद को एफसीआई विभाग का इंस्पेक्टर बताया और 4 साल तक पत्नी और ससुराल को गुमराह करता रहा। जब भेद खुलने लगा तो कहा कि वह पहले पनसप में इंस्पेक्टर था और इस्तीफा देने के बाद उसने एफसीआई विभाग में नौकरी कर ली। 4 साल बाद इस फर्जीवाड़ा का खुलासा होने पर लड़की की शिकायत पर आरोपी रोहित चावला उसकी मां बिमला चावला पिता मदनलाल निवासी कैथल हरियाणा के अलावा बिचौलिए की भूमिका निभाने वाली रजनी लूथरा और उसके बेटे हिमांशु लूथरा के खिलाफ महिल थाना पटियाला में एफआईआर दर्ज की गई है। बिचौलिए ने जिम्मेदारी लेकर करवाई थी शादी पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि बिचौलिए की भूमिका निभाने वाली महिला और उसके परिवार का घर पर आना-जाना था। लंबे समय से एक दूसरे को जानने की वजह से उन्होंने भरोसा करते हुए जनवरी 2020 में आरोपी से बेटी की शादी करवा दी थी। शादी के बाद बच्चे का जन्म हुआ और उसे समय कोविड की वजह से लॉकडाउन लग गया था। इस दौरान आरोपी ने बेटी को आने नहीं दिया। लॉकडाउन खत्म होने के बाद पता चला कि उनका दामाद एफसीआई में इंस्पेक्टर नहीं है और वह चंडीगढ़ इलाके में कोई और काम करता है। घर पर खाली बैठे रहने की वजह से घरेलू झगड़े बढ़ने लगे इसके बाद पारिवारिक तौर पर समझौता हुआ। रिश्ता करवाने वाले परिवार से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने भी पल्ला झाड़ दिया। जिस वजह से उन्होंने पुलिस को कंप्लेंट करते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी।
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का पंजाब सरकार को नोटिस:PCS नियुक्ति पर महिला अधिकारी ने दायर की थी याचिका; 8 जनवरी तक जवाब मांगा
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का पंजाब सरकार को नोटिस:PCS नियुक्ति पर महिला अधिकारी ने दायर की थी याचिका; 8 जनवरी तक जवाब मांगा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने नियमों का उल्लंघन कर कथित तौर पर की गई पीसीएस (रजिस्ट्रार) के पद पर नियुक्ति के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब सरकार और संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं। अदालत ने मामले में 8 जनवरी तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। बता दें कि ये याचिका एक महिला अधिकारी राजवंत कौर द्वारा लगाई गई थी। जिसके बाद इस पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर दिया है। महिला अधिकारी राजवंत कौर के एडवोकेट विकास चतरथ द्वारा दायर की गई याचिका में कहा गया था कि उन्होंने 10 नवंबर 2022 को जारी विज्ञापन के तहत पीसीएस पद के लिए आवेदन किया था। चयन प्रक्रिया में नियमानुसार उन्हें कुल 58.415 अंक मिलने चाहिए थे। लेकिन मात्र 56.325 अंक ही दिए गए। जस्टिस दीपक मनचंदा की पीठ ने जारी किया नोटिस याचिका में कहा गया है कि चुनाव के लिए एसीआर को आधार बनाया गया। नियमानुसार यदि एक वर्ष में 2 एसीआर प्राप्त होती हैं तो दोनों को मिलाकर अंक दिए जाने चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसके विपरीत उनसे कम अंक पाने वाले एक अन्य अभ्यर्थी को पीसीएस (रजिस्ट्रार) के पद पर नियुक्त कर दिया गया। जिसके बाद हाईकोर्ट के जस्टिस दीपक मनचंदा की अध्यक्षता वाली पीठ ने पंजाब सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। पंजाब सरकार को मामले में जवाब देने के लिए 8 जनवरी तक का समय दिया गया है।