लुधियाना में करंट से बच्चे की मौत का मामला:परिवार ने सड़क पर रखा दिव्यांशु का शव, एक्सियन और एसडीओ पर FIR की मांग

लुधियाना में करंट से बच्चे की मौत का मामला:परिवार ने सड़क पर रखा दिव्यांशु का शव, एक्सियन और एसडीओ पर FIR की मांग

पंजाब के लुधियाना में चौड़ी सड़क डिवीजन नंबर 3 निवासी दिव्यांशु की गुरुवार को करंट लगने से मौत हो गई। दिव्यांशु बारिश में नहाने और दुकान से कुछ सामान खरीदने के लिए घर से निकला था। दिव्यांशु के परिजनों ने दिव्यांशु का शव बीच सड़क पर रखकर रात 11:45 बजे तक प्रदर्शन किया। दिव्यांशु की मां नीलम और बहन स्नेहा ने बताया कि उनके भाई का जन्मदिन शुक्रवार 28 जून को है। जन्मदिन से एक दिन पहले उनके बेटे को करंट लग गया, जिसके लिए पावरकॉम के अधिकारी जिम्मेदार हैं। परिजनों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि बिजली के खंभे पर तार खुले छोड़ने वाले जिम्मेदार अधिकारियों एक्सईएन और एसडीओ के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। एसडीएम व एसीपी ने शांत कराया मामला धरने की सूचना मिलने पर एसडीएम विकास हीरा व एसीपी आकर्षि जैन तुरंत मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने परिवार से मुलाकात की। उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन परिवार इस बात पर अड़ा है कि लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पीड़ितों को समर्थन देने समाजसेवी गौरव (सच्चा यादव), अशोक थापर, त्रिभुवन थापर आदि पहुंचे। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि मानसून की यह पहली बारिश है। आए दिन बिजली के तारों में स्पार्किंग होती रहती है, लेकिन पावरकॉम के कर्मचारी कभी भी तारों को टैप करने या ठीक करने के लिए क्षेत्र में नहीं आते। सरकार दो रुपये प्रति यूनिट दे, मुफ्त बिजली नहीं समाजसेवी सच्चा यादव ने कहा कि एक दिन में बिजली का झटका लगने से तीन लोगों की मौत हो गई है। सत्ता में आने के लिए सरकार ने लोगों से जो वादे किए थे, वे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। सरकार लोगों को मुफ्त बिजली देने की बजाय दो रुपये प्रति यूनिट बिजली दे, ताकि पावरकॉम द्वारा एकत्र राजस्व से विभाग के अन्य कार्य किए जा सकें। शहर में लाइनमैन की कमी है, उसे पूरा किया जाना चाहिए। फिलहाल अधिकारियों के निर्देश पर पीड़ित परिवार ने दिव्यांशु के शव को सड़क से हटा दिया है। परिवार के मुताबिक जब तक आज कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती या परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं मिलती, तब तक बच्चे का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। पंजाब के लुधियाना में चौड़ी सड़क डिवीजन नंबर 3 निवासी दिव्यांशु की गुरुवार को करंट लगने से मौत हो गई। दिव्यांशु बारिश में नहाने और दुकान से कुछ सामान खरीदने के लिए घर से निकला था। दिव्यांशु के परिजनों ने दिव्यांशु का शव बीच सड़क पर रखकर रात 11:45 बजे तक प्रदर्शन किया। दिव्यांशु की मां नीलम और बहन स्नेहा ने बताया कि उनके भाई का जन्मदिन शुक्रवार 28 जून को है। जन्मदिन से एक दिन पहले उनके बेटे को करंट लग गया, जिसके लिए पावरकॉम के अधिकारी जिम्मेदार हैं। परिजनों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि बिजली के खंभे पर तार खुले छोड़ने वाले जिम्मेदार अधिकारियों एक्सईएन और एसडीओ के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। एसडीएम व एसीपी ने शांत कराया मामला धरने की सूचना मिलने पर एसडीएम विकास हीरा व एसीपी आकर्षि जैन तुरंत मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने परिवार से मुलाकात की। उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन परिवार इस बात पर अड़ा है कि लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पीड़ितों को समर्थन देने समाजसेवी गौरव (सच्चा यादव), अशोक थापर, त्रिभुवन थापर आदि पहुंचे। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि मानसून की यह पहली बारिश है। आए दिन बिजली के तारों में स्पार्किंग होती रहती है, लेकिन पावरकॉम के कर्मचारी कभी भी तारों को टैप करने या ठीक करने के लिए क्षेत्र में नहीं आते। सरकार दो रुपये प्रति यूनिट दे, मुफ्त बिजली नहीं समाजसेवी सच्चा यादव ने कहा कि एक दिन में बिजली का झटका लगने से तीन लोगों की मौत हो गई है। सत्ता में आने के लिए सरकार ने लोगों से जो वादे किए थे, वे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। सरकार लोगों को मुफ्त बिजली देने की बजाय दो रुपये प्रति यूनिट बिजली दे, ताकि पावरकॉम द्वारा एकत्र राजस्व से विभाग के अन्य कार्य किए जा सकें। शहर में लाइनमैन की कमी है, उसे पूरा किया जाना चाहिए। फिलहाल अधिकारियों के निर्देश पर पीड़ित परिवार ने दिव्यांशु के शव को सड़क से हटा दिया है। परिवार के मुताबिक जब तक आज कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती या परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं मिलती, तब तक बच्चे का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।   पंजाब | दैनिक भास्कर