लुधियाना में कांग्रेस की गुटबाजी जग जाहिर:किशोरी लाल के वैल्कम बोर्ड से गायब हुए प्रधान तलवाड़-सांसद वड़िंग,आशु हुए शहर में एक्टिव

लुधियाना में कांग्रेस की गुटबाजी जग जाहिर:किशोरी लाल के वैल्कम बोर्ड से गायब हुए प्रधान तलवाड़-सांसद वड़िंग,आशु हुए शहर में एक्टिव

पंजाब के लुधियाना में कांग्रेस की गुटबाजी लोकसभा चुनाव के बाद भी समाप्त होती नजर नहीं आ रही। 17 जून को शहर में अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा पहुंचे। उनके स्वागत के लिए लगाए गए वैल्कम बोर्ड से जिला प्रधान संजय तलवाड़ और पंजाब प्रदेश प्रधान और शहर के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग गायब नजर आए। इसी तरह जब वड़िंग ने चुनाव जीतने के बाद शहर में धन्यवाद के बोर्ड लगाए तो उन्होंने आशु को नजर अंदाज किया और उनकी तस्वीर बोर्ड पर नहीं लगाई। लेकिन काफी समय से शांत बैठे पूर्व कैबिनट मंत्री भारत भुषण आशु अब फिर से एक्टिव हो गए है। उनकी सोशल मीडिया पर भी अब लगातार सक्रियता नजर आ रही है। लोगों में उन्होंने आना-जाना शुरू कर दिया है। 3 दिन लुधियाना में रहे प्रिंयका गांधी के किशोरी भइया,नहीं मिलने आए वड़िंग यहां बता दें करीब 17 जून से 19 जून तक का किशोरी लाल शर्मा का लुधियाना टूर रहा। 3 दिन वह लुधियाना में रहे है। लेकिन इस बीच सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग उनसे एक बार भी नहीं मिले। बता दें किशोरी लाल प्रियंका गांधी और गांधी परिवार के भी खास है। प्रियंका गांधी उन्हें किशोरी भइया कहकर हमेशा संबोधित करती है। वड़िंग का उनसे ना मिलने भी कही न कही लोगों में गुटबाजी को दर्शाता है। क्योंकि किशोरी लाल भारत भूषण आशु के काफी करीबी माने जाते है। वड़िंग से पहले थे आशु लोकसभा टिक के प्रबल दावेदार बता दें अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से पहले कांग्रेस हाईकमान भारत भूषण आशु को लोकसभा का टिकट देने पर विचार कर रही थी। वहीं आशु भी इस टिकट के प्रभल दावेदार थे। लेकिन पेराशूट उम्मीदवार लाकर कांग्रेस पार्टी की हाईकमान ने शहर के नेताओं की गुटबाजी को समाप्त करने की कोशिश की परन्तु वड़िंग के सीट जीत जाने के बाद अब कांग्रेस की शहर में गुटबाजी और अधिक बढ़ गई है। फेसबुक पर आशु शेयर कर चुके अपना दर्द
पूर्व कैबिनट मंत्री भारत भूषण आशु ने वड़िंग की लोकसभा जीत के बाद कुछ दिन पहले फेसबुक पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा-रास्ते भी ज़िंदी हैं, मंजिलें भी ज़िंदी हैं,देखते है कल क्या होता है, हौंसले भी ज़िंदी है। आशु की इस पोस्ट की राजनीतिक गलियारों में कई मतलब निकाले जा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस की गुटबाजी निगम चुनाव में क्या असर दिखा पाती। पंजाब के लुधियाना में कांग्रेस की गुटबाजी लोकसभा चुनाव के बाद भी समाप्त होती नजर नहीं आ रही। 17 जून को शहर में अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा पहुंचे। उनके स्वागत के लिए लगाए गए वैल्कम बोर्ड से जिला प्रधान संजय तलवाड़ और पंजाब प्रदेश प्रधान और शहर के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग गायब नजर आए। इसी तरह जब वड़िंग ने चुनाव जीतने के बाद शहर में धन्यवाद के बोर्ड लगाए तो उन्होंने आशु को नजर अंदाज किया और उनकी तस्वीर बोर्ड पर नहीं लगाई। लेकिन काफी समय से शांत बैठे पूर्व कैबिनट मंत्री भारत भुषण आशु अब फिर से एक्टिव हो गए है। उनकी सोशल मीडिया पर भी अब लगातार सक्रियता नजर आ रही है। लोगों में उन्होंने आना-जाना शुरू कर दिया है। 3 दिन लुधियाना में रहे प्रिंयका गांधी के किशोरी भइया,नहीं मिलने आए वड़िंग यहां बता दें करीब 17 जून से 19 जून तक का किशोरी लाल शर्मा का लुधियाना टूर रहा। 3 दिन वह लुधियाना में रहे है। लेकिन इस बीच सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग उनसे एक बार भी नहीं मिले। बता दें किशोरी लाल प्रियंका गांधी और गांधी परिवार के भी खास है। प्रियंका गांधी उन्हें किशोरी भइया कहकर हमेशा संबोधित करती है। वड़िंग का उनसे ना मिलने भी कही न कही लोगों में गुटबाजी को दर्शाता है। क्योंकि किशोरी लाल भारत भूषण आशु के काफी करीबी माने जाते है। वड़िंग से पहले थे आशु लोकसभा टिक के प्रबल दावेदार बता दें अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से पहले कांग्रेस हाईकमान भारत भूषण आशु को लोकसभा का टिकट देने पर विचार कर रही थी। वहीं आशु भी इस टिकट के प्रभल दावेदार थे। लेकिन पेराशूट उम्मीदवार लाकर कांग्रेस पार्टी की हाईकमान ने शहर के नेताओं की गुटबाजी को समाप्त करने की कोशिश की परन्तु वड़िंग के सीट जीत जाने के बाद अब कांग्रेस की शहर में गुटबाजी और अधिक बढ़ गई है। फेसबुक पर आशु शेयर कर चुके अपना दर्द
पूर्व कैबिनट मंत्री भारत भूषण आशु ने वड़िंग की लोकसभा जीत के बाद कुछ दिन पहले फेसबुक पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा-रास्ते भी ज़िंदी हैं, मंजिलें भी ज़िंदी हैं,देखते है कल क्या होता है, हौंसले भी ज़िंदी है। आशु की इस पोस्ट की राजनीतिक गलियारों में कई मतलब निकाले जा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस की गुटबाजी निगम चुनाव में क्या असर दिखा पाती।   पंजाब | दैनिक भास्कर