पंजाब के लुधियाना में बीती रात करीब 11 बजे कोचर मार्केट के पास एक क्रेटा कार चालक द्वारा रॉन्ग साइड से आ रही सेंटरों कार से खुद का बचाव करने की कोशिश की लेकिन वह खंभे से टकरा गया। हादसा इतना भयावक था कि क्रेटा कार बुरी तरह से चकनाचूर हो गई। कार की छत्त फट गई। लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद कार ड्राइव कर रहे व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला। कार में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का नाम सतपाल छाबड़ा (58) निवासी न्यू मॉडल टाउन है। सतपाल दूध कारोबारी है। हंबड़ा रोड पर डेयरी चलाते है। शादी समारोह से आ रहे थे वापस जानकारी देते हुए राकेश कालड़ा और रमेश कालड़ा ने कहा कि उनके मामा सतपाल छाबड़ा परिवार के साथ किसी शादी समारोह में गए हुए थे। समारोह से वापस आते समय उनकी कार गलत साइड से आ रही एक अन्य कार से बचाव करते समय खंभे से टकरा गई। लोगों ने उनके मामा, बहु और बच्चों को डीएमसी पहुंचाया। रमेश मुताबिक उन्हें अस्पताल से सूचना मिली है कि सतपाल छाबड़ा की मौत हो गई है। वहीं सेंटरों कार चालक अभी फरार है। हादसे के बाद पूरी तरह से पलट गई कार इलाका निवासी मानव ने कहा कि क्रेट कार में दो महिलाएं और बच्चे सवार थे। गाड़ी पूरी तरह से पलट गई थी। लोगों की मदद से गाड़ी को सीधा किया। जिसके बाद ड्राइवर सीट पर स्टीयरिंग के बीच फसे सतपाल छाबड़ा को बाहर निकाला। हादसे के समय कार का बेलून (एयरबेग) नहीं खुला। सीसीटीवी से पता चलेगा कैसे हुए एक्सीडेंट- SHO विजय कुमार लोगों ने मामले की सूचना थाना डिवीजन नंबर 5 की पुलिस को दी। घटना स्थल पर SHO विजय कुमार पहुंचे। जिन्होंने कहा कि दिन के समय हादसे की सीसीटीवी चैक करवाई जाएगी। उसके बाद एक्सीडेंट के असल कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल दोनों कारों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पंजाब के लुधियाना में बीती रात करीब 11 बजे कोचर मार्केट के पास एक क्रेटा कार चालक द्वारा रॉन्ग साइड से आ रही सेंटरों कार से खुद का बचाव करने की कोशिश की लेकिन वह खंभे से टकरा गया। हादसा इतना भयावक था कि क्रेटा कार बुरी तरह से चकनाचूर हो गई। कार की छत्त फट गई। लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद कार ड्राइव कर रहे व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला। कार में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का नाम सतपाल छाबड़ा (58) निवासी न्यू मॉडल टाउन है। सतपाल दूध कारोबारी है। हंबड़ा रोड पर डेयरी चलाते है। शादी समारोह से आ रहे थे वापस जानकारी देते हुए राकेश कालड़ा और रमेश कालड़ा ने कहा कि उनके मामा सतपाल छाबड़ा परिवार के साथ किसी शादी समारोह में गए हुए थे। समारोह से वापस आते समय उनकी कार गलत साइड से आ रही एक अन्य कार से बचाव करते समय खंभे से टकरा गई। लोगों ने उनके मामा, बहु और बच्चों को डीएमसी पहुंचाया। रमेश मुताबिक उन्हें अस्पताल से सूचना मिली है कि सतपाल छाबड़ा की मौत हो गई है। वहीं सेंटरों कार चालक अभी फरार है। हादसे के बाद पूरी तरह से पलट गई कार इलाका निवासी मानव ने कहा कि क्रेट कार में दो महिलाएं और बच्चे सवार थे। गाड़ी पूरी तरह से पलट गई थी। लोगों की मदद से गाड़ी को सीधा किया। जिसके बाद ड्राइवर सीट पर स्टीयरिंग के बीच फसे सतपाल छाबड़ा को बाहर निकाला। हादसे के समय कार का बेलून (एयरबेग) नहीं खुला। सीसीटीवी से पता चलेगा कैसे हुए एक्सीडेंट- SHO विजय कुमार लोगों ने मामले की सूचना थाना डिवीजन नंबर 5 की पुलिस को दी। घटना स्थल पर SHO विजय कुमार पहुंचे। जिन्होंने कहा कि दिन के समय हादसे की सीसीटीवी चैक करवाई जाएगी। उसके बाद एक्सीडेंट के असल कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल दोनों कारों को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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15 अगस्त पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल:किसान आंदोलन की वजह से गैलेंट्री अवॉर्ड खारिज, पंजाब पुलिस के 40 अफसरों को सम्मान
15 अगस्त पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल:किसान आंदोलन की वजह से गैलेंट्री अवॉर्ड खारिज, पंजाब पुलिस के 40 अफसरों को सम्मान स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल मिले हैं। इनमें गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला है। इसके अलावा 12 अधिकारियों को पुलिस पदक दिया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अधिकारियों को सम्मानित किया। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने सभी पुलिस अधिकारियों को बधाई दी है। हालांकि हरियाणा के किसी भी अधिकारी को गैलेंट्री अवार्ड नहीं मिला है। हरियाणा सरकार ने किसानों को दिल्ली से रोकने वाले अफसरों के नाम भेजे थे, जिसे केंद्र ने खारिज कर दिया। इन 13 अधिकारियों को मिलेगा पुलिस पदक
पुलिस पदक पाने वालों में हिसार के एसपी दीपक सहारन, एआईजी कमलदीप गोयल, अंबाला के एसपी सुरिंदर सिंह भौरिया, नूंह के एसपी विजय प्रताप सिंह, CID के DSP दीपक, पानीपत के डीएसपी हेडक्वार्टर संदीप कुमार, गुरुग्राम के इंस्पेक्टर अनिल कुमार, हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन करनाल के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश, IRB भौंडसी गुरुग्राम के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश, हिसार से सब इंस्पेक्टर राम निवास, आरटीसी भौंडसी गुरुग्राम से सब इंस्पेक्टर संतोष और हिसार के ASI महिंदर सिंह शामिल हैं। पंजाब में इन पुलिस अफसरों को सम्मान 1. सात अफसरों को गैलेंट्री अवार्ड
केंद्र सरकार पंजाब के 7 अधिकारियों को गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित करेगी। इनमें असिस्टेंट IG संदीप गोयल, DSP बिक्रमजीत सिंह बराड़, DSP राजन परमिंदर सिंह, इंस्पेक्टर पुष्विंदर सिंह, SI जसप्रीत सिंह, SI गुरप्रीत सिंह और कॉन्स्टेबल सुखराज सिंह का नाम शामिल है। 2. दो अफसरों को राष्ट्रपति मेडल
पंजाब में ADGP वी. नीरजा और एआईजी मनमोहन कुमार को राष्ट्रपति पदक दिया गया है। 3. तेरह अफसरों को पुलिस मेडल
पंजाब पुलिस के 13 अफसरों को पुलिस मेडल दिया गया। इनमें कमांडेंट जगविंदर सिंह, डीएसपी गुरबख्शीश सिंह, डीएसपी संजीव कुमार, इंस्पेक्टर अमरवीर सिंह, इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह, इंस्पेक्टर नरिंदर कुमार, सब इंस्पेक्टर दलजीत सिंह, सब इंस्पेक्टर रणजोत सिंह, सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह, सब इंस्पेक्टर रविंदर सिंह, एएसआई नरेश कुमार, एएसआई एम. रमजान और एएसआई गुरदेव सिंह शामिल हैं। 4. 18 पुलिस अफसरों को मुख्यमंत्री पदक
पंजाब पुलिस के 18 पुलिस अफसरों को मुख्यमंत्री पदक दिया जा रहा है। इनमें कमांडेंट जगविंदर सिंह, डीएसपी जसकीरत सिंह, एआईजी स्वर्णदीप सिंह, एआईजी विकास सभ्रवाल, डीएसपी मनीष कुमार, इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह, इंस्पेक्टर परमजीत सिंह, इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह, इंस्पेक्टर नवजोत सिंह, इंस्पेक्टर पलविंदर सिंह, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह, सब इंस्पेक्टर जगनदीप सिंह, सब इंस्पेक्टर भोला नाथ, एएसआई जगदीश सिंह, एएसआई हरप्रीत कौर, एएसआई हरजीत सिंह, एएसआई रतन लाल और हेड कॉन्स्टेबल सुखजीत सिंह शामिल हैं। 5. 3 अफसरों को मुख्यमंत्री रक्षक पदक
पंजाब पुलिस के एसआई अमनदीप कुमार, एएसआई जसबीर सिंह और कॉन्स्टेबल रणजीत सिंह को मुख्यमंत्री रक्षक पदक दिया जाएगा। हरियाणा के किसी अधिकारी को नहीं मिला गैलेंट्री अवार्ड
केंद्र सरकार ने 15 अगस्त को दिए जाने वाले गैलेंट्री अवॉर्ड विजेताओं की लिस्ट में हरियाणा का कोई अफसर शामिल नहीं है। हालांकि, हरियाणा सरकार की ओर से गैलेंट्री अवॉर्ड के लिए 3 IPS समेत 6 पुलिस अफसरों के नाम प्रस्तावित किए थे। इन सभी नामों के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने यह कहकर खारिज कर दिया कि राज्य की ओर से इनके नाम भेजने में देरी की गई है, इसलिए इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। इन अधिकारियों के नाम थे प्रस्तावित सूची में
हरियाणा सरकार इसी साल किसानों के दिल्ली कूच अभियान को रोकने के लिए हरियाणा-पंजाब के शंभू और जींद के दाता सिंह वाला-खनौरी बॉर्डर पर मुस्तैदी बरतने वाले हरियाणा के 6 पुलिस अधिकारियों को वीरता पदक दिलाने के पक्ष में थी। हरियाणा पुलिस की ओर से इन अधिकारियों के नामों का प्रस्ताव राज्य गृह मंत्रालय को भेजा गया था। इसमें अंबाला रेंज के IG सिबास कविराज, SP कुरुक्षेत्र जशनदीप सिंह रंधावा, DSP नरेंद्र कुमार, DSP रामकुमार, SP सुमित कुमार और DSP अमित भाटिया का नाम शामिल था। केंद्र ने खारिज कर दिए नाम
फसलों पर MSP की लीगल गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे पंजाब के किसानों को हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर रोकने में इन अधिकारियों की अहम भूमिका थी। लेकिन, केंद्र सरकार ने इनके नामों को खारिज कर दिया। केंद्र की ओर से एक मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल अपने जवाब में कहा गया कि इन नामों की सिफारिश देरी से की गई थी। ऐसे में इन अफसरों को वीरता पुरस्कार नहीं दिए जाएंगे। हाईकोर्ट ने इस जानकारी को आधार बनाकर याचिका को खारिज कर दिया। वकीलों की संस्था ने याचिका दी थी
इस मामले में लॉयर्स फॉर ह्यूमैनिटी नाम के वकीलों के गैर सरकारी संगठन के प्रधान आरएस बस्सी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उनकी तरफ से अदालत में हरियाणा सरकार की 2 जुलाई की अधिसूचना को रद्द करने की मांग की गई थी। अधिसूचना के मुताबिक, 6 पुलिस अधिकारियों को वीरता के लिए पुलिस पदक की केंद्र को हरियाणा सरकार ने सिफारिश भेजी है। याचिका में आरोप लगाया गया था कि इन सभी ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए भारी बल प्रयोग किया था। पंजाब ने जताया था ऐतराज
जब हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन में सेवाएं देने वाले पुलिस अधिकारियों के नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजे, तो उसका पंजाब में जबरदस्त विरोध हुआ था। किसानों से लेकर सभी राजनेताओं ने इसका विरोध किया। इसके बाद पंजाब के विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने इस मामले में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में कहा था कि जो नाम हरियाणा पुलिस ने वीरता पुरस्कारों के लिए भेजे हैं, उन पर पुनर्विचार किया जाए। क्योंकि, इन अफसरों ने शंभू बॉर्डर पर संघर्ष कर रहे किसानों को दिल्ली जाने से रोका था। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कोई भी फैसला लेने से पहले शंभू में पंजाब- हरियाणा बॉर्डर पर बने हालात को ध्यान में रखा जाए। इन्हें मिलता है गैलेंट्री अवॉर्ड
बता दें कि सशस्त्र बलों, अन्य कानूनी रूप से गठित बलों, सिविल सर्विस अफसरों और कर्मियों की बहादुरी व बलिदान के सम्मान के रूप में उन्हें गैलेंट्री अवॉर्ड दिया जाता है। इसे वीरता पुरस्कार भी कहते हैं। इनकी घोषणा साल में दो बार की जाती है। पात्रों को यह सम्मान गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए जाते हैं
पंजाब में अकाली दल ने घेरे डीसी कार्यालय:धान खरीद-डीएपी की कमी के विरोध में प्रदर्शन; मोहाली में AAP विधायक कुलजीत मिलने पहुंचे
पंजाब में अकाली दल ने घेरे डीसी कार्यालय:धान खरीद-डीएपी की कमी के विरोध में प्रदर्शन; मोहाली में AAP विधायक कुलजीत मिलने पहुंचे शिरोमणि अकाली दल ने आज (सोमवार) धान की खरीद में किसानों के साथ हो रही कथित लूट, डीएपी खाद की कमी और कालाबाजारी के मुद्दों को लेकर डीसी कार्यालयों को घेरा है। इस दौरान अकाली दल के नेताओं ने पंजाब और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इतना ही नहीं, अकाली दल के सीनियर नेताओं ने सरकार पर गैर-जिम्मेदाराना होने के आरोप लगाए हैं। अमृतसर में पूर्व कैबिनेट मंत्री गुलजार सिंह रणिके की अगुवाई में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने पंजाब और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रणिके ने कहा कि पंजाब में किसान गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं और सरकार की नीतियों के चलते उनकी समस्याएं और बढ़ रही हैं। जो काम दो महीने पहले होने चाहिए थे, सरकार का उनकी तरफ ध्यान नहीं गया और आज किसान परेशान है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की धान की खरीद में धांधली हो रही है। साथ ही डीएपी खाद की कमी और कालाबाजारी से किसान परेशान हैं। उनका कहना था कि पंजाब के किसानों के साथ धक्काशाही हो रही है और सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। मोहाली में विधायक कुलजीत ने की नेताओं से मुलाकात वहीं, मोहाली के डेरा बस्सी में अकाली दल के चल रहे प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी के विधायक कुलीजत सिंह अचानक पहुंच गए। उन्होंने इस दौरान किसानों से अकाली दल के सीनियर नेताओं और किसानों से बातचीत की। उन्होंने अश्वासन दिया कि किसानों की मांगें सही हैं और इसका हल निकाला जा रहा है। जल्द ही इनका हल निकाला जा रहा है। पंजाब भर में चल रहे प्रदर्शन शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भुंदर की अगुआई में पूरे पंजाब में इसी प्रकार के प्रदर्शन किए जा रहे हैं। जिनमें किसानों की मांगों को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। अकाली दल के नेताओं का कहना है कि अगर जल्द ही किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो सरकार के खिलाफ उनका यह विरोध प्रदर्शन और तेज़ होगा। पंजाब में चल रहे प्रदर्शन से जुड़ी तस्वीरें-
RGNUL मामले में 52 घंटे बाद जागी सरकार:शिक्षामंत्री ने रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब की, पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले- मामले की जांच हो
RGNUL मामले में 52 घंटे बाद जागी सरकार:शिक्षामंत्री ने रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब की, पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले- मामले की जांच हो पंजाब के पटियाला में स्थित राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (RGNUL) के वाइस चांसलर (VC) के गर्ल्स हॉस्टल की अचानक चेकिंग और उनके कपड़ों पर किए कमेंट को लेकर शुरू हुए बबाल के 52.32 घंटे बाद राज्य सरकार की भी नींद खुल गई है। शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस ने इस मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से इस बारे में रिपोर्ट तलब की है। साथ ही कहा है कि मैं छात्रों को आश्वासन देता हूं कि न्याय होगा। दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और करुणा नंदी भी इस मामले को लेकर आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। जब तक जांच पूरी नहीं होती है, तब वीसी को पद से हटा देना चाहिए। शिक्षामंत्री ने यह पोस्ट में लिखा है शिक्षा मंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर मंगलवार रात एक पोस्ट डाली थी। इसमें उन्होंने लिखा है कि उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों के चल रहे विरोध प्रदर्शन के संबंध में RGNUL, पटियाला के रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब की है। मैं छात्रों को आश्वासन देता हूं कि न्याय होगा। कुलपति को निजता के संवैधानिक अधिकार का पता नहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि यह पढ़कर दुख होता है कि पटियाला के RGNUL को उस समय बंद कर दिया है। जब छात्र कुलपति के इस्तीफे की मांग की है। क्योंकि पहले आधी रात के बाद शराब पीने की जांच” करने के लिए यूनिवर्सिटी के वीसी ने लड़कियों के छात्रावास का औचक निरीक्षण किया। महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी की। यह चौंकाने वाली बात है कि एक विधि विश्वविद्यालय के कुलपति को अपने छात्रों के निजता के संवैधानिक अधिकार के बारे में पूरी तरह से जानकारी नहीं है। सरकार को तुरंत एक जांच आयोग नियुक्त करना चाहिए, और कुलपति को इसके निष्कर्ष जारी होने तक पद से हट जाना चाहिए। उन्होंने मीडिया की खबर भी शेयर की। आरोप सही है तो भयावह है सुप्रीम कोर्ट की सीनियर वकील करुणा नंदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि अगर RGNUL के कुलपति के खिलाफ आरोप सच हैं तो वे भयावह हैं। जांच समिति का गठन तुरंत किया जाना चाहिए, जबकि कुलपति को अंतरिम अवकाश लेने के लिए कहा जाना चाहिए। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला अचानक VC रेजिडेंस के सामने प्रदर्शन करने लगी छात्राएं रविवार (22 सितंबर) दोपहर करीब साढ़े 3 बजे लॉ यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने अचानक वीसी रेजिडेंस के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि वाइस चांसलर अचानक गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग करते हैं। वह जिन कपड़ों में होती हैं, उन पर कमेंट्स करते हैं। यह उनकी प्राइवेसी के अधिकार का उल्लंघन है। छात्राएं यहां ‘नॉट यूअर डॉटर’ के पोस्टर लेकर पहुंची थीं। यह धरना पूरी रात चलता रहा। वीसी ने उस वक्त मीडिया से बात नहीं की लेकिन यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफेसर आनंद पंवार ने छात्राओं के आरोपों को नकार दिया। उन्होंने कहा कि अगर उनकी कोई दिक्कत है तो यूनिवर्सिटी प्रशासन को बताना चाहिए। पुलिस थाना बख्शीवाला के इंचार्ज इंस्पेक्टर जसविंदर सिंह का कहना था कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली, इसलिए जांच शुरू नहीं की गई। रात भर रहा धरना, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कमेटी बनाई सोमवार तक छात्राओं के साथ दूसरे स्टूडेंट्स भी जुड़ गए और वे पूरी रात धरने पर बैठे रहे। उन्होंने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के सामने पक्का मोर्चा लगा दिया। हालात बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 9 मेंबरी कमेटी गठित कर दी। कमेटी ने सोमवार दोपहर पौने 3 बजे छात्राओं को एडमिन ब्लॉक में आकर बयान दर्ज कराने को कहा। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट डालकर इस घटना को भयावह बताया है। साथ ही इस मामले की जांच की मांग उठाई है। भले ही यूनिवर्सिटी में अगले आदेशों तक छुट्टी कर दी गई है। लेकिन स्टूडेंट चौथे दिन भी डटे हुए है।शिक्षा मंत्री ने लिखा रिपोर्ट मांगी है। माहौल बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी बंद की गई मामला बिगड़ते देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक नोटिस जारी किया। जिसमें स्टूडेंट्स के वेलफेयर का हवाला देकर यूनिवर्सिटी को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दे दिया गया। इसमें ये भी कहा गया कि जो स्टूडेंट्स घर जाना चाहते हैं, वह जा सकते हैं। हालांकि स्टूडेंट्स ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, यह आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा। वीसी ने कहा- शिकायत की जांच के लिए गए थे मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक VC जेएस सिंह ने इस मामले में कहा कि गर्ल्स हॉस्टल में क्षमता से ज्यादा लड़कियों को रखने और आधी रात के बाद गर्ल्स हॉस्टल में स्मोकिंग और शराब पीने की शिकायतें मिली थी। जिसकी जांच के लिए वह हॉस्टल में गए थे। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक वाइस चांसलर ने बातचीत में कहा कि जो लड़कियां स्मोकिंग और शराब नहीं पीती, उनकी शिकायत मिली थी। उनका कहना था कि ये सारा कार्यक्रम रात 12 बजे के बाद शुरू करते हैं। बाहर से खाने की आड़ में वे ये सब चीजें मंगवाती हैं। मैं फीमेल वार्डन और अच्छे व्यवहार वाली स्टूडेंट्स के साथ चेकिंग करने गया था। उन्होंने कहा कि हर बैच के कुछ स्टूडेंट्स विरोध कर रहे हैं। बाकी क्लासरूम में पढ़ाई करते रहे। मैंने किसी के कपड़ों पर कोई कमेंट नहीं किया। ये कुछ चुनिंदा स्टूडेंट्स की तरफ से झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।