पंजाब के लुधियाना में पुलिस ने एक कुख्यात गैंगस्टर और उसके 3 साथियों सहित 4 अज्ञत बदमाशों के खिलाफ देर रात मामला दर्ज किया है। बदमाशों पर आरोप है कि उन्होंने जुआ खेलने के दौरान अपनी हार होने पर जुआरी की गाड़ी को घेर उसे बंधक बना लिया। उससे मारपीट की और करीब 7 लाख रुपए और उसका लाइसेंसी पिस्टल भी छीन लिया। CIA-1 की टीम ने एक बदमाश को बीती रात काबू कर लिया था। उसके बाकी साथी अभी फरार है। जुआरी की कार घेर बदमाशों ने उसे लूटा जानकारी मुताबिक वीरवार रात 12 थाना डिवीजन नंबर 3 के इलाके में एक घर में जुआ खेला जा रहा था। वहां जालंधर का जुआरी जान भी जुआ खेल रहा था। उसके साथ शहर लुधियाना का कुख्यात गैंगस्टर भी जुआ पर दाव लगा रहा था। जुआ हारने के पश्चात उक्त गैंगस्टर ने जालंधर जा रहे जान नाम के जुआरी की कार को जालंधर बाइपास नजदीक घेर लिया। उस जुआरी को उन लोगों ने बंधक बना लिया। बदमाशों ने जान के साथ जमकर मारपीट की। उसका लाइसेंसी पिस्टल भी छीन लिया। इसके बावजूद उस गैंगस्टर ने उक्त जुआरी के लुधियाना में रहते परिचित व्यक्ति को फोन करके उससे लाखों रुपये की नगदी मंगवा ली। पता चला है कि गैंगस्टर ने कुल 7 लाख रुपए जान से छीने है। लाइसेंसी पिस्टल छीन जाने के बाद हुआ मामले का खुलासा लाइसेंसी पिस्टल छीन जाने के बाद जुआरी ने मामले का खुलासा लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल के सामने किया। जिसके बाद CIA-1 व कई थानों की पुलिस मौके पर पुहंची। पुलिस ने पीड़ित के बयानों पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनके ठिकानों पर छापेमारी शरू कर दी। CIA-1 इंचार्ज राजेश ने बताया कि फिलहाल 4 लोगों को नामजद किया है जबकि 4 लोग अज्ञात है। अभी मयंक नाम के युवक को पकड़ा है। देर रात तक छापामारी जारी रही। यह भी पता चला है कि उक्त मामले को अंजाम देने वाला गैंगस्टर शहर से बाहर भागने में कामयाब हो गया है। पुलिस उसे दबोचने में जुटी हुई है। पंजाब के लुधियाना में पुलिस ने एक कुख्यात गैंगस्टर और उसके 3 साथियों सहित 4 अज्ञत बदमाशों के खिलाफ देर रात मामला दर्ज किया है। बदमाशों पर आरोप है कि उन्होंने जुआ खेलने के दौरान अपनी हार होने पर जुआरी की गाड़ी को घेर उसे बंधक बना लिया। उससे मारपीट की और करीब 7 लाख रुपए और उसका लाइसेंसी पिस्टल भी छीन लिया। CIA-1 की टीम ने एक बदमाश को बीती रात काबू कर लिया था। उसके बाकी साथी अभी फरार है। जुआरी की कार घेर बदमाशों ने उसे लूटा जानकारी मुताबिक वीरवार रात 12 थाना डिवीजन नंबर 3 के इलाके में एक घर में जुआ खेला जा रहा था। वहां जालंधर का जुआरी जान भी जुआ खेल रहा था। उसके साथ शहर लुधियाना का कुख्यात गैंगस्टर भी जुआ पर दाव लगा रहा था। जुआ हारने के पश्चात उक्त गैंगस्टर ने जालंधर जा रहे जान नाम के जुआरी की कार को जालंधर बाइपास नजदीक घेर लिया। उस जुआरी को उन लोगों ने बंधक बना लिया। बदमाशों ने जान के साथ जमकर मारपीट की। उसका लाइसेंसी पिस्टल भी छीन लिया। इसके बावजूद उस गैंगस्टर ने उक्त जुआरी के लुधियाना में रहते परिचित व्यक्ति को फोन करके उससे लाखों रुपये की नगदी मंगवा ली। पता चला है कि गैंगस्टर ने कुल 7 लाख रुपए जान से छीने है। लाइसेंसी पिस्टल छीन जाने के बाद हुआ मामले का खुलासा लाइसेंसी पिस्टल छीन जाने के बाद जुआरी ने मामले का खुलासा लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल के सामने किया। जिसके बाद CIA-1 व कई थानों की पुलिस मौके पर पुहंची। पुलिस ने पीड़ित के बयानों पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनके ठिकानों पर छापेमारी शरू कर दी। CIA-1 इंचार्ज राजेश ने बताया कि फिलहाल 4 लोगों को नामजद किया है जबकि 4 लोग अज्ञात है। अभी मयंक नाम के युवक को पकड़ा है। देर रात तक छापामारी जारी रही। यह भी पता चला है कि उक्त मामले को अंजाम देने वाला गैंगस्टर शहर से बाहर भागने में कामयाब हो गया है। पुलिस उसे दबोचने में जुटी हुई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में अंडरएज ड्राइविंग पर पुलिस एक्शन:नाबालिग बाइक-स्कूटी,कार चलाते पकड़ा तो मां-बाप को 3 साल जेल, दूसरे का वाहन तो मालिक को सजा
पंजाब में अंडरएज ड्राइविंग पर पुलिस एक्शन:नाबालिग बाइक-स्कूटी,कार चलाते पकड़ा तो मां-बाप को 3 साल जेल, दूसरे का वाहन तो मालिक को सजा पंजाब में नाबालिग बच्चा स्कूटी-बाइक या कार चलाते पकड़ा गया तो मां-बाप को 3 साल कैद और 25 हजार जुर्माना होगा। अगर वह किसी दूसरे से मांगकर वाहन चला रहा है तो फिर उसके मालिक को यह सजा मिलेगी। पंजाब पुलिस 31 जुलाई से इसे शुरू करने जा रही है। पंजाब के ADGP (ट्रैफिक) ने इस संबंध में सभी जिलों के SSP और पुलिस कमिश्नरों को ऑर्डर जारी कर दिए हैं। अंडरएज की ड्राइविंग मामले में मां-बाप या वाहन मालिक पर मोटर व्हीकल एक्ट (संशोधन 2019) की धारा 199 ए और 199 -बी के तहत कार्रवाई होगी। ADGP ट्रैफिक के ऑर्डर की 2 अहम बातें… 1. मां-बाप को जागरूक करे पुलिस
ADGP के ऑर्डर के मुताबिक 31 जुलाई के बाद अगर कोई अंडरएज ड्राइविंग यानी 18 साल से कम उम्र का बच्चा दोपहिया या कार वगैरह चलाता मिले तो उसके मां-बाप या वाहन मालिक पर कार्रवाई होगी। इस बारे में पुलिस कमिश्नरों और सभी SSP को पूरे जुलाई महीने में अवेयरनेस ड्राइव चलाने को कहा गया है। जिसमें वह मां-बाप और वाहन मालिकों को जागरूक करेंगे। 2. पेरेंट्स के अलावा वाहन मालिक पर भी एक्शन
एडीजीपी के मुताबिक इस मामले में दूसरे वाहन मालिकों को भी बताया जाए कि वह 18 साल से कम उम्र के किसी बच्चे को अपनी गाड़ी न दें। अगर पुलिस ने पकड़ लिया तो फिर उस सूरत में गाड़ी की रजिस्ट्रेशन देखकर मालिक पर कार्रवाई होगी। ADGP के जारी किया आदेश पढ़ें… चलती कार के सनरूफ से बाहर निकलने पर रोक लगा चुकी पुलिस
पंजाब पुलिस इससे पहले चलती कार के सनरूफ से बाहर निकलने पर भी रोक लगा चुकी है। ADGP ने इस बारे में ऑर्डर जारी कर कहा था कि लग्जरी कारों में सनरूफ लगी होती है। नेशनल हाईवे या अन्य सड़कों पर उनसे बाहर निकलकर बच्चे या बड़े हुड़दंग मचाते हैं। इससे ड्राइवर का ध्यान भटक जाता है। ऐसी सूरत में एक्सीडेंट होता है। पुलिस आदेश का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयारी है। पंजाब में एक्सीडेंट में मौतें रोकने के 2 अहम फैसले 1. कनाडा की तर्ज पर सड़क सुरक्षा फोर्स
पंजाब में सड़क हादसे रोकने को कनाडा की तर्ज पर सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) बनाई गई है। देश में यह अपनी तरह की पहली फोर्स है। जिसकी तैनाती सिर्फ हाईवेज पर की गई है। यह गाड़ी में दिक्कत, एक्सीडेंट या अन्य इमरजेंसी में लोगों की मदद करती है। फोर्स में 5 हजार पुलिसकर्मी और 130 मॉडर्न वाहन हैं। CM भगवंत मान का दावा है कि पुलिस अब तक 500 से ज्यादा लोगों की जान बचा चुकी है। वहीं लोगों का 25 लाख से अधिक का कीमती सामान भी बचाया है। 2. फरिश्ते स्कीम: इलाज फ्री, मददगार को इनाम
पंजाब सरकार ने फरिश्ते स्कीम लागू की है। स्कीम के तहत अगर कोई सड़क हादसे में घायल हो जाता है, तो उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाने वाले को 2 हजार रुपए व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित करने की योजना है। इस मददगार से पुलिस किसी तरह की पूछताछ नहीं करेगी। वहीं, पहले 48 घंटे घायल का हर हॉस्पिटल में इलाज फ्री होगा।
पाबंदी हटवाने के लिए केंद्रीय मंत्री से जल्द बात करेगी एसजीपीसी की 5 मेंबरी कमेटी
पाबंदी हटवाने के लिए केंद्रीय मंत्री से जल्द बात करेगी एसजीपीसी की 5 मेंबरी कमेटी एयरपोर्ट्स पर ड्यूटी करने वाले सिख मुलाजिमों को किरपाण पहनने का अधिकार दिलवाने के लिए एसजीपीसी ने 5 मेंबरी कमेटी बनाई है। कमेटी जल्द ही सिविल एविएशन मिनिस्टर के सामने यह मुद्दा उठाएगी। कमेटी ने गुरु पर्व मनाने के लिए पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं के वीजा में कटौती पर गहरी नाराजगी जताई है। कमेटी पाकिस्तान के दूतावास से संपर्क कायम कर इस मुद्दे पर बातचीत करेगी। यह फैसला नई कार्यकारिणी की मंगलवार को हुई बैठक में लिया गया। मीडिया से रूबरू होते हुए प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा, एयरपोर्ट्स पर सिख मुलाजिमों को किरपाण पहनने से रोकना दुखद है। इसी तरह से कैनेडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले में सिखों को दोषी करार देना सिखों को बदनाम करने की साजिश है। सरकार के साथ इस मामले पर चर्चा के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा। एसजीपीसी प्रधान ने सुधार लहर नेताओं के आरोप नकारे अकाली दल सुप्रीमो सुखबीर मामले को लेकर सुधार लहर के बागी अकालियों द्वारा लगाए गए आरोपों को एसजीपीसी प्रधान ने सिरे से खारिज किया। धामी बोले, दबाव हम नहीं, वही लोग बना रहे हैं। बीते दिनों बागियों ने आरोप लगाया था कि अकाली दल के कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ और एसजीपीसी प्रधान धामी सिंह साहिबान से गुपचुप मिल रहे हैं। सुखबीर बादल के मामले में दबाव बनाने की कोशिश हो रही है।
बरनाला में AAP उम्मीदवार का विरोध:पार्टी को 24 घंटे का अल्टीमेटम, जिलाध्यक्ष बोले- टिकट न बदला तो लेंगे सख्त फैसला
बरनाला में AAP उम्मीदवार का विरोध:पार्टी को 24 घंटे का अल्टीमेटम, जिलाध्यक्ष बोले- टिकट न बदला तो लेंगे सख्त फैसला बरनाला विधानसभा सीट पर उप चुनाव टिकट को लेकर आम आदमी पार्टी में घमासान बढ़ता जा रहा है। जिला अध्यक्ष गुरदीप सिंह बाठ और टकसाली नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इसके बाद पार्टी वर्करों को लेकर बड़े फैसले की घोषणा करेंगे। जिला प्रधान गुरदीप सिंह बाठ ने सांसद मीत हेयर और पार्टी प्रत्याशी को लेकर तीखे प्रहार किए। प्रेस वार्ता के दौरान गुरदीप सिंह बाठ ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी ने बरनाला से बहुत गलत तरीके से टिकट दिया है। अन्य पार्टियों की तरह आम आदमी पार्टी में भी परिवारवाद शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार बनाए गए हरिंदर सिंह धालीवाल की कोई पहचान नहीं है, उनकी पहचान सिर्फ सांसद मीत हेयर से दोस्ती है। उन्होंने कहा कि मैं 2014 में एक इंजीनियरिंग कॉलेज की नौकरी छोड़कर पार्टी में शामिल हुआ था। लगातार पांच साल तक पार्टी के लिए काम किया और बाद में 2018 में पार्टी अध्यक्ष बनाए गए। मैं लगातार 7 वर्षों से जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहा हूं। पूरे पंजाब के जिला अध्यक्ष बदल दिए गए, लेकिन मैं अभी भी काम कर रहा हूं। हरिंदर ने एक भी दिन काम नहीं किया : बाठ उन्होंने कहा कि पार्टी ने मीत हेयर को 2017 और 2022 में टिकट दिया, हम सभी ने उनका समर्थन किया। 2022 के लोकसभा चुनाव के लिए संगरूर के जिला अध्यक्ष को टिकट दिया गया। लेकिन अब पार्टी ने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद बरनाला विधानसभा चुनाव आया, जिसके लिए पार्टी कार्यकर्ता और सभी सर्वे मुझे टिकट देने के पक्ष में थे। पार्टी ने भी टिकट देने में पूरी मदद की और हमने अपना काम जारी रखा। लेकिन आज टिकट वितरण के दौरान हरिंदर धालीवाल को उम्मीदवार बना दिया गया। उन्होंने कहा कि इन 7 वर्षों के दौरान पार्टी ने गुजरात, हरियाणा, जालंधर और दिल्ली में कार्यभार संभाला। हम हर 3 महीने में पार्टी के लिए घर से निकलते थे। जिस हरिंदर धालीवाल को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है, उन्होंने एक दिन भी पार्टी के लिए कोई काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वे पिछले पौने दो साल से जिला योजना बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी इस तरह भाई-भतीजावाद शुरू करना चाहती है तो वे इसकी इजाजत नहीं देंगे। उन्होंने पार्टी हाईकमान से बरनाला की टिकट बदलने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर यह टिकट नहीं बदली गई तो वह अपने समर्थकों और वर्करों के साथ मिलकर अगला फैसला लेंगे। सांसद का दोस्त या बुआ का लड़का होना उम्मीदवारी की योग्यता नहीं गुरदीप सिंह बाठ ने कहा कि सांसद बनने के बाद मीत हेयर ने जिला अध्यक्ष रहते हुए एक दिन भी उनसे संपर्क नहीं किया। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव के दौरान हरिंदर धालीवाल उन्हें मौसी का लड़का कहकर लोगों से मिलाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि सांसद का दोस्त या बुआ का लड़का होना उम्मीदवारी की योग्यता नहीं है। इस मौके पर पार्टी के टकसाली नेता मास्टर प्रेम कुमार, हरिओम, परमिंदर सिंह झलूर, संदीप शर्मा, रजत बांसल और सूबेदार महिंदर सिंह ने कहा कि पार्टी ने बहुत गलत टिकट दिया है। पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता गुरदीप सिंह बाठ को टिकट देने के पक्ष में हैं। अगर पार्टी ने 24 घंटे में टिकट का फैसला नहीं बदला तो वे बैठक कर कड़ा फैसला लेंगे और जरूरत पड़ी तो गुरदीप सिंह बाठ को निर्दलीय चुनाव लड़ाया जा सकता है।