पंजाब के लुधियाना में मॉडल विलेज फ्रेंड्स कॉलोनी में ताला ठीक करने के बहाने दो युवकों ने चोरी की। बदमाशों ने अलमारी से करीब 40 तोले सोना और 2.25 लाख रुपए नकद चुरा लिए। चोरी के बाद इलाके में खौफ का माहौल है। लोग अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। गली में घूम रहे ताला ठीक करने वाले ने की चोरी जानकारी देते हुए घर की मालकिन रजनी ने बताया कि कल दो ताला ठीक करने वाले उनकी गली में साइकिल पर जा रहे थे। उनके घर के गेट का ताला टूटा हुआ था। उन्होंने उनसे ताला ठीक करवाया। रजनी के मुताबिक उन्होंने अलमारी से 40 रुपए निकालकर उन्हें दे दिए। आज दोनों युवक घर के अंदर दरवाजा ठीक करने आए थे। घर में लक्कड़ का दरवाजा ठीक करने आए थे चोर विजय ग्रोवर ने कहा कि कल लक्कड़ का दरवाजा ठीक करवाया था। आज घर के अंदर का दरवाजा ठीक करवा रहे थे। एक युवक कमरे के बाहर था और दूसरा अंदर था। चोरों के जाने के बाद जब घर के अंदर जाकर चैक किया तो अलमारी से सोना और नकदी गायब थी। पुलिस ने साधी चुप्पी इस संबंधी पीड़ित परिवार ने थाना डिवीजन नंबर 5 के अधीन शिकायत दी है लेकिन अभी पुलिस अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे है। पंजाब के लुधियाना में मॉडल विलेज फ्रेंड्स कॉलोनी में ताला ठीक करने के बहाने दो युवकों ने चोरी की। बदमाशों ने अलमारी से करीब 40 तोले सोना और 2.25 लाख रुपए नकद चुरा लिए। चोरी के बाद इलाके में खौफ का माहौल है। लोग अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। गली में घूम रहे ताला ठीक करने वाले ने की चोरी जानकारी देते हुए घर की मालकिन रजनी ने बताया कि कल दो ताला ठीक करने वाले उनकी गली में साइकिल पर जा रहे थे। उनके घर के गेट का ताला टूटा हुआ था। उन्होंने उनसे ताला ठीक करवाया। रजनी के मुताबिक उन्होंने अलमारी से 40 रुपए निकालकर उन्हें दे दिए। आज दोनों युवक घर के अंदर दरवाजा ठीक करने आए थे। घर में लक्कड़ का दरवाजा ठीक करने आए थे चोर विजय ग्रोवर ने कहा कि कल लक्कड़ का दरवाजा ठीक करवाया था। आज घर के अंदर का दरवाजा ठीक करवा रहे थे। एक युवक कमरे के बाहर था और दूसरा अंदर था। चोरों के जाने के बाद जब घर के अंदर जाकर चैक किया तो अलमारी से सोना और नकदी गायब थी। पुलिस ने साधी चुप्पी इस संबंधी पीड़ित परिवार ने थाना डिवीजन नंबर 5 के अधीन शिकायत दी है लेकिन अभी पुलिस अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
फरीदकोट-खडूर साहिब की जीत पर भिंडरावाले के भतीजे का जश्न:जसबीर बोले- लोगों ने शिअद को नकारा, बादल परिवार ने हमारी कौम को बदनाम किया
फरीदकोट-खडूर साहिब की जीत पर भिंडरावाले के भतीजे का जश्न:जसबीर बोले- लोगों ने शिअद को नकारा, बादल परिवार ने हमारी कौम को बदनाम किया पूर्व अकाल तख्त प्रमुख और जरनैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे जसबीर सिंह रोडे ने पंजाब की दो लोकसभा सीटों पर खालिस्तान समर्थकों की जीत पर खुशी जताई है। रोडे ने कहा- मंगलवार को उन्होंने जालंधर स्थित अपने घर पर मीडिया को बुलाया और उनसे बातचीत की। जसबीर सिंह रोडे ने कहा- पंजाब में दो सीटों पर हमारे दो उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, हमने दोनों जगहों पर प्रचार किया और लोगों ने हमें जिताया। रोडे ने कहा- हमने भाई सरबजीत सिंह खालसा के पक्ष में वोट मांगे थे। क्योंकि खालसा के पिता ने श्री अकाल तख्त साहिब पर हमला करने वालों से बदला लिया था। रोडे ने कहा- खालसा के पिता बेअंत सिंह ने स्वर्ण मंदिर पर हमले के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को सजा दी थी। इस दौरान रोडे ने तत्कालीन भारत सरकार पर जमकर निशाना साधा। इंदिरा गांधी की हत्या पर सिखों को गर्व महसूस हुआ। फरीदकोट निवासियों ने खालसा का समर्थन कर उन्हें जिताया, जिससे सिख कौम गौरवान्वित है। अमृतपाल की जीत के लिए हमने कैंपेनिंग की जसबीर सिंह रोडे ने कहा- श्री खडू़र साहिब से अमृतपाल ने जीत दर्ज की है। हमने अमृतपाल के इलाके में बड़ी सभाएं की और मीटिंगे की, जिससे के परिणाम स्वरूप में हमें इतनी बड़ी जीत मिली। वहां के लोगों ने पंथ को चुना और पंथ के साथ चलने का फैसला लिया। रोडे ने शिरोमणि अकाली दल पर निशाना साधते हुए कहा- पहले सिख पंथ ने शिअद को नवाजा था। मगर सुखबीर सिंह बादल ने पंथ के लिए कुछ नहीं कर पाए और अपने ही धर्म के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया। जिससे पंजाब के लोगों के मनों से सुखबीर सिंह बादल उतर चुके थे। सुखबीर सिंह बादल ने हमें कई तरह के फतवे दिए। जिसमें कहा गया कि हम एजेंसियों को लोग हैं। रोडे ने आगे कहा- पहले सरदार प्रकाश सिंह बादल द्वारा हमें बदनाम किया गया और अब सुखबीर ने किया। दोनों ने केंद्र सरकार को डराकर रखा हुआ था कि पंजाब रद्दी राज्य है। मगर जब सत्ता हमारे हाथ आई है तो हम समझदारी से इसका इस्तेमाल करेंगे। पार्लिमेंट में जाकर हम बंदी सिंहो को छुड़वाने की मांग करेंगे। बादल परिवार को लोगों ने नकार किया है, इसी वजह से आज शिअद सिर्फ एक सीट पर सिमट कर रह गई है। अमृतपाल को NSA के तहत जेल असम भेजे जाने पर उठाए सवाल रोडे ने कहा- पंजाब में बहुत सी जेलें है। मगर सरकार ने एक रंजिश के तहत भाई अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया। अमृतपाल को पंजाब की जेलों में भी रखा जा सकता है। एनएसए गलत ढंग से अमृतपाल पर लगाया गया है। विभिन्न पार्टियों के होने के बाद भी अमृतपाल ने इतनी बड़ी जीत दर्ज की।
लुधियाना पुलिस के पास नहीं कोई रोड मैप:दीवाली को लेकर बाजारों में बढ़ी भीड़, सड़कों पर लग रहा जाम, लोग परेशान
लुधियाना पुलिस के पास नहीं कोई रोड मैप:दीवाली को लेकर बाजारों में बढ़ी भीड़, सड़कों पर लग रहा जाम, लोग परेशान लुधियाना शहर की सड़कों पर इन दिनों लग रहे घंटों जाम से लोग बेहद परेशान हो रहे हैं। दीवाली पर्व के चलते इन दिनों घंटों जाम में लोग फंसे रहते हैं। आलम यह है कि बीस मिनट का रास्ता घंटों तक तय करना पड़ रहा है। शहर के मुख्य बाजारों में तो स्थिति काफी भयंकर हो चुकी है। शाम के समय तो शहर की हर सड़क पर लगने वाले जाम से निपटने के लिए पुलिस के पास भी कोई रोड मैप नहीं है। दीवाली पर घरों से खरीददारी करने निकल रहे लोग कुछ ही दिनों बाद दीवाली का त्योहार मनाया जाएगा। लोग अभी से खरीददारी करने के लिए बाजारों में निकल रहे हैं। कोई गिफ्ट आइटम खरीद रहा है तो कोई घरों की सजावट का सामान। बाजारों में दुकानदारों की तरफ से भी दुकानों के बाहर विभिन्न तरह के सामान की स्टालें भी लगाई गई हैं, जहां लोग जमकर खरीददारी कर रहे हैं। दोपहर से शुरू हो जाता है जाम शहर के हैबोवाल, घुमार मंडी, माडल टाऊऩ, घंटाघर चौक, रेलवे स्टेशन, आरती चौक, केसरगंज, फील्डगंज, जसिसयां रोड पर दोपहर से ही ट्रैफिक जाम शुरू हो जाता है। यहां शाम के समय तो हालात बेहद गंभीर हो जाते हैं। बाजारों में हो रखे हैं अवैध कब्जे जाम की स्थिति से निपटने के लिए ना तो पुलिस गंभीर है ना ही नगर निगम। क्योंकि शहर के कई इलाके एक तो काफी छोटे हैं, ऊपर से वहां दुकानदारों की तरफ से भी अवैध कब्जे कर रखे हैं। जिस कारण जाम की सिथति से लोग परेशान हो रहे हैं। हर साल दीवाली पर महानगर के लोग ट्रैफिक समस्या से जूझते हैं लेकिन जिम्मेवार अफसर कुंभकर्णी नींद सो रहे हैं। दीवाली को लेकर पुलिस पुरी तरह से हैं अलर्ट डीसीपी शुभम अग्रवाल ने कहा कि दीवाली को लेकर शहर में जहां लोगों की सुरक्षा को लेकर विशेष नाके लगाए जा रहे हैं। वहीं ट्रैफिक समस्या से भी निपटने के लिए भीड़भाड़ वाले बाजारों में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की ड्यूटियां लगाई जा रही हैं। उन्होंने अपील की कि त्योहार को लेकर लोग भी पुलिस को सहयोग करें।
मोगा में नशे की ओवरडोज से एक और मौत:परिवार से छीना 20 साल का इकलौते बेटा; बिना पोस्टमॉर्टम किया अंतिम संस्कार
मोगा में नशे की ओवरडोज से एक और मौत:परिवार से छीना 20 साल का इकलौते बेटा; बिना पोस्टमॉर्टम किया अंतिम संस्कार पंजाब के मोगा जिले में नशे के ओवरडोज से 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मृतक परिवार का इकलौता बेटा था। करीब 2 साल पहले उसे नशे की लत लग गई थी। मृतक की पहचान मोगा के लोहारा गांव के हरमन सिंह के रूप में हुई है। परिवार ने शर्म के कारण पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। जिसके बाद धर्मकोट पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। भले ही आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने ड्रग माफिया-पुलिस गठजोड़ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की हो और कम से कम 10,000 पुलिसकर्मियों को इधर से उधर किया हो, लेकिन इसके बावजूद मौतों का सिलसिला जारी है। पिछले दो हफ्तों में अकेले मोगा जिले में तीसरी मौत की खबर आई है। वीडियो में युवक के पास नशे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इंजेक्शन साफ देखे जा सकते हैं, लेकिन पुलिस ने इस पर कार्रवाई नहीं की और सिर्फ धारा 174 के तहत मामला दर्ज किया। हरमन की मौत से पहले भलूर गांव में कथित तौर पर नशे की लत के कारण दो लोगों की मौत हो गई थी। रविवार को घर से लड़ कर निकल गया था हरमन हरमन के माता-पिता ने कहा कि उनका बेटा रविवार को घर से निकला था और तब से लापता था। उनका बेटा करीब दो साल से नशा कर रहा था। वहीं गांव के सरपंच करमजीत सिंह गिल ने कहा कि उनके क्षेत्र में नशा फैला हुआ है और युवाओं की जान ले रहा है। यहां के युवा भी अब माता-पिता के हाथ से निकल रहे हैं। 2-3 साल से कर रहा था नशा धर्मकोट पुलिस स्टेशन के SHO इंस्पेक्टर नवदीप सिंह ने कहा कि मृतक युवक के परिवार ने शिकायत दर्ज नहीं कराई। जिसके बाद CRPC की धारा 174 के तहत जांच कार्यवाही दर्ज की गई है। मृतक के पिता के अनुसार हरमन लगभग तीन साल से दौरे से पीड़ित थे। वह नशे का आदी था और उसने नशामुक्ति का इलाज भी कराया था। 2-3 साल पहले जब उसने नशीली गोलियों का सेवन शुरू किया तो उसे इसकी लत लग गई। बिना पोस्टमॉर्टम किया संस्कार रविवार को जब पिता ने मोटरसाइकिल दिलाने से इनकार किया तो वे घर से लड़ कर चला गया। बीते बुधवार उसका शव कंडियाल गांव के पास मिला। परिवार ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार कर दिया और उसका संस्कार कर दिया।