लुधियाना में थाना सदर के अधीन थ्रीके रोड पर जमीन पर कब्जा करने को लेकर दो पक्षों में हंगामा हो गया।मामला पुश्तैनी जायदाद का है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है। कोर्ट में भी इस बाबत एक केस चल रहा है। आज एक पक्ष के द्वारा कुछ युवकों के साथ करीब 5 किला जमीन में घुसकर तोड़फोड़ करने और कब्जा करने की कोशिश की। युवकों के साथ आए पहले पक्ष ने कहा कि यह जमीन उनकी है। मामला बढ़ता देख दोनों पक्षों के वकील भी मौके पर पहुंचे। थाना सदर से एसएचओ अवतार सिंह पुलिस पार्टी के साथ मामला शांत करवाने आए। मेरे पास है जमीन के कागजात-बलविंदर सिंह युवकों के साथ आए बलविंदर सिंह ने कहा कि मैं इस जगह का मालिक हूं। मैं यहां कब्जा करने नहीं आया हूं। मेरे पास इस जगह के पूरे कागजात हैं। दूसरा पक्ष जो आरोप लगा रहा है उनकी जगह दूसरी तरफ है। ये लोग झूठा इकरारनामा करवा कर मेरी जगह में घुस रहे है। मेरे पास जगह की मलकियत है जिसे मैं प्रूफ भी कर दूंगा। इस जगह के 5 मालिक हैं, लेकिन एक व्यक्ति ही जगह पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। अमनदीप सिंह, हरिंदर कौर, बिक्रम सिंह और गुरमेल सिंह जगह पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। जहां तक बात है डंडे और सबल आदि की तो सभी युवक रेत लोडिंग आदि का काम करते हैं इसलिए उनके पास कही आदि सामान है। कोर्ट से जिस स्टे की बात की बात दूसरा पक्ष कर रहा है तो बता दें दूसरे पक्ष ने तीन जगह पर जमीन बेची हुई है। असल रजिस्ट्री और फरद हम पुलिस को दिखाएंगे। तभी पता चल पाएगा कि असल मालिक कौन है। प्रशासन से मांग है कि हमें इंसाफ दिया जाए। हमारा पारिवारिक विवाद है। ये विवाद मेरे चाचा के बेटे और चाची के साथ चल रहा है। 32 साल से हूं परेशान,आज हथियारों के बल पर की कब्जा करने की कोशिश-हरिंद्र कौर उधर, दूसरे पक्ष की बुजुर्ग महिला हरिंद्र कौर ने कहा कि मेरे पति का नाम गुरमेल सिंह है। पिछले साल 23 मार्च को पति की मौत हो गई थी। हमारे परिवार को 32 साल से परेशान किया जा रहा है। जरनैल सिंह, जसवंत सिंह, चरणजीत कौर और इंद्रजीत कौर अक्सर जमीन को लेकर विवाद करते है। जरनैल सिंह ने 2022-23 में जमीन को बांटने का केस लगाया था। अभी तक कोई भी जायदाद बांटी नहीं गई। आज बलविंदर सिंह कुछ युवकों को साथ लेकर जबरी जमीन पर कब्जा करने के लिए आया। इन लोगों ने जमकर दरवाजे तोड़े। मेरी बहू गर्भवती है। उस पर भी हमला हुआ है। उसकी जान बचाने के लिए एक कमरे में बंद करके बाहर से ताला लगाया। दरवाजे पर भी डंडों और सबल मारने के निशान है। सभी युवकों के हाथों में डंडें और राड पकड़े हुए थे। उनके चेहरे भी ढके हुए थे। कब्जा करने की नीयत के साथ युवकों ने सीसीटीवी कैमरे भी तोड़े है। महिला अमनिंदर कौर ने कहा कि वह गर्भवती है। कब्जा करने आए युवकों में से एक युवक ने उस पर डंडे से वार भी किया है। प्रशासन से मांग है कि सरेआम दिन के समय युवकों ने बदमाशी की है उन पर बनता एक्शन लिया जाए। जमीन के हमारे पास स्टे ऑर्डर है। SHO अवतार सिंह बोले… उधर, इस मामले में थाना सदर के एसएचओ अवतार सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों को थाना में बुलाया है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। आज जो हंगामा हुआ इसे लेकर जांच की जा रही है। लुधियाना में थाना सदर के अधीन थ्रीके रोड पर जमीन पर कब्जा करने को लेकर दो पक्षों में हंगामा हो गया।मामला पुश्तैनी जायदाद का है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है। कोर्ट में भी इस बाबत एक केस चल रहा है। आज एक पक्ष के द्वारा कुछ युवकों के साथ करीब 5 किला जमीन में घुसकर तोड़फोड़ करने और कब्जा करने की कोशिश की। युवकों के साथ आए पहले पक्ष ने कहा कि यह जमीन उनकी है। मामला बढ़ता देख दोनों पक्षों के वकील भी मौके पर पहुंचे। थाना सदर से एसएचओ अवतार सिंह पुलिस पार्टी के साथ मामला शांत करवाने आए। मेरे पास है जमीन के कागजात-बलविंदर सिंह युवकों के साथ आए बलविंदर सिंह ने कहा कि मैं इस जगह का मालिक हूं। मैं यहां कब्जा करने नहीं आया हूं। मेरे पास इस जगह के पूरे कागजात हैं। दूसरा पक्ष जो आरोप लगा रहा है उनकी जगह दूसरी तरफ है। ये लोग झूठा इकरारनामा करवा कर मेरी जगह में घुस रहे है। मेरे पास जगह की मलकियत है जिसे मैं प्रूफ भी कर दूंगा। इस जगह के 5 मालिक हैं, लेकिन एक व्यक्ति ही जगह पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। अमनदीप सिंह, हरिंदर कौर, बिक्रम सिंह और गुरमेल सिंह जगह पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। जहां तक बात है डंडे और सबल आदि की तो सभी युवक रेत लोडिंग आदि का काम करते हैं इसलिए उनके पास कही आदि सामान है। कोर्ट से जिस स्टे की बात की बात दूसरा पक्ष कर रहा है तो बता दें दूसरे पक्ष ने तीन जगह पर जमीन बेची हुई है। असल रजिस्ट्री और फरद हम पुलिस को दिखाएंगे। तभी पता चल पाएगा कि असल मालिक कौन है। प्रशासन से मांग है कि हमें इंसाफ दिया जाए। हमारा पारिवारिक विवाद है। ये विवाद मेरे चाचा के बेटे और चाची के साथ चल रहा है। 32 साल से हूं परेशान,आज हथियारों के बल पर की कब्जा करने की कोशिश-हरिंद्र कौर उधर, दूसरे पक्ष की बुजुर्ग महिला हरिंद्र कौर ने कहा कि मेरे पति का नाम गुरमेल सिंह है। पिछले साल 23 मार्च को पति की मौत हो गई थी। हमारे परिवार को 32 साल से परेशान किया जा रहा है। जरनैल सिंह, जसवंत सिंह, चरणजीत कौर और इंद्रजीत कौर अक्सर जमीन को लेकर विवाद करते है। जरनैल सिंह ने 2022-23 में जमीन को बांटने का केस लगाया था। अभी तक कोई भी जायदाद बांटी नहीं गई। आज बलविंदर सिंह कुछ युवकों को साथ लेकर जबरी जमीन पर कब्जा करने के लिए आया। इन लोगों ने जमकर दरवाजे तोड़े। मेरी बहू गर्भवती है। उस पर भी हमला हुआ है। उसकी जान बचाने के लिए एक कमरे में बंद करके बाहर से ताला लगाया। दरवाजे पर भी डंडों और सबल मारने के निशान है। सभी युवकों के हाथों में डंडें और राड पकड़े हुए थे। उनके चेहरे भी ढके हुए थे। कब्जा करने की नीयत के साथ युवकों ने सीसीटीवी कैमरे भी तोड़े है। महिला अमनिंदर कौर ने कहा कि वह गर्भवती है। कब्जा करने आए युवकों में से एक युवक ने उस पर डंडे से वार भी किया है। प्रशासन से मांग है कि सरेआम दिन के समय युवकों ने बदमाशी की है उन पर बनता एक्शन लिया जाए। जमीन के हमारे पास स्टे ऑर्डर है। SHO अवतार सिंह बोले… उधर, इस मामले में थाना सदर के एसएचओ अवतार सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों को थाना में बुलाया है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। आज जो हंगामा हुआ इसे लेकर जांच की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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आंतकी ने PM के दौरे से पहले किसानों को भड़काया:पन्नू बोला- PEC आने पर मोदी को घेरो; 3 दिसंबर को चंडीगढ़ आएंगे मोदी अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने किसानों से आह्वान किया है कि वे 3 दिसंबर को पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेर लें। पन्नू ने किसानों का सहारा लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन को भड़काने का प्रयास किया है। इतना ही नहीं गृह मंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री से एक दिन पहले यानी आज रात चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। पन्नू ने पंजाब के किसानों की समस्याओं को ‘करो या मरो’ की स्थिति बताते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और अन्य किसान संगठनों को यह समझना चाहिए कि 1980 के दशक से चल रहा यह आंदोलन अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है। उन्होंने दावा किया कि अब पंजाब के किसानों के पास खालिस्तान की लड़ाई में शामिल होने का ही एकमात्र विकल्प बचा है। पढ़ें क्या बोला आतंकी पन्नू आतंकी पन्नू ने अपनी वीडियो में कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 दिसंबर को चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में आ रहे हैं। बॉर्डर से उठो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घेराव करो। इसी जगह से राजनीतिक सफर शुरू हुआ था और इसी जगह से उनके राजनीतिक सफर का अंत भी होगा। किल मोदी पॉलीटिक्स, नारा लेकर पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंच जाओ। हक लेने पड़ते हैं, मांगने से कुछ नहीं चाहिए। हाथों में ताकत चाहिए। किसानों का ये कदम नरेंद्र मोदी की राजनीतिक मौत का आगाज होगा। पंजाब की आजादी ही हल है। ना मोदी हिंदू, ना हिंदी, ना हिंदुस्तान, चंडीगढ़ बनेगा खालिस्तान। अमित शाह आज पहुंचेंगे पंजाब भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार दोपहर तकरीबन 11.30 बजे चंडीगढ़ पहुंच जाएंगे। लेकिन देश के गृहमंत्री अमित शाह एक दिन पहले ही आज चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। वे रात 9.30 बजे पंजाब राज भवन पहुंचेंगे। जहां वे पंजाब गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात भी करेंगे। मंगलवार सुबह 11.30 बजे पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। ये कार्यक्रम दोपहर 2 बजे तक चलेगा। जिसके बाद प्रधानमंत्री दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे, लेकिन शाह चंडीगढ़ में ही रुकेंगे और एक बार फिर पंजाब राज भवन पहुंचेंगे। यहां वे गवर्नर कटारिया के साथ चंडीगढ़ व पंजाब के मसलों पर बातचीत कर सकते हैं। चंडीगढ़ में बढ़ाई गई सुरक्षा 2 दिसंबर को (रात 8:15 बजे से रात 9:30 बजे तक) एयरपोर्ट लाइट प्वाइंट से पॉस्टी फॉर्म लाइट प्वाइंट, पॉस्टी फॉर्म लाइट प्वाइंट से हॉलिडे होम लाइट प्वाइंट, हॉलिडे होम लाइट प्वाइंट से सेक्टर 20/21 कट, सेक्टर 20/21 कट से 18/19 कट और सेक्टर 18/19 कट से 17/18 तक कट को बंद रख जाएगा। इसी तरह 3 दिसंबर को (सुबह 11 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक) दक्षिण मार्ग (साउथ रोड), सेक्टर 34/9/10 कट, सेक्टर 3/2 कट, और सेक्टर 10/11 कट को बंद रखा जाएगा। लगातार देश को तोड़ने की धमकियां दे रहा आतंकी पन्नू आतंकी पन्नू लगातार देश को तोड़ने की धमकियां दे रहा है। पन्नू ने बीते महीने पहले एयर इंडिया में सफर ना करने की बात कही। वहीं अमृतसर और चंडीगढ़ एयरपोर्ट को ब्लॉक करने के लिए भी पंजाब के युवाओं को उकसाने का प्रयास किया था। पन्नू ने कहा था- ”नवंबर में 1984 में हुए सिख दंगों की 40वीं बरसी है। 1984 में 13 हजार से अधिक सिख, महिलाओं और बच्चों को मार दिया गया। आज भी दिल्ली में विधवा कॉलोनी है। ये पूरी घटना भारतीय हुकूमत द्वारा की गई थी। विदेशों में यात्रा करने वाले लोग 1 से लेकर 19 नवंबर तक एअर इंडिया का बायकॉट करें।” पन्नू ने पायलट्स को धमकाया कि बोर्ड पर संदिग्ध बम हो सकता है।” 2019 में सिख फॉर जस्टिस पर बैन लगाया भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 10 जुलाई 2019 को SFJ (सिख फॉर जस्टिस) को उसकी गतिविधियों के लिए UAPA के तहत एक गैरकानूनी संगठन के रूप में प्रतिबंधित कर दिया। 1 जुलाई 2020 को पन्नू को भारत सरकार द्वारा व्यक्तिगत आतंकवादियों की सूची में शामिल किया गया। NIA ने सितंबर 2019 में पन्नू के खिलाफ पहला मामला दर्ज किया। 29 नवंबर 2022 को उसे PO घोषित किया गया। 2023 में, NIA ने अमृतसर और चंडीगढ़ में पन्नू के घर और जमीन को जब्त कर लिया। 3 फरवरी 2021 को NIA की विशेष अदालत द्वारा पन्नू के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए। पन्नू पर करीब 12 केस, सोशल मीडिया पर करता है भड़काऊ बयानबाजी
किसान नेता भूख हड़ताल शुरू करने से पहले हिरासत में:शंभू बॉर्डर का एक हिस्सा खोला जाएगा, बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के दिल्ली जा सकेंगे किसान
किसान नेता भूख हड़ताल शुरू करने से पहले हिरासत में:शंभू बॉर्डर का एक हिस्सा खोला जाएगा, बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के दिल्ली जा सकेंगे किसान हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत (भूख हड़ताल) शुरू करने से पहले संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पंजाब पुलिस उन्हें लुधियाना स्थित DMC अस्पताल ले गई है। कोई व्यक्ति उन तक न पहुंचे, इसके लिए अस्पताल के आसपास के एरिया को सील कर दिया गया है। अस्पताल में डल्लेवाल कुछ नहीं खा रहे हैं। उनको हिरासत में लिए जाने के बाद किसान नेता और पूर्व फौजी सुखजीत सिंह हरदो झंडे खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठ गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे इस अनशन के दौरान मर जाते हैं तो उनका शव यहीं रहेगा और दूसरा किसान मरणव्रत पर बैठ जाएगा। एक अन्य नेता ने बताया कि डल्लेवाल ठीक हैं। जैसा उन्होंने (डल्लेवाल) कहा था कि वह 26 से मरणव्रत पर बैठेंगे, उन्होंने लुधियाना में कुछ खाया नहीं है। इस बीच किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर पहुंचकर प्रदर्शन भी किया। वहीं हरियाणा और पंजाब के सीनियर अधिकारियों की बैठक में सहमति बनी है कि शंभू बॉर्डर का 4 फीट का एरिया खोला जाएगा, ताकि किसान बिना ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के आगे बढ़ सकें। हालांकि औपचारिक ऐलान नहीं हुआ, लेकिन बैरिकेडिंग हटाना शुरू कर दी गई है। डल्लेवाल की हिरासत पर पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि संविधान दिवस पर यह संविधान की हत्या है। मैं खनौरी बॉर्डर मोर्चे पर समर्थन में पहुंच रहा हूं। आप सब भी आइए और केंद्र और पंजाब सरकार के इस जुगलबंदी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाइए। जो किसान, नौजवान शंभू बॉर्डर के नजदीक हैं, वो शंभू बॉर्डर पहुंचे। इससे पहले किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि सोमवार रात करीब 2 बजे डल्लेवाल को खनौरी बॉर्डर से उठा लिया गया है। उन्हें कहां ले गए हैं, इसकी जानकारी नहीं है। जिन्होंने डल्लेवाल को उठाया है, उनमें कई पुलिसवाले हिंदी भाषा बोल रहे थे। डल्लेवाल को CM भगवंत मान के ज्यूरिस्डिक्शन से उठाया गया है, इसलिए पंजाब सरकार को किसानों के प्रति अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। बताना होगा कि उन्हें कहां ले गए हैं? अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। बड़े अपडेट्स… DIG बोले- प्रशासन को उम्र-सेहत की चिंता
पटियाला रेंज के DIG मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि डल्लेवाल ने मरणव्रत की घोषणा की थी। उनकी उम्र और सेहत की वजह से प्रशासन चिंतित था। मरणव्रत के ऐलान के बाद भीड़ हो जाती है, जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच पाती। इसी वजह से प्रशासन ने फैसला किया कि उनकी मेडिकल जांच कराई जाए। इसके लिए उन्हें लुधियाना डीएमसी लेकर आए हैं। डल्लेवाल को हिरासत में लेने के बाद की 2 तस्वीरें किसान नेता क्या बोले… कोहाड़ बोले- उन्हें गर्म कपड़े भी नहीं पहनने दिए
डल्लेवाल के साथ मौजूद रहे किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का कहना है कि रात के समय जब डल्लेवाल रेस्ट कर रहे थे, तभी दोनों तरफ से पुलिस पहुंची और उन्हें डिटेन करके ले गई। जिस समय डल्लेवाल को उठाया गया, उन्होंने सिर्फ कुर्ता पहन रखा था। 68 साल के डल्लेवाल को न पजामा और न ही गर्म कपड़े पहनने दिए। कोहाड़ ने कहा कि मरणव्रत जरूर शुरू होगा। पहले भी डिसाइड था कि अगर जगजीत डल्लेवाल को कुछ होगा तो अगला किसान नेता मरणव्रत पर बैठेगा। अब अगर एक किसान नेता भूख हड़ताल पर नहीं बैठेगा तो अन्य किसान नेता उनकी जगह भूख हड़ताल पर बैठेंगे। जल्द ही किसान संगठन बैठक कर निर्णय लेंगे कि अब कौन मरणव्रत पर बैठेगा। किसानों से मोर्चों पर पहुंचने की अपील
किसान नेता अमरजीत सिंह मोहड़ी ने कहा कि आज जगजीत सिंह डल्लेवाल को मरणव्रत पर बैठना था, लेकिन पंजाब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसलिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान खनौरी व शंभू बॉर्डर पर पहुंचे। हमें मोर्चे को मजबूत करना है, ताकि किसी और साथी के साथ ऐसा न हो। अब जानिए राजनेताओं ने क्या कहा… बिट्टू बोले- केंद्रीय एजेंसियों का हाथ नहीं
केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा- किसान नेता डल्लेवाल को हिरासत में लेना भगवंत मान सरकार का फैसला है। उनकी गिरफ्तारी में किसी केंद्रीय एजेंसी का हाथ नहीं है। यह पूरी तरह से राज्य पुलिस का काम है, जिसका उद्देश्य वास्तविक मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों पर दोष मढ़ना है। केंद्र सरकार हमेशा किसानों के कल्याण के लिए काम करती है और इस तरह के हथकंडे नहीं अपनाती। अकाली नेता मजीठिया बोले- डल्लेवाल को गिरफ्तार करना निंदनीय
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि डल्लेवाल को गिरफ्तार करना निंदनीय है। वह लंबे समय से किसानों की मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। आज उन्होंने कोई गैरकानूनी काम नहीं करना था, शांतिमय तरीके से धरने पर बैठना था। अगर वह भी अधिकार हमारे पास नहीं रह गया तो यह संविधान के विपरीत है। बहुत बड़ी बात है। मजीठिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बिट्टू साहब का कहना था कि बड़ी जल्दी किसान नेताओं पर कार्रवाई होगी। यह बात आज सच्ची हो गई है। किसान नेताओं पर झूठे पर्चे दर्ज किए जा रहे हैं। अनशन पर जाने से पहले डल्लेवाल ने जमीन परिवार के नाम की
डल्लेवाल ने 4 नवंबर को ऐलान किया था कि पार्लियामेंट सेशन शुरू होते ही वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इसके बाद 6 दिसंबर को किसान दिल्ली कूच करेंगे। एक दिन पहले सोमवार को फरीदकोट में जगजीत सिंह डल्लेवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि वह सिर पर कफन बांधकर आमरण अनशन पर बैठने जा रहे हैं। केंद्र सरकार को उनकी मांगें पूरी करनी होंगी या फिर वह अपनी जान कुर्बान कर देंगे। उनकी मौत से भी आंदोलन नहीं रुकेगा। मौत के बाद दूसरे नेता आमरण अनशन शुरू करेंगे। इसलिए अपनी जमीन को पुत्र, पुत्रवधू और पौत्र के नाम करवा दिया है, ताकि कोई विवाद न रहे। किसान संगठन जागरूकता अभियान के तहत घर-घर जाकर समर्थन जुटा रहे हैं और अपनी मांगों के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे हैं। बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली दिल्ली जाएंगे किसान
इधर, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने 18 नवंबर को ऐलान किया था कि किसान 6 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने कहा था कि 9 महीने से किसान चुप बैठे हैं, लेकिन सरकारों की ओर से हमारी उपेक्षा की जा रही है। इस कारण दिल्ली जाने का फैसला लिया है। इस बार किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के बजाय पैदल मार्च करेंगे। इसमें पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान शामिल होंगे। सरकार के पास 10 दिन का समय है। किसानों-सरकार की मीटिंग बेनतीजा रही
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी और किसान नेताओं की 4 नवंबर को चंडीगढ़ में मीटिंग हुई थी। इसकी अध्यक्षता रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह ने की। मीटिंग में किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरे किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल नहीं पहुंचे। पंधेर ने मीटिंग में आने से मना कर दिया था, जबकि डल्लेवाल ने तबीयत खराब होने का हवाला दिया था। डल्लेवाल के संगठन के सदस्य मीटिंग में शामिल हुए। किसानों ने अपनी 12 मांगें सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी के सामने रखीं। किसानों ने साफ कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। 13 फरवरी को दिल्ली कूच करने निकले थे
फसलों पर MSP की गारंटी समेत दूसरी मांगों को लेकर पंजाब के किसान 13 फरवरी 2024 को दिल्ली कूच करने के लिए निकले थे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर और डबवाली बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। शंभू बॉर्डर पर किसानों ने पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इससे अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। ————————– डल्लेवाल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… डल्लेवाल की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस सांसद, सैलजा बोलीं- बीजेपी सरकार किसान विरोधी हरियाणा के सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की गिरफ्तारी पर ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा, किसान पहले भी आंदोलनरत था और आज भी आंदोलनरत है। भाजपा सरकार अपने वादों पर खरी नहीं उतरी है, सच तो ये है कि भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा किसान उपेक्षा का शिकार हैं। पूरी खबर पढ़ें…
हरगोबिंद नगर में सीवरेज ब्लॉकेज से फैक्ट्रियां और दुकानें रहीं बंद
हरगोबिंद नगर में सीवरेज ब्लॉकेज से फैक्ट्रियां और दुकानें रहीं बंद भास्कर न्यूज | जालंधर पठानकोट बायपास चौक के पास ट्रांसपोर्ट नगर में निगम का सीवरेज डिस्पोजल सिस्टम फेल हो गया है। यहां फैक्ट्रियों व घरों वाले इलाके हरगोबिंद नगर में हालात बेकाबू हैं। पहले बुधवार को यहां लोगों ने बंद सीवरेज की समस्या बताई थी। अब वीरवार को यहां कारखानों में बड़ी संख्या में श्रमिक नहीं पहुंचे। सीवरेज के गंदे पानी से भरी सड़क पर दुकानों के शटर गिरे मिले। यहां की इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के प्रधान मनीष कवात्रा ने कहा कि वीरवार सुबह से ही हालात खराब हैं। इंडस्ट्रीयल पॉकेट के सभी रोड्स पर 2-2 फीट पानी बह रहा है। जो मजदूर काम पर आए थे, वह वापस लौट गए। दूसरी तरफ पीने का पानी का बड़ा संकट है। पानी गंदा आ रहा है। कंपलेंट सेल से कोई साफ जवाब नहीं मिल रहा है। अब लोग इकट्ठा होकर निगम कमिशनर गौतम जैन के पास जाएंगे। आज कारखानों में कामकाज के ऐसे हालात रहे हैं जैसे कोरोना के कारण लॉकडाउन में थे। सीवरेज ब्लॉकेज के कारण हरगोबिंद नगर में फैक्ट्रियों में छुट्टी रही। श्रमिक नहीं आए। दुकानों के शटर गिरे रहे। गंदे पानी के कारण गुजरने वाले भी नहीं थे। सीवरेज का पानी पेयजल में भी मिश्रित होने लगा । गंदा पानी दिखाता रेजीडेंट।