लुधियाना में जमानत पर बाहर आने के बाद एक व्यक्ति समझौता करने के लिए अपनी ससुराल पहुंचा। जहां पर उसकी अपने साले से भिड़ंत हो गई। जीजा-साले में हुई झड़प का एक वीडियो भी सामने आया है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। लुधियाना के जागीरपुर निवासी सत्यम कुमार ने बताया कि उसकी बहन की लुधियाना के ही पवन कुमार से शादी हुई थी। करीब दो साल पहले उसकी बहन ने ससुरालियों से तंग आकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने उसकी बहन के पति पवन कुमार पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया था। उसी समय से आरोपी पवन कुमार उनके साथ व उनके पूरे परिवार से रंजिश रखता था और कई बार धमकियां भी दे चुका है। रविवार की रात किया हमला सत्यम कुमार ने बताया कि बीती रात संडे की छुट्टी होने के कारण वह परिवार के साथ बाजार गया था। जब वह वापस घर लौटा तो पवन कुमार अपने कुछ साथियों के साथ मोहल्ले में खड़ा था। जैसे ही वह अपने घर के बार के पास पहुंचा तो पवन ने उन पर हमला कर दिया। सत्यम कुमार ने बताया कि दोषी पवन कुमार उनसे समझौता करने पहुंचा था। पहले भी वह समझौता करने का दबाव बना चुका है और धमकी भी दे चुका है। पुलिस ने शुरू की जांच थाना टिब्बा के एसएचओ भगतवीर सिंह ने कहा कि जीजा-साले में हुई झड़प की जांच की जा रही है। घटना की सीसीटीवी भी उन्होंने कब्जे में ले ली है। जांच के बाद जरुरी कार्रवाई की जाएगी। लुधियाना में जमानत पर बाहर आने के बाद एक व्यक्ति समझौता करने के लिए अपनी ससुराल पहुंचा। जहां पर उसकी अपने साले से भिड़ंत हो गई। जीजा-साले में हुई झड़प का एक वीडियो भी सामने आया है। पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। लुधियाना के जागीरपुर निवासी सत्यम कुमार ने बताया कि उसकी बहन की लुधियाना के ही पवन कुमार से शादी हुई थी। करीब दो साल पहले उसकी बहन ने ससुरालियों से तंग आकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने उसकी बहन के पति पवन कुमार पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया था। उसी समय से आरोपी पवन कुमार उनके साथ व उनके पूरे परिवार से रंजिश रखता था और कई बार धमकियां भी दे चुका है। रविवार की रात किया हमला सत्यम कुमार ने बताया कि बीती रात संडे की छुट्टी होने के कारण वह परिवार के साथ बाजार गया था। जब वह वापस घर लौटा तो पवन कुमार अपने कुछ साथियों के साथ मोहल्ले में खड़ा था। जैसे ही वह अपने घर के बार के पास पहुंचा तो पवन ने उन पर हमला कर दिया। सत्यम कुमार ने बताया कि दोषी पवन कुमार उनसे समझौता करने पहुंचा था। पहले भी वह समझौता करने का दबाव बना चुका है और धमकी भी दे चुका है। पुलिस ने शुरू की जांच थाना टिब्बा के एसएचओ भगतवीर सिंह ने कहा कि जीजा-साले में हुई झड़प की जांच की जा रही है। घटना की सीसीटीवी भी उन्होंने कब्जे में ले ली है। जांच के बाद जरुरी कार्रवाई की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में अकाली दल ने अपने सरपरस्त को किया निष्कासित:पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप; महेश इंद्र ने कहा- खुद निकाले थे पूर्व जत्थेदार टोहड़ा
पंजाब में अकाली दल ने अपने सरपरस्त को किया निष्कासित:पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप; महेश इंद्र ने कहा- खुद निकाले थे पूर्व जत्थेदार टोहड़ा पंजाब में शिरोमणि अकाली दल विवाद में अब पार्टी ने अपने ही सरपरस्त सुखदेव सिंह ढींडसा को निष्कासित कर दिया है। बीते दिन पार्टी सरपरस्त ने प्रेस कांफ्रेंस कर बागी गुट को निकालने के फैसले को रद्द कर दिया था। जवाब में अकाली दल नेता महेंश इंद्र ने चंडीगढ़ अकाली दल कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगाए। पार्टी नेता महेश इंद्र ने सुखदेव सिंह के सरपरस्त होते हुए प्रेस कांफ्रेंस करने के मुद्दे को उठाया और कहा कि पार्टी में सरपरस्त उसे बनाया जाता है, जिसकी यूटिलिटी खत्म हो जाती है। ऐसे व्यक्ति को साथ जोड़े रखने के लिए सरपरस्त बनाया जाता है। ऐसे व्यक्ति के पास कोई ताकत नहीं होती है। ऐसा व्यक्ति अपना सम्मान करवाना चाहे तो करवा सकता हैं। सुखदेव ढींडसा ने टोहड़ा को निकाला था पार्टी से महेश इंद्र ने एक पुरानी बात याद कर सुखदेव सिंह ढींडसा के पार्टी में अनुशासनिक कमेटी के अध्यक्ष होते हुए उनके द्वारा की गई कार्रवाई को याद करवाया। महेश इंद्र ने कहा कि जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा ने पूर्व पार्टी प्रधान प्रकाश सिंह बादल को उनकी जगह एक्टिंग प्रधान बनाने की पेशकश की थी। टोहड़ा की तरफ से प्रकाश सिंह बादल से इस्तीफे तक की बात भी नहीं कही गई थी, लेकिन सुखदेव ढींडसा ने अनुशासनिक कमेटी का अध्यक्ष होने के नाते कार्रवाई करते हुए पार्टी से निकाल दिया था। बेटे को टिकट ना देने पर क्यों भड़क थे ढींडसा महेश इंद्र ने सुखदेव सिंह ढींडसा पर उनके बेटे को टिकट ना देने पर नाराज होने पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अगर सुखबीर बादल नेगेटिव प्रवृत्ति के थे तो उनसे टिकट क्यों लेनी थी। अगर उनके परिवारवाद पर सवाल उठता है तो ढींडसा ने अपने बेटे परमिंदर सिंह ढींडसा के लिए टिकट क्यों मांगा और टिकट ना मिलने पर नाराजगी क्यों जाहिर की। परमिंदर ढींडसा के डेरे मुखी के जाने पर भी सवाल सुखदेव सिंह ढींडसा पर अटैक करते हुए कहा कि सुधार लहर वाले अब प्रदीप कलेर की बात को उठा रहे हैं। लेकिन खुद सुखदेव सिंह ढींडसा मान चुके हैं कि परमिंदर को वोट डलवाने के लिए वे डेरे पर जा चुके हैं। इतना ही नहीं, बीबी जगीर कौर ने खुद प्रेस कांफ्रेंस की थी कि परमिंदर को डेरे की सपोर्ट के कारण जीत मिली।
बंटवारे में पाकिस्तान छोड़ पंजाब आए मनमोहन सिंह:पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी; PU में प्रोफेसर रहे, दोस्त के कहने पर दे दिया IISER
बंटवारे में पाकिस्तान छोड़ पंजाब आए मनमोहन सिंह:पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी; PU में प्रोफेसर रहे, दोस्त के कहने पर दे दिया IISER देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने गुरुवार रात दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने वाले वह पहले सिख नेता थे। डॉ. मनमोहन सिंह का पंजाब और चंडीगढ़ से गहरा नाता रहा। उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को पंजाब के गाह गांव में हुआ, जो आज पाकिस्तान का हिस्सा है। वर्ष 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ तो मनमोहन सिंह अपने परिवार के साथ पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए। उस समय उनकी उम्र 15 साल के आसपास थी। भारत आने के बाद उनका परिवार अमृतसर में बस गया। मनमोहन सिंह ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अमृतसर में ही। बाद में उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं। पंजाब ने जब चंडीगढ़ के पास मुल्लांपुर में न्यू चंडीगढ़ बसाना शुरू किया तो मनमोहन सिंह ने ही वहां की मेडिसिटी में होमी भाभा कैंसर अस्पताल का नींव पत्थर रखा। वह न्यू चंडीगढ़ का पहला बड़ा सरकारी प्रोजेक्ट था। सरल स्वभाव के धनी मनमोहन सिंह ने एक पुराने दोस्त के आग्रह पर पंजाब को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) जैसा बड़ा प्रोजेक्ट भी दे दिया। डॉ. मनमोहन सिंह के पंजाब से जुड़े 3 PHOTOS… पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी, कोई कर्ज नहीं
विनम्र स्वभाव और शालीनता के लिए मशहूर मनमोहन सिंह कुल 6 बार राज्यसभा के सांसद रहे। वह आखिरी बार वर्ष 2019 में राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुने गए। राज्यसभा में दिए एफिडेविट के मुताबिक मनमोहन सिंह के पास कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपए की प्रॉपर्टी है। उनके पास दिल्ली और चंडीगढ़ में एक-एक मकान भी है। एफिडेविट के मुताबिक, मनमोहन सिंह कोई कर्ज नहीं था। उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर के अलावा 3 बेटियां हैं। दोस्त के कहने पर पंजाब को दिया IISER प्रोजेक्ट
पंजाब के मोहाली में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) बना हुआ है। पंजाब को यह इंस्टीट्यूट मिलने के पीछे भी दिलचस्प कहानी है। दरअसल, वर्ष 2004 में मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री बने तो उनके दोस्त डॉ. केसर सिंह ने उन्हें एक लेटर लिखा। केसर सिंह ने लेटर में पंजाब में IISER स्थापित करने का आग्रह किया। डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने दोस्त का अनुरोध मान लिया। उन्होंने पंजाब को IISER देते हुए शर्त लगाई कि यह इंस्टीट्यूट मोहाली में ही बनाया जाए, क्योंकि यहां एयर कनेक्टिविटी अच्छी है। इसलिए, इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल पाएगा। वर्ष 2007 में मोहाली के सेक्टर-81 में IISER बनकर तैयार हो गया। पंजाब ने न्यू चंडीगढ़ बसाया तो पहला सरकारी प्रोजेक्ट दिया
मनमोहन सिंह को पंजाब, खासकर चंडीगढ़ से खासा लगाव था। वर्ष 2007 के पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली-भाजपा गठबंधन को बहुमत मिला और प्रकाश सिंह बादल की अगुआई में सरकार बनी। वर्ष 2012 के पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली-भाजपा गठबंधन ने सरकार रिपीट की। चूंकि, चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश है इसलिए उसी दौरान पंजाब सरकार ने चंडीगढ़ के पास मुल्लांपुर इलाके में न्यू चंडीगढ़ के नाम से नया शहर बसाने की प्लानिंग की। यह काफी महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था और इसकी मॉनिटरिंग पंजाब के तत्कालीन डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल खुद कर रहे थे। अकाली-भाजपा सरकार ने जब तत्कालीन केंद्र सरकार से इस नए शहर के लिए बड़ा प्रोजेक्ट मांगा तो 30 दिसंबर, 2013 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह खुद न्यू चंडीगढ़ में होमी भाभा कैंसर अस्पताल का शुभारंभ करने पहुंचे थे। उस समय यह न्यू चंडीगढ़ का पहला बड़ा सरकारी प्रोजेक्ट था।
पटियाला में जेठ ने गुस्से में की महिला की हत्या:चाकू से किए वार; मां के गहनों पर झगड़ा कर रहे थे दोनों भाई
पटियाला में जेठ ने गुस्से में की महिला की हत्या:चाकू से किए वार; मां के गहनों पर झगड़ा कर रहे थे दोनों भाई पटियाला के थाना पसियाणा के बठौई गांव में दो भाइयों के बीच मां के गहनों को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान बचाव करने आई छोटे भाई की पत्नी पर गुस्से में आकर बड़े भाई ने चाकू से वार कर दिए। जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान हेमा रानी (28) के तौर पर हुई है। पुलिस ने घटना के बाद मृतक महिला के पति विक्रमजीत की बयान के आधार पर आरोपी जेठ कमलप्रीत कुमार और जेठानी बबीता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। कई माह से चल रहा था झगड़ा घटना के अनुसार मां कुछ समय से छोटे बेटे के साथ रह रही थी। उसके पास तकरीबन 10 तोला सोना था। मां के इन गहनों को लेकर दोनों भाइयों में अक्सर झगड़ा हो जाता था। जिस बात को लेकर घर में अक्सर ही तनाव वाला माहौल रहता था। 14 नवंबर की सुबह 10 बजे के आसपास इन गहनों को लेकर दोनों भाइयों में फिर से बहस शुरू हो गई। इसके बाद आरोपी ने गुस्से में आकर चाकू से हमला कर दिया। हमले में जख्मी महिला को पटियाला के एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए। जहां पर महिला ने दम तोड़ दिया। मृतक महिला का एक 7 साल का बच्चा भी है। मामले की जांच कर रही पुलिस डकाला पुलिस चौकी के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर हरभजन सिंह ने कहा कि केस दर्ज कर लिया है। लेकिन आरोपी अभी अरेस्ट नहीं हुआ है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।