पंजाब के लुधियाना में एक नेपाली ड्राइवर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतक का नाम प्रताप सिंह है। प्रताप पिछले 7 दिनों से घर से लापता था। उसकी 3 बेटियां और 2 बेटे हैं। वह पिछले 27 सालों से शहर में ड्राइवर का काम कर रहा था। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रखवा दिया था, जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। 27 साल से कर रहा था ड्राइवरी जानकारी देते हुए मृतक प्रताप सिंह के बेटे संदीप ने बताया कि वह किदवई नगर में रहता है। वह 27 साल से यहीं ड्राइवरी का काम कर रहा है। वह एक केमिकल फैक्ट्री में काम करता था। वह पहले भी कई बार लापता हो जाता था, लेकिन 1 या 2 दिन बाद घर वापस आ जाता था। गले में दुपट्टा बंधा मिला अब 7 दिन हो चुके थे, पिता को काफी तलाश किया लेकिन कुछ पता नहीं चला। जब जीजा गोदाम में बाइक खड़ी करने गए और शटर खोला तो देखा कि पिता के गले में दुपट्टा बंधा मिला। जीजा ने चिल्लाकर सबको सूचना दी। पिता के शव को नीचे उतारा गया और तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पिता घर पर किसी से ज्यादा बात नहीं करते थे। परिवार में हम कुल 7 सदस्य हैं। घटना स्थल की जांच करने आए हवलदार जगतार सिंह ने बताया कि गोदाम से शव बरामद हुआ है। व्यक्ति फंदे से लटका हुआ था। मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता चल पाएगा। पंजाब के लुधियाना में एक नेपाली ड्राइवर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतक का नाम प्रताप सिंह है। प्रताप पिछले 7 दिनों से घर से लापता था। उसकी 3 बेटियां और 2 बेटे हैं। वह पिछले 27 सालों से शहर में ड्राइवर का काम कर रहा था। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रखवा दिया था, जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। 27 साल से कर रहा था ड्राइवरी जानकारी देते हुए मृतक प्रताप सिंह के बेटे संदीप ने बताया कि वह किदवई नगर में रहता है। वह 27 साल से यहीं ड्राइवरी का काम कर रहा है। वह एक केमिकल फैक्ट्री में काम करता था। वह पहले भी कई बार लापता हो जाता था, लेकिन 1 या 2 दिन बाद घर वापस आ जाता था। गले में दुपट्टा बंधा मिला अब 7 दिन हो चुके थे, पिता को काफी तलाश किया लेकिन कुछ पता नहीं चला। जब जीजा गोदाम में बाइक खड़ी करने गए और शटर खोला तो देखा कि पिता के गले में दुपट्टा बंधा मिला। जीजा ने चिल्लाकर सबको सूचना दी। पिता के शव को नीचे उतारा गया और तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पिता घर पर किसी से ज्यादा बात नहीं करते थे। परिवार में हम कुल 7 सदस्य हैं। घटना स्थल की जांच करने आए हवलदार जगतार सिंह ने बताया कि गोदाम से शव बरामद हुआ है। व्यक्ति फंदे से लटका हुआ था। मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता चल पाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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निहंगों ने शिवसेना नेता को तलवारों से काटा,लुधियाना बंद रद्द:पुलिस बोली- 2 गिरफ्तार, बुड्ढा दल से जुड़े हुए; थापर की हालत गंभीर पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार को निहंगों ने शिवसेना नेता संदीप थापर उर्फ गोरा को सरेबाजार तलवारों से काट दिया। इस दौरान उनका गनमैन विरोध के बजाय एक किनारे खड़ा हो गया। इससे हिंदू संगठन भड़क उठे। वारदात का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई। हमलावर निहंगों ने भी हमले के बाद वीडियो जारी कर कहा कि अगर कोई उनके धर्म, मर्यादा और शहीदों के बारे में कुछ बोलेगा तो उसका यही हश्र किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल ने शुक्रवार शाम को बताया कि 2 हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वे बाबा बुड्ढा दल से जुड़े हुए हैं। गनमैन के खिलाफ डिपार्टमैंटल इन्क्वायरी की जाएगी। इसके विरोध में हिंदू नेताओं ने शनिवार को लुधियाना बंद का ऐलान किया था, लेकिन देर रात हिंदू नेताओं ने लुधियाना बंद का आह्वान स्थगित कर दिया है। इस बीच, सीपी कुलदीप चहल ने शिवसेना नेता थापर का हालचाल जाना है। हिंदू नेताओं का कहना है कि पहले अमृतसर में सुधीर सूरी और अब संदीप थापर के मामले में गनमैन ने कुछ नहीं किया। अगर उन्होंने कुछ करना ही नहीं तो फिर पुलिस उनकी जान खतरे में डाल रही है। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था हिंदू नेताओं के विरोध को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। बाजारों में किसी तरह के टकराव को रोकने के लिए पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। वहीं शिवसेना नेता की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें सीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात से जुड़ी PHOTOS… स्कूटी से आ रहे थे शिवसेना नेता, रास्ते में घेर तलवारें मारी
शिवसेना नेता संदीप थापर किसी धार्मिक कार्यक्रम से स्कूटी पर लौट रहे थे। पीछे उनका गनमैन भी बैठा हुआ था। सिविल अस्पताल के बाहर निहंगों ने उन्हें घेर लिया। इसके बाद तलवारों से काटना शुरू कर दिया। इस दौरान एक निहंग गनमैन को धक्का देते हुए किनारे ले गया। तब गनमैन ने कोई विरोध नहीं किया और किनारे जाकर खड़ा हो गया। जब शिवसेना नेता लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े तो भी निहंग उन्हें तलवार से काटता रहा। इसके बाद वह शिवसेना नेता की स्कूटी लेकर वहां से फरार हो गए। निहंगों ने वीडियो जारी कर धमकाया
वारदात के बाद हमलावर निहंगों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट की। जिसमें निहंगों ने कहा कि जो भी हमारे धर्म, मर्यादा और शहीदों के खिलाफ बोलेगा, हम उसके साथ वैसा ही करेंगे जैसा हमने आज लुधियाना में किया। उन्होंने कहा कि हम ऐसे किसी व्यक्ति को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सिख धर्म किसी का विरोध नहीं करता है और न ही यह जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। उन्होंने कहा कि जीभ में हड्डी नहीं होती लेकिन हड्डी तुड़वा देती है। हमारे धर्म और शहीदों के खिलाफ बोलने वालों को जुबां पर कंट्रोल करना चाहिए। हमें कहते हैं कि निहंग कुछ करते नहीं। मौका मिला तो इसी तरह खालसा अपना रूप दिखाता रहेगा। हिंदू नेताओं ने सड़क की थी जाम
वारदात के बाद हिंदू नेताओं ने सड़क जाम कर दिया धरना दिया था। मौके पर पहुंचे शिवसेना नेता भानु प्रताप और अमित कौंडल ने कहा कि संदीप थापर को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं और पुलिस सब कुछ जानते हुए भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यहां तक कि पुलिस कमिश्नर ने भी उनकी शिकायत को नजर अंदाज किया, जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। लुधियाना में गुंडागर्दी फैल चुकी है और पुलिस इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही है। हालांकि पुलिस कमिश्नर ने कहा था कि उन पर या किसी पर भी इस तरह के आरोप लगाना पूरी तरह से गलत हैं। हमने पहले ही उन्हें गनमैन मुहैया करा दिया है।
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का पंजाब सरकार को नोटिस:PCS नियुक्ति पर महिला अधिकारी ने दायर की थी याचिका; 8 जनवरी तक जवाब मांगा
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का पंजाब सरकार को नोटिस:PCS नियुक्ति पर महिला अधिकारी ने दायर की थी याचिका; 8 जनवरी तक जवाब मांगा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने नियमों का उल्लंघन कर कथित तौर पर की गई पीसीएस (रजिस्ट्रार) के पद पर नियुक्ति के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब सरकार और संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं। अदालत ने मामले में 8 जनवरी तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। बता दें कि ये याचिका एक महिला अधिकारी राजवंत कौर द्वारा लगाई गई थी। जिसके बाद इस पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर दिया है। महिला अधिकारी राजवंत कौर के एडवोकेट विकास चतरथ द्वारा दायर की गई याचिका में कहा गया था कि उन्होंने 10 नवंबर 2022 को जारी विज्ञापन के तहत पीसीएस पद के लिए आवेदन किया था। चयन प्रक्रिया में नियमानुसार उन्हें कुल 58.415 अंक मिलने चाहिए थे। लेकिन मात्र 56.325 अंक ही दिए गए। जस्टिस दीपक मनचंदा की पीठ ने जारी किया नोटिस याचिका में कहा गया है कि चुनाव के लिए एसीआर को आधार बनाया गया। नियमानुसार यदि एक वर्ष में 2 एसीआर प्राप्त होती हैं तो दोनों को मिलाकर अंक दिए जाने चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसके विपरीत उनसे कम अंक पाने वाले एक अन्य अभ्यर्थी को पीसीएस (रजिस्ट्रार) के पद पर नियुक्त कर दिया गया। जिसके बाद हाईकोर्ट के जस्टिस दीपक मनचंदा की अध्यक्षता वाली पीठ ने पंजाब सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। पंजाब सरकार को मामले में जवाब देने के लिए 8 जनवरी तक का समय दिया गया है।
पंजाब में कलेक्टर रेट बढ़ाने की तैयारी:सरकार ने फैसला लिया, पटियाला में नए रेट लागू, सरकार को मिलेंगे 1500 करोड़
पंजाब में कलेक्टर रेट बढ़ाने की तैयारी:सरकार ने फैसला लिया, पटियाला में नए रेट लागू, सरकार को मिलेंगे 1500 करोड़ पंजाब में आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री मंहगी होगी। क्योंकि सरकार ने कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी का फैसला ले लिया है। इससे राज्य सरकार को करीब 1500 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व हासिल होगा। पटियाला जिले ने 22 जुलाई को ही कलेक्टर रेटों में बढ़ोतरी कर दी थी। जबकि अन्य जिलों को भी इस संबंधी आदेश जारी कर दिए गए हैं। हालांकि इससे लोगों को थोड़ी नाराजगी जरूर हो सकती है। लेकिन सरकार के खजाने को इससे मजबूती जरूर मिलेगी। पटियाला मॉडल को देखने की सलाह कलेक्टर रेट बढ़ाने को लेकर राजस्व विभाग के अधिकारियों की मीटिंग हुई है। साथ ही इस संबंधी पूरी स्ट्रेटजी बनाई गई है। कलेक्टर रेटों में 5 से दस फीसदी तक बढ़ोतरी तो आम होती है। लेकिन इन्हें तय करते समय जमीन की लोकेशन भी काफी अहम रोल निभाती है। अगर कोई एरिया ज्यादा विकास कर रहा होता है, तो इन्हें और बढ़ाया जाता है। वहीं, कलेक्टर रेट खेती योग्य प्रॉपर्टी, रिहायशी, कॉमर्शियल, रेसिडेंशियल और इंडस्ट्रियल का अलग-अलग तय किया जाता है। सभी जिलों को अपने स्तर पर इसे बढ़ाना होता है। हालांकि जिलों को पटियाला में लागू किए मॉडल को देखने की सलाह जरूर दी गई है। वहीं, सारे अधिकारी अपने एरिया में प्रॉपर्टी बाजार की स्टडी भी कर रहे हैं। ताकि उचित तरीके से इसे तय किया जा सके। हालांकि काफी समय से कलेक्टर रेट नहीं बढ़े थे। 1854 करोड़ का राजस्व अभी तक मिला सरकार ने साल 2024-25 के बजट में राजस्व में 1500 करोड़ को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। साल 2023-24 में 4200 करोड़ का राजस्व एकत्रित हुआ था। वह मौजूदा साल में 6000 करोड़ को छूने के लिए कोशिश कर रहे है। मौजूदा वित्तीय वर्ष के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई तक 1854 करोड़ इकट्ठे हुए हैं। मार्च तक यह कलेक्शन छह हजार करोड़ को छू जाएगा।