पंजाब के लुधियाना में ग्यासपुरा इलाके में एक महिला उसके पति और एक अन्य सहयोगी ने एक व्यक्ति की जमकर पिटाई की। उस व्यक्ति पर डंडों से वॉर किए गए। बीच सड़क महिला ने व्यक्ति के थप्पड़ मारे। राहगीरों ने मारपीट की वीडियो भी बनाई। मारपीट करने वाले पति-पत्नी ने पुलिस चौकी शेरपुर को सूचित किया जो उस व्यक्ति को शेरपुर ले गए लेकिन पुलिस के आने से पहले ही उक्त व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई की गई। लोगों ने खुद कानून को हाथ में लिया। दरअसल, मारपीट करने वाली महिला का आरोप है कि उक्त व्यक्ति उसे पिछले कुछ दिनों से फोन करके तंग परेशान कर रहा था। मोहल्ले में कुछ दिन पहले कोई एक्सीडेंट हुआ था तो उक्त व्यक्ति ने उसे अपना मोबाइल नंबर दिया और खुद को पत्रकार बताया। महिला बोली-शराब पीकर घर में घुसने की व्यक्ति ने की थी कोशिश महिला ने कहा कि उसने उस व्यक्ति को उसी दिन कह दिया था कि यदि कोई जरूरत होगी तो वह उसे खुद ही फोन कर देगी। महिला ने कहा कि खुद को पत्रकार कहने वाला व्यक्ति उसे लगातार फोन करने लगा। दो दिन पहले वह शराब पीकर उसके घर रात के समय आ गया। किसी तरह उसने उसके आगे हाथ पांव जोड़े और उसे गेट से ही वापस भेज दिया। पुलिस के कहने पर महिला ने बनाई काल रिकार्डिंग की वीडियो महिला ने कहा कि उसने अगले दिन अपने पति को सारी बात बताई और शेरपुर पुलिस चौकी को सूचित किया। महिला ने कहा कि उसे पुलिस कर्मचारियों ने ही कहा था कि उक्त व्यक्ति द्वारा जब काल आए तो उसकी वीडियो रिकार्डिंग कर लेना। महिला ने कहा कि वह उसे लगातार मिलने के लिए जोर देता रहा। काल पर उसे शापिंग करवाने की कभी बात करता तो कभी उससे अवैध संबंध बनाने की बात करता। काल करके हमेशा उसे आई लव यू कहता। महिला ने यह भी इस व्यक्ति को यह भी पता था कि उसका पति रात को दुकान पर सोता है और उसके मकान की किश्त भी टूटी है। इन्हीं कारणों के चलते वह उसे पैसों का भी लालच देता था। पत्रकार बोला-महिला ने 50 हजार रुपए की करी थी डिमांड मारपीट के बाद घायल अवस्था में उक्त खुद को पत्रकार कहने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह एक न्यूज चैनल में काम करता है। यह चैनल उसने अभी दो दिन पहले ही ज्वाइन किया है। उसने यहां पर किसी की मदद की थी। महिला ने उससे 50 हजार रुपए की डिमांड की। मैंने महिला से कहा था कि इतने रुपए मैं नहीं दे सकता हूं। महिला ने अपने पति के साथ फोन पर मेरी कान्फ्रेंस लगाकर बात भी करवाई और मुझे यहां बुलाया। मुझे महिला ने कहा था कि मैं अपनी फ्रेंड के पास जा रही हूं वहीं मुझ से मिलने आ जाओ जिस कारण मैं इससे मिलने यहां आ गया। जो शब्द मैंने इसे बोले है उसके लिए में इससे माफी मांगता हूं लेकिन इस महिला ने मुझे मिसगाइड किया है। मुझे खुद नहीं पता कि मेरे साथ मारपीट किन कारणों से हुई है। व्यक्ति ने कहा कि मैं इस महिला और उसके साथियों की डिटेल तक जाना चाहता था इसलिए यहां आ गया। मैंने कुछ लोग किसी थाने में पकड़वाए थे उसी समय इस महिला से मेरी बातचीत हुई। घटना स्थल पर चौकी शेरपुर की पुलिस पहुंची जिन्होंने उक्त व्यक्ति को कार में बैठाया और अपने साथ ले गए। इस केस में पुलिस ने क्या कार्रवाई की इस संबंधी पुलिस चौकी शेरपुर के चौकी इंचार्ज बलबीर सिंह से बात की लेकिन उन्होंने इस मामले में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा। पंजाब के लुधियाना में ग्यासपुरा इलाके में एक महिला उसके पति और एक अन्य सहयोगी ने एक व्यक्ति की जमकर पिटाई की। उस व्यक्ति पर डंडों से वॉर किए गए। बीच सड़क महिला ने व्यक्ति के थप्पड़ मारे। राहगीरों ने मारपीट की वीडियो भी बनाई। मारपीट करने वाले पति-पत्नी ने पुलिस चौकी शेरपुर को सूचित किया जो उस व्यक्ति को शेरपुर ले गए लेकिन पुलिस के आने से पहले ही उक्त व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई की गई। लोगों ने खुद कानून को हाथ में लिया। दरअसल, मारपीट करने वाली महिला का आरोप है कि उक्त व्यक्ति उसे पिछले कुछ दिनों से फोन करके तंग परेशान कर रहा था। मोहल्ले में कुछ दिन पहले कोई एक्सीडेंट हुआ था तो उक्त व्यक्ति ने उसे अपना मोबाइल नंबर दिया और खुद को पत्रकार बताया। महिला बोली-शराब पीकर घर में घुसने की व्यक्ति ने की थी कोशिश महिला ने कहा कि उसने उस व्यक्ति को उसी दिन कह दिया था कि यदि कोई जरूरत होगी तो वह उसे खुद ही फोन कर देगी। महिला ने कहा कि खुद को पत्रकार कहने वाला व्यक्ति उसे लगातार फोन करने लगा। दो दिन पहले वह शराब पीकर उसके घर रात के समय आ गया। किसी तरह उसने उसके आगे हाथ पांव जोड़े और उसे गेट से ही वापस भेज दिया। पुलिस के कहने पर महिला ने बनाई काल रिकार्डिंग की वीडियो महिला ने कहा कि उसने अगले दिन अपने पति को सारी बात बताई और शेरपुर पुलिस चौकी को सूचित किया। महिला ने कहा कि उसे पुलिस कर्मचारियों ने ही कहा था कि उक्त व्यक्ति द्वारा जब काल आए तो उसकी वीडियो रिकार्डिंग कर लेना। महिला ने कहा कि वह उसे लगातार मिलने के लिए जोर देता रहा। काल पर उसे शापिंग करवाने की कभी बात करता तो कभी उससे अवैध संबंध बनाने की बात करता। काल करके हमेशा उसे आई लव यू कहता। महिला ने यह भी इस व्यक्ति को यह भी पता था कि उसका पति रात को दुकान पर सोता है और उसके मकान की किश्त भी टूटी है। इन्हीं कारणों के चलते वह उसे पैसों का भी लालच देता था। पत्रकार बोला-महिला ने 50 हजार रुपए की करी थी डिमांड मारपीट के बाद घायल अवस्था में उक्त खुद को पत्रकार कहने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह एक न्यूज चैनल में काम करता है। यह चैनल उसने अभी दो दिन पहले ही ज्वाइन किया है। उसने यहां पर किसी की मदद की थी। महिला ने उससे 50 हजार रुपए की डिमांड की। मैंने महिला से कहा था कि इतने रुपए मैं नहीं दे सकता हूं। महिला ने अपने पति के साथ फोन पर मेरी कान्फ्रेंस लगाकर बात भी करवाई और मुझे यहां बुलाया। मुझे महिला ने कहा था कि मैं अपनी फ्रेंड के पास जा रही हूं वहीं मुझ से मिलने आ जाओ जिस कारण मैं इससे मिलने यहां आ गया। जो शब्द मैंने इसे बोले है उसके लिए में इससे माफी मांगता हूं लेकिन इस महिला ने मुझे मिसगाइड किया है। मुझे खुद नहीं पता कि मेरे साथ मारपीट किन कारणों से हुई है। व्यक्ति ने कहा कि मैं इस महिला और उसके साथियों की डिटेल तक जाना चाहता था इसलिए यहां आ गया। मैंने कुछ लोग किसी थाने में पकड़वाए थे उसी समय इस महिला से मेरी बातचीत हुई। घटना स्थल पर चौकी शेरपुर की पुलिस पहुंची जिन्होंने उक्त व्यक्ति को कार में बैठाया और अपने साथ ले गए। इस केस में पुलिस ने क्या कार्रवाई की इस संबंधी पुलिस चौकी शेरपुर के चौकी इंचार्ज बलबीर सिंह से बात की लेकिन उन्होंने इस मामले में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट की हरियाणा-पंजाब सरकार को चेतावनी:कहा- सख्त आदेश देने को मजबूर न करें; जुर्माना कम लगाया, जानकारी भी गलत दी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। पंजाब और हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी कोर्ट में पेश हुए। सुप्रीम कोर्ट ने गलत जानकारी देने पर पंजाब सरकार को फटकार लगाई। हरियाणा सरकार की कार्रवाई से भी सुप्रीम कोर्ट संतुष्ट नजर नहीं आया। कोर्ट ने कहा कि हमें सख्त आदेश देने के लिए मजबूर न करें। जस्टिस अभय एस ओका, जस्टिस ए अमानुल्लाह और जस्टिस एजी मसीह की बेंच ने पंजाब और हरियाणा सरकार की खेतों में पराली जलाने से रोकने की कोशिशों को महज दिखावा बताया। कोर्ट ने कहा कि अगर ये सरकारें वास्तव में कानून लागू करने में रुचि रखती हैं तो कम से कम एक मुकदमा तो चलना ही चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यहां तक कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र, पंजाब और हरियाणा सरकारों को याद दिलाया जाए कि प्रदूषण मुक्त वातावरण में रहना नागरिकों का मौलिक अधिकार है। प्रदूषण में रहना अनुच्छेद 21 के तहत मौलिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है। केंद्र सरकार को दो हफ्ते का समय दिया
सुप्रीम कोर्ट ने वायु प्रदूषण को लेकर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम (EPA) के तहत नियम बनाने और जिम्मेदार अधिकारियों की नियुक्ति करने के लिए केंद्र सरकार को दो हफ्ते का समय दिया। दिल्ली-NCR में लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते सुप्रीम कोर्ट ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा- आयोग ने प्रदूषण रोकने के लिए लागू होने वाली सख्तियों को लागू करवाने के लिए कोई मैकेनिज्म तैयार नहीं किया। प्रदूषण को रोकने में नाकाम रहे अधिकारियों पर सीधे कार्रवाई क्यों नहीं की गई, इसके बजाय उन्हें सिर्फ नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया? जिस पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को आश्वस्त किया है कि पराली जलाने वालों पर 10 दिन के अंदर CAQM एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। मामले में अगली सुनवाई 4 नवंबर को होगी। सुप्रीम कोर्ट की हरियाणा सरकार को कही 2 अहम बातें… 1. आपके आंकड़े हर मिनट बदल रहे
हरियाणा के मुख्य सचिव ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि प्रदेश में फसल जलाने की 400 घटनाएं हुई हैं और राज्य ने 32 एफआईआर दर्ज की हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य सचिव से कहा कि उनके आंकड़े हर मिनट बदल रहे हैं। सरकार पिक एंड चूज कर रही है। कुछ ही लोगों से जुर्माना लिया जा रहा है और बहुत कम लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह कुछ लोगों पर एफआईआर दर्ज करने और कुछ पर मामूली जुर्माना लगाने को लेकर चिंतित हैं। 2. किसानों को क्या कुछ दिया
सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के मुख्य सचिव से पूछा- पराली को लेकर क्या किया जा रहा है और क्या किसानों को कुछ दिया गया? इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि पराली निस्तारण के लिए करीब 1 लाख मशीनें दी गई हैं, जिससे पराली जलाने की घटनाएं कम हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट की पंजाब सरकार को कही 4 अहम बातें… 1. नाममात्र जुर्माना वसूला, 600 लोगों को बख्शा
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के मुख्य सचिव को कहा कि प्रदेश में पराली जलाने के मामले में 1,080 FIR दर्ज की गईं, लेकिन आपने केवल 473 लोगों से नाममात्र का जुर्माना वसूला है। आप 600 या अधिक लोगों को बख्श रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि आप पराली जलाने वालों को संकेत दे रहे हैं कि उनके खिलाफ कुछ नहीं किया जाएगा। ऐसा पिछले तीन साल से हो रहा है। 2. एडवोकेट जनरल बताएं, झूठा बयान किसके कहने पर दिया
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के एडवोकेट जनरल और मुख्य सचिव को भी फटकार लगाई। कोर्ट ने पूछा कि एडवोकेट जनरल बताएं कि किस अधिकारी के कहने पर उन्होंने केंद्र से मशीनें और फंड मांगने का झूठा बयान दिया था। मुख्य सचिव बताएं कि एडवोकेट जनरल को ऐसा किस अधिकारी ने करने के लिए कहा। हम उसे अवमानना का नोटिस जारी करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार की तरफ से पेश वरिष्ठ एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी पर भी नाराजगी दिखाई। कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार गंभीर नहीं दिख रही। पहले एडवोकेट जनरल ने कहा कि किसी पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। अब आप बता रहे कि इस साल 5 केस दर्ज हुए। सुप्रीम कोर्ट ने कोई मुकदमा न होने के बारे में पंजाब सरकार का पिछला एफिडेविट भी दिखाया। 3. क्या 9 हजार लोगों ने सिर्फ 9 घटनाएं ढूंढी
सुप्रीम कोर्ट ने आगे पूछा कि एफिडेविट में गांव स्तर पर निगरानी कमेटी की बात कही गई है। सरकार ने कब आदेश दिया। कमेटी कब बनी। इसका नोडल अफसर कौन है? इस पर एडवोकेट सिंघवी ने कहा कि 9 हजार कमेटियां बनी हैं। हम पूरे ब्योरे के साथ एफिडेविट दाखिल करेंगे। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 9 हजार लोगों ने सिर्फ 9 घटनाएं ढूंढीं? 4. आपने ISRO की रिपोर्ट तक झुठला दी, 400 लोग छोड़े
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि वह ISRO की सैटेलाइट रिपोर्ट तक झुठला देते हैं। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के वकील ने कहा कि अमृतसर में 400 घटनाएं हुई हैं। कोर्ट ने पूछा कि हाल के दिनों में कितनी घटनाएं हुई हैं। इस पर एडवोकेट सिंघवी ने कहा कि 1510 घटनाएं हुईं और 1,080 केस दर्ज किए गए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसमें भी आपने 400 लोगों को छोड़ दिया। इस पर सिंघवी ने कुछ रिपोर्ट गलत निकलने की बात कही। हरियाणा और पंजाब में वायु प्रदूषण के हालात पढ़िए… पानीपत गैस चैंबर बना, 17 जिलों में AQI 300 पार
हरियाणा में जीटी रोड पर आने वाले 6 जिलों में प्रदूषण खतरनाक लेवल तक पहुंच गया है। पानीपत गैस चैंबर बन गया है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 तक पहुंच गया है। वहीं, 17 जिलों में AQI 300 से ऊपर है, जो खतरनाक श्रेणी में आता है। मंगलवार को कुरुक्षेत्र का AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया है। सुबह और शाम सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन महसूस हो रही है। दिल्ली-NCR में ग्रैप टू की पाबंदियां लागू हो चुकी हैं। NCR में प्रदेश के 14 जिले आते हैं। जिनमें प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, उस हिसाब से ग्रैप 3 की पाबंदियां भी जल्द लागू हो जाएंगी। पंजाब के 2 जिलों में AQI 200 पार
पंजाब के 2 शहरों में AQI 200 पार हो चुका है। इनमें मंडी गोबिंदगढ़ का AQI 230 और अमृतसर का 203 हो चुका है। इसके अलावा लुधियाना का एयर क्वालिटी इंडेक्स भी 191 है। बाकी जिलों का AQI अभी 200 से कम है। वाइस चांसलर बिश्नोई बोले- 400 AQI में ऑक्सीजन की कमी होती है
पर्यावरण के जानकार गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी (GJU) के वाइस चांसलर प्रो. नरसीराम बिश्नोई का कहना है कि वायु प्रदूषण के कारण वरिष्ठ नागरिकों को सबसे ज्यादा दिक्कतें होती हैं। AQI का स्तर 400 के आसपास पहुंचने पर ऑक्सीजन की कमी होती है। धीरे-धीरे इन्फेक्शन, ब्रोंकाइटिस (श्वास नलियों में सूजन) की बीमारी बढ़ जाती है। आंखों में जलन होने लगती है। प्रदूषण के लिए पराली ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि इसके कई कारण हैं। पराली को इसलिए खतरनाक माना जाता है, क्योंकि इसे जलाने से जहरीली गैस वातावरण में फैलती है। पराली जलाने से रोकने को हरियाणा और पंजाब सरकार ने क्या कार्रवाई की… हरियाणा सरकार के 3 बड़े दावे 1. 150 किसानों पर FIR, 29 गिरफ्तार
हरियाणा सरकार का दावा है कि राज्य में करीब 150 किसानों के खिलाफ अब तक FIR दर्ज हो चुकी है। इसमें 29 लोगों को गिरफ्तार और 380 को रेड लिस्ट किया गया है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो कुरुक्षेत्र में 46, जींद में 10, सिरसा में 3, फतेहाबाद में 2 किसानों पर FIR दर्ज की गई है। वहीं सिरसा में 3 महिला किसानों पर केस दर्ज किया है। जांच में महिला किसानों की ओर से जमीन पट्टे पर दिए जाने की बात सामने आई। अब पुलिस काश्तकार किसानों को तलब करेगी। वहीं, पलवल में पराली जलाने पर एक महिला किसान के खिलाफ केस दर्ज किया गया। करनाल में 5, सोनीपत और कैथल में 2-2 किसानों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, कुछ समय बाद इन्हें जमानत दे दी गई। फसल अवशेष जलाने वाले किसानों पर अब तक 8.35 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जा चुका है। 2. कृषि विभाग के 24 अधिकारी और कर्मचारी सस्पेंड किए
एक दिन पहले कृषि विभाग ने 24 अधिकारियों और कर्मचारियों को सस्पेंड किया। इन अधिकारियों में एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर (ADO) से लेकर एग्रीकल्चर सुपरवाइजर के अलावा कर्मचारी भी शामिल हैं। कृषि विभाग के डायरेक्टर राज नारायण कौशिक की तरफ से 9 जिलों के अधिकारियों पर एक्शन लिया गया है। इसमें पानीपत, जींद, हिसार, कैथल, करनाल, अंबाला, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और सोनीपत के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। पराली जलाने के बढ़ रहे केसों पर कार्रवाई न होने पर अधिकारियों और कर्मचारियों पर एक्शन लिया गया है। 3. तीन साल में मामले आधे से कम हुए
प्रदेश में 3 साल में आधे से भी कम मामले हो गए हैं। 2021 में प्रदेश में 15 सितंबर से अभी तक पराली जलाने के 1,508 के मामले दर्ज किए गए थे। उसके बाद 2022 में 893 और 2023 में 714 मामले दर्ज हुए थे। मगर अब 2024 में यह आंकड़ा 665 पर रुका है। सरकार की तरफ से इस आंकड़े को कम करने के लिए लगातार छापे भी मारे जा रहे हैं। पंजाब सरकार बोली- 10.55 लाख जुर्माना, 394 के रेवेन्यू रिकॉर्ड में रेड एंट्री की
पंजाब पुलिस के स्पेशल DGP (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला का कहना है कि पराली जलाने के मामलों में पुलिस की तरफ से अब तक 874 केस दर्ज किए गए हैं। 10.55 लाख का जुर्माना लगाया गया है। 394 किसानों के रेवेन्यू रिकॉर्ड में रेड एंट्री की गई है। लोगों पर केवल कार्रवाई नहीं की जा रही, बल्कि उन्हें जागरूक भी किया जा रहा है, ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। पराली जलाने से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में पराली जलाई तो मंडी में फसल बिक्री बंद: 2 सीजन रोक हरियाणा में करीब एक हफ्ते पहले पराली जलाने को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया। पराली जलाने वाले किसान अगले 2 सीजन मंडियों में फसल नहीं बेच पाएंगे। इसके लिए उनके ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ के रिकॉर्ड में रेड एंट्री की जाएगी। सरकार ने इसका मकसद पराली जलाने की घटनाओं को रोकना बताया है। पूरी खबर पढ़ें…
कनाडा के एडमोंटन में 6 पंजाबी गिरफ्तार:जबरन वसूली मामले में स्थानीय पुलिस की कार्रवाई; मास्टरमाइंड की तलाश जारी
कनाडा के एडमोंटन में 6 पंजाबी गिरफ्तार:जबरन वसूली मामले में स्थानीय पुलिस की कार्रवाई; मास्टरमाइंड की तलाश जारी कनाडा में एडमोंटन पुलिस ने दक्षिण एशियाई समुदाय को निशाना बनाकर जबरन वसूली करने के मामले में छह पंजाबी युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 34 वर्षीय मनिंदर सिंह धालीवाल के खिलाफ वारंट भी जारी किया है। पुलिस का मानना है कि मनिंदर धालीवाल जबरन वसूली करने वाले आपराधिक संगठन का सरगना है। एडमोंटन पुलिस ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट गैसलाइट पर एक अपडेट दिया, जो एडमोंटन में व्यवसाय मालिकों को निशाना बनाकर की गई घटनाओं की जांच है, जो कथित तौर पर पंजाब से निर्देशित स्थानीय संदिग्धों के एक समूह द्वारा की गई थी। इस संबंध में अब तक 40 घटनाओं की पहचान की जा चुकी है, जिसमें शुक्रवार की सुबह दक्षिण-पश्चिम एडमोंटन के कैवनाघ में एक अपार्टमेंट में आगजनी भी शामिल है। पूरे समुदाय में भय का माहौल बनाने की कोशिश पुलिस प्रमुख डेल मैकफी ने कहा कि आग या जबरन वसूली से न केवल एक व्यक्ति या लोगों पर असर पड़ता है, बल्कि इससे पूरे समुदाय में भय का माहौल पैदा होता है। अब इन घटनाओं को रोकने का समय आ गया है। अब पुलिस ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार पुलिस और आरसीएमपी ने दक्षिण-पूर्व एडमोंटन में छह जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। जिसमें छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही, इस योजना को संचालित करने के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले मनिंदर सिंह धालीवाल के खिलाफ कनाडा-व्यापी गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि पहचाने गए व्यक्ति आपराधिक नेटवर्क के मुख्य सदस्य है। मनिंदर के खिलाफ 54 आरोप पुलिस का कहना है कि धालीवाल और छह अन्य के खिलाफ कुल 54 आरोप दर्ज किए गए हैं। इनमें जबरन वसूली, आगजनी, जानबूझकर आग लगाना, तोड़फोड़, निजी स्थान में घुसना, हथियार से हमला करना और आपराधिक संगठन के लिए अपराध करना जैसे आरोप शामिल हैं। गिरोह अपना नेटवर्क मजबूत कर रहे हैं क्राइम ब्रांच के अधिकारी डेव पैटन ने बताया कि अपराध करने के लिए युवाओं को भर्ती किया जा रहा है। वारदातों को अंजाम देने के लिए पैसे दिए जाते हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों की उम्र 17 से 21 साल के बीच है। पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे ऐसे लोगों से दूर रहें, नहीं तो मुसीबत में फंस सकते हैं।
होशियारपुर में गाड़ी की टक्कर से 2 की मौत:सांस के मरीज को ले जा रही थी एम्बुलेंस, ड्राइवर मौके से फरार
होशियारपुर में गाड़ी की टक्कर से 2 की मौत:सांस के मरीज को ले जा रही थी एम्बुलेंस, ड्राइवर मौके से फरार होशियारपुर में गाड़ी ने एम्बुलेंस को टक्कर मार दी, जिससे 2 लोगों की मौत हो गई। घटना नेशनल हाईवे पर सद्दा चाक गांव के पास रात करीब 12 बजे की है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एम्बुलेंस हाईवे से उतरकर रेलवे फाटक से जा टकराई। एम्बुलेंस सांस के मरीज को ले जा रही थी। हादसे में एम्बुलेंस ड्राइवर दलविंदर सिंह (केंथा मोहल्ला, दसूहा निवासी) की मौके पर ही मौत हो गई। ड्राइवर बुरी तरह से एम्बुलेंस में फंस गया था, जिसे एसएसएफ पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। उसे काला बकरा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं दसूहा सिविल अस्पताल से जालंधर रेफर किए गए ठाकुर कश्मीर सिंह (गांव सुंडियां, दसूहा निवासी) की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। एसएसएफ अधिकारी रंजीत सिंह के अनुसार, राहगीरों ने मरीज और उनके साथी को हादसे के तुरंत बाद अस्पताल पहुंचाया था। ड्राइवर के मोबाइल से परिजनों को सूचना दी गई और पोस्टमार्टम के बाद दोनों मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। दोनों का अंतिम संस्कार उनके गांव में कर दिया गया।