भास्कर न्यूज | अमृतसर मेहता के गांव घनशामपुर के रहने वाले व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे पानी की टैंकी के पास की है। मृतक की पहचान शमशेर सिंह 39 के रूप में हुई है। जब व्यक्ति को गोली मारी तब उसकी पत्नी वहीं मौजूद थी। तीन अज्ञात हमलावर बाइक पर सवार होकर आए थे। पहले उन्होंने दातर से हमला किया, फिर जाते समय उसे गोली मार दी थी। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर शव को शनिवार के दिन सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिवार को सौंप दिया है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक 17 सीसीटीवी खंगाले हैं। हालांकि पुलिस को आरोपियों को अभी कोई सुराग नहीं मिला है। मृतक की पत्नी भुपिंदर कौर ने बताया कि उसके पति रोजाना की तरह शुक्रवार सुबह 9 बजे डयूटी पर गए थे। उसने अपने लिए दवाई लेनी थी, जिसके कारण वह अपने पति के पास गई थी। वह टैंकी वाले कमरे में बैठ गई और उसका पति बाहर काम करने लगा। बाइक सवार तीन युवक आए और उसके पति पर दात्तर से हमला कर दिया। उसके बाद भागते समय एक आरोपी ने उसके पति को गोली मार दी। उसे कारण का कुछ नहीं पता है। एसएचओ कुलविंदर सिंह ने बताया कि सीसीटीवी खंगाल रहे हैं। लेकिन पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। भास्कर न्यूज | अमृतसर मेहता के गांव घनशामपुर के रहने वाले व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे पानी की टैंकी के पास की है। मृतक की पहचान शमशेर सिंह 39 के रूप में हुई है। जब व्यक्ति को गोली मारी तब उसकी पत्नी वहीं मौजूद थी। तीन अज्ञात हमलावर बाइक पर सवार होकर आए थे। पहले उन्होंने दातर से हमला किया, फिर जाते समय उसे गोली मार दी थी। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर शव को शनिवार के दिन सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर परिवार को सौंप दिया है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक 17 सीसीटीवी खंगाले हैं। हालांकि पुलिस को आरोपियों को अभी कोई सुराग नहीं मिला है। मृतक की पत्नी भुपिंदर कौर ने बताया कि उसके पति रोजाना की तरह शुक्रवार सुबह 9 बजे डयूटी पर गए थे। उसने अपने लिए दवाई लेनी थी, जिसके कारण वह अपने पति के पास गई थी। वह टैंकी वाले कमरे में बैठ गई और उसका पति बाहर काम करने लगा। बाइक सवार तीन युवक आए और उसके पति पर दात्तर से हमला कर दिया। उसके बाद भागते समय एक आरोपी ने उसके पति को गोली मार दी। उसे कारण का कुछ नहीं पता है। एसएचओ कुलविंदर सिंह ने बताया कि सीसीटीवी खंगाल रहे हैं। लेकिन पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ में बम ब्लास्ट के आरोपियों का एनकाउंटर:दोनों को गोलियां लगीं, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के कहने पर क्लबों पर फेंके थे बम
चंडीगढ़ में बम ब्लास्ट के आरोपियों का एनकाउंटर:दोनों को गोलियां लगीं, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के कहने पर क्लबों पर फेंके थे बम चंडीगढ़ में 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले आरोपियों और पुलिस के बीच शुक्रवार शाम को हिसार में मुठभेड़ हो गई। जिसमें दोनों आरोपियों के पैर में गोलियां लगी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दोनों हिसार के अस्पताल में भर्ती करवाए गए हैं। इन्हें पकड़ने के लिए चंडीगढ़ पुलिस और हिसार की STF ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया। आरोपियों की तरफ से की गई फायरिंग में 2 ASI संदीप और अनूप बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण बच गए। दोनों की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोलियां लगी। आरोपियों के पास से ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद हुई हैं। शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस के साथी गोल्डी बराड़ के कहने पर क्लबों के बाहर बम फेंके थे। ब्लास्ट के बाद गोल्डी बराड़ ने पोस्ट डालकर इसकी जिम्मेदारी भी ली थी। हालांकि कुछ देर बार पोस्ट डिलीट कर दी थी। एनकाउंटर के बाद के PHOTOS… दोनों आरोपी कबड्डी प्लेयर, एक 10वीं पास
आरोपियों की पहचान अजीत निवासी गांव खरड़ और विनय (21) निवासी गांव देवा (हिसार) के रूप में हुई है। दोनों कबड्डी प्लेयर हैं। विनय BA पास और अजीत दसवीं पास है। अजीत पर पहले से आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज है। चंडीगढ़ से टीम हिसार पहुंची थी
चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने क्लबों के बाहर बम फेंकने की घटना की जांच के लिए क्राइम ब्रांच, ऑपरेशन सेल और डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल की जॉइंट टीम बनाई थी। इस टीम ने गुरुवार को बम धमाकों में शामिल लोगों की पहचान कर ली थी और उनकी तलाश में हिसार पहुंची। यहां टीम ने हिसार STF की मदद ली। पीछा किया तो पुलिस पर फायरिंग की
शुक्रवार शाम करीब 8 बजे दोनों बाइक पर हिसार से गांव पीरावाली जा रहे थे। इसकी सूचना मिलते ही टीम इनके पीछे लग गई। बाइक अजीत चला रहा था। इस बीच भागते वक्त इनकी बाइक मिट्टी के चलते स्किड हो गई। इसके बाद दोनों पैदल ही भागने लगे। पुलिस पीछे लगी तो इन्होंने फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों के पैरों में गोलियां लगी। गोली लगने से घायल होने के बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया और अस्पताल ले आए। हिसार में टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे
इससे पहले ये दोनों हिसार के टोल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। इनकी फोटो भी सामने आई थीं। इसमें एक ने शॉल ओढ़ी थी। शॉल ओढ़े आरोपी की बम फेंकते की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए, एक क्लब के रैपर बादशाह पार्टनर
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर मंगलवार अल सुबह सवा 3 बजे बाइक सवार युवकों ने बम फेंके। इससे क्लब के शीशे टूट गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेविले बार एंड लाउंज क्लब के मालिकों में मशहूर रैपर बादशाह भी पार्टनर हैं। धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। गोल्डी बराड़ ने इस बारे में सोशल मीडिया पोस्ट डाली। हालांकि, कुछ देर बाद पोस्ट डिलीट कर दी गई। पुलिस पता लगा रही है कि यह पोस्ट किस फोन और कहां से अपलोड की गई थी? गोल्डी बराड़ के हवाले वाली सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- ‘2 ब्लास्ट की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा लेते हैं। इन दोनों क्लबों के मालिकों को प्रोटेक्शन मनी के लिए मैसेज किया था। मगर इन्हें हमारी कॉल की घंटी नहीं सुनाई दे रही थी। इनके कान खोलने के लिए यह धमाके किए। जो भी हमारे कॉल्स को इग्नोर कर रहे हैं, वह समझ जाएं कि इससे भी कुछ बड़ा हो सकता है।’ गोल्डी बराड़ की सोशल मीडिया पोस्ट… सिक्योरिटी गार्ड से बोला- तू मेरा क्या कर लेगा
क्लब के सिक्योरिटी गार्ड पूर्ण सिंह ने बताया है कि आरोपी बाइक पर आए थे। एक युवक बाइक स्टार्ट कर खड़ा था, दूसरे युवक ने विस्फोटक फेंका। धमाके की आवाज सुनकर वह आया तो देखा कि शीशा टूटा हुआ था। वहां दूसरा सिक्योरिटी गार्ड नरेश भी खड़ा था। एक हमलावर नरेश से कह रहा था कि तू मेरा क्या कर लेगा। उनके मुंह ढंके हुए थे। इसके बाद बदमाश भाग गए। चंडीगढ़ के जिस इलाके में धमाके हुए, वह पॉश एरिया है। इसके पास ही सब्जी मंडी लगती है। कई केंद्रीय संस्थान भी नजदीक में हैं । पुलिस लाइन और सेक्टर-26 का थाना भी पड़ता है। दोनों क्लबों के बीच 30 मीटर की दूरी
नकाबपोश आरोपी सेक्टर-26 थाने के आगे से होकर आए थे। आरोपियों ने स्लिप रोड पर बाइक खड़ी की। पहले उन्होंने सेविले बार एंड लाउंज के बाहर देसी बम फेंका। इसके बाद वे डि’ओरा क्लब के बाहर बम फेंकने पहुंचे। इन दोनों क्लबों के बीच करीब 30 मीटर की दूरी है। चंडीगढ़ में क्लबों के बाहर जिस समय धमाके हुए, उस समय क्लब बंद थे। इस कारण धमाकों से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। मौके पर केवल सिक्योरिटी गार्ड था। उसने ही पुलिस को सूचना दी। आरोपियों की 3 सीसीटीवी फुटेज सामने आईं…
आरोपियों की 3 सीसीटीवी फुटेज भी सामने आईं। पहली में एक युवक क्लब के बाहर बम फेंकता दिख रहा है। इसके बाद दोनों आरोपी मोहाली में आयशर लाइट पॉइंट से पहले स्थित मॉल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए। वहीं तीसरी फुटेज आयशर लाइट पॉइंट से सामने आई। इसमें बाइक सवार तेजी से निकल रहे हैं। उन्होंने हेलमेट पहना हुआ था और शॉल ओढ़े हुए थे। इसके बाद आरोपी दप्पर टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुए थे। सूत्रों ने बताया था कि आरोपी हरियाणा में दाखिल हो सकते हैं। गैंगस्टर काली से पूछताछ
मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को एक फोन कॉल के बारे में पता चला था। बताया गया कि यह कॉल लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर काली के गुर्गे ने की थी। इस बातचीत के दौरान काली का गुर्गा एक क्लब संचालक से बहस कर रहा था। दोनों ने आपस में गाली-गलौज और मारपीट की धमकियां दी थीं। इसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर काली से कनेक्शन का पता लगाने के लिए पूछताछ की। ****************************** चंडीगढ़ में ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… लॉरेंस ने चंडीगढ़ के 2 क्लबों के बाहर ब्लास्ट कराया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 3 दिसंबर को चंडीगढ़ दौरे से पहले 26 नवंबर की सुबह सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए। धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। गोल्डी बराड़ ने इस बारे में सोशल मीडिया पोस्ट डाली है। उसने धमाके की वजह प्रोटेक्शन मनी न देना बताया है। पढ़ें पूरी खबर चंडीगढ़ बम ब्लास्ट में क्लब संचालक का लॉरेंस कनेक्शन, 3 से 4 केस दर्ज चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर 3 दिन पहले बम ब्लास्ट हुआ। इसमें से एक डि’ओरा क्लब के संचालक का लॉरेंस गैंग से कनेक्शन सामने आया है। संचालक की लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर संपत नेहरा के साथ दोस्ती थी। पूरी खबर पढ़ें…
खन्ना में एनकाउंटर के बाद 2 बदमाश काबू:पुलिस की गोली लगने से एक घायल, बाइक छोड़कर खेतों में भागे, की फायरिंग
खन्ना में एनकाउंटर के बाद 2 बदमाश काबू:पुलिस की गोली लगने से एक घायल, बाइक छोड़कर खेतों में भागे, की फायरिंग पंजाब के खन्ना पुलिस ने फिल्मी स्टाइल ने बदमाशों को पकड़ा है। एएस कॉलेज फायरिंग मामले में पहले दिन से आरोपियों की तलाश जारी थी। पुलिस ने समराला के गढ़ी नहर पुल के पास नाकाबंदी की हुई थी। यहां पुलिस को देख आरोपी अपनी बाइक खेतों में फेंक भाग निकले। पुलिस ने गाड़ी में पीछा किया तो पुलिस पर गोलियां चला दीं। जवाबी फायरिंग में इन्हें अरेस्ट कर लिया गया। कृष्णा साहनी निवासी सेक्टर 32 लुधियाना की टांग में गोली लगी। इसे समराला से चंडीगढ़ रेफर किया गया। इसके साथी जतिन मोंगा ट्रेंडी को भी काबू किया गया है। पुनीत बैंस गिरोह से संबंध बताया जाता है कि जतिन मोंगा के पुनीत बैंस गिरोह से संबंध हैं। उसके खिलाफ पहले भी हत्या के प्रयास, नशा तस्करी, डकैती आदि के केस दर्ज हैं। वह करीब एक महीने पहले ही होशियारपुर जेल से जमानत पर बाहर आया था। कृष्णा साहनी का पिछोकड़ भी आपराधिक है। उसके खिलाफ भी 6 केस दर्ज हैं। हत्या का प्रयास, नशा तस्करी आदि। एनकाउंटर के दौरान इनके पास से दो पिस्तौल, रौंद और बाइक मिली। 27 जुलाई को हुई थी वारदात खन्ना के समराला रोड स्थित एएस कालेज में स्टूडेंट्स के दो गुट आपस में भिड़ गए थे। एक गुट ने फायरिंग कर दी थी। इस फायरिंग में कालेज का एक कर्मचारी घायल हो गया था। उसकी टांग पर गोली लगी थी। वहीं मौके पर 5 से 6 फायर किए गए थे। जिसके बाद हमलावर ग्रे रंग की स्विफ्ट कार में सवार होकर फरार हो गए थे। रास्ते में गाड़ी में तेल डलवाया और गन प्वाइंट पर पेट्रोल पंप कारिंदे को लूट भाग निकले थे।
दिल्ली चुनाव प्रचार की लिस्ट में सिद्धू का नाम नहीं:1 साल से पार्टी से बना रखी है दूरी, खैहरा-चन्नी को मिली जगह
दिल्ली चुनाव प्रचार की लिस्ट में सिद्धू का नाम नहीं:1 साल से पार्टी से बना रखी है दूरी, खैहरा-चन्नी को मिली जगह दिल्ली में 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। लेकिन इस सूची में पूर्व क्रिकेटर और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का नाम शामिल नहीं है। हालांकि, जालंधर के सांसद और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का नाम सूची में सबसे ऊपर रखा गया है। उसके बाद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और सुखपाल सिंह खैहरा का नाम शामिल है। यह पहली बार नहीं है कि सिद्धू का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किया गया है। इससे पहले वह लोकसभा चुनाव और पंजाब में हुए विधानसभा उपचुनाव से भी दूर रहे थे। उस समय उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी बीमार हैं। ऐसे में उनका ध्यान अपनी पत्नी के स्वास्थ्य पर है। पिछले साल जनवरी से ही पार्टी से दूर हैं नवजोत सिंह सिद्धू पिछले साल जनवरी से ही पंजाब कांग्रेस पार्टी से दूर हो गए थे। उसके बाद से वह पार्टी कार्यालय भी नहीं आए। वह सिर्फ अपने करीबी नेताओं से ही मिलते थे। इसके बाद वह टीवी कमेंट्री में आ गए। उन्होंने पूरा फोकस उसी पर कर दिया। इस दौरान पिछले साल मार्च में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चंडीगढ़ में गवर्नर हाउस के बाहर मीडिया ने उनसे पूछा था कि क्या वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इस पर उनका जवाब था कि उनका लक्ष्य सिर्फ पंजाब की सेवा करना है। वह केंद्र में नहीं जाना चाहते। अगर उन्हें केंद्र में मंत्री बनना होता तो वह कुरुक्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर वहां पहुंच सकते थे। सूची में सैलजा का नाम सबसे ऊपर अगर हिमाचल और हरियाणा की बात करें तो यहां से भी कई नेता स्टाफ टाइप की सूची में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। इनमें हरियाणा की सांसद कुमारी सैलजा, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का नाम शामिल है। हालांकि, 40 सदस्यों की सूची पर नजर डालें तो कुमारी सैलजा का नाम 12वें नंबर पर है। इसके बाद पंजाब और हरियाणा से अन्य नेताओं के नाम हैं।