हरिद्वार से जम्मू जा रही निजी कंपनी की बस देर रात को लुधियाना में पलट गई। इस हादसे में बस में सवार 3 बच्चों समेत 35 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। जिन्हें लुधियाना के सिविल अस्पताल दाखिल कराया गया है। वहीं हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की अभी पहचान नहीं हो सकी है। वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। देर रात जालंधर बाइपास के पास हुआ हादसा हादसा रात 1 बजे के करीब जालंधर बाइपास के पास हुआ। जहां हरिद्वार से चलकर जम्मू जा रही बस जैसे ही लुधियाना के जालंधर बाइपास के पास पहुंची तो हाईवे पर अचानक पलट गई। जिसके बाद चीख-पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, और उन्होंने बस में फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। घायलों को पहुंचाया अस्पताल सूचना मिलते ही एम्बुलेंस घटनास्थल पर पहुंची, और घायलों को सिविल अस्पताल लाया गया। हादसे में तीन बच्चों समेत 35 लोग घायल हो गए हैं। जो सिविल अस्पताल में ही उपचाराधीन हैं। जिनमें 12 की हालत नाजुक बताई जा रही है। टायर पंक्चर से हुआ हादसा बताया जा रहा है जालंधर बाइपास के पास एकदम टायर पंक्चर हो गया। जिसके कारण बस पलट गई। बस जम्मू को जा रही थी। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हो गयी। अस्पताल में दाखिल घायल कुलदीप ने बताया कि बस मे 48 के करीब लोग सवार थे। जिनमें 35 के करीब लोग घायल हो गए हैं। उन्होंने बताया कि बस का टायर पंक्चर होने से ये हादसा हो गया। पुलिस ने शुरू की जांच पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं हादसे में मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। जिसका शव सिविल अस्पताल में रखा गया है। पहचान होने के बाद मृतक का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। हरिद्वार से जम्मू जा रही निजी कंपनी की बस देर रात को लुधियाना में पलट गई। इस हादसे में बस में सवार 3 बच्चों समेत 35 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। जिन्हें लुधियाना के सिविल अस्पताल दाखिल कराया गया है। वहीं हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की अभी पहचान नहीं हो सकी है। वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। देर रात जालंधर बाइपास के पास हुआ हादसा हादसा रात 1 बजे के करीब जालंधर बाइपास के पास हुआ। जहां हरिद्वार से चलकर जम्मू जा रही बस जैसे ही लुधियाना के जालंधर बाइपास के पास पहुंची तो हाईवे पर अचानक पलट गई। जिसके बाद चीख-पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, और उन्होंने बस में फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। घायलों को पहुंचाया अस्पताल सूचना मिलते ही एम्बुलेंस घटनास्थल पर पहुंची, और घायलों को सिविल अस्पताल लाया गया। हादसे में तीन बच्चों समेत 35 लोग घायल हो गए हैं। जो सिविल अस्पताल में ही उपचाराधीन हैं। जिनमें 12 की हालत नाजुक बताई जा रही है। टायर पंक्चर से हुआ हादसा बताया जा रहा है जालंधर बाइपास के पास एकदम टायर पंक्चर हो गया। जिसके कारण बस पलट गई। बस जम्मू को जा रही थी। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत भी हो गयी। अस्पताल में दाखिल घायल कुलदीप ने बताया कि बस मे 48 के करीब लोग सवार थे। जिनमें 35 के करीब लोग घायल हो गए हैं। उन्होंने बताया कि बस का टायर पंक्चर होने से ये हादसा हो गया। पुलिस ने शुरू की जांच पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं हादसे में मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। जिसका शव सिविल अस्पताल में रखा गया है। पहचान होने के बाद मृतक का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब उपचुनाव- SAD के 4 पूर्व नेता चुनाव लड़ रहे:पूर्व मंत्री और बादल परिवार के सदस्य शामिल, 1 बागी होकर निर्दलीय मैदान में पंजाब में हो रहे उपचुनाव से भले ही शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने दूरी बना ली हो, लेकिन पार्टी के 4 पूर्व नेता और एक बागी नेता इस चुनाव में उतर चुके हैं। 4 नेताओं ने अलग अलग पार्टियों से नामांकन भरा है, जबकि एक नेता निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। SAD से निकले नेताओं पर सबसे ज्यादा भरोसा भाजपा ने जताया है क्योंकि 4 में से 3 सीटों पर भाजपा ने उन नेताओं को उतारा है जो कभी अकाली दल में रह चुके हैं। इन नेताओं में चब्बेवाल सीट से भाजपा उम्मीदवार सोहन सिंह ठंडल, गिद्दड़बाहा से मनप्रीत सिंह बादल और डेरा बाबा से रविकरण काहलों शामिल हैं। इन नेताओं के अलावा गिद्दड़बाहा से आम आदमी पार्टी (AAP) की टिकट पर मैदान में उतरे हरदीप सिंह ढिल्लों भी SAD में रह चुके हैं। उधर गिद्दड़बाहा से ही निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे जगमीत बराड़ ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पर बगावत करदी है। खास बात है कि तकरीबन साढ़े 4 साल पहले भाजपा और अकाली दल का गठबंधन था। लेकिन किसान आंदोलन के बाद ही इन दोनों के बीच का गठबंधन टूट गया था। गिद्दड़बाहा से 3 पूर्व अकाली नेता आमने सामने 1. मनप्रीत सिंह बादल गिद्दड़बाहा में अकाली दल के 3 पूर्व नेता मैदान में हैं। इस सीट पर पूर्व अकाली नेता मनप्रीत सिंह बादल जो भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इन्होंने 1995 में अकाली दल को गिद्दड़बाहा से तब जीत दिलाई थी, जब अकाली दल का ग्राफ काफी नीचे गिर चुका था। हालांकि उन्होंने अकाली दल छोड़, अपनी अलग पार्टी ‘पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब’ बनाई थी। कुछ ही समय बाद ये कांग्रेस में शामिल हो गए थे। फिर 2023 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे उनके करियर का सबसे लंबा अरसा अकाली दल के साथ ही निकला है। मनप्रीत पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भाई गुरदास सिंह बादल के बेटे हैं। 2. हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों दूसरा बड़ा नाम हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों का है। इन्होंने AAP की टिकट पर गिद्दड़बाहा से नामांकन भरा है। डिंपी ढिल्लों भी खुद अकाली दल में रहे हैं। उपचुनावों की घोषणा के कुछ समय पहले ही उन्होंने अकाली दल पर परिवारवाद के आरोप लगाते हुए पार्टी को अलविदा कहा था। डिंपी ढिल्लों को एक समय में सुखबीर बादल का कंधा माना जाता था। 3. जगमीत सिंह बराड़ गिद्दड़बाहा से तीसरा नाम जगमीत सिंह बराड़ का है। यह काफी समय तक कांग्रेस में रहे और बादल परिवार के विरोधी माना जाते थे। लेकिन 19 अप्रैल 2019 को उन्होंने प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल और हरसिमरत कौर बादल की मौजूदगी में शिरोमणि अकाली दल जॉइन की थी। पार्टी ने इन्हें वरिष्ठ उपाध्यक्ष भी नियुक्त किया। साथ ही 2022 के चुनावों के लिए मौर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार भी घोषित किया गया था। इन दो नेताओं पर भी भाजपा ने जताया विश्वास 1- सोहन सिंह ठंडल
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख से एक दिन पहले अकाली दल में तब हलचल मच गई, जब अकाली दल के सीनियर नेता व पूर्व मंत्री रहे सोहन सिंह ठंडल ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे देने के 4 घंटों में ही उनके लिए होशियारपुर में विशेष कार्यक्रम रखा गया, जहां सीनियर भाजपा नेताओं ने उन्हें पार्टी जॉइन करवा दी। साथ ही भाजपा ने चब्बेवाल सीट से सोहन सिंह ठंडल को उम्मीदवार घोषित कर दिया। 2-करण सिंह काहलों
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तरनतारन में नशे की ओवरडोज से युवक की मौत:नशा करने के लिए मां से मांगता था रुपए, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
तरनतारन में नशे की ओवरडोज से युवक की मौत:नशा करने के लिए मां से मांगता था रुपए, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार तरनतारन में नशे की ओवरडोज लिए जाने से 21 वर्षीय युवक की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, नशा मृतक को नशा बेचने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। तरनतारन के थाना सदर क्षेत्र के गांव कोट जसपत में नशे का टीका लगाने के बाद 21 वर्ष से थॉमस की मौत हो गई। थॉमस की मौत के बाद उसका परिवार सदमे में है। बताया जाता है कि मृतक थॉमस के माता-पिता और खुद थॉमस मजदूरी करता था। मात्र 400 मजदूरी मिलती थी । थॉमस की मां का कहना है कि उन्हें थॉमस कहता था कि अब नशे की डोज 400 में भी नहीं मिलती है, इसलिए कभी कभार वह अपनी मां से पैसे मांगता था लेकिन वह उसे नहीं देती थी। थॉमस की मां ने बताया कि उनका बेटा मेला देखने के लिए उनसे 100 मांग रहा था, लेकिन उन्होंने नहीं दिए इसके बाद थॉमस घर से चला गया और फिर जिंदा नहीं लौटा। थाना सदर प्रभारी रानी कौर के मुताबिक थामस को जिसने नशा बेचा उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि थॉमस की मौत नशे के कारण हुई है। आपको बता दें कि, नशे से मरने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पुलिस रोजाना दो से तीन केस एनडीपीएस एक्ट के दर्ज कर रहीं है और नशा बेचने वालों की गिरफ्तारी भी हो रही है। इसके बावजूद नशे में की गिरफ्त में आए युवक अपनी जिंदगी गवां रहे हैं।
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लुधियाना में आधी रात पुलिस चौकी पर हमला:नाके पर पिता-पुत्र को रोका,मुंशी के साथ बहसबाजी,कांस्टेबल की फटी वर्दी, इंचार्ज का माथा फूटा पंजाब के लुधियाना में थाना डिवीजन नंबर 3 के अधीन आती पुलिस चौकी धर्मपुरा में आधी रात करीब साढ़े 12 बजे कुछ लोगों ने हमला कर दिया। हमले में कांस्टेबल लक्की शर्मा की वर्दी फट गई। मुंशी हरीश शर्मा से हाथापाई और चौकी इंचार्ज जसविंदर सिंह का माथा फूट गया। हमलावरों ने पुलिस चौकी का दरवाजा भी तोड़ दिया। नाकाबंदी दौरान पिता-पुत्र को पुलिस ने था रोका दरअसल, शिंगार सिनेमा के बाहर चौकी इंचार्ज जसविंदर सिंह ने नाका लगाया हुआ था। रात को वह वाहन चालकों की चैकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक्टिवा पर सवार पिता-पुत्र को पुलिस ने रोक लिया। उनसे कागजात मांगे और दोनों पक्षों में बहसबाजी हो गई। मामला बढ़ गया तो चौकी इंचार्ज जसविंदर सिंह ने पिता-पुत्र को चौकी में ले जाकर पूछताछ करनी चाही। इतने में उक्त व्यक्ति का बेटा चौकी से बाहर भाग गया। कुछ देर बाद वह कुछ लोगों को साथ लेकर आया जिन्होंने चौकी के बाहर हंगामा किया। पुलिस चौकी के बाहर बड़ी संख्या में वाहनों का देर रात जाम भी लग गया। चौकी इंचार्ज जसविंदर बोले- स्नैचरों की तलाश में लगाया था नाका जानकारी देते हुए चौकी इंचार्ज जसविंदर सिंह ने कहा कि शुक्रवार उनके इलाके न्यू हरगोबिंद नगर में बाइक सवार बदमाशों ने एक्टिवा सवार से स्नैचिंग की। इस वारदात के बाद उन्होंने बदमाशों का बाइक बरामद कर लिया था लेकिन स्नैचर नहीं पकड़े गए थे। जसविंदर ने कहा कि स्नैचरों को पकड़ने के लिए उन्होंने नाका लगाया था। एक्टिवा पर पिता-पुत्र सरबजीत सिंह और हरसिदक तेजरफ्तार से आ रहे थे। उन्हें जब एक्टिवा रोक कर पूछताछ करनी चाही तो उन लोगों ने खुद को पत्रकार बताया। जसविंदर मुताबिक पिता-पुत्र ने उनसे बदतमीजी की। वह उन्हें चौकी में बैठाकर बात करने लगे तो इतने में उक्त व्यक्ति का बेटा हरसिदक चौकी से बाहर भाग गया। सैकड़ों लोगों की भीड़ ने किया पुलिस चौकी पर हमला इंचार्ज जसविंदर सिंह ने कहा कि कुछ देर बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ ने चौकी पर हमला कर दिया। भीड़ में किसी व्यक्ति ने उनके माथे पर कोई तेजधार चीज मारी जिससे उनका माथा फूट गया। कांस्टेबल लक्की शर्मा की वर्दी फट गई। पुलिस चौकी का दरवाजा टूट गया। चौकी के बाहर पड़े गमले तक हमलावरों ने तोड़ दिए। इस मामले में वह पिता-पुत्र दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर रहे है। पुलिस के सीनियर अधिकारियों के ध्यान में मामला ला दिया गया है। बेटा बोला-पुलिस कर्मियों ने शराब पीकर की धक्केशाही
उधर, दूसरी तरफ आरोपी हरसिदक ने कहा कि वह अपने पिता सरबजीत सिंह के साथ अपनी दुकान बंद करके घर जा रहा था। पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें सड़क पर रोक लिया। उनसे कहा कि एक्टिवा धीरे चलाओ। हरसिदक मुताबिक उनकी एक्टिवा काफी धीरे थे। तीन पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें रोका। उन पुलिस कर्मचारियों की शराब पी हुई थी। हरसिदक मुताबिक उसके पास वीडियो है जिसमें पुलिस कर्मचारी खुद मान रहे है कि उन लोगों ने शराब पी हुई है। हरसिदक ने कहा कि पुलिस कर्मचारियों ने उसके पिता सरबजीत सिंह के थप्पड़ मारा। उन लोगों ने मेरी पगड़ी भी उतारी। पुलिस ने डंडों से पिटाई कर उसे और उसके पिता को चौकी में धकेला। पुलिस झड़प में उसका मोबाइल भी टूट गया। पत्नी बोली-पुलिस मुलाजिमों ने पगड़ियां उतारी
आरोपी सरबजीत सिंह की पत्नी सरबजीत कौर ने कहा कि उसके पति और बेटे के साथ पुलिस ने मारपीट की है। उनकी पगड़ियां उतारी है। सरबजीत कौर का आरोप है कि जब वह अपने पति के बारे पुलिस चौकी में पूछने गई तो पुलिस कर्मचारियों ने उसके साथ भी बदतमीजी की। सरबजीत मुताबिक उसके पति और बेटे को बेवजह मामले में घसीटा जा रहा है। उसने पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि मामले की जांच करवाई जाए।