पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने आज लुधियाना सिविल अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र का दौरा किया और वहां के सभी रिकॉर्ड की जांच की। उन्होंने दवाइयों की सप्लाई चेन समेत सभी पहलुओं की जांच की और भविष्य में भी इसी तरह के निरीक्षण करने की घोषणा की। लुधियाना के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने कहा- हम नशा मुक्ति केंद्र के कई पहलुओं पर नजर रख रहे हैं। पहला पहलू यह है कि हम केंद्र की सप्लाई चेन पर नजर रख रहे हैं। नशा मुक्ति केंद्र में दवाइयां कहां से और कैसे आ रही हैं। सीपी शर्मा बोले- नशीली दवाओं की डिमांड कम करनी हमारा लक्ष्य दूसरा पहलू है कि हम डिमांड को किसी तरह से कम करें। ऐसा हम मरीजों से मिलकर और उन्हें अच्छे रास्ते के बारे में बताकर ही कर पाएंगे। इसे लेकर हमने डॉक्टरों से भी बातचीत की है कि मरीज को कैसे हम नशीली दवाओं से दूर रख सकते हैं और इसमें क्या क्या कदम उठाए जा सकते हैं। सीपी स्वपन शर्मा ने आगे कहा- डॉक्टरों ने हमें पता चला है कि उक्त मरीजों को एक्सरसाइज के जरिए भी ठीक किया जा सकता है। उन्हें फिर कम डोज लगेगी। मरीजों के खाने बीने का ध्यान दिया जा सकता है। पारिवारिक सदस्यों के साथ में रहने से भी मरीज अच्छा महसूस करेगा। ऐसे कई कदम हैं, जिनसे मरीजों ठीक किया जा सकता है। पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने आज लुधियाना सिविल अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र का दौरा किया और वहां के सभी रिकॉर्ड की जांच की। उन्होंने दवाइयों की सप्लाई चेन समेत सभी पहलुओं की जांच की और भविष्य में भी इसी तरह के निरीक्षण करने की घोषणा की। लुधियाना के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने कहा- हम नशा मुक्ति केंद्र के कई पहलुओं पर नजर रख रहे हैं। पहला पहलू यह है कि हम केंद्र की सप्लाई चेन पर नजर रख रहे हैं। नशा मुक्ति केंद्र में दवाइयां कहां से और कैसे आ रही हैं। सीपी शर्मा बोले- नशीली दवाओं की डिमांड कम करनी हमारा लक्ष्य दूसरा पहलू है कि हम डिमांड को किसी तरह से कम करें। ऐसा हम मरीजों से मिलकर और उन्हें अच्छे रास्ते के बारे में बताकर ही कर पाएंगे। इसे लेकर हमने डॉक्टरों से भी बातचीत की है कि मरीज को कैसे हम नशीली दवाओं से दूर रख सकते हैं और इसमें क्या क्या कदम उठाए जा सकते हैं। सीपी स्वपन शर्मा ने आगे कहा- डॉक्टरों ने हमें पता चला है कि उक्त मरीजों को एक्सरसाइज के जरिए भी ठीक किया जा सकता है। उन्हें फिर कम डोज लगेगी। मरीजों के खाने बीने का ध्यान दिया जा सकता है। पारिवारिक सदस्यों के साथ में रहने से भी मरीज अच्छा महसूस करेगा। ऐसे कई कदम हैं, जिनसे मरीजों ठीक किया जा सकता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
