लुधियाना में नशे के लिए पोते को पैसे न देने के चक्कर में जान चली गई। दरअसल, 12 दिन पहले 65 वर्षीय बुजुर्ग बहादुर सिंह पर उसके पोते ने जानलेवा हमला कर दिया था। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां पर उसकी मौत हो गई। थाना डाबा की पुलिस ने मृतक बहादुर सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। इस मामले में आरोपी पोते सन्नी पर कातिलाना हमले की दर्ज धारा को हत्या के मामले में तब्दील कर दिया है। हालांकि, आरोपी को पहले ही पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। गलत संगत में पड़ा युवक डाबा के बसंत नगर के रहने वाले बहादुर सिंह के छोटे बेटे रविंदर ने बताया कि आरोपी सन्नी उसका भतीजा है। सन्नी के बचपन में ही उसके माता-पिता का तलाक हो गया था। इसके बाद उसके पिता रघुवीर सिंह की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद उन लोगों ने ही सन्नी को पाला। सन्नी इसके बाद गलत संगत में पड़ गया और नशा करने लगा। वह नशे के लिए दादा से पैसे मांगता और न देने पर झगड़ा करता था। 16 अप्रैल को भी सन्नी ने रुपए मांगे, न देने पर उसने दादा पर बैट, बेल्टों से हमला कर लहूलुहान कर दिया। चाकू से किया था हमला रविंदर का कहना है कि जब वह घर आया तो पिता का यह हाल देखा। इसी दौरान सन्नी भी वहां वापस आ गया। इसके बाद उन दोनों में विवाद हुआ। विवाद के दौरान सन्नी ने उस पर भी चाकू से हमला किया, लेकिन आसपास के लोगों ने उसे बचा लिया। उसने पिता को निजी अस्पताल में दाखिल कराया, जहां 12 दिन बाद सोमवार को उसके पिता ने दम तोड़ दिया। लुधियाना में नशे के लिए पोते को पैसे न देने के चक्कर में जान चली गई। दरअसल, 12 दिन पहले 65 वर्षीय बुजुर्ग बहादुर सिंह पर उसके पोते ने जानलेवा हमला कर दिया था। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां पर उसकी मौत हो गई। थाना डाबा की पुलिस ने मृतक बहादुर सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। इस मामले में आरोपी पोते सन्नी पर कातिलाना हमले की दर्ज धारा को हत्या के मामले में तब्दील कर दिया है। हालांकि, आरोपी को पहले ही पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। गलत संगत में पड़ा युवक डाबा के बसंत नगर के रहने वाले बहादुर सिंह के छोटे बेटे रविंदर ने बताया कि आरोपी सन्नी उसका भतीजा है। सन्नी के बचपन में ही उसके माता-पिता का तलाक हो गया था। इसके बाद उसके पिता रघुवीर सिंह की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद उन लोगों ने ही सन्नी को पाला। सन्नी इसके बाद गलत संगत में पड़ गया और नशा करने लगा। वह नशे के लिए दादा से पैसे मांगता और न देने पर झगड़ा करता था। 16 अप्रैल को भी सन्नी ने रुपए मांगे, न देने पर उसने दादा पर बैट, बेल्टों से हमला कर लहूलुहान कर दिया। चाकू से किया था हमला रविंदर का कहना है कि जब वह घर आया तो पिता का यह हाल देखा। इसी दौरान सन्नी भी वहां वापस आ गया। इसके बाद उन दोनों में विवाद हुआ। विवाद के दौरान सन्नी ने उस पर भी चाकू से हमला किया, लेकिन आसपास के लोगों ने उसे बचा लिया। उसने पिता को निजी अस्पताल में दाखिल कराया, जहां 12 दिन बाद सोमवार को उसके पिता ने दम तोड़ दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
