पंजाब के लुधियाना में दड्डा सट्टा और जुआ खेलने वालों पर पुलिस लगातार छापामारी कर रही है। ताजा मामला देर रात का सामने आया है। चंडीगढ़ रोड के सैक्टर 32 नजदीक एक बिल्डिंग में पुलिस कर्मचारियों ने रेड की। पुलिस कर्मचारी अभी सही से जांच कर पाते उससे पहले ही कुछ लोग पुलिस कर्मचारियों से भिड़ गए। उन लोगों का आरोप है कि पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें गालियां निकाली है। वीडियो भी सामने आई है। पुलिस कर्मचारियों ने भी मौके की वीडियो बनाई है। कुछ लोग रेड करने गए पुलिस कर्मचारियों से बहसबाजी करते दिखे है। पता चला है कि रेड करने आई पुलिस बेरंग लौटी है। पुलिस कर्मचारियों को शक था कि कुछ लोग बिल्डिंग में जुआ खेल रहे है जिस कारण उन्होंने रेड की। लोग पड़े पुलिस पर भारी सूत्रों मुताबिक जानकारी मिली है कि चंडीगढ़ रोड की नजदीक एक घर में कैसिनो चल रहा था। CIA-3 की टीम ने जुआरियों का अड्डा समझ कर रेड की। रेड दौरान वहां मौजूद लोगों के साथ पुलिस कर्मचारियों की तू-तू मैं-मैं भी हुई। सरेआम पुलिस पर कथित लोग भारी पड़ते नजर आए। इस मामले में पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने भी चुप्पी साधी है। पहले भी पुलिस कर्मचारियों पर हो चुका हमला बता दें पुलिस के साथ झड़प का ये कोई पहला मामला सामने नहीं आया है। इससे पहले भी महानगर में पुलिस के साथ मारपीट के कई मामले सामने आ चुके है। कुछ दिन पहले भी रेलवे स्टेशन के बाहर नाके पर तैनात पुलिस मुलाजिमों पर कुछ युवकों ने एलिवेटेड पुल पर से ईंटो से हमला किया था। जिसमे एक एएसआई के कंधे व हैड कांस्टेबल के सिर पर गहरी चोंटे आई थी। इस मामले संबंधी CIA-3 के इंचार्ज नवदीप से बात की तो उन्होंने कहा कि रेड किसने की है उन्हें नहीं पता। वहीं थाना डिवीजन नंबर 7 के एसएचओ से रेड संबंधी जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि मामले के बारे पता जरूर चला है लेकिन किस पुलिस पार्टी ने रेड की है ये उन्हें भी पता नहीं है। मामले की जांच कर रहे है। बता दें दीपावली नजदीक आने के कारण जुआरी शहर के अलग-अलग होटलों और घरों में सट्टेबाजी कर रहे है। जिन्हें पुलिस तलाश कर रही है। पंजाब के लुधियाना में दड्डा सट्टा और जुआ खेलने वालों पर पुलिस लगातार छापामारी कर रही है। ताजा मामला देर रात का सामने आया है। चंडीगढ़ रोड के सैक्टर 32 नजदीक एक बिल्डिंग में पुलिस कर्मचारियों ने रेड की। पुलिस कर्मचारी अभी सही से जांच कर पाते उससे पहले ही कुछ लोग पुलिस कर्मचारियों से भिड़ गए। उन लोगों का आरोप है कि पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें गालियां निकाली है। वीडियो भी सामने आई है। पुलिस कर्मचारियों ने भी मौके की वीडियो बनाई है। कुछ लोग रेड करने गए पुलिस कर्मचारियों से बहसबाजी करते दिखे है। पता चला है कि रेड करने आई पुलिस बेरंग लौटी है। पुलिस कर्मचारियों को शक था कि कुछ लोग बिल्डिंग में जुआ खेल रहे है जिस कारण उन्होंने रेड की। लोग पड़े पुलिस पर भारी सूत्रों मुताबिक जानकारी मिली है कि चंडीगढ़ रोड की नजदीक एक घर में कैसिनो चल रहा था। CIA-3 की टीम ने जुआरियों का अड्डा समझ कर रेड की। रेड दौरान वहां मौजूद लोगों के साथ पुलिस कर्मचारियों की तू-तू मैं-मैं भी हुई। सरेआम पुलिस पर कथित लोग भारी पड़ते नजर आए। इस मामले में पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने भी चुप्पी साधी है। पहले भी पुलिस कर्मचारियों पर हो चुका हमला बता दें पुलिस के साथ झड़प का ये कोई पहला मामला सामने नहीं आया है। इससे पहले भी महानगर में पुलिस के साथ मारपीट के कई मामले सामने आ चुके है। कुछ दिन पहले भी रेलवे स्टेशन के बाहर नाके पर तैनात पुलिस मुलाजिमों पर कुछ युवकों ने एलिवेटेड पुल पर से ईंटो से हमला किया था। जिसमे एक एएसआई के कंधे व हैड कांस्टेबल के सिर पर गहरी चोंटे आई थी। इस मामले संबंधी CIA-3 के इंचार्ज नवदीप से बात की तो उन्होंने कहा कि रेड किसने की है उन्हें नहीं पता। वहीं थाना डिवीजन नंबर 7 के एसएचओ से रेड संबंधी जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि मामले के बारे पता जरूर चला है लेकिन किस पुलिस पार्टी ने रेड की है ये उन्हें भी पता नहीं है। मामले की जांच कर रहे है। बता दें दीपावली नजदीक आने के कारण जुआरी शहर के अलग-अलग होटलों और घरों में सट्टेबाजी कर रहे है। जिन्हें पुलिस तलाश कर रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के पुलिस थाने में ग्रेनेड धमाका:थाने की खिड़कियां टूटीं, गेट बंद किया; किसी के हताहत होने की खबर नहीं
पंजाब के पुलिस थाने में ग्रेनेड धमाका:थाने की खिड़कियां टूटीं, गेट बंद किया; किसी के हताहत होने की खबर नहीं पंजाब के अमृतसर में मजीठा में थाने के अंदर बुधवार की देर 10.05 बजे धमाका हुआ। धमाका इतना जोरदार था कि थाने की खिड़कियों के शीशे टूट गए। ब्लास्ट पुलिस स्टेशन के गेट के पास खुली जगह में हुआ। घटना के बाद थाने के गेट बंद कर दिए गए। शुरुआती जानकारी के अनुसार थाने के अंदर हैंडग्रेनेड फेंका गया है। हालांकि अभी इसकी किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है। धमाके की सूचना मिलते ही मजीठा के DSP जसपाल सिंह ढिल्लों मौके पर पहुंच गए। घटना के वक्त थाने में कई मुलाजिम मौजूद थे। घटना में किसी तरह का नुकसान हुआ या नहीं, यह जानकारी नहीं मिल पाई। मामले की गंभीरता को भांपते हुए पंजाब पुलिस की बॉर्डर रेंज के DIG सतिंदर सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उधर, अमृतसर रूरल पुलिस के SSP चरणजीत सिंह ने कहा कि धमाके की आवाज आई है। पुलिस जांच कर रही है। इससे पहले बुधवार सुबह ही अमृतसर में गोल्डन टेंपल के बाहर पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल को मारने की कोशिश की गई थी। इसके बाद से पूरे पंजाब में पुलिस हाईअलर्ट है। 6 दिनों में चौकी-थाने में दूसरा धमाका
अमृतसर जिले में 6 दिनों के अंदर पुलिस चौकी और थाने में धमाके की ये दूसरी घटना है। 29 नवंबर की रात अमृतसर शहर की गुरबख्श नगर चौकी में धमाका हुआ था। इस चौकी को कुछ दिन पहले बंद किया जा चुका है। इसके अलावा अमृतसर में 23-24 नवंबर की रात को अजनाला थाने के बाहर IED भी प्लांट किया गया था, जो तकनीकी खराबी के कारण फटा नहीं। पुलिस को ये IED सुबह मिली थी। ये IED भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी हैप्पी पासिया और गोपी नवांशहरिया ने रखवाई थी। सीसीटीवी फुटेज में बाइक पर आए 2 युवक थाने के एक साइड पर IED रखते और उसका डेटोनेटर थाने के दरवाजे पर लगाते नजर आए थे। ताकि कोई थाने का दरवाजा खोले तो ब्लास्ट हो जाए। चंडीगढ़ में भी 2 बार धमाके किए गए
चंडीगढ़ में भी 3 महीने में 2 ब्लास्ट हो चुके हैं। 11 सितंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-10 की कोठी में पहला धमाका हुआ था। यहां शाम 6 बजे के करीब ऑटो में आए दो युवकों ने ग्रेनेड फैंका था। इसके बाद आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस जांच में यह सामने आया था कि ग्रेनेड अटैक पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर करवाया गया था। इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर रिंदा है। इसके बाद 26 नवंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में दो क्लबों के बाहर बम ब्लास्ट हुए थे। सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर बम फेकें गए थे। इससे क्लब के शीशे टूट गए। सेविले बार एंड लाउंज क्लब के मालिकों में मशहूर रैपर बादशाह भी पार्टनर हैं। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। हिसार में मुठभेड़ के दौरान बम फेंकने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए थे। सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे। डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी देने को लेकर सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा दी है। वारदात के वक्त हमलावर ने जैसे ही उन पर गोली चलाई, उसी समय सिविल वर्दी में तैनात उनके सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इससे सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि हमलावर का नाम नारायण सिंह चौड़ा है। वह गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। पूरी खबर पढ़ें
मानसा में परिजनों का चौथे दिन भी विरोध जारी:नौजवान का शव सड़क पर रखकर किया प्रदर्शन, मुआवजे की मांग
मानसा में परिजनों का चौथे दिन भी विरोध जारी:नौजवान का शव सड़क पर रखकर किया प्रदर्शन, मुआवजे की मांग पंजाब के मानसा जिले के गांव अकलिया में नौजवान की नशे की ओवर डोज से मौत होने के चार दिन बाद भी परिवार द्वारा लाश का संस्कार नहीं किया गया। लाश को सड़क पर रखकर चार दिन से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और सरकार से मुआवजे की मांग व नशा तस्करों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की जा रही है। नशे की ओवर डोज से हुई मौत मानसा जिले के गांव अकलिया में विगत दिन नौजवान गुरप्रीत सिंह (26) की नशे की ओवर-डोज से मौत हो गई थी। गुरप्रीत सिंह अपने परिवार में इकलौता बेटा था, एक साल पहले उसके पिता की भी मौत हो चुकी है। जबकि गुरप्रीत सिंह के घर में अब दो जवान बहने और मां रह गई है। वही गांव वासियों और परिवार द्वारा मृतक गुरप्रीत सिंह की लाश को सड़क पर बरनाला मनसा हाईवे पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। गांव में 11 जवानों की हो चुकी मौत गांव वासी राज सिंह और परविंद्र सिंह ने कहा कि गांव में नशे की सप्लाई सरेआम हो रही है और कुछ माह में ही जोगा के नजदीक पढ़ते गांव में 11 नौजवानों की मौत हो चुकी है, लेकिन नशे को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा किए गए दावे झूठ निकले। उन्होंने कहा कि गुरप्रीत सिंह के परिवार को सरकार आर्थिक मदद दे और नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। वहीं डीएसपी बूटा सिंह ने बताया कि नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है और परिवार से भी प्रशासन की बातचीत जारी है, जल्द ही समाधान निकल जाएगा।
मोहाली के कर्नल मनप्रीत सिंह को कीर्ति चक्र:अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान हुए थे शहीद, 2003 में हुए थे भर्ती
मोहाली के कर्नल मनप्रीत सिंह को कीर्ति चक्र:अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान हुए थे शहीद, 2003 में हुए थे भर्ती पिछले साल सितंबर में अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए कर्नल मनप्रीत सिंह को इस स्वतंत्रता दिवस पर मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। वे मोहाली जिले के भद्रोजियां गांव के रहने वाले थे। शहीद कर्नल के पिता स्वर्गीय लखबीर सिंह भी सेना में सिपाही थे। शहीद के ससुराल वाले पंचकूला के सेक्टर 26 में रहते हैं। मनप्रीत सिंह को उनकी मृत्यु से महज 3 साल पहले ही लेफ्टिनेंट कर्नल से कर्नल के पद पर पदोन्नत किया गया था। वे अपने पीछे 7 साल के बेटे कबीर सिंह और 2.5 साल की बेटी बानी को छोड़ गए हैं। उनके साथ मेजर मल्ला राम गोपाल, राइफलमैन रवि कुमार और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हिमायु भट्ट को भी कीर्ति चक्र से सम्मानित किया है। मरने से 2 साल पहले मिला था सेना पुरस्कार
शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह मरने से 2 साल पहले सेना पुरस्कार से सम्मानित किए गए थे। वह 19 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। 2021 में अंधाधुंध गोलीबारी करने वाले आतंकवादियों से इसी बटालियन ने सामना किया था। तब मनप्रीत सिंह ने आतंकवादियों को मार गिराया था। इसी बटालियन ने 2016 में आतंकवादी बुरहान वानी को मारा था। 2003 में लेफ्टिनेंट के पद पर हुए थे भर्ती
शहीद मनप्रीत सिंह 2003 में लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती हुए थे। 2020 में वह कर्नल बने थे। उनके पिता अपनी रिटायरमेंट के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में सुरक्षाकर्मी के तौर पर काम करने लग गए थे। उनकी मृत्यु जॉब के दौरान हुई थी। इसलिए शहीद मनप्रीत सिंह के छोटे भाई संदीप सिंह को नॉन टीचिंग स्टाफ में भर्ती किया गया था। वह अभी पंजाब यूनिवर्सिटी में ही काम करते हैं।