पंजाब के जिला खन्ना के मलौद क्षेत्र में एक महिला का बेरहमी से मर्डर कर दिया गया। मृतक महिला 3 बच्चों की मां थी, जिसे कई सालों से गांव में ही रहने वाले प्रवासी मजदूर ने तेजधार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। मृतका की पहचान सतपाल कौर (37) निवासी सिआड़ के तौर पर हुई है। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। वहीं, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल खन्ना की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। मृतका तीन बच्चों की मां थी। वह भी अपने पति के साथ परिवार चलाने में मदद करती थी। दोनों के बीच चल रहा था झगड़ा बताया जा रहा है कि गांव में बबलू वर्ष 1995 से रह रहा है। वह एक जमींदार के पास काम करता है। सतपाल कौर मनरेगा में काम करती थी। करीब 3 साल पहले दोनों की जान पहचान हुई थी। जिसके चलते बबलू उनके घर भी कभी कभार आता-जाता रहता था। दोनों के बीच प्रेम संबंधों की भी चर्चा चल रही है। किसी बात को लेकर उनका आपसी झगड़ा था। गुरुवार की रात करीब 8 बजे सतपाल कौर ने अपने परिवार सहित खाना खाया। जिसके बाद बबलू ने सतपाल को बातचीत के बहाने घर से बाहर बुलाया। सिर पर धारदार हथियार से हमला गांव में सुनसान जगह पर सतपाल कौर के सिर पर तेज-धार हथियार से हमला कर दिया गया। सतपाल के पति राजू ने बताया कि उन्हें करीब 9 बजे गांव के पूर्व सरपंच ने फोन करके इसकी जानकारी दी। उसकी पत्नी का खून से लथपथ शव मिला। राजू ने पुलिस प्रशासन से मांग किया कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। इस केस में पायल के डीएसपी दीपक राय ने कहा कि मामले में जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुलासा किया जाएगा। पंजाब के जिला खन्ना के मलौद क्षेत्र में एक महिला का बेरहमी से मर्डर कर दिया गया। मृतक महिला 3 बच्चों की मां थी, जिसे कई सालों से गांव में ही रहने वाले प्रवासी मजदूर ने तेजधार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। मृतका की पहचान सतपाल कौर (37) निवासी सिआड़ के तौर पर हुई है। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। वहीं, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल खन्ना की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। मृतका तीन बच्चों की मां थी। वह भी अपने पति के साथ परिवार चलाने में मदद करती थी। दोनों के बीच चल रहा था झगड़ा बताया जा रहा है कि गांव में बबलू वर्ष 1995 से रह रहा है। वह एक जमींदार के पास काम करता है। सतपाल कौर मनरेगा में काम करती थी। करीब 3 साल पहले दोनों की जान पहचान हुई थी। जिसके चलते बबलू उनके घर भी कभी कभार आता-जाता रहता था। दोनों के बीच प्रेम संबंधों की भी चर्चा चल रही है। किसी बात को लेकर उनका आपसी झगड़ा था। गुरुवार की रात करीब 8 बजे सतपाल कौर ने अपने परिवार सहित खाना खाया। जिसके बाद बबलू ने सतपाल को बातचीत के बहाने घर से बाहर बुलाया। सिर पर धारदार हथियार से हमला गांव में सुनसान जगह पर सतपाल कौर के सिर पर तेज-धार हथियार से हमला कर दिया गया। सतपाल के पति राजू ने बताया कि उन्हें करीब 9 बजे गांव के पूर्व सरपंच ने फोन करके इसकी जानकारी दी। उसकी पत्नी का खून से लथपथ शव मिला। राजू ने पुलिस प्रशासन से मांग किया कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। इस केस में पायल के डीएसपी दीपक राय ने कहा कि मामले में जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुलासा किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
शंभू बॉर्डर पर आंदोलन- हरियाणा में किसानों का ट्रैक्टर मार्च:BJP अध्यक्ष बोले- कांग्रेस-AAP सरकार MSP की गारंटी दे; विज ने कहा- ट्रेन न रोकें
शंभू बॉर्डर पर आंदोलन- हरियाणा में किसानों का ट्रैक्टर मार्च:BJP अध्यक्ष बोले- कांग्रेस-AAP सरकार MSP की गारंटी दे; विज ने कहा- ट्रेन न रोकें शंभू-खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में पंजाब छोड़कर देशभर में ट्रैक्टर मार्च किया जा रहा है। हरियाणा में हिसार के हांसी में रामायण टोल के अलावा सोनीपत और अंबाला में ट्रैक्टर मार्च हो रहा है। हांसी में किसान रामायण टोल से मिनी सचिवालय की तरफ ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। वहीं सोनीपत में खरखौदा में रोहणा बाइपास चौक से भी मार्च निकाला जा रहा है। चरखी दादरी में भी ट्रैक्टर निकाला जा रहा है। ट्रैक्टर मार्च के बाद पंजाब में 18 दिसंबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। ट्रैक्टर मार्च के बीच हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहन बड़ौली ने कहा कि प्रदेश में हम 24 फसलों पर MSP दे रहे हैं, कांग्रेस और AAP की सरकार भी किसानों को MSP पर फसल खरीदने की गारंटी दे। परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसान इजाजत लेकर ट्रैक्टर मार्च निकाल सकते हैं लेकिन रेल नहीं रोकनी चाहिए। इससे आम लोगों को ही परेशानी होती है। किसानों के ट्रैक्टर मार्च के PHOTOS… भाजपा अध्यक्ष बड़ौली बोले- MSP किसानों का हक
हरियाणा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने सोनीपत में पत्रकारों से बातचीत में किसानों के ट्रैक्टर मार्च पर कहा कि वो तो किसानों के साथ हैं। किसानों का हक बनता है कि उनकी जो फसल है, उसे MSP पर खरीदने की गारंटी सरकार दे। वे मुख्यमंत्री नायब सैनी का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हरियाणा में किसानों की 24 फसलें MSP पर खरीदने की गारंटी दी है। आज हरियाणा का किसान उससे संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है या आम आदमी की सरकार है, वो भी इस प्रकार की व्यवस्था करे कि किसानों को फसल पर MSP मिले। आज विपक्ष जो बोलता है, उसकी भी जिम्मेदारी है कि वो भी करके दिखाए। अपनी सरकारों में किसानों की फसल खरीद की गारंटी दें। मंत्री विज बोले- प्रशासन से इजाजत लेनी चाहिए किसानों के ट्रैक्टर मार्च और रेल रोको आंदोलन पर हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा- ”देखिए जहां तक ट्रैक्टर मार्च निकालने का सवाल है तो शांतिपूर्ण तरीके से प्रशासन से इजाजत लेकर हर संस्था को प्रदर्शन करने का अधिकार होता है है।” विज ने आगे कहा कि जहां तक रेल रोकने की बात है उन्हें (किसानों को) ये नहीं करना चाहिए। इससे लाखों लोगों को परेशानी होती है। पंजाब जाने वाली गाड़ियां ही रुक जाएंगी तो इससे पंजाब के लोगों को ही दिक्कत होगी। इसलिए किसी और तरीके से प्रदर्शन करें, जो इनकी आवाज भी उठती रहे और काम में भी बाधा ना पड़े। आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल को साइलेंट अटैक का खतरा
खनौरी बॉर्डर पर 20 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने राष्ट्रपति के नाम लेटर लिखा है। किसान डल्लेवाल द्वारा लिखी गई लेटर की कॉपी DC और SDM को सौंपेंगे डल्लेवाल ने 26 नवंबर को खनौरी बॉर्डर से आमरण अनशन शुरू किया था। उनका वजन काफी कम हो चुका है। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा है। उनका शरीर कमजोर हो गया है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना जरूरी है। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून समेत 13 मांगों को लेकर किसानों का 10 महीने से आंदोलन चल रहा है। किसान यूनियन बोली- लेटर पर डल्लेवाल के साइन नहीं
उधर, किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने रविवार को पंजाब की सभी किसान यूनियनों को लेटर लिखकर एक मंच पर आने की बात कही थी। पंधेर के लेटर पर पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने वाले पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुलदू सिंह मानसा ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आंदोलन का मुख्य चेहरा जगजीत सिंह डल्लेवाल भी हैं, लेकिन लेटर पर उनकी यूनियन के साइन नहीं है। डल्लेवाल के संगठन से जुड़े नेताओं की अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, पंधेर से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये इंटरनल कमेटी का मामला है। जिसे जो जिम्मेदारी दी गई थी, वह निभा रहा है। पंजाब DGP और केंद्रीय गृह निदेशक ने मुलाकात की
उधर, रविवार को पंजाब के DGP गौरव यादव और केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल से मुलाकात की। डल्लेवाल से मिलने के बाद मयंक मिश्रा ने कहा कि किसानों की मांगों के बारे में जानकारी ली है। उन्होंने केंद्र की तरफ से वार्ता के प्रस्ताव से इनकार किया। सुप्रीम कोर्ट ने डल्लेवाल की डॉक्टरी मदद के आदेश दिए थे। इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री शिवराज सिंह से मीटिंग की थी। दोनों नेताओं ने मोदी को किसान आंदोलन की जानकारी दी। बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल थे। पंजाब कांग्रेस के CLP नेता बोले- सब आईवॉश
पंजाब कांग्रेस के विपक्षी दल नेता प्रताप सिंह बाजवा ने चंडीगढ़ में कहा कि किसानों से रिटायर्ड अफसरों के जरिए बात की जा रही है। क्या पंजाब में बातचीत के काबिल अफसर नहीं हैं। कल केंद्र सरकार ने भी एक डायरेक्टर भेजे थे। यह मात्र आईवाश है। उन्होंने कहा कि जब कानून वापस लिए थे, उसके बाद से कोई मीटिंग नहीं की है। वहीं, उन्होंने कहा कि आज से पांच दिन पांच पहले ब्रिटेन में पांच दिन ट्रैक्टर मार्च हुआ है। वहां की सांसद ने किसान को सम्मान किया है, लेकिन हमारे यहां लोगों को दिल्ली नहीं जाने दिया जा रहा। विनेश फोगाट बोलीं- देश में आपातकाल जैसी स्थिति
पहलवान और कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट रविवार को खनौरी बॉर्डर पर पहुंची। उन्होंने कहा, ‘डल्लेवाल दूसरों के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। मैं पंजाब, हरियाणा और पूरे देश के लोगों से इस प्रदर्शन में भाग लेने का आग्रह करती हूं। देश में आपातकाल जैसी स्थिति है। सरकार को इसका समाधान निकालना होगा। PM मोदी बहुत बड़े-बड़े भाषण देते हैं। कल भी उन्होंने संसद में भाषण दिया, लेकिन अब भाषण देने के अलावा भी कुछ करना होगा।’ ************************** किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- खनौरी बॉर्डर पर केंद्रीय गृह निदेशक ने डल्लेवाल से मुलाकात की शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल से 15 दिसंबर को केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने मुलाकात की थी। पंजाब के DGP गौरव यादव के साथ वे खनौरी बॉर्डर पहुंचे। पढ़ें पूरी खबर
लुधियाना में ज्वेलरी की दुकान में चोरी, VIDEO:महिला पर पायल चुराने का आरोप, घटना सीसीटीवी में कैद
लुधियाना में ज्वेलरी की दुकान में चोरी, VIDEO:महिला पर पायल चुराने का आरोप, घटना सीसीटीवी में कैद पंजाब के लुधियाना में क्वालिटी चौक पर एक ज्वेलर्स की दुकान पर एक पुरुष और महिला ने चोरी की। सीसीटीवी में महिला पायल चुराते हुए भी कैद हुई है। घर पर मौजूद दुकानदार के बेटे ने अचानक सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो उसने देखा कि महिला ने पायल चुराकर अपने दुपट्टे के नीचे रख ली है। इसके बाद वह अपने साथी के साथ दुकान से निकल गई। दुकानदार के बेटे अमित ने महिला का पीछा किया तो वह दूसरे ज्वेलर्स की दुकान पर पहुंच गई। वहां भी वह दुकानदार से पायल दिखाने के लिए कहने लगी। मौके पर पुलिस बुलाई गई ज्वेलर्स अमरदीप ने जानकारी देते हुए पुलिस को बताया कि मौके पर महिला का पीछा कर रहे दुकानदार ने उसे सूचना दी। उसने बताया कि उक्त महिला ने उसकी दुकान से भी पायल चुराई है। अमरदीप के अनुसार जब सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तो महिला की चालाकी सामने आई। उसने तुरंत शिमलापुरी थाने की बसंत पार्क पुलिस चौकी को सूचना दी। दोनों लुधियाना आकर ठगी करते थे मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने महिला और उसके साथी को पकड़ लिया। महिला और उसका साथी धुरी से लुधियाना आए थे और लोगों को ठग रहे थे। उधर, इस मामले में चौकी इंचार्ज गुरमीत सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों को बुलाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। दोनों पक्षों के बीच समझौते की बातचीत भी चल रही है।
दो तख्तों के जत्थेदारों ने बुलाई बैठक:राजोआना को लेकर हुई बातचीत; प्रधान भूंदड़ ने कहा-सुखबीर बादल के इस्तीफे को लेकर नहीं हुई चर्चा
दो तख्तों के जत्थेदारों ने बुलाई बैठक:राजोआना को लेकर हुई बातचीत; प्रधान भूंदड़ ने कहा-सुखबीर बादल के इस्तीफे को लेकर नहीं हुई चर्चा पंजाब में चल रहे उप-चुनावों के बीच और बलवंत सिंह राजोआना को मिली पैरोल के बाद अचानक दो तख्तों के जत्थेदारों की तरफ से एक बैठक बुलाई गई है। ये बैठक किस एजेंडे को लेकर है, इस बारे में भी कुछ स्पष्ट नहीं किया गया। लेकिन, इस बैठक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी और अकाली दल के कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ को भी बुलाया गया। बैठक से निकले बलविंदर सिंह भूंदड़ ने एजेंडे के बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया। लेकिन, भूंदड़ ने साफ किया कि इस बैठक में सुखबीर बादल के इस्तीफे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। वहीं ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी बैठक में हुई बातचीत पर कहने से बचे। लेकिन बताया कि बंदी सिखों की रिहाई के लिए सभी के प्रयास जारी रहेंगे। ये बैठक श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के निवास पर बुलाई गई। जिसमें श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह पहुंचे। ये सभी आज लुधियाना के गांव राजोआना में बलवंत सिंह राजोआना के भाई के भोग से लौटे थे। इतना ही नहीं, इन्होंने बलवंत राजोआना से बातचीत भी की। इससे यही अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री पंजाब बेअंत सिंह की हत्या के दोषी और 29 साल से जेल में रह रहे बलवंत सिंह राजोआना को लेकर बातचीत हुई है। अकाली दल संकट में घिर रहा इस दौरान अकाली दल में पैदा हुए हालातों पर भी बातचीत होने की चर्चा थी। लेकिन सभी ने इस पर बातचीत होने से इनकार किया है। अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल की तरफ से बीते दिनों ही वर्किंग कमेटी को इस्तीफा भेजा गया था। इतना ही नहीं, उनकी तनखैया लगाए जाने की अपील भी अभी तक श्री अकाल तख्त साहिब पर पेंडिंग है। अकाली दल के बागी गुट की तरफ से सुखबीर बादल पर लगाए गए इलजामों के बाद से ही हालात बिगड़े हुए हैं। इतना ही नहीं, इन विवादों के बीच अकाली दल ने उप-चुनावों में ना उतरने का भी फैसला किया था। आज अकाली दल के वाइस प्रधान अनिल जोशी की तरफ से भी अकाल दल की कार्यप्रणाली और सुखबीर बादल पर इल्जाम लगाते हुए इस्तीफा दिया गया है।