लुधियाना में पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वीडियो डालका सुसाइड करने वाले युवक दीपक कुमार के मामले में परिजनों ने चार दिन बाद भी मृतक का दाह संस्कार नहीं किया। आज परिजन और क्षेत्र के लोगों ने थाना सब डिवीजन 7 का घेराव किया गया। परिवार के लोग मुख्य आरोपी बाप बेटे की गिरफ्तारी की मांग पर अडिग हैं। लोगों का कहना है कि अभी तक पुलिस ने एक ही दोषी को पकडा है, जबकि मुख्य आरोपी बाप-बेटा दोनों फरार हैं। पुलिस उन लोगों का साथ दे रही है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस लोगों से थोडा टाइम देने की बात कर रही है तो वहीं लोग बोले 4 दिन से बैठे हैं, आखिर कब तक पुलिस मुख्य आरोपियों को पकड़ेगी। लोगों ने थाने का किया घेराव शुक्रवार को परिवार और क्षेत्र के लोगों ने थाना डिवीजन नंबर-7 का घेराव किया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। लोगों ने कहा कि मुख्यारोपी खुलेआम घूम रहे हैं। बाप-बेटा मुख्य दोषी हैं, जिन्होंने मृतक पर डे बुक चोरी का झूठा इल्जाम लगा उसकी पिटाई भी की। लेकिन पुलिस ने दोनों को काबू नहीं किया। यहां तक की मृतक दीपक कुमार द्वारा एएसआई सुलक्षण सिंह का भी नाम लिया लेकिन ना ही एएसआई पर कोई कारवाई की। लोगों ने कहा कि जब तक दोषी पकडे नहीं जाएंगे वह थाने से धरना नहीं उठाएंगे। 4 दिन से डेडबाडी का ना पोस्टमार्टम, ना ही दाह संस्कार मृतक दीपक कुमार की मौत के 4 दिन बाद भी अभी तक शव का ना तो परिवार ने पोस्टमार्टम करवाया और ना ही दाह संस्कार। लोगों का कहना है कि जब तक मुख्य आरोपी पकडे़ नहीं जाते वह दाह संस्कार नहीं करेंगे। 16 जुलाई को दीपक कुमार ने किया था सुसाइड आपको बता दें कि, विगत 16 जुलाई को लुधियाना की एसी मार्किट में एक नामवर फर्म में अकाउंटेंट का काम करने वाले दीपक कुमार ने सुसाइड कर लिया था। मृतक दीपक कुमार ने मरने से पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर की थी, जिसमें उसने दुकान मालिक समेत चार दोषियों को अपनी मौत का जिम्मेवार ठहराया। साथ ही एएसआई सुलक्षण सिंह को भी जिम्मेवार ठहराते कारवाई की मांग की है। दीपक कुमार ने कहा कि उसे हितेश सचदेवा, सन्नी, संदीप शर्मा समेत चार लोग परेशान करते थे। उस पर डे बुक चोरी का झूठा आरोप लगाकर उसके साथ दो बार जमकर मारपीट भी की गई और थाने में ले जाकर कई बार बेइज्जत किया। उसने कहा कि एएसआई सुलक्षण सिंह बार-बार उस पर राजीनामा का दबाव बना रहे थे और उसे धमका रहे थे, लेकिन वह दोषियों पर कार्रवाई करवाना चाहता था। उसने चारों दोषियों के साथ-साथ एएसआई के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की थी। एसीपी बोली- टीमें लगातार छापामारी कर रही है थाने में लोगों को समझाने पहुंची एसीपी रूपदीप कौर ने कहा कि हमें थोडा समय दीजिए, हमारी टीमें लगातार छापामारी कर रही हैं। मुख्य दोषियों के घर, उनके सगे संबंधियों व रिश्तेदारों के घर भी रेड की जा रही है। जल्द ही सभी को काबू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एएसआई की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पीड़ित परिवार को पूरा इंसाफ दिया जाएगा। लुधियाना में पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वीडियो डालका सुसाइड करने वाले युवक दीपक कुमार के मामले में परिजनों ने चार दिन बाद भी मृतक का दाह संस्कार नहीं किया। आज परिजन और क्षेत्र के लोगों ने थाना सब डिवीजन 7 का घेराव किया गया। परिवार के लोग मुख्य आरोपी बाप बेटे की गिरफ्तारी की मांग पर अडिग हैं। लोगों का कहना है कि अभी तक पुलिस ने एक ही दोषी को पकडा है, जबकि मुख्य आरोपी बाप-बेटा दोनों फरार हैं। पुलिस उन लोगों का साथ दे रही है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस लोगों से थोडा टाइम देने की बात कर रही है तो वहीं लोग बोले 4 दिन से बैठे हैं, आखिर कब तक पुलिस मुख्य आरोपियों को पकड़ेगी। लोगों ने थाने का किया घेराव शुक्रवार को परिवार और क्षेत्र के लोगों ने थाना डिवीजन नंबर-7 का घेराव किया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। लोगों ने कहा कि मुख्यारोपी खुलेआम घूम रहे हैं। बाप-बेटा मुख्य दोषी हैं, जिन्होंने मृतक पर डे बुक चोरी का झूठा इल्जाम लगा उसकी पिटाई भी की। लेकिन पुलिस ने दोनों को काबू नहीं किया। यहां तक की मृतक दीपक कुमार द्वारा एएसआई सुलक्षण सिंह का भी नाम लिया लेकिन ना ही एएसआई पर कोई कारवाई की। लोगों ने कहा कि जब तक दोषी पकडे नहीं जाएंगे वह थाने से धरना नहीं उठाएंगे। 4 दिन से डेडबाडी का ना पोस्टमार्टम, ना ही दाह संस्कार मृतक दीपक कुमार की मौत के 4 दिन बाद भी अभी तक शव का ना तो परिवार ने पोस्टमार्टम करवाया और ना ही दाह संस्कार। लोगों का कहना है कि जब तक मुख्य आरोपी पकडे़ नहीं जाते वह दाह संस्कार नहीं करेंगे। 16 जुलाई को दीपक कुमार ने किया था सुसाइड आपको बता दें कि, विगत 16 जुलाई को लुधियाना की एसी मार्किट में एक नामवर फर्म में अकाउंटेंट का काम करने वाले दीपक कुमार ने सुसाइड कर लिया था। मृतक दीपक कुमार ने मरने से पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर की थी, जिसमें उसने दुकान मालिक समेत चार दोषियों को अपनी मौत का जिम्मेवार ठहराया। साथ ही एएसआई सुलक्षण सिंह को भी जिम्मेवार ठहराते कारवाई की मांग की है। दीपक कुमार ने कहा कि उसे हितेश सचदेवा, सन्नी, संदीप शर्मा समेत चार लोग परेशान करते थे। उस पर डे बुक चोरी का झूठा आरोप लगाकर उसके साथ दो बार जमकर मारपीट भी की गई और थाने में ले जाकर कई बार बेइज्जत किया। उसने कहा कि एएसआई सुलक्षण सिंह बार-बार उस पर राजीनामा का दबाव बना रहे थे और उसे धमका रहे थे, लेकिन वह दोषियों पर कार्रवाई करवाना चाहता था। उसने चारों दोषियों के साथ-साथ एएसआई के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की थी। एसीपी बोली- टीमें लगातार छापामारी कर रही है थाने में लोगों को समझाने पहुंची एसीपी रूपदीप कौर ने कहा कि हमें थोडा समय दीजिए, हमारी टीमें लगातार छापामारी कर रही हैं। मुख्य दोषियों के घर, उनके सगे संबंधियों व रिश्तेदारों के घर भी रेड की जा रही है। जल्द ही सभी को काबू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एएसआई की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पीड़ित परिवार को पूरा इंसाफ दिया जाएगा। पंजाब | दैनिक 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