पंजाब के लुधियाना में पिछले 5 दिनों से 5वीं कक्षा का छात्र संदिग्ध परिस्थितियों में लापता है। घर से वह ट्यूशन पढ़ने के लिए गया था लेकिन वह ट्यूशन सेंटर नहीं पहुंचा। परिवार ने हर जगह उसे ढूंढा उसका कही कुछ पता नहीं चला। लापता किशोर का नाम अमन कुमार है। डा.AVM स्कूल का है छात्र जानकारी देते हुए अमन के पिता शिव कुमार ने बताया कि उनका बेटा डा. AVM स्कूल ईस्सा नगरी पुली में पड़ता है। पढ़ाई करके वह दोपहर घर आया। कपड़े बदल कर खाना खाया और ट्यूशन पढ़ने का कहकर घर से चला गया। देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटा तो उसकी ट्यूशन सेंटर पर जाकर चैक किया वहां शिक्षिका ने कहा कि वह ट्यूशन आया ही नहीं। सभी रिश्तेदारों आदि को भी फोन किया, बस स्टेंड, रेलवे स्टेशन सभी जगह देखा लेकिन अमन मिला नहीं। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी अमन की कोई तस्वीर नहीं कैद हुई। उन्हें शक है कि किसी अज्ञात व्यक्ति या व्यक्तियों ने उसे अवैध हिरासत में रखा है। शिव कुमार ने बताया कि थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस को इस संबंधी शिकायत देकर मामला भी दर्ज करवा दिया है। पंजाब के लुधियाना में पिछले 5 दिनों से 5वीं कक्षा का छात्र संदिग्ध परिस्थितियों में लापता है। घर से वह ट्यूशन पढ़ने के लिए गया था लेकिन वह ट्यूशन सेंटर नहीं पहुंचा। परिवार ने हर जगह उसे ढूंढा उसका कही कुछ पता नहीं चला। लापता किशोर का नाम अमन कुमार है। डा.AVM स्कूल का है छात्र जानकारी देते हुए अमन के पिता शिव कुमार ने बताया कि उनका बेटा डा. AVM स्कूल ईस्सा नगरी पुली में पड़ता है। पढ़ाई करके वह दोपहर घर आया। कपड़े बदल कर खाना खाया और ट्यूशन पढ़ने का कहकर घर से चला गया। देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटा तो उसकी ट्यूशन सेंटर पर जाकर चैक किया वहां शिक्षिका ने कहा कि वह ट्यूशन आया ही नहीं। सभी रिश्तेदारों आदि को भी फोन किया, बस स्टेंड, रेलवे स्टेशन सभी जगह देखा लेकिन अमन मिला नहीं। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी अमन की कोई तस्वीर नहीं कैद हुई। उन्हें शक है कि किसी अज्ञात व्यक्ति या व्यक्तियों ने उसे अवैध हिरासत में रखा है। शिव कुमार ने बताया कि थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस को इस संबंधी शिकायत देकर मामला भी दर्ज करवा दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गैंगस्टर लॉरेंस के 2 इंटरव्यू पर खुलासा:पंजाब पुलिस की कस्टडी में पहला, दूसरा राजस्थान जेल में हुआ; हाईकोर्ट ने SIT रिपोर्ट खोली
गैंगस्टर लॉरेंस के 2 इंटरव्यू पर खुलासा:पंजाब पुलिस की कस्टडी में पहला, दूसरा राजस्थान जेल में हुआ; हाईकोर्ट ने SIT रिपोर्ट खोली पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गैंगस्टर का पहला इंटरव्यू पंजाब के खरड़ में पुलिस कस्टडी में हुआ था। जबकि, दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जेल में हुआ था। यह खुलासा इस मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की रिपोर्ट से हुआ है। एसआईटी ने यह सीलबंद रिपोर्ट पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट को सौंपी थी। जिसे बुधवार को सार्वजनिक किया गया। रिपोर्ट के दूसरे तथ्यों के बारे में इंतजार किया जा रहा है। पंजाब के DGP ने खारिज किया था दावा
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू वर्ष 2023 में 14 और 17 मार्च को जारी किए गए थे। जिसके बाद पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद पंजाब के डीजीपी गौरव यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि इंटरव्यू बठिंडा या पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुआ है। DGP ने लॉरेंस की 2 तस्वीरें दिखाते हुए कहा था- जब लॉरेंस को बठिंडा जेल लाया गया तो इसके बाल कटे थे और दाढ़ी-मूछ नहीं थी। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली
लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत
लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। वकील बोले- पंजाब पुलिस में काली भेड़ें
इस बारे में इंटरव्यू के खिलाफ पिटीशन दायर करने वाले वकील गौरव ने कहा- आज सुनवाई में साफ हो गया गया कि पंजाब पुलिस में काली भेड़े हैं। जिन्होंने यह इंटरव्यू करवाया था। यह किसी आम आदमी का यह काम नहीं है। हालांकि इसे शुरू से ही दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि अदालत ने तय किया है कि जो भी इस मामले शामिल होंगे, उन पर सीधे कार्रवाई होगी। वहीं, इस मामले में जो भी सुपरवाइजर होंगे, उन पर भी कार्रवाई होगी। इस मामले में डीजीपी एफिडेविट फाइल करेंगे। इस मामले की अगली सुनवाई पांच नौ को तय की गई। अब गुजरात जेल में बंद है लॉरेंस
गैंगस्टर लॉरेंस इस समय गुजरात की जेल में नशा तस्करी से जुडे़ केस में बंद है। उसे अहमदाबाद के साबरमती में हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। हाल ही में उसके पाकिस्तानी डॉन से ईद की बधाई को लेकर वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी। आतंकी गैंग की तरह लॉरेंस का स्लीपर सेल
आतंकियों की तर्ज पर लॉरेंस गैंग ने अपना ‘स्लीपर सेल’ तैयार कर लिया है। स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गे आम लोगों की तरह हमारे बीच में रहते हैं। ये पेशेवर अपराधी नहीं हैं, लेकिन आका (लॉरेंस) का इशारा मिलते ही टारगेट किलिंग करने से भी नहीं चूकते। लॉरेंस गैंग ने ब्रेन वॉश कर स्लीपर सेल में कई नाबालिगों को भी शामिल कर रखा है। ये नाबालिग हथियार सप्लाई, टारगेट किलिंग से लेकर हवाला के जरिए पैसा ठिकाने लगाने का काम कर रहे हैं। इस तथ्य का खुलासा लॉरेंस गैंग के गुर्गों द्वारा राजस्थान में अंजाम दी गई विभिन्न वारदात से जुड़ी जांच और अदालत में दाखिल चार्जशीट में हुआ है। पहली बार बाकायदा ‘स्लीपर सेल’ शब्द का इस्तेमाल किया गया। स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गे पुलिस और जांच एजेंसियों से बचने के लिए बॉक्स कॉल के जरिए संपर्क में रहते हैं। बॉक्स कॉल करने के लिए मोबाइल से सिग्नल ऐप कॉल करने के बाद स्पीकर ऑन- हैंड्स फ्री कर बात की जाती है। बॉक्स कॉल करने से कॉल इंटरसेप्ट नहीं की जा सकती है, और ना ही कॉल लोकेट हो पाती है। सलमान खान के पीछे पड़ा गैंगस्टर लॉरेंस
लॉरेंस इस वक्त सलमान खान के पीछे पड़ा है। सलमान पर आरोप है कि 1998 में फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान राजस्थान के जंगलों में काले हिरण का शिकार किया था। सलमान के अलावा सैफ अली खान, सोनाली बेंद्रे, तब्बू और नीलम कोठारी पर भी आरोप लगे थे। बिश्नोई समाज ने तब सलमान के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। सलमान को इसके लिए जोधपुर कोर्ट ने पांच साल की सजा भी सुनाई थी, हालांकि बाद में उन्हें इस मामले में बेल मिल गई। इसी के चलते गैंगस्टर लॉरेंस सलमान खान को मारना चाहता है। वह कोर्ट में पेशी के दौरान इसकी धमकी तक दे चुका है। सलमान खान पर हमले की प्लानिंग में लॉरेंस के कई गुर्गों को दिल्ली और मुंबई पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। मगर फिर भी लॉरेंस अपने गैंगस्टर के गुर्गों को सलमान खाने के पीछे लगाए हुए हैं। कुछ दिन पहले ही मुंबई में सलमान खान के घर पर फायरिंग की जा चुकी है। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…
पंजाब में AAP के 4 उम्मीदवारों की घोषणा:गिद्दड़बाहा से पूर्व अकाली नेता को टिकट, होशियारपुर से चब्बेवाल लड़ेंगे
पंजाब में AAP के 4 उम्मीदवारों की घोषणा:गिद्दड़बाहा से पूर्व अकाली नेता को टिकट, होशियारपुर से चब्बेवाल लड़ेंगे पंजाब की चार सीटों पर उप-चुनावों की घोषणा के साथ ही आम आदमी पार्टी ने चारों सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। लिस्ट के अनुसार डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा, चब्बेवाल से ईशान चब्बेवाल, गिद्दड़बाहा से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों और बरनाला से हरिंदर सिंह धालीवाल को टिकट दी गई है। बरनाला विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ता हरिंदर सिंह धालीवाल को टिकट दिया है। संगरूर से सांसद और बरनाला से पूर्व आप विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर के करीबी हैं।
हरिंदर सिंह धालीवाल बरनाला जिले के गांव छीनीवाल से हैं। उनका परिवार किसान परिवार है और उनके पिता पशु चिकित्सा विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। मीत हेयर और हरिंदर सिंह स्कूल के समय से दोस्त हैं। आम आदमी पार्टी की तरफ से जारी लिस्ट… लोकसभा चुनाव के बाद से खाली हैं ये सीटें
पंजाब की चारों सीटों के विधायक अब सांसद बन गए हैं। उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा भी दे दिया है। बरनाला से विधायक रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर अब संगरूर से सांसद हैं। वहीं, गिद्दड़बाहा से विधायक रहे अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग अब लुधियाना से सांसद हैं। उधर, राजकुमार चब्बेवाल चब्बेवाल विधानसभा से विधायक थे। अब वह होशियारपुर से सांसद चुन लिए गए हैं। वहीं, डेरा बाबा नानक से विधायक रहे सुखजिंदर सिंह रंधावा अब गुरदासपुर से सांसद बन गए हैं। 4 हलकों में 6.96 लाख लोग करेंगे मतदान
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि 10 अक्टूबर तक चारों विधानसभा क्षेत्रों में कुल मतदाताओं की संख्या 6,96,316 है। इनमें कुल 831 मतदान केंद्र बनाए जांएगे। डेरा बाबा नानक में 1,93,268 मतदाता हैं। यहां 241 मतदान केंद्र हैं। चब्बेवाल (SC) में मतदाताओं की संख्या 1,59,254 है। यहां 205 मतदान केंद्र होंगे। गिद्दड़बाहा में कुल मतदाताओं की संख्या 1,66,489 है। यहां 173 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। बरनाला में 1,77,305 मतदाता हैं। यहां 212 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था
शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था सियाचिन में सेना के टेंट में आग लगने से 19 जुलाई 2023 को शहीद हुए देवरिया के कैप्टन अंशुमान के परिवार को आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड से 1 करोड़ रुपए दिए गए। यह रकम अंशुमान के पेरेंट्स और उनकी पत्नी में आधी-आधी बांटी गई। शहीद के माता-पिता ने कहा था- बेटे को मिले मरणोपरांत कीर्ति चक्र को बहू ने छूने भी नहीं दिया। बेटे के जाने के बाद बहू सम्मान लेकर चली गई। हमारे पास कुछ नहीं बचा। आर्मी को शहीद के परिवार को मिलने वाली वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव करना चाहिए। इसे लेकर आर्मी के सूत्रों ने कहा है कि आर्मी की ओर से पेरेंट्स को 50 लाख और पत्नी को 50 लाख दिए जा चुके हैं। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक शहीद की पेंशन उनकी पत्नी स्मृति को ही मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था। इसके अलावा UP सरकार ने भी परिवार को 50 लाख रुपए दिए थे। इसमें से 15 लाख माता-पिता और 35 लाख रुपए पत्नी स्मृति को दिए गए थे। इसके बावजूद शहीद के पेरेंट्स ने कहा था कि वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव होना चाहिए। आर्मी ने कहा- शहीद के पिता रिटायर्ड JCO, उन्हें पेंशन मिलती है
आर्मी के एक अधिकारी ने कहा- कैप्टन अंशुमान मार्च 2020 में आर्मी मेडिकल कॉर्प्स में शामिल हुए थे। पत्नी स्मृति को आर्मी के ज्यादा बेनिफिट इसलिए मिल रहे हैं, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें अपना नॉमिनी बनाया था। साथ ही बताया कि अंशुमान के पिता आर्मी में रिटायर्ड JCO हैं। उन्हें पेंशन और आर्मी की अन्य सुविधाएं मिलती हैं। ऐसे मुद्दे आर्मी के सामने पहले भी आए हैं, खासकर तब जब शहीद के माता-पिता उन पर आश्रित होते हैं, लेकिन आर्मी यूनिट ऐसे मुद्दों को निपटा लेती है। अंशुमान का मामला अलग है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि उनके पिता भी सेना में रह चुके हैं। आर्मी में PF और पेंशन के नियम पत्नी ने कहा था- एक कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए
सम्मान समारोह के बाद स्मृति ने कहा- अंशुमान के शहीद होने का कॉल आया था। इस कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए थे। कैप्टन अंशुमान बहुत सक्षम थे। वे अक्सर कहा करते थे, मैं अपने सीने पर गोली खाकर मरना चाहता हूं। मैं आम आदमी की तरह नहीं मरना चाहता, जिसे कोई जान ही न पाए। इंजीनियरिंग कॉलेज के पहले दिन हमारी मुलाकात हुई थी। यह पहली नजर का प्यार था। एक महीना ही बीता था कि उनका चयन AFMC में हो गया। वे सुपर इंटेलिजेंट शख्स थे। हम सिर्फ एक महीना ही रूबरू मिले। फिर आठ साल तक दूरी रही, लेकिन रिश्ता बना रहा। फरवरी, 2023 में हमने शादी कर ली। दुर्भाग्य से शादी के दो महीने बाद ही उनकी सियाचिन में पोस्टिंग हो गई। 18 जुलाई, 2023 को हमारी लंबी बातचीत हुई थी कि अगले 50 साल में हमारी जिंदगी कैसी होगी। अपना घर होगा। हमारे बच्चे होंगे …और भी बहुत कुछ। 19 जुलाई की सुबह मैं एक फोन कॉल से उठी। उधर से आवाज आई…कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। यह खबर भी पढ़ें… शादी के 5 महीने बाद कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद, ग्लेशियर में टेंट में आग लगने से गई थी जान सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना के कई टेंट में आग लग गई। हादसे में रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। अंशुमान सिंह की 5 महीने पहले 10 फरवरी को शादी हुई थी। कैप्टन अंशुमान 15 दिन पहले ही सियाचिन गए थे। अंशुमान मूल रूप से देवरिया के रहने वाले थे। पूरी खबर पढ़ें…