पंजाब के लुधियाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक स्थानीय कार्यकर्ता ने अपने भाइयों और सहयोगियों के साथ भागने की कोशिश में सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) की एक टीम पर हमला किया। आरोपी की जीआरपी को नशीला पदार्थ तस्करी के एक मामले में तलाश थी। पुलिस ने भागने की कोशिश को नाकाम कर दिया और आरोपी को पकड़ लिया; हालांकि उसके भाई और सहयोगी भागने में सफल रहे। 18 हमलावर है अभी फरार पकड़े गए आरोपी की पहचान नरिंदर नगर के राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा के रूप में हुई। उनके भाई बावा भाटिया, बिट्टू भाटिया, हीरा भाटिया और 15 सहयोगी फरार हैं, जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा बीमार पड़ गया था, इसलिए पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। नशीला पदार्थ तस्करी का है टीटा पर आरोप लुधियाना के जीआरपी पुलिस स्टेशन के SHO इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह के बयान के बाद FIR दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर जतिंदर ने बताया कि आरोपी राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा की जीआरपी को नशीला पदार्थ तस्करी के एक मामले में तलाश थी। उन्होंने पुलिस टीम के साथ नरिंदर नगर में आरोपी के घर पर छापेमारी की। आरोपी ने अपने भाइयों बावा भाटिया, बिट्टू भाटिया, हीरा भाटिया और अन्य सहयोगियों को बुलाया, जिन्होंने पुलिस टीम पर हमला किया और सरकारी डयूटी में बाधा उत्पन्न की। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद राजिंदर को किया जाएगा गिरफ्तार आरोपी ने अपने भाइयों और सहयोगियों की मदद से भागने की भी कोशिश की, लेकिन उन्होंने प्रयास को विफल कर दिया और उसे पकड़ लिया, जबकि उसके भाई और सहयोगी मौके से भाग गए। उन्होंने पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में डिवीजन नंबर 3 पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाया। उन्होंने कहा कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद राजिंदर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 19 जुलाई को पकड़ा था नशा तस्कर, उसने किया टीटा के नाम का खुलासा SHO जतिंदर ने बताया कि GRP ने 19 जुलाई को उत्तर प्रदेश निवासी राजपाल को नशीली दवाओं की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था और उसके कब्जे से 1 किलो अफीम बरामद की थी। उसने भाटिया को एक महीने में कम से कम 8 किलो अफीम पहुंचाने का दावा किया था। जांच के दौरान जीआरपी को राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा और उसके सहयोगी वरुण के साथ उसकी कॉल, बैंक लेनदेन का पता चला। जीआरपी ने उन्हें मामले में नामजद कर लिया। जब पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की तो आरोपियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस मुताबिक टीटा की जमानत अर्जी अदालत पहले ही खारिज कर चुकी है। मामले की जांच कर रहे एएसआई गुरमेल सिंह ने कहा कि धारा 262 (किसी व्यक्ति द्वारा उसकी कानूनी गिरफ्तारी का विरोध या बाधा), 263 (किसी अन्य व्यक्ति की कानूनी गिरफ्तारी का विरोध या बाधा), 62 (अपराध करने का प्रयास) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह की शिकायत के बाद डिवीजन नंबर 3 पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ धारा 132 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल को शामिल करना) और बीएनएस की धारा 221 दर्ज की गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पंजाब के लुधियाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक स्थानीय कार्यकर्ता ने अपने भाइयों और सहयोगियों के साथ भागने की कोशिश में सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) की एक टीम पर हमला किया। आरोपी की जीआरपी को नशीला पदार्थ तस्करी के एक मामले में तलाश थी। पुलिस ने भागने की कोशिश को नाकाम कर दिया और आरोपी को पकड़ लिया; हालांकि उसके भाई और सहयोगी भागने में सफल रहे। 18 हमलावर है अभी फरार पकड़े गए आरोपी की पहचान नरिंदर नगर के राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा के रूप में हुई। उनके भाई बावा भाटिया, बिट्टू भाटिया, हीरा भाटिया और 15 सहयोगी फरार हैं, जिनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा बीमार पड़ गया था, इसलिए पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। नशीला पदार्थ तस्करी का है टीटा पर आरोप लुधियाना के जीआरपी पुलिस स्टेशन के SHO इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह के बयान के बाद FIR दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर जतिंदर ने बताया कि आरोपी राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा की जीआरपी को नशीला पदार्थ तस्करी के एक मामले में तलाश थी। उन्होंने पुलिस टीम के साथ नरिंदर नगर में आरोपी के घर पर छापेमारी की। आरोपी ने अपने भाइयों बावा भाटिया, बिट्टू भाटिया, हीरा भाटिया और अन्य सहयोगियों को बुलाया, जिन्होंने पुलिस टीम पर हमला किया और सरकारी डयूटी में बाधा उत्पन्न की। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद राजिंदर को किया जाएगा गिरफ्तार आरोपी ने अपने भाइयों और सहयोगियों की मदद से भागने की भी कोशिश की, लेकिन उन्होंने प्रयास को विफल कर दिया और उसे पकड़ लिया, जबकि उसके भाई और सहयोगी मौके से भाग गए। उन्होंने पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में डिवीजन नंबर 3 पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाया। उन्होंने कहा कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद राजिंदर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 19 जुलाई को पकड़ा था नशा तस्कर, उसने किया टीटा के नाम का खुलासा SHO जतिंदर ने बताया कि GRP ने 19 जुलाई को उत्तर प्रदेश निवासी राजपाल को नशीली दवाओं की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था और उसके कब्जे से 1 किलो अफीम बरामद की थी। उसने भाटिया को एक महीने में कम से कम 8 किलो अफीम पहुंचाने का दावा किया था। जांच के दौरान जीआरपी को राजिंदर कुमार भाटिया उर्फ टीटा और उसके सहयोगी वरुण के साथ उसकी कॉल, बैंक लेनदेन का पता चला। जीआरपी ने उन्हें मामले में नामजद कर लिया। जब पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की तो आरोपियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस मुताबिक टीटा की जमानत अर्जी अदालत पहले ही खारिज कर चुकी है। मामले की जांच कर रहे एएसआई गुरमेल सिंह ने कहा कि धारा 262 (किसी व्यक्ति द्वारा उसकी कानूनी गिरफ्तारी का विरोध या बाधा), 263 (किसी अन्य व्यक्ति की कानूनी गिरफ्तारी का विरोध या बाधा), 62 (अपराध करने का प्रयास) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह की शिकायत के बाद डिवीजन नंबर 3 पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ धारा 132 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल को शामिल करना) और बीएनएस की धारा 221 दर्ज की गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
जालंधर सिटी पुलिस ने ब्रेक किया बड़ा ड्रग्स कार्टेल:सरगना सहित फिरोजपुर के 4 नशा तस्कर गिरफ्तार, 10 किलो हेरोइन बरामद
जालंधर सिटी पुलिस ने ब्रेक किया बड़ा ड्रग्स कार्टेल:सरगना सहित फिरोजपुर के 4 नशा तस्कर गिरफ्तार, 10 किलो हेरोइन बरामद पंजाब के जालंधर में पॉश एरिया ग्रीन पार्क से जालंधर सिटी पुलिस की सीआईए स्टाफ की टीम ने एक किलो हेरोइन और करीब 4 लाख ड्रग्स मनी के साथ एक बड़े नशा तस्कर को गिरफ्तार किया था। उसी कड़ी में सिटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने फिरोजपुर के चार और नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने करीब दस किलो हेरोइन बरामद की है। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने इसे लेकर खुलासा किया है। फिलहाल आरोपियों से जालंधर सिटी की सीआईए स्टाफ द्वारा पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार आरोपियों द्वारा सारी ड्रग्स सीमा पार से मंगवाई जा रही थी। सीमा पर आरोपी किस नशा तस्कर के लिंक में थे, इस पूछताछ जारी है। केस में अब तक गिरफ्तार किए गए नशा तस्कर बता दें कि बीते 9 सितंबर को पुलिस ने फिरोजपुर के कुख्यात नशा तस्कर छिंदा सिंह पुत्र बोहड़ सिंह निवासी गांव भंगोवाला को गिरफ्तार किया था। आरोपी की पूछताछ के बाद पुलिस ने फिरोजपुर के रहने वाले हरजिंदर पाल सिंह पुत्र बलवंत सिंह, वीर सिंह पुत्र काला सिंह, सुरमुख सिंह पुत्र मंगल सिंह और मलूक सिंह पुत्र सोहण सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की गिरफ्तार कल यानी रविवार को की गई है। जिन्हें जल्द पुलिस कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों से पुलिस ने दस किलो हेरोइन बरामद की है। एक किलो हेरोइन पुलिस ने 9 सितंबर को सिटी के पॉश एरिया ग्रीन मॉडल टाउन से बरामद की थी। अभी तक केस में 11 किलो हेरोइन की रिकवरी हो चुकी है। थाना-6 में दर्ज करवाया गया नशा तस्करी का केस मिली जानकारी के अनुसार सीआईए स्टाफ की टीम को सूचना मिली थी कि उक्त जगह पर आरोपी छिंदा सिंह की मूवमेंट देखी गई है। सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत ट्रैप लगाकर रेड कर दी। ट्रैप लगाकर आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उससे एक किलो हेरोइन बरामद की गई और चार लाख नकदी भी मिली थी। पुलिस ने मामले की आगे की जांच शुरू कर दी है। सबसे पहले सीआईए स्टाफ की टीम ने थाना डिवीजन नंबर-6 (मॉडल टाउन) में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
मुक्तसर ASI और सीनियर सिपाही पर रिश्वत मांगने का आरोप:विजिलेंस ने एक को पकड़ा, दूसरा फरार, फर्जी केस में मांगे थे 60 हजार
मुक्तसर ASI और सीनियर सिपाही पर रिश्वत मांगने का आरोप:विजिलेंस ने एक को पकड़ा, दूसरा फरार, फर्जी केस में मांगे थे 60 हजार मुक्तसर में विजिलेंस ब्यूरो ने रिश्वत मांगने के मामले में सीआईए स्टाफ मलोट के एएसआई बलजिंदर सिंह और सीनियर सिपाही गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। इस मामले में सीनियर सिपाही गुरप्रीत सिंह गोपी को गिरफ्तार गया है और दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। विजिलेंस ब्यूरो ने बताया कि उक्त पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ यह मामला शिकायतकर्ता बलवीर सिंह उर्फ बीरा, निवासी गांव शेरावाला द्वारा मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर शिकायत की जांच के बाद दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसके खिलाफ नशीली गोलियां और हेरोइन की बड़ी बरामदगी का डर दिखाकर झूठा मामला दर्ज न करने के एवज में 2,50,000 रुपए की रिश्वत मांगी गई और बाद में 60,000 रुपए रिश्वत मांगी गई। जांच के दौरान शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत की गई रिकॉर्डिंग में सीनियर सिपाही गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी द्वारा पहले 2,50,000 रुपए मांगने और बाद में 60,000 रुपए की मांग करता सुनाई दिया। एएसआई बलजिंदर सिंह द्वारा स्पष्ट रूप से रिश्वत लेने की सहमति व्यक्त करने से इन उक्त दोनों आरोपियों द्वारा मिलीभगत करके रिश्वत की मांग करना साबित हुआ है। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर थाना विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा रेंज में दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार-रोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। सीनियर सिपाही गुरप्रीत सिंह सीआईए स्टाफ मलोट को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। दूसरे आरोपी बलजिंदर सिंह की जल्द गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
अमृतसर के युवक की दुबई में मौत:अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा शव; दो महीने पहले ही गया था UAE
अमृतसर के युवक की दुबई में मौत:अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचा शव; दो महीने पहले ही गया था UAE अमृतसर एयरपोर्ट में दुबई से युवक का शव ताबूत में बंद होकर लौटा। मजीठा के नजदीक गांव पुराना शाम नगर निवासी राजिंदर सिंह के बेटे पलविंदर सिंह का 24 अगस्त को दुबई में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। डॉ. एस.पी. सिंह ओबेरॉय ने कहा कि पलविंदर सिंह भी अन्य युवाओं की तरह बेहतर भविष्य का सपना लेकर दो महीने पहले ही दुबई आए थे। 24 अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई। डॉ. ओबेरॉय ने कहा कि उन्हें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी भारतीय दूतावास ने दी। जिसके बाद उन्होंने अपनी अमृतसर टीम को पीड़ित परिवार के पास भेजा। शव को भारत लाने में आ रही दिक्कतों की जानकारी मिलने के बाद पलविंदर ने तुरंत दुबई में अपनी टीम के माध्यम से और दुबई में भारतीय दूतावास के सहयोग से सभी आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी की और शव को भारत भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि शव को भारत भेजने का खर्च पलविंदर की कंपनी ने दिया है। पलविंदर सिंह के शव के साथ दुबई से आए उनके चाचा साहिल मट्टू के अलावा हमजा के सरपंच धर्मवीर भट्टी, पलविंदर के रिश्तेदार शिपन, रविशेर सिंह, हरप्रीत सिंह और नवदीप सिंह भी गए थे।