लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पंजाबी सिंगर:करनाल में परिवार से की मुलाकात, बोले-ऐसा लग रहा जैसे अपना बच्चा चला गया

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पंजाबी सिंगर:करनाल में परिवार से की मुलाकात, बोले-ऐसा लग रहा जैसे अपना बच्चा चला गया

पंजाबी सिंगर मनकीरत औलख शुक्रवार देर रात करनाल के सेक्टर-7 स्थित पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी और शहीद को श्रद्धांजलि दी। औलख शहीद के घर पहुंचे और परिवार से मिलकर दुख साझा किया। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह केवल एक परिवार की क्षति नहीं बल्कि पूरे देश की क्षति है। ऐसा लग रहा है जैसे विनय हमारे ही परिवार का बच्चा था। अभी हाल ही में हुई थी शादी, पिता के इकलौते बेटे थे इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मनकीरत औलख ने कहा कि शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल अपने पिता के इकलौते बेटे थे और हाल ही में उनकी शादी हुई थी। घर में खुशियों का माहौल था, लेकिन अचानक से आया यह दुःख पूरे परिवार को तोड़ गया। शहीद के परिजनों ने मनकीरत औलख से बातचीत में कहा कि हमें क्या पता था कि अब वह कभी वापिस लौटेगा ही नहीं। जिस बेटे को बड़े अरमानों से पाला, उसकी शहादत का दुख ऐसा है जिसे शब्दों में नहीं बयां किया जा सकता। हमले को देश के लिए दर्दनाक क्षण बताया औलख ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है। विनय की शहादत से हर भारतीय दुखी है। हम सभी को इस दुख से उबरने में समय लगेगा। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि परिवार को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने सरकार से भी अपील की कि आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए, क्योंकि इस घटना से न केवल करनाल बल्कि पूरे देश में गुस्सा है और गुस्से के तौर पर जगह-जगह पाकिस्तान के पुतले जलाए जा रहे हैं। पंजाबी सिंगर मनकीरत औलख शुक्रवार देर रात करनाल के सेक्टर-7 स्थित पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी और शहीद को श्रद्धांजलि दी। औलख शहीद के घर पहुंचे और परिवार से मिलकर दुख साझा किया। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह केवल एक परिवार की क्षति नहीं बल्कि पूरे देश की क्षति है। ऐसा लग रहा है जैसे विनय हमारे ही परिवार का बच्चा था। अभी हाल ही में हुई थी शादी, पिता के इकलौते बेटे थे इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मनकीरत औलख ने कहा कि शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल अपने पिता के इकलौते बेटे थे और हाल ही में उनकी शादी हुई थी। घर में खुशियों का माहौल था, लेकिन अचानक से आया यह दुःख पूरे परिवार को तोड़ गया। शहीद के परिजनों ने मनकीरत औलख से बातचीत में कहा कि हमें क्या पता था कि अब वह कभी वापिस लौटेगा ही नहीं। जिस बेटे को बड़े अरमानों से पाला, उसकी शहादत का दुख ऐसा है जिसे शब्दों में नहीं बयां किया जा सकता। हमले को देश के लिए दर्दनाक क्षण बताया औलख ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है। विनय की शहादत से हर भारतीय दुखी है। हम सभी को इस दुख से उबरने में समय लगेगा। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि परिवार को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने सरकार से भी अपील की कि आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए, क्योंकि इस घटना से न केवल करनाल बल्कि पूरे देश में गुस्सा है और गुस्से के तौर पर जगह-जगह पाकिस्तान के पुतले जलाए जा रहे हैं।   पंजाब | दैनिक भास्कर