लोकसभा चुनाव में जिसको हराया उनके साथ नजर आए राहुल गांधी, रायबरेली से सामने आईं तस्वीरें लोकसभा चुनाव में जिसको हराया उनके साथ नजर आए राहुल गांधी, रायबरेली से सामने आईं तस्वीरें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड UP By Election 2024: खैर विधानसभा में बुजुर्ग और दिव्यांगो के लिए विशेष व्यवस्था, घर पर ही कर सकेंगे मतदान, 6 टीम गठित
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पूर्व हरियाणा CM, 3 पूर्व MLA की पेंशन पर संकट:हाईकोर्ट ने पूछा- क्यों न रोक लगा दें; सजा के बाद भी लाभ मिल रहा
पूर्व हरियाणा CM, 3 पूर्व MLA की पेंशन पर संकट:हाईकोर्ट ने पूछा- क्यों न रोक लगा दें; सजा के बाद भी लाभ मिल रहा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला सहित 4 पूर्व विधायकों की पेंशन पर संकट खड़ा हो गया है। कोर्ट द्वारा सजा सुनाने के बाद भी इन माननीयों को पेंशन दिए जाने को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। याचिका पर इस मामले में सभी प्रतिवादियों से जवाब मांगा गया है। हाईकोर्ट ने पूर्व CM चौटाला, पूर्व विधानसभा स्पीकर सतबीर सिंह कादियान के प्रतिनिधि, पूर्व विधायक अजय चौटाला और शेर सिंह बड़शामी से जवाब मांगा है। हाईकोर्ट ने पूछा है कि क्यों न उनकी पेंशन पर रोक लगा दी जाए?। चंडीगढ़ निवासी हरी चंद अरोड़ा ने यह हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। अरोड़ा का कहना है कि उन्होंने विधानसभा सचिवालय से पूर्व विधायकों की पेंशन के बारे में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी। जिसमें पता चला कि 4 सजा पा चुके पूर्व विधायक भी पेंशन ले रहे हैं। चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला को हो चुकी 10 साल की सजा
याचिकाकर्ता का कहना है कि ओमप्रकाश चौटाला, अजय चौटाला और शेर सिंह बड़शामी को भ्रष्टाचार के आरोप में 16 दिसंबर 2013 को 10 साल की सजा हो चुकी है। सतबीर कादियान को भी 26 अगस्त 2016 को सात साल की सजा हो चुकी थी। इसलिए इन्हें पेंशन मिलना गैरकानूनी है। यह जनता के पैसे का दुरुपयोग है। इस नियम के तहत दायर की याचिका
अरोड़ा ने हाईकोर्ट में बहस के दौरान कहा कि हरियाणा विधानसभा की धारा 7-ए (1-ए) (वेतन, भत्ता और सदस्यों की पेंशन) अधिनियम, 1975 के तहत अगर किसी विधायक को कोर्ट सजा सुना दे, तो वे पेंशन के अयोग्य हो जाते हैं। अरोड़ा ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने विधानसभा सचिव के सामने भी पेंशन रोकने के लिए याचिका दायर की थी। विधानसभा में खारिज हो चुकी याचिका
हालांकि, विधानसभा सचिव ने अपने फैसले में कहा कि ये पूर्व विधायक वेतन-भत्ते एवं पेंशन एक्ट के तहत पेंशन के हकदार हैं। इनकी सदस्यता न तो कभी दलबदल कानून के तहत रद्द की गई और न ही इन्हें कभी जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत अयोग्य ठहराया गया। वहां से याचिका खारिज होने के बाद याची ने हाईकोर्ट की शरण ली।
हरियाणा के CRPF इंस्पेक्टर जम्मू में शहीद:आतंकियों के हमले में जान गई, DSP प्रमोट होने वाले थे; आज पैतृक गांव में अंतिम संस्कार
हरियाणा के CRPF इंस्पेक्टर जम्मू में शहीद:आतंकियों के हमले में जान गई, DSP प्रमोट होने वाले थे; आज पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हरियाणा में जींद जिले के रहने वाले सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) में तैनात इंस्पेक्टर कुलदीप मलिक सोमवार को जम्मू कश्मीर के उधरमपुर के बसंतगढ़ इलाके में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए। कुलदीप के शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव में मातम पसर गया। शहीद कुलदीप मलिक का पार्थिव शरीर आज दोपहर बाद गांव पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद उनका गांव में ही पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। DSP प्रमोट होने वाले थे कुलदीप मलिक निडानी गांव के रहने वाले थे। उनका परिवार फिलहाल दिल्ली रहता है। वह कुश्ती के नेशनल खिलाड़ी रह चुके हैं। 34 साल पहले वह खेल कोटे से CRPF में कॉन्स्टेबल भर्ती हुए थे। 54 वर्षीय कुलदीप मलिक जल्द ही DSP प्रमोट होने वाले थे। 2 बेटे, एक सेना तो दूसरा रेलवे पुलिस में उनके 2 भाई दिलबाग और सतपाल गांव में ही खेती करते हैं। कुलदीप के बड़े बेटे नवीन सेना में ड्राइवर के पद पर दिल्ली में तैनात हैं और छोटा बेटा संजय रेलवे पुलिस में अमृतसर में तैनात हैं। दोनों बेटे शादीशुदा हैं। कुलदीप की पत्नी का नाम लक्ष्मी देवी है। DIG बोले- ये हमारी ड्यूटी का पार्ट उधमपुर के DIG रईस मोहम्मद भट्ट ने कहा, ‘यह बहुत दुखद है लेकिन यह हमारी ड्यूटी का पार्ट है। यह जंगल वाला इलाका है, यहां सड़कें और नेटवर्क नहीं हैं। यहां हम कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। हम तकनीक और ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं और हम जल्द से जल्द खतरे को बेअसर करने की कोशिश कर रहे हैं।ऑपरेशन चल रहा है।’
रामपुर में मजदूरों का रोष प्रदर्शन:लूहरी परियोजना का काम किया बंद, बोले- दो माह से नहीं मिला वेतन; कंपनी प्रबंधन को दी चेतावनी
रामपुर में मजदूरों का रोष प्रदर्शन:लूहरी परियोजना का काम किया बंद, बोले- दो माह से नहीं मिला वेतन; कंपनी प्रबंधन को दी चेतावनी शिमला जिले के रामपुर में मजदूरों ने लूहरी परियोजना का कार्य बंद कर दिया और दो माह का वेतन न मिलने पर विरोध प्रदर्शन किया। हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन-210 मेगावाट स्टेज-1 संबंधित सीटू ने मंगलवार को मजदूरों का जुलाई और अगस्त माह के वेतन का भुगतान न करने पर यह निर्णय लिया है। मजदूरों ने परियोजना की कार्यप्रणाली को लेकर रोष जताया। मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू शिमला जिला सचिव अमित, यूनियन अध्यक्ष राजपाल और सचिव सतीश ने कहा कि परियोजना में श्रम कानूनों की खुला उल्लंघन हो रही है और सतलज जल विद्युत निगम मूक दर्शक बना हुआ है। 50 मजदूरों को नहीं मिला वेतन मजदूर नेताओं ने कहा कि सतलज जल विद्युत निगम देश की नवरत्न कंपनियों में से एक है। वित्त वर्ष 2023-24 में 908 करोड़ का मुनाफा कमाने वाली कंपनी 50 मजदूरों के दो महीने के वेतन का भुगतान नहीं कर रही है। उग्र आंदोलन की चेतावनी दी मजदूरों को वेतन न देना मुख्य नियोक्ता सतलज जल विद्युत निगम के मजदूर विरोधी रवैये को दर्शाते हैं। यूनियन ने एसजेवीएनएल और पटेल कंपनी प्रबंधन को चेतावनी दी है यदि समय रहते मजदूरों को जुलाई और अगस्त माह के वेतन का भुगतान नहीं किया गया, तो यूनियन उग्र आंदोलन कर परियोजना का काम अनिश्चित समय के लिए बंद करेंगे।