पंजाब के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा लोकसभा के सैशन में नशा तस्करों पर खूब बरसे। वड़िंग ने दैनिक भास्कर डिजीटल में दो दिन पहले प्रकाशित खबर-लुधियाना में नशे का इंजेक्शन लगाते दो युवक, VIDEO:बोले- अब सहन नहीं होता, ड्रग तस्करों के नाम लिए; कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश, के हवाला देते हुए खबर पढ़ी। उन्होंने केन्द्र सरकार को इस मामले में दखल देने के लिए कहा। दो या चार दिन का हो स्पेशल ड्रग पर सैशन वड़िंग ने कहा कि लोकसभा के दो या चार दिन का विशेष सैशन सिर्फ नशा पर होना चाहिए ताकि पंजाब में बढ़ रहे नशे कैसे रोकना है इस पर मंथन हो। वड़िंग ने कहा कि वैसे तो नशा पूरे देश की बड़ी समस्या है लेकिन पंजाब विशेष राज्य है जहां यह समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ी है। नशे के कारण खाली हो रहे पंजाब के गांव वड़िंग ने कहा कि पंजाब में नशे के कारण गांवों के गांव खाली हो गए है। कुछ युवा तो देश छोड़ कर चले गए। बाकी युवा ड्रग्स में लग गए। वड़िंग ने कहा कि इसका कारण यह है कि पंजाब में 425 किलोमीटर बार्डर एरिया है। देश की सरकार को जिम्मेवार इसलिए ठहराया जा रहा है कि 4 गुणा नशा बढ़ गया है। इस मामले में प्रदेश सरकार कहती है कि ये 425 किलोमीटर का एरिया BSF का है। 13-10-2021 तक BSF 15 किलोमीटर अंदर तक जा सकती थी लेकिन अब वो एरिया 50 किलोमीटर तक बढ़ा दिया है। इसके बावजूद भी ड्रग की समस्या का हल नहीं निकला। इस कारण संसद में 2 से 4 दिन ड्रग पर बहस होना जरूरी है। नशा बढ़ने का कौन जिम्मेवार है यह बताया जाए। पंजाब के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा लोकसभा के सैशन में नशा तस्करों पर खूब बरसे। वड़िंग ने दैनिक भास्कर डिजीटल में दो दिन पहले प्रकाशित खबर-लुधियाना में नशे का इंजेक्शन लगाते दो युवक, VIDEO:बोले- अब सहन नहीं होता, ड्रग तस्करों के नाम लिए; कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश, के हवाला देते हुए खबर पढ़ी। उन्होंने केन्द्र सरकार को इस मामले में दखल देने के लिए कहा। दो या चार दिन का हो स्पेशल ड्रग पर सैशन वड़िंग ने कहा कि लोकसभा के दो या चार दिन का विशेष सैशन सिर्फ नशा पर होना चाहिए ताकि पंजाब में बढ़ रहे नशे कैसे रोकना है इस पर मंथन हो। वड़िंग ने कहा कि वैसे तो नशा पूरे देश की बड़ी समस्या है लेकिन पंजाब विशेष राज्य है जहां यह समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ी है। नशे के कारण खाली हो रहे पंजाब के गांव वड़िंग ने कहा कि पंजाब में नशे के कारण गांवों के गांव खाली हो गए है। कुछ युवा तो देश छोड़ कर चले गए। बाकी युवा ड्रग्स में लग गए। वड़िंग ने कहा कि इसका कारण यह है कि पंजाब में 425 किलोमीटर बार्डर एरिया है। देश की सरकार को जिम्मेवार इसलिए ठहराया जा रहा है कि 4 गुणा नशा बढ़ गया है। इस मामले में प्रदेश सरकार कहती है कि ये 425 किलोमीटर का एरिया BSF का है। 13-10-2021 तक BSF 15 किलोमीटर अंदर तक जा सकती थी लेकिन अब वो एरिया 50 किलोमीटर तक बढ़ा दिया है। इसके बावजूद भी ड्रग की समस्या का हल नहीं निकला। इस कारण संसद में 2 से 4 दिन ड्रग पर बहस होना जरूरी है। नशा बढ़ने का कौन जिम्मेवार है यह बताया जाए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लॉरेंस गैंग में 700 शूटर, जिनमें 70% हरियाणा-पंजाब के:छोटी उम्र के क्रिमिनल्स का जेल से सिलेक्शन; मूसेवाला, गोगामेड़ी और सिद्दीकी मर्डर में शामिल
लॉरेंस गैंग में 700 शूटर, जिनमें 70% हरियाणा-पंजाब के:छोटी उम्र के क्रिमिनल्स का जेल से सिलेक्शन; मूसेवाला, गोगामेड़ी और सिद्दीकी मर्डर में शामिल गैंगस्टर लॉरेंस का नाम इन दिनों देश से लेकर विदेश तक में चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लॉरेंस गैंग के लिए करीब 700 से ज्यादा शॉर्प शूटर काम कर रहे हैं। इनमें से 70 प्रतिशत शूटर पंजाब और हरियाणा से हैं। बाकी 30% शूटर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मुंबई, दिल्ली और अन्य राज्यों के हैं। पंजाब और हरियाणा में लॉरेंस गैंग का बड़ा नेटवर्क है। ऐसा इसलिए, क्योंकि चंडीगढ़ में छात्र राजनीति के दौरान लॉरेंस के हरियाणा और पंजाब के कई प्रमुख छात्र नेताओं के साथ लिंक बने, जो इस वक्त राज्य में अपनी अच्छी पैठ रखते हैं और राज्य के अच्छे जानकार हैं। हरियाणा में काला जठेड़ी, अनिल रोहिल और राहुल बाबा प्रमुख गैंग हैंडलर हैं। वहीं, पंजाब में गोल्डी बराड़, विक्रम बराड़, अनमोल बिश्नोई, सचिन बिश्नोई, काली शूटर और कुछ लोकल गैंग भी लॉरेंस के लिए काम करते हैं। पंजाब और हरियाणा की जेलों में बंद इन गैंगस्टरों के गुर्गे शूटरों को जोड़ने का काम करते हैं। दैनिक भास्कर ने जब कुछ शूटरों के प्रोफाइल खंगाले तो ज्यादातर में यही बात सामने आई कि जेल में उनकी पहचान लॉरेंस गैंग के साथ हुई थी। कम उम्र में छोटा क्राइम कर जेल में आए आरोपी लॉरेंस का टारगेट
जब पिछली कुछ बड़ी वारदातें करने वाले शूटरों की प्रोफाइल खंगाली तो उसमें कई चीजें कॉमन मिलीं। इसमें सबसे प्रमुख शूटरों की उम्र, क्रिमिनल रिकॉर्ड, घर की स्थिति और पारिवारिक मजबूरी जैसे बातें शामिल हैं। ज्यादातर शूटरों के प्रोफाइल में यही मिला कि छोटा क्राइम कर जेल में गए, वहां पर लॉरेंस गैंग के कुछ साथियों से मिले। इसके बाद किसी को गोल्डी बराड़ से, तो किसी को अनमोल बिश्नोई से बात करवाकर गैंग में शामिल करा दिया गया। जेल से बाहर निकलते ही शूटरों को टारगेट के साथ पैसे और हथियार दिए जाते और फिर वारदात के लिए भेज दिया जाता। लॉरेंस गैंग की हाईप्रोफाइल हत्याओं में यही तरीका अपनाया गया। इसमें पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का मर्डर, राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड, मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या या फिर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग का मामला हो। सिग्नल ऐप का इस्तेमाल करते हैं सभी शूटर
लॉरेंस खुद और उसके गुर्गों की चार्जशीट में इसका खुलासा हो चुका है कि वह सिग्नल ऐप का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। लॉरेंस के इंटरव्यू मामले की जांच में भी पता चला था कि इंटरव्यू सिग्नल ऐप के जरिए दिया गया था। इसके साथ बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले शूटरों ने भी माना था कि सिग्नल ऐप के जरिए वह लॉरेंस के भाई अनमोल को सारे मामले की अपडेट दे रहे थे। अब पढ़ें देश के प्रमुख हत्याकांड में शामिल शूटरों का कबूलनामा…. 1. बाबा सिद्दीकी हत्या केस में लॉरेंस के शूटर गुरमेल का कबूलनामा
महाराष्ट्र के बांद्रा में 12 अक्टूबर को पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें हरियाणा के कैथल का रहने वाला शूटर गुरमेल भी शामिल थी। गुरमेल ने बाबा सिद्दीकी को गोलियां मारी थीं। गुरमेल से पूछताछ में पता चला है कि उसकी जेल में लॉरेंस गैंग के गुर्गों के साथ पहचान हुई थी। गुरमेल ने 2019 में दोस्त के भाई की बर्फ के सुए से गोदकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसे जेल हुई। वहां वह लॉरेंस गैंग के टच में आ गया। जमानत मिलने पर वह मुंबई चला गया। 2. बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में जालंधर के जीशान की मुख्य भूमिका
बाबा सिद्दीकी की हत्या में पंजाब में जालंधर के गांव शंकर के रहने वाले जीशान अख्तर का नाम भी सामने आया था। जीशान अख्तर ने हत्या से पहले रेकी और हत्या के समय तक की सारी रिपोर्ट लॉरेंश के भाई अनमोल तक पहुंचाई। हत्या को लेकर सारा कोऑर्डिनेट जीशान ने किया। जीशान पत्थर लगाने का काम करता था। वह टारगेट किलिंग, हत्या, डकैती सहित 9 मामलों में वांटेड है। इसी साल वह 7 जून को जेल से बाहर आया था। जालंधर देहात पुलिस ने उसे आखिरी बार गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में माना कि जेल में उसकी पहचान लॉरेंस गैंग के प्रमुख सरगना विक्रम बराड़ के साथ हुई थी। इसके बाद उसने विक्रम बराड़ के साथ मिलकर पंजाब और राजस्थान में एक के बाद एक 9 वारदातें कीं। ऐसा सिर्फ इसलिए किया गया कि वह लॉरेंस की गुडबुक्स में आ सके। जीशान ने लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर विक्रम बराड़ के कहने पर सौरभ महाकाल के साथ तरनतारन में पहली हत्या की थी। सौरभ महाकाल वही आरोपी है, जो सलमान खान के घर धमकी भरा पत्र फेंकने और सिद्धू मूसेवाला की हत्या में हथियार मुहैया करने से लेकर आरोपियों के रहने के लिए जगह मुहैया करवाने में शामिल था। मुंबई पुलिस उसे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जीशान अभी भी फरार चल रहा है। 3. दिल्ली जिम मालिक हत्याकांड में सोनीपत का नवीन शामिल
12 सितंबर 2024 को दक्षिण दिल्ली के पॉश एरिया ग्रेटर कैलाश-1 में जिम के बाहर होटल-जिम मालिक व फाइनेंसर नादिर शाह की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में लॉरेंस के एसोसिएट रोहित गोदारा गैंग का हाथ था। इस केस में दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले नवीन बालियान को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने माना कि उसकी रोहित गोदारा और लॉरेंस गैंग से पहचान जेल में हुई थी। 4. सलमान खान के घर फायरिंग में गुरुग्राम का कालू का नाम
अप्रैल माह में हुई सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग में शूटर विशाल उर्फ कालू का नाम सामने आया था। वह गुरुग्राम के महावीरपुरा का रहने वाला है। कालू की बहन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि भाई जब से गायब हुआ है, तब से न तो उसकी कोई खबर है और न ही उसने कभी फोन से संपर्क किया। जांच में पता चला कि कालू लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा का खास शूटर है। मीडिया रिपोर्ट से मुताबिक उसकी लॉरेंस के एसोसिएट गैंग रोहित गोदारा से जान पहचान जेल में बंद उसके एक दोस्त ने करवाई थी। जिसके बाद उसने रोहतक के स्क्रैप कारोबारी सचिन गोदा की हत्या की थी। जिसकी CCTV फुटेज और हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला पोस्ट भी सोशल मीडिया पर रिलीज हुआ था। 5. प्रियव्रत फौजी ने सिद्धू मूसेवाला को मारी गोलियां
हरियाणा के सोनीपत का कुख्यात बदमाश प्रियव्रत फौजी लॉरेंस गैंग का प्रमुख शूटर है। मूसेवाला मर्डर के अलावा फौजी पर 11 मामले दर्ज हैं। सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई 2022 में मानसा के गांव जवाहरके में की गई थी। प्रियव्रत फौजी ने सिद्धू मूसेवाला के बदन में पहली गोली मारी थी। फौजी युवावस्था में पहलवान बनने के सपने संजोता था। बाद में वह गांव के अखाड़े में ही पहलवानी के गुर सीखते-सीखते खेल कोटे से भारतीय सेना में भर्ती भी हुआ। उसकी पहली पोस्टिंग महाराष्ट्र के पुणे में हुई थी। वहीं से उसने 10वीं की पढ़ाई पूरी की, लेकिन उसके बाद वह सेना की नौकरी छोड़कर गांव लौट आया। इसके बाद उसने साथियों के साथ जुलाई 2015 में शराब के नशे में धुत रहने वाले एक शख्स की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसे जेल भेजा गया तो उसकी पहचान लॉरेंस गैंग के कुछ साथियों के साथ हुई। जिसके बाद जेल से बाहर आकर उसने एक के बाद एक वारदात को अंजाम दिया। 6. सिद्धू मूसेवाला हत्या केस में हरियाणा का अंकित सिरसा
मूसेवाला हत्याकांड में सोनीपत जिले के रहने वाले अंकित सेरसा भी शामिल था। अंकित 18 साल की उम्र में ही हार्डकोर क्रिमिनल बन गया था। लॉरेंस गैंग के खास माने जाने वाले मोनू डागर के संपर्क में आने के बाद उसने राजस्थान में दो वारदातों को अंजाम दिया। जब सेरसा की मोनू डागर से मुलाकात हुई तो वह तब जेल में था। मोनू के जरिए वह अनमोल और अंकित के टच में आया और वहां से वह हाईप्रोफाइल सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का हिस्सा बना। अंकित अनमोल के कहने पर इस वारदात का हिस्सा बना था। ………….. गैंगस्टर लॉरेंस से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… गैंगस्टर लॉरेंस का इंटरव्यू, हाईकोर्ट की पंजाब पुलिस को फटकार:कहा- वाईफाई दिया, अफसर के ऑफिस को स्टूडियो बनाया, सांठ-गांठ की जांच जरूरी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने गैंगस्टर लॉरेंस के जेल के अंदर TV इंटरव्यू के लिए पंजाब पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा है कि पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने इंटरव्यू की इजाजत दी। सीनियर पुलिस ऑफिसर के कमरे को स्टूडियो के रूप में इस्तेमाल करने दिया। पूरी खबर पढ़ें… गैंगस्टर लॉरेंस के कस्टडी से इंटरव्यू केस में 7 सस्पेंड:इनमें 2 DSP, तीन SI और एक ASI भी शामिल; ड्यूटी में लापरवाही बरती गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में सरकार ने आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित SIT ने 7 अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान कोताही व लापरवाही का आरोपी माना। इसके बाद सभी को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें…
पंजाब में DAP खाद के सैंपल फेल:दो लैब की रिपोर्ट में हुई पुष्टि, मोहाली जिले में खाद की सप्लाई रोकी, कंपनी को नोटिस
पंजाब में DAP खाद के सैंपल फेल:दो लैब की रिपोर्ट में हुई पुष्टि, मोहाली जिले में खाद की सप्लाई रोकी, कंपनी को नोटिस पंजाब में सहकारी सभाओं को सप्लाई की गई डीएपी खाद के सैंपल फेल हुए हैं। यह सप्लाई लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के बीच हुई थी। विभाग के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि जिला मोहाली के सैंपल फेल हुए हैं। जिस कंपनी के खाद के सैंपल फेल हुए हैं। उसकी खाद मानकों के मुताबिक नहीं थी। उसकी खाद की बिक्री बंद कर दी है। सहकारी सभाओं व कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अन्य जिलों में भी सैंपल भरे जा रहे हैं। लुधियाना व फरीदकोट लैब की रिपोर्ट में खुलासा राज्य में आज से धान की बिजाई शुरू हो रही है। ऐसे में 1.15 लाख मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत है। जबकि 31 जुलाई तक 16 लाख मीट्रिक टन यूरिया खाद की जरूरत है। मार्कफैड की तरफ डीएपी की सप्लाई सहकारी सभाओं को दी गई है। मोहाली में भारत एग्रो प्रोडक्ट कंपनी की तरफ से सप्लाई हुई थी। मोहाली में खिजराबाद, मछलीकलां व गुनोमाजरा सहकारी सभा व दो स्टोर से खाद के सैंपल भरे गए थे। इनकी जांच लुधियाना व फरीदकोट की लैब में हुई थी। डीएपी खाद में फासफोर्स की मात्रा 46 फीसदी तक होनी चाहिए, जो कि 20 फीसदी ही निकली है। ऐसे में यह खाद मानकों पर सही नहीं उतरी है। उसके बैच नंबर का रिकॉर्ड भी जुटा लिया गया चार जिलों के सैंपल हुए पास खेती विभाग के एक सीनियर अधिकारी बताते हैं कि जैसे ही यह मामला सामने आया था, उसके बाद चार जिलों में सैंपल लिए गए थे। उनकी रिपोर्ट सही पाई गई। इसके बाद अन्य जिलों में बिक्री पर रोक नहीं लगाई गई। जबकि मोहाली के खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारी ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया था कि पहले खाद का एक सैंपल भरा था, जो कि उन्हें संदिग्ध लगा था। उसके बाद सात सैंपल भरे गए, जो कि फेल हुए हैं।
भाखड़ा डैम से छोड़ा जाएगा 26 हजार क्यूसिक पानी:13 जून सुबह 6 बजे छोड़ने की तैयारी, सतलुज नदी में आ सकता है पानी
भाखड़ा डैम से छोड़ा जाएगा 26 हजार क्यूसिक पानी:13 जून सुबह 6 बजे छोड़ने की तैयारी, सतलुज नदी में आ सकता है पानी भाखड़ा डैम से 13 जून को सुबह के वक्त 26000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की तैयारी है। जिसको लेकर एक एडवाइजरी भी जारी हो गई है। बीते दो दिन पहले ही एसडीएम नांगल अनम जोत और द्वारा भी सभी विभागों से संभावित बाढ़ तथा बरसात के मौसम के मद्देनजर सभी प्रकार की तैयारी करने के लिए मीटिंग बुलाई जा चुकी है। अधिकारियों को दिए निर्देश मीटिंग में तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे, कि लोगों को इस बार बरसात के दिनों में कोई भी परेशानी नहीं आने दी जाए तथा हर प्रकार के प्रबंध पहले ही कर लिए जाएं। काबिले जिक्र है कि बीते साल 15 अगस्त को जिला रूपनगर के सतलुज किनारे बसे 20 से ज्यादा लोगों को बाढ़ ने घेर लिया था। लोगों का लाखों करोड़ों का नुकसान हुआ था। उपजाऊ जमीन में बह गई थी तथा अभी तक लोग मुआवजा की उम्मीद लगाए बैठे हैं अनाउंसमेंट के द्वारा दी गई सूचना फिलहाल जिला रूपनगर के बाढ़ ग्रस्त एरिया में पढ़ते संगतपुर थाने वाले पुल के एक तरफ का ढंगा काफी कमजोर है। जिसकी रिपेयर के लिए पिछले साल से विभाग काफी स्पीड से कम कर रहा था। मगर अभी भी इस ढंगे को मजबूत करने के लिए भारी तादात में बोल्डर तथा लेबर की जरूरत है। वहीं कई गांव में यह अनाउंसमेंट की गई है कि लोग दरिया से दूर रहें। फिलहाल भाखड़ा द्वारा छोड़े जाने वाले पानी की तादाद ज्यादा नहीं है फिर भी पिछली बार के नुकसान को देखते हुए विभाग तथा आम लोग सतर्कता बनाए रखें।