सिरसा| राजकीय महिला कॉलेज में लोक प्रशासन विषय परिषद का गठन किया गया। इस दौरान भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन प्राचार्य डॉ. राजकुमार जांगड़ा व विभागाध्यक्ष मुकेश कुमार विभाग के मार्गदर्शन में हुआ। इस दौरान बीए प्रथम, बीए द्वितीय वर्ष व अंतिम वर्ष की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया । छात्राओं द्वारा लोक प्रशासन विषय के उद्भव एवं विकास पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया गया व जिसके परिणाम के आधार पर लोक प्रशासन विषय परिषद के सदस्यों का चयन किया गया। निर्णायक मंडल की भूमिका प्रोफेसर किरण व प्रोफेसर मनीषा ने निभाई। लोक प्रशासन विषय परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए बीए. अंतिम वर्ष की नीलम रानी व मुस्कान को चुना गया, सचिव पद के लिए बीए. अंतिम वर्ष की किरण को चुना गया, उपसचिव पद के लिए द्वितीय वर्ष की विनोद मेहरा को चुना गया,वित्त प्रबंधन के लिए बीए. द्वितीय वर्ष की अनु को चुना गया तथा सदस्य पद के लिए बीए. प्रथम वर्ष की ललिता और अनु व अंतिम वर्ष की संतोष को चुना गया। सिरसा| राजकीय महिला कॉलेज में लोक प्रशासन विषय परिषद का गठन किया गया। इस दौरान भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन प्राचार्य डॉ. राजकुमार जांगड़ा व विभागाध्यक्ष मुकेश कुमार विभाग के मार्गदर्शन में हुआ। इस दौरान बीए प्रथम, बीए द्वितीय वर्ष व अंतिम वर्ष की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया । छात्राओं द्वारा लोक प्रशासन विषय के उद्भव एवं विकास पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया गया व जिसके परिणाम के आधार पर लोक प्रशासन विषय परिषद के सदस्यों का चयन किया गया। निर्णायक मंडल की भूमिका प्रोफेसर किरण व प्रोफेसर मनीषा ने निभाई। लोक प्रशासन विषय परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए बीए. अंतिम वर्ष की नीलम रानी व मुस्कान को चुना गया, सचिव पद के लिए बीए. अंतिम वर्ष की किरण को चुना गया, उपसचिव पद के लिए द्वितीय वर्ष की विनोद मेहरा को चुना गया,वित्त प्रबंधन के लिए बीए. द्वितीय वर्ष की अनु को चुना गया तथा सदस्य पद के लिए बीए. प्रथम वर्ष की ललिता और अनु व अंतिम वर्ष की संतोष को चुना गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts

करनाल में 11वीं की छात्रा ने लगाई फांसी:मां बोली- बेटी ऐसा कदम नहीं उठा सकती थी, परिवार ने जताई हत्या की आशंका
करनाल में 11वीं की छात्रा ने लगाई फांसी:मां बोली- बेटी ऐसा कदम नहीं उठा सकती थी, परिवार ने जताई हत्या की आशंका शनिवार को करनाल के दहा गांव में 16 वर्षीय लड़की ने संदिग्ध परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली। वह 11वीं कक्षा की स्टूडेंट थी और घटना के समय घर पर अकेली थी। उसकी मां रोजाना की तरह मधुबन में अपने काम पर गई हुई थी। तभी लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब मां को फोन आया तो वह घर पहुंची, लेकिन तब तक बेटी की मौत हो चुकी थी। फिलहाल पुलिस इसे आत्महत्या मानकर जांच कर रही है, लेकिन परिजन इस पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मां ने बताया- पड़ोसियों ने फोन किया, तो घबराकर घर पहुंची थी मृतका की मां ने बताया कि वह मधुबन में पिछले 8-9 साल से काम कर रही है। रोज की तरह शनिवार को भी वह सुबह ड्यूटी पर गई थी। कुछ समय बाद पड़ोसियों ने फोन किया, तो उन्हें चिंता हुई कि कहीं बच्चों की आपस में लड़ाई न हो गई हो। जब घर पहुंचीं, तो बेटी फंदे से लटकी हुई मिली। मां का कहना है कि उसकी बेटी कभी ऐसा कदम नहीं उठा सकती थी। परिवार और पार्षद ने उठाए सवाल, कहा- लड़की का व्यवहार सामान्य था मौके पर पहुंचे पार्षद अंकित तितोरिया ने कहा कि अभी इसे सुसाइड कहना जल्दबाजी होगी। एफएसएल की टीम ने मौके का निरीक्षण किया है। परिवार को भी विश्वास नहीं है कि वह लड़की ऐसा कर सकती थी। छात्रा का नेचर बहुत अच्छा था और वह पढ़ाई में भी ठीक थी। मां किराए के मकान में रहकर बेटी के साथ अकेले जीवन यापन कर रही थी। एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य, पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने घर का बारीकी से निरीक्षण कर सबूत जुटाए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि यह आत्महत्या है या इसके पीछे कोई और वजह है। पुलिस का कहना है कि एफएसएल रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो सकेगा।

हरियाणा में डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ का असर:6% से बढ़कर 22% तक पहुंचा; 50% हैंडलूम प्रोडक्ट होते हैं एक्सपोर्ट; 20 हजार करोड़ का कारोबार
हरियाणा में डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ का असर:6% से बढ़कर 22% तक पहुंचा; 50% हैंडलूम प्रोडक्ट होते हैं एक्सपोर्ट; 20 हजार करोड़ का कारोबार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ का हरियाणा पर असर हो रहा है। इसकी वजह सूबे का हैंडलूम बिजनेस है। यहां के एक्सपोर्टर इसको लेकर काफी चिंतित हो रहे हैं। करीब 50 प्रतिशत हैंडलूम प्रोडक्ट केवल अमेरिका को ही एक्सपोर्ट किया जाता है। निर्यातकों ने हथकरघा निर्यात संवर्धन परिषद (HEPC) के जरिए केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के सामने ये मुद्दा उठाया है। हरियाणा के पानीपत से कुशन, कंबल, बेडशीट, बेड कवर, टॉप बेड आइटम, बाथ मैट और अन्य उत्पाद जैसे हथकरघा उत्पाद अमेरिका, यूरोपीय देशों, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और दुनिया के लगभग सभी अन्य क्षेत्रों में निर्यात किए जा रहे हैं। टेक्सटाइल सिटी में हथकरघा उद्योग का एनुअल बिजनेस 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक है और यह 20 हजार करोड़ रुपए के उत्पादों का निर्यात करता है। अमेरिका हथकरघा वस्तुओं का सबसे बड़ा आयातक आधिकारिक जानकारी के अनुसार, अमेरिका हरियाणा के हैंडलूम सिटी पानीपत से हथकरघा उत्पादों का सबसे बड़ा खरीदार है, जो वैश्विक बाजार के लिए कुल खेप का लगभग 50 प्रतिशत आयात करता है। पानीपत एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित गोयल ने कहा कि हथकरघा उत्पादों का निर्यात प्रति वर्ष 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक है और उन्होंने केंद्र से आयात शुल्क कम करने का अनुरोध किया है। टैरिफ से कंपटीशन बढ़ेगा हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, पानीपत चैप्टर के अध्यक्ष विनोद धमीजा ने कहा कि निर्यातक ट्रंप के पारस्परिक टैरिफ को लेकर वास्तव में चिंतित हैं, जिसे 2 अप्रैल को अंतिम रूप दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पारस्परिक टैरिफ निश्चित रूप से पानीपत से निर्यात को प्रभावित करेगा क्योंकि शहर से निर्यात किए जाने वाले कुल उत्पादों का 50 प्रतिशत से अधिक अमेरिका में बाजार पाता है। उन्होंने कहा, “यदि पारस्परिक टैरिफ लागू किया गया, तो पानीपत के निर्यातकों के लिए प्रतिस्पर्धा और बढ़ जाएगी।” केंद्र सरकार तक पहुंचा मामला एचईपीसी के चेयरमैन और पानीपत एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित गोयल ने कहा कि ट्रंप द्वारा पारस्परिक टैरिफ की घोषणा निर्यातकों के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, “हमने एचईपीसी के माध्यम से केंद्रीय मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा है और उनसे जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाने का अनुरोध किया है।” 6% से बढ़कर टैरिफ 22% तक पहुंचा गोयल ने आगे कहा कि भारत ने मशीन से बने कालीन का आयात किया जिस पर 22 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया, जबकि हथकरघा उत्पादों पर निर्यात टैरिफ लगभग 0-6 प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि हालांकि अमेरिका से मशीन से बने कालीन का आयात केवल 50 करोड़ रुपए का था, लेकिन हथकरघा उत्पादों का निर्यात प्रति वर्ष 10 हजार करोड़ रुपए के आसपास था। गोयल ने कहा, “हमने उद्योग को ट्रम्प की पारस्परिक कार्रवाई से बचाने के लिए केंद्र सरकार से आयात शुल्क कम करने का अनुरोध किया है।”

रेवाड़ी में मैनेजर से 16 लाख की ठगी:पार्ट टाइम जॉब के लालच में फंसाया; गुगल पर रिव्यू देने को कहा, खाते से पैसे कराए ट्रांसफर
रेवाड़ी में मैनेजर से 16 लाख की ठगी:पार्ट टाइम जॉब के लालच में फंसाया; गुगल पर रिव्यू देने को कहा, खाते से पैसे कराए ट्रांसफर हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र की एक कंपनी के मेंटेनेंस मैनेजर से करीब 16 लाख रुपये की ठगी हो गई। जालसाजों ने पहले उन्हें पार्ट टाइम जॉब का झांसा दिया और फिर गूगल रिव्यू के जरिए मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर पैसे अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार सोनीपत के ओमेक्स सिटी में रहने वाले निशांत उपाध्याय फिलहाल धारूहेड़ा की एक कंपनी में मेंटेनेंस मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं और यहां एवलॉन रंगोली सोसायटी में रहते हैं। निशांत उपाध्याय के मुताबिक एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक खातों के अलावा उनके पास अलग-अलग बैंकों के पांच क्रेडिट कार्ड हैं। एक दिन पहले उनके व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया, जो ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के बारे में था। गुगल पर रिव्यू करने का ऑफर मिला आरोपियों ने गुगल रिव्यू करने का ऑफर दिया। जिसके लिए टेलीग्राम का लिंक भेजा। ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब का ऑफर देखकर पीड़ित उसके झांसे में फंस गए और फिर रिव्यू करना शुरू कर दिया। शुरूआत में उनके पास कुछ पैसे देने का झांसा दिया, जिसके लिए एक ऑनलाइन लिंक पर अकाउंट बनवाकर 20% से 50% मुनाफा का झांसा दिया। निशांत ने अपने बैंक खाते व क्रेटिड से उनके बताए गए UPI आईडी व बैंक खाते में पैसे भेजने शुरू कर दिए। 16 लाख रुपए ट्रांसफर किए मोटे मुनाफे के लालच में आकर निशांत ने 24 घंटे के भीतर करीब 15 बार में शातिर बदमाशों के खाते में 15,98,251 रुपए ट्रांसफर कर दिए। इतनी मोटी रकम ट्रांसफर करने के बाद भी निशांत के पास कोई पैसा वापस मुनाफे के तौर पर नहीं आया। इसके बाद निशांत को शक हुआ तो उसने शातिर बदमाशों के नंबर पर कॉल की। लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। बाद में उसे ठगी का एहसास हुआ और फिर फौरन पुलिस को शिकायत दी। साइबर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।