भिवानी के लोहारू में पुराने शहर से झुप्पा गांव जाने वाले मार्ग पर स्थित नहर की दीवार टूट गई। जिससे लोगों को हादसे का डर बना रहता है। इस रास्ता से प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों की आवाजाही होती है। वहीं स्कूली बच्चे भी यहां खेलते हैं। स्थानीय निवासी जगदीश, महेश, सुनील, रामकिशन, प्रमोद कुमार और रवि ने बताया कि नहर के पास एक आबादी वाली कॉलोनी है। वर्तमान में धुंध का मौसम होने के कारण वाहन चालकों और पैदल चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां स्कूली छुट्टियों के दौरान बच्चे इस खुली जगह पर खेलते हैं, साथ ही सुबह-शाम लोग टहलने के लिए भी यहां आते हैं। उन्होंने प्रशासन से तत्काल मरम्मत की मांग की है। जल्द होगी मरम्मत- जेई इस संबंध में जब नहर विभाग के जूनियर इंजीनियर सतेंद्र से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें दीवार टूटने की जानकारी नहीं थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही कर्मचारियों को भेजकर मरम्मत का काम शुरू करवा दिया जाएगा। हालांकि, अभी तक नहर की दीवार टूटने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। भिवानी के लोहारू में पुराने शहर से झुप्पा गांव जाने वाले मार्ग पर स्थित नहर की दीवार टूट गई। जिससे लोगों को हादसे का डर बना रहता है। इस रास्ता से प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों की आवाजाही होती है। वहीं स्कूली बच्चे भी यहां खेलते हैं। स्थानीय निवासी जगदीश, महेश, सुनील, रामकिशन, प्रमोद कुमार और रवि ने बताया कि नहर के पास एक आबादी वाली कॉलोनी है। वर्तमान में धुंध का मौसम होने के कारण वाहन चालकों और पैदल चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां स्कूली छुट्टियों के दौरान बच्चे इस खुली जगह पर खेलते हैं, साथ ही सुबह-शाम लोग टहलने के लिए भी यहां आते हैं। उन्होंने प्रशासन से तत्काल मरम्मत की मांग की है। जल्द होगी मरम्मत- जेई इस संबंध में जब नहर विभाग के जूनियर इंजीनियर सतेंद्र से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें दीवार टूटने की जानकारी नहीं थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही कर्मचारियों को भेजकर मरम्मत का काम शुरू करवा दिया जाएगा। हालांकि, अभी तक नहर की दीवार टूटने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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यमुनानगर में जल खंडित होने पर भड़के कांवड़िया:हरिद्वार मार्ग किया जाम; रोड़वेज बस ने कांवड़ को मार दी थी टक्कर
यमुनानगर में जल खंडित होने पर भड़के कांवड़िया:हरिद्वार मार्ग किया जाम; रोड़वेज बस ने कांवड़ को मार दी थी टक्कर यमुनानगर जिले के रादौर अनाज मंडी के पास आज हरिद्वार से जल लेकर जा रहे कावड़िये को हरियाणा रोडवेज की बस से टकराकर जल खंडित होने पर कांवड़िये भड़क गए और उन्होंने हाइवे पर कुरुक्षेत्र से हरिद्वार मार्ग पर जाम लगा दिया। रादौर पुलिस को सूचना मिलती है पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। रादौर में सुबह सहारनपुर- कुरुक्षेत्र हाईवे मार्ग पर अनाज मंडी के पास रोडवेज की बस की साइड लग जाने के कारण एक कांवड़िये का जल खंडित हो गया। जिसके बाद भड़के कांवड़ियों ने हाइवे मार्ग जाम कर दिया, जिससे सड़क के दोनों और वाहनों की लम्बी लाइन लग गई। पुलिस ने कड़ी मशक्क्त कर कांवड़ियों को मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद कांवड़ियों ने जाम खोल दिया। कांवड़ियों ने की कार्रवाई की मांग कैथल के कस्बा राजौंद के गांव कोटड़ा निवासी सत्यवान ने बताया कि वे रादौर अनाजमंडी में लगे शिविर से चंद कदम ही चले थे की रोडवेज के बस चालक ने उनके एक साथी अमन की कांवड़ को साइड से टक्कर मार दी, जिससे उसकी कांवड़ सड़क पर गिरकर खंडित हो गई। लेकिन इस बीच बस चालक ने पीछे मुड़कर नहीं देखा की कांवड़ियां ठीक है या नहीं। जिससे आक्रोशित कांवड़ियों ने जाम लगाया है। सत्यवान ने कहा कि उनकी मांग है कि उनका जो जल खंडित हुआ है उसे दोबारा हरिद्वार से लाया जाए और आरोपी बस चालक की पहचान कर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। पुलिस की और कांवड़ियों में हुई बहस रादौर थाना प्रभारी महेंद्र सिंह और कांवड़ियों के बीच काफी बहस हुई। लेकिन बाद में पुलिस ने कांवड़ियों को मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद कांवड़ियों ने जाम खोल दिया और वो आगे अपने गंतव्य की और बढ़ गए। थाना प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि बस की फुटेज चेक करेंगे अगर नंबर आ जाता है तो कार्रवाई करेंगे।
हवा के रुख ने बढ़ाया प्रदूषण:हरियाणा के 19 शहरों में हवा खराब; चंडीगढ़-पंजाब की हालत चिंताजनक, पराली जलाने के 262 नए मामले दर्ज
हवा के रुख ने बढ़ाया प्रदूषण:हरियाणा के 19 शहरों में हवा खराब; चंडीगढ़-पंजाब की हालत चिंताजनक, पराली जलाने के 262 नए मामले दर्ज हवा का रुख ईस्ट की तरफ होने के बाद से ही लगातार उत्तर भारत में प्रदूषण में बदलाव देखने को मिल रहा है। हालात ऐसे हैं कि कुछ घंटों के बाद ही हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच रही है। हरियाणा के 19 शहर ऐसे हैं। जहां हवा बहुत की खराब स्तर पर है। यही स्थिति पंजाब और चंडीगढ़ की बनी हुई है। चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) लगातार 200 से ऊपर है। वहीं, पंजाब के 6 शहर सामान्य से 6 गुणा अधिक प्रदूषित हैं। पहले पराली के धुएं और अब पटाखों से निकली गैस ने सांसों काे फुला दिया है। डॉक्टर्स के पास सांस की तकलीफ व एलर्जी के मरीजों की गिनती 10 गुणा तक बढ़ चुकी है। अमृतसर के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. बृज सहगल ने बताया कि अक्टूबर से पहले 4-5 मरीज रोज उनके पास आते थे। अक्टूबर में ये गिनती 20-25 के करीब थी। लेकिन अब रोजाना 50 से अधिक मरीज खांसी, जुकाम, अस्थमा, एलर्जी आदि के आ रहे हैं। गुरुग्राम का एक्यूआई 500 पहुंचा हरियाणा के 19 शहरों की हवा सांस लेने योग्य नहीं है। सभी शहर ओरेंज कैटेगरी में आ चुके हैं। गुरुग्राम में तो सर्वाधिक एक्यूआई 500 तक पहुंच गया। ऐसी हवा में अगर कोई अस्थमा या बीमार व्यक्ति अधिक समय तक सांस ले तो उसका बीमार होना लाजमी है। वहीं भिवानी का सर्वाधिक एक्यूआई 405, अंबाला का 300, बहादुरगढ़ 456, बल्लभगढ़ 318, भिवानी 405, धारूहेड़ा 382, फरीदाबाद 389, फतेहाबाद 322, हिसार 384, जींद- 320, कैथल 397, करनाल 316, कुरुक्षेत्र 300, नारनौल 342, पलवल 301, पंचकूला 312, पानीपत 225, रोहतक 311, सिरसा 305 और यमुनानगर का एक्यूआई 314 दर्ज किया गया है। पंजाब का प्रदूषण स्तर 400 के करीब पहुंचा पंजाब के शहरों की स्थिति एक दिन बाद फिर से बिगड़ने लगी है। अमृतसर में एक दिन की राहत के बाद प्रदूषण फिर बढ़ गया है। अधिकतम प्रदूषण स्तर 397 तक पहुंच गया। वहीं, चंडीगढ़ का अधिकतम एक्यूआई 335 दर्ज किया गया है। पंजाब और हरियाणा में हवा का रुख काफी अधिक असर डाल रहा है। पहाड़ों से आने वाली हवाओं के चलने के बाद प्रदूषण में गिरावट आती है, जबकि अगर हवा का रुख पाकिस्तान या दिल्ली की तरफ से हो तो हवा सांस लेने योग्य नहीं रहती। हरियाणा में 5 किसानों पर 2 एफआईआर दर्ज हरियाणा में पराली जलाने के दो मामलों में 5 किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ये एफआईआर फतेहाबाद में दर्ज की गईं। हरियाणा के एग्रीकल्चर मिनिस्टर श्याम सिंह राणा ने बताया कि राज्य में 273 मामले पराली जलाने के दर्ज किए गए हैं। सेटेलाईट से 857 मामले पराली जलाने के सामने आए थे। जिनमें से 458 ही खेतों में पराली जलाने के थे। पंजाब में 262 नए मामले दर्ज पंजाब में सोमवार को पराली जलाने के 262 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे इस साल राज्य में कुल मामलों की संख्या 4,394 हो गई है। संगरूर जिले में सबसे अधिक 77 मामले सामने आए है। उसके बाद बठिंडा और फिरोजपुर में 19-19 मामले दर्ज किए गए। अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी और दिन भर में 3.1 लाख रुपए का पर्यावरण जुर्माना लगाया। अब तक, राज्य में 2,095 मामलों में कुल 54.65 लाख रुपए का पर्यावरण मुआवजा लगाया है। जिसमें से 49.57 लाख रुपए की वसूली हो चुकी है। सोमवार को 146 किसानों की जमीन के रिकॉर्ड में ‘रेड एंट्री’ दर्ज की गई। देशभर में 10 हजार से अधिक मामले आए सामने कंसोर्टियम फॉर रिसर्च ऑन एग्रोइकोसिस्टम मॉनिटरिंग एंड मॉडलिंग फ्रॉम स्पेस (CREAMS) के अनुसार 5 नवंबर तक मध्य प्रदेश में 2,875, उत्तर प्रदेश में 1,372, राजस्थान में 1,170, हरियाणा में 871 और दिल्ली में 12 मामले दर्ज किए गए। कुल मिलाकर, मंगलवार को 963 पराली जलाने के मामले दर्ज हुए, जिससे छह राज्यों में इस सीजन की कुल संख्या 10,694 तक पहुंच गई।
रेवाड़ी में दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर:एक की मौत; दूसरा बाइक चालक घायल अवस्था में भाग निकला
रेवाड़ी में दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर:एक की मौत; दूसरा बाइक चालक घायल अवस्था में भाग निकला हरियाणा में रेवाड़ी के भड़ावास गांव में दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे के बाद दोनों बाइकों के चालक घायल होकर सड़क किनारे गिर गए। इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक अन्य बाइक चालक ने उन्हें संभाला। एक की हालत गंभीर होने पर वह खुद उसे ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचा, लेकिन इससे पहले दूसरी मोटर साईकिल का चालक घायल होने के बावजूद भाग निकला। डॉक्टर ने गंभीर रूप से घायल युवक को मृत घोषित कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार, गांव भाड़ावास निवासी सुभाष ने बताया कि वह खेतीबाड़ी का काम करता है। दोपहर में अपने खेत में काम करके वापस लौट रहा था। तभी सुलखा की तरफ से एक तेज रफ्तार बाइक चालक उनकी बाइक के आगे निकला। करीब 20 मीटर आगे चलते ही उसने रॉन्ग साइड जाकर सामने से आ रही बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही दोनों बाइकों के चालक घायल होकर गिर गए। उसने सड़क किनारे देखा तो गांव भाड़ावास निवासी गगन (35) गंभीर रूप से घायल पड़ा हुआ था। डॉक्टर ने घायल को मृत घोषित किया
दूसरी तरफ नजर पड़ी तो वह युवक भी घायल अवस्था में था। उसने तुरंत इसकी सूचना गांव के अन्य लोगों को दी। इस बीच बावल रजिस्ट्रेशन नंबर की बाइक का चालक घायल अवस्था में ही भाग गया। इसके बाद सुभाष साथियों की मदद से गगन को ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद रामपुरा थाना के अधीन आने वाली गांव भाड़ावास पुलिस चौकी की टीम पहले मौके पर पहुंची और फिर ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। साथ ही फरार बाइक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।