हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई हो गईं। 50 Kg वेट कैटेगरी में उनका वजन 150 ग्राम ज्यादा मिलने पर आज रात होने वाला फाइनल मैच नहीं खेल पाएंगी। साथ ही उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। स्पोर्ट्स स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट का वजन मंगलवार रात 2 किलो ज्यादा था। इसे कम करने के लिए उन्होंने अपना खून-पसीना एक कर दिया। जीत के बाद एक बार भी आराम नहीं किया। रातभर जागीं और वजन कम करने की पुरजोर कोशिश की। विनेश ने साइकिल चलाई, स्किपिंग की। अपने बाल और नाखून तक काट दिए। बड़ी बात ये है सेमीफाइनल मैच जीतने के दौरान वो लगभग 52 किलो की थीं और फिर अपना 2 किलो वजन घटाने के लिए उन्होंने अपना खून तक निकाला। वहीं विनेश के ताऊ द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर फोगाट ने कहा, ‘ आज सुबह वजन किया गया था। वजन 150 ग्राम ज्यादा निकला है। अब नियम-नियम है, उसके खिलाफ कोई नहीं जा सकता।’ ससुर राजपाल राठी बोले- मेट पर नहीं हरा पाए तो षड्यंत्र कर किया विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने कहा कि हमें जैसे ही यह सूचना मिली दिल बैठ गया। आंखों में पानी आ गया। इतना दुख है कि किसी को बता नहीं कर पा रहे है। विनेश के साथ राजनीति की जा रही है। कुछ शुरू से ही उसके पीछे लगे हुए है कि कैसे उसको हराया जाए। विनेश को मैट पर नहीं हरा पाए तो राजनीति करके नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वजन 100 ग्राम ज्यादा था तो 10 मिनट का समय देते वह अपने बाल कटवा लेती, 100 ग्राम तो वहां कम हो जाता। यह षड्यंत्र के माध्यम से किया जा रहा है। बेटी ने जिंदगी भर इस पल के लिए मेहनत की व उसको इस गंदे तरीके से साजिश कर बाहर किया जा रहा है। जानिए, रेसलिंग में क्या है नियम रेसलिंग में किसी भी पहलवान को सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा वजन की छूट मिलती है। विनेश का वजन अगर 50 किलो 100 ग्राम होता तो वह आज गोल्ड मेडल के लिए होने वाला मुकाबला खेल सकती थीं। बुधवार सुबह जब विनेश का वेट किया गया तो वह 50 ग्राम ज्यादा मिला। इसलिए वह डिसक्वालीफाई हो गईं। रेसलर को 2 दिनों तक अपना वजन उसी कैटेगरी में बरकरार रखना होता है लेकिन विनेश ऐसा नहीं कर सकीं। विनेश फोगाट से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें :- विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से बाहर, तबीयत बिगड़ी:बेहोश होने के बाद अस्पताल भर्ती कराया गया; केंद्रीय खेल मंत्री 3 बजे संसद में बयान देंगे विनेश फोगाट ओलिंपिक मुकाबले से बाहर हो गई हैं। उन्हें वजन मेंटेन न होने पर डिसक्वालीफाई कर दिया गया है। इससे वह न केवल फाइनल से बाहर हो गई, बल्कि मेडल से भी चूक गईं। इस बारे में इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन से जानकारी सार्वजनिक कर दी है। एसोसिएशन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट बुधवार सुबह गोल्ड मेडल के लिए फाइनल मुकाबले से पहले 50 kg वजन को कायम नहीं रख सकीं। विनेश ओलिंपिक में इसी वेट कैटेगरी में खेल रही हैं। पूरी खबर पढ़ें… विनेश फोगाट को खोटा सिक्का-लंगड़ा घोड़ा बताया गया था:बृजभूषण के खिलाफ चले आंदोलन में प्रैक्टिस छूटी; वेट कैटेगरी बदलकर पेरिस ओलिंपिक में खेलीं पेरिस ओलिंपिक में एक ही दिन में ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 महिला पहलवानों को पटखनी देकर फाइनल में पहुंचने वाली विनेश फोगाट डिस्क्वालीफाई हो गई हैं। 50 kg वेट कैटेगरी में 100 ग्राम वजन ज्यादा मिलने पर विनेश बाहर हुईं। बुधवार रात को विनेश को अमेरिका की पहलवान सारा एन हिल्डरब्रांट से फाइनल मैच खेलना था। विनेश वही पहलवान है, जिन्होंने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष BJP सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था। महिला पहलवानों के यौन शोषण के विरोध में प्रदर्शन करने पर विनेश को दिल्ली की सड़कों पर घसीटा गया। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई हो गईं। 50 Kg वेट कैटेगरी में उनका वजन 150 ग्राम ज्यादा मिलने पर आज रात होने वाला फाइनल मैच नहीं खेल पाएंगी। साथ ही उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। स्पोर्ट्स स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट का वजन मंगलवार रात 2 किलो ज्यादा था। इसे कम करने के लिए उन्होंने अपना खून-पसीना एक कर दिया। जीत के बाद एक बार भी आराम नहीं किया। रातभर जागीं और वजन कम करने की पुरजोर कोशिश की। विनेश ने साइकिल चलाई, स्किपिंग की। अपने बाल और नाखून तक काट दिए। बड़ी बात ये है सेमीफाइनल मैच जीतने के दौरान वो लगभग 52 किलो की थीं और फिर अपना 2 किलो वजन घटाने के लिए उन्होंने अपना खून तक निकाला। वहीं विनेश के ताऊ द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर फोगाट ने कहा, ‘ आज सुबह वजन किया गया था। वजन 150 ग्राम ज्यादा निकला है। अब नियम-नियम है, उसके खिलाफ कोई नहीं जा सकता।’ ससुर राजपाल राठी बोले- मेट पर नहीं हरा पाए तो षड्यंत्र कर किया विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने कहा कि हमें जैसे ही यह सूचना मिली दिल बैठ गया। आंखों में पानी आ गया। इतना दुख है कि किसी को बता नहीं कर पा रहे है। विनेश के साथ राजनीति की जा रही है। कुछ शुरू से ही उसके पीछे लगे हुए है कि कैसे उसको हराया जाए। विनेश को मैट पर नहीं हरा पाए तो राजनीति करके नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वजन 100 ग्राम ज्यादा था तो 10 मिनट का समय देते वह अपने बाल कटवा लेती, 100 ग्राम तो वहां कम हो जाता। यह षड्यंत्र के माध्यम से किया जा रहा है। बेटी ने जिंदगी भर इस पल के लिए मेहनत की व उसको इस गंदे तरीके से साजिश कर बाहर किया जा रहा है। जानिए, रेसलिंग में क्या है नियम रेसलिंग में किसी भी पहलवान को सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा वजन की छूट मिलती है। विनेश का वजन अगर 50 किलो 100 ग्राम होता तो वह आज गोल्ड मेडल के लिए होने वाला मुकाबला खेल सकती थीं। बुधवार सुबह जब विनेश का वेट किया गया तो वह 50 ग्राम ज्यादा मिला। इसलिए वह डिसक्वालीफाई हो गईं। रेसलर को 2 दिनों तक अपना वजन उसी कैटेगरी में बरकरार रखना होता है लेकिन विनेश ऐसा नहीं कर सकीं। विनेश फोगाट से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें :- विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से बाहर, तबीयत बिगड़ी:बेहोश होने के बाद अस्पताल भर्ती कराया गया; 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हरियाणा चुनाव में बॉडी शेमिंग:BJP कैंडिडेट ने कांग्रेस उम्मीदवार के बढ़े वजन का मजाक उड़ाया; बोलीं- तराजू में मत तोलना हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बीच आरोप प्रत्यारोप के दौर के बाद अब उम्मीदवार बॉडी शेमिंग पर उतर चुके हैं। रोहतक के कलानौर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रेनू डाबला ने कांग्रेस उम्मीदवार शकुंतला खटक के वजन का मजाक उड़ाया है। दरअसल भाजपा प्रत्याशी रेनू डाबला शुक्रवार (20 सितंबर) को रोहतक के गांव लाहली में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंची थीं, इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए रेनू डाबला ने कहा, “मैं वजन करने के बारे में कुछ नहीं कहती, चाहे कुश्ती हो या दौड़, मैं पीछे नहीं रहूंगी। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने तराजू तो कहा है, लेकिन हमें तोलना नहीं है। हमें अपने गुणों और काम को तोलना है। यह आपको तय करना है कि आपको सत्ता पक्ष का विधायक चाहिए या विपक्ष का’। इस मामले को लेकर जब शकुंतला खटक से पूछा गया कि उनका क्या कहना है तो उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना’। रेनू बोली- जो आपकी आत्मा कहे वही कीजिए
बता दें कि शकुंतला खटक कांग्रेस की कद्दावर नेता हैं, वह इस सीट से तीन बार विधायक रह चुकी हैं जिस कारण यहां उनका काफी अच्छा होल्ड है। उधर रेनू पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। रोहतक में जनसभा को संबोधित करते हुए शकुंतला खटक के वजन का मजाक उड़ाते हुए रेनू ने कहा ‘वोट देते समय आंख बंद करके मन में सोचिए कि यह एक तराजू है, जिसके एक तरफ शकुंतला खटक हैं और दूसरी तरफ रेनू डाबला हैं। फिर जो आपकी आत्मा कहे, वही कीजिए’। बॉडी शेमिंग क्या होती है?
बॉडी शेमिंग एक तरह की बुरी आदत है, जिसमें किसी व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति को उसके शरीर के आकार, वजन, रंग, बाल या किसी अन्य शारीरिक रूप को लेकर अपमानित या कमजोर महसूस कराया जाता है। यह भी कह सकते हैं कि बॉडी शेमिंग एक तरह का मानसिक और भावनात्मक उत्पीड़न है। यह एक अपमानजनक व्यवहार है, जो सामने वाले व्यक्ति के आत्मसम्मान, आत्मविश्वास, और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। 2019 में शकुंतला खटक ने दर्ज की थी जीत
कांग्रेस की टिकट पर 2024 के विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरी शकुंतला खटक ने 2019 में भी इसी सीट से जीत दर्ज की थी। उस समय उन्होंने 62151 वोट प्राप्त कर भाजपा के रामावतार बाल्मीकि को करारी शिकस्त दी थी। वहीं बीएसपी की कश्मीरी, इनेलो के बलराज खासा के साथ-साथ सीपीआई-एम के कमलेश भी शकुंतला के आगे फीके नजर आए थे। कौन हैं चौथी बार मैदान में उतरी शकुंतला खटक… पार्षद का चुनाव हारने के बाद भी मिली टिकट
कलानौर प्रदेश की 17 रिजर्व सीटों में से एक है। भाजपा ने 2014 और 2019 में रामावतार बाल्मीकि को यहां से टिकट दिया था। लेकिन दोनों ही बार शकुंतला खटक ने उन्हें हरा दिया। जिस कारण इस बार रामावतार का टिकट काट कर रेनु डाबला को टिकट दिया गया है। हालांकि रेनु डाबला के पास विधानसभा चुनाव लड़ने का कोई अनुभव नहीं है। 2013 में जरूर वह मेयर चुनी गई थी लेकिन 2018 में वह खुद पार्षद का चुनाव हार गई थी। कौन हैं पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी रेनू डाबला…
फरीदाबाद में रेप-मर्डर केस में फांसी की सजा:दिव्यांग महिला के गुप्तांग में डाला रॉड; गला घोंटा, खंडहर में मिला शव
फरीदाबाद में रेप-मर्डर केस में फांसी की सजा:दिव्यांग महिला के गुप्तांग में डाला रॉड; गला घोंटा, खंडहर में मिला शव हरियाणा के फरीदाबाद जिला में एक दिव्यांग महिला की दुष्कर्म के बाद नृशंस तरीके से उसकी हत्या कर देने के मामले में कोर्ट ने दोषी को फांसी की सजा सुनाई गई है। उसने न सिर्फ महिला का रेप किया, बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में राड डाल दी। इसके बाद गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में कोई चश्मदीद गवाह नहीं था। फोरेंसिक रिपोर्ट व अन्य साक्ष्य के आधार पर उस पर दोष साबित हुआ है। फरीदाबाद के अतिरिक्त सेशन जज पुरुषोत्तम कुमार की कोर्ट ने मनोज नेपाली को धारा 302 और 376 आईपीसी में दोषी पाए जाने पर फांसी की सजा सुनाई है। उस पर 1 लाख 5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। अर्धनग्न अवस्था में मिला था महिला का शव घटना पिछले साल 2022 के नवंबर महीने में सेक्टर-7 थाने की है। जब एक महिला का शव सेक्टर सात के खंडहर के पास पार्क में मिला था। उस समय महिला अर्धनग्न अवस्था में थी, जिसके गले चुन्नी कसी हुई थी। महिला के शव के पास एक वाइपर भी पड़ा था। पुलिस ने महिला के शव और आसपास से सबूत को जुटाकर इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी की तलाश में जुट गई थी। उसी समय थाना सेक्टर 8 के SHO रहे दलबीर ने 376, 302 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की थी। CCTV के आधार पर आरोपी की हुई पहचान काफी तलाश के बाद सीसीटीवी के आधार पर आरोपी मनोज नेपाली महिला के साथ जाता हुआ गुरुद्वारे के सामने से देखा गया था। जहां पर उसने अपना माथा भी टेका था, सीसीटीवी के आधार पर इसके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था। फोरेंसिक जांच में पाया गया कि आरोपी मनोज नेपाली का सीमन महिला के कपड़ों पर मिला था, जिसका डीएनए मैच हो गया। इसके आधार पर आरोपी को सजा सुनाई गई है। न्यू टाउन रेलवे स्टेशन पर महिला से मिला था आरोपी महिला दिव्यांग थी, जो अपने पति को बिना बताए घर से निकल गई थी और न्यू टाउन रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई थी जहां पर मनोज नेपाली से महिला का संपर्क हुआ मनोज नेपाली छीना झपटी और शराब पीने का आदि था मनोज नेपाली महिला को दुष्कर्म करने की नीयत से सेक्टर 7 इलाके में एक खंडहर जैसे पार्क में लेकर पहुंचा जहां पर न केवल उसके साथ उसने दुष्कर्म किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी और चुन्नी से गला घोंट दिया। नहीं था कोई भी चश्मदीद गवाह इस मामले में बड़ी बात यह थी कि इस घटना का कोई भी चश्मदीद गवाह नहीं था। मामला कोर्ट में चला और मामले में 12 तारीख पड़ी। इस मामले में 22 लोगों की गवाहियां हुई। बुधवार को सेशन जज उत्तम कुमार ने यह टिप्पणी देते हुए आरोपी को फांसी की सजा सुनाई कि मानसिक दिव्यांग महिला के साथ किए गए दुष्कर्म और हत्या के जघन्य अपराध में आरोपी को माफ नहीं किया जा सकता।