भास्कर न्यूज | फतेहाबाद साइबर थाना पुलिस ने मॉडल टाउन में रहने वाले एक व्यक्ति की शिकायत पर गुजरात के अहमदाबाद निवासी तरुण कुमार चक्रबेदी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी गई शिकायत मॉडल टाउन निवासी भवजीत सिंह ने बताया कि उसके रिश्तेदार सतेंदर कौर निवासी जगाधरी का वर्क वीजा लगवाना था। उसकी किसी जानकार के माध्यम से आरोपी तरूण कुमार चक्रवेदी से फोन पर बातचीत हुई। बातचीत के बाद उसने सतेंदर कौर के तमाम कागजात वीजा के लिए तरुण को उसके बताए नंबर पर भेज दिए और 12 दिसंबर 2023 को तरुण के बैंक खाते में पहले 1 लाख 99 हजार रुपये डाल दिए। आरोप है कि 10 जनवरी 2024 को उसने एक नंबर से वर्क परमिट का स्क्रीन शॉट उसके पास भेजा। आरोप है कि इसके बाद तरुण ने उसके पास अपने एक व्यक्ति को भेजा, जिसका नाम अमरेंद्र पूरी था। जिसे तरुण से हुई बातचीत के अनुसार 18 लाख रुपये दे दिए, लेकिन जब वर्क वीजा को चेक करवाया तो वह फर्जी निकला। इस पर तरुण से उसके पते पर जाकर बातचीत की और पंचायत में यह समझौता हुआ कि वह हर महीने 2 लाख रुपये उसे दे देगा, लेकिन तय बातचीत के बाद उसने फोन उठाना बंद कर दिया। अब साइबर थाना पुलिस को मामले की शिकायत दी। जिसमें आरोपी तरुण पर 20 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने अब आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। भास्कर न्यूज | फतेहाबाद साइबर थाना पुलिस ने मॉडल टाउन में रहने वाले एक व्यक्ति की शिकायत पर गुजरात के अहमदाबाद निवासी तरुण कुमार चक्रबेदी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी गई शिकायत मॉडल टाउन निवासी भवजीत सिंह ने बताया कि उसके रिश्तेदार सतेंदर कौर निवासी जगाधरी का वर्क वीजा लगवाना था। उसकी किसी जानकार के माध्यम से आरोपी तरूण कुमार चक्रवेदी से फोन पर बातचीत हुई। बातचीत के बाद उसने सतेंदर कौर के तमाम कागजात वीजा के लिए तरुण को उसके बताए नंबर पर भेज दिए और 12 दिसंबर 2023 को तरुण के बैंक खाते में पहले 1 लाख 99 हजार रुपये डाल दिए। आरोप है कि 10 जनवरी 2024 को उसने एक नंबर से वर्क परमिट का स्क्रीन शॉट उसके पास भेजा। आरोप है कि इसके बाद तरुण ने उसके पास अपने एक व्यक्ति को भेजा, जिसका नाम अमरेंद्र पूरी था। जिसे तरुण से हुई बातचीत के अनुसार 18 लाख रुपये दे दिए, लेकिन जब वर्क वीजा को चेक करवाया तो वह फर्जी निकला। इस पर तरुण से उसके पते पर जाकर बातचीत की और पंचायत में यह समझौता हुआ कि वह हर महीने 2 लाख रुपये उसे दे देगा, लेकिन तय बातचीत के बाद उसने फोन उठाना बंद कर दिया। अब साइबर थाना पुलिस को मामले की शिकायत दी। जिसमें आरोपी तरुण पर 20 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने अब आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में आज भंग होगी विधानसभा:सैनी कैबिनेट ने की सिफारिश; बंसीलाल, ओपी चौटाला, हुड्डा भी 3 बार कर चुके भंग
हरियाणा में आज भंग होगी विधानसभा:सैनी कैबिनेट ने की सिफारिश; बंसीलाल, ओपी चौटाला, हुड्डा भी 3 बार कर चुके भंग हरियाणा की विधानसभा आज भंग हो जाएगी। 6 महीने की अवधि में विधानसभा सत्र बुलाने के नियम के कारण सरकार ने 14वीं विधानसभा समय से पहले भंग करने का फैसला किया है। दरअसल, सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर तक था। यानी यह 52 दिन बचा था। नियमों के चलते 12 सितंबर तक सत्र बुलाना अनिवार्य था। इससे एक दिन पहले बुधवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई। इसमें विधानसभा भंग करने की सिफारिश के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह प्रस्ताव स्वीकृति के लिए आज राज्यपाल के पास जाएगा। उनकी मंजूरी के बाद विधानसभा भंग करने की अधिसूचना जारी होगी। नई सरकार के गठन तक नायब रहेंगे सीएम अब, जब तक नई सरकार का गठन नहीं होता , तब तक नायब सिंह सैनी कार्यवाहक सीएम के तौर पर कार्य करते रहेंगे । बता दें कि 15वीं विधानसभा के लिए 16 अगस्त को चुनाव की घोषणा हुई थी। सरकार ने 17 अगस्त को कैबिनेट बुलाई हुई थी। इसमें विधानसभा सत्र की तारीख तय हो सकती थी, पर चुनाव की घोषणा से समय की कमी को देखते हुए सरकार ने सत्र टाल दिया । अब विधानसभा भंग करने का ही निर्णय लिया है। सरकार को बहुमत न होने का डर तो नहीं था ? 90 सदस्यीय विधानसभा में अभी 81 विधायक हैं। 41 के बहुमत का आंकड़ा अकेले खुद भाजपा के पास था, लेकिन 14 विधायकों के टिकट काटे गए हैं। ऐसे में सरकार कोई प्रस्ताव लाती तो वहां क्रॉस वोटिंग के चलते यह गिर सकता था। इस स्थिति से भी सरकार बची। सीएम नायब सिंह सैनी व मंत्री कार्यवाहक के तौर पर कार्य करते रहेंगे, पर नीतिगत फैसले नहीं ले सकेंगे। हालांकि, कोई महामारी, प्राकृतिक आपदा या असुरक्षा जैसा मामला आता है तो फैसला लेने में सक्षम रहेंगे। इस फैसले का विधायकों पर क्या असर होगा ? विधायकों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। वे पूर्व विधायक कहलाएंगे। सभी सुविधाएं खत्म हो जाएगी। समय से पहले 3 बार विधानसभा और भंग हो चुकी है। फरवरी 1972 में कांग्रेस सरकार में बंसीलाल ने एक साल पहले विधानसभा भंग कराई थी। दिसंबर 1999 में इनेलो सरकार में ओमप्रकाश चौटाला ने 16 माह पहले विस भंग कराई। तीसरी बार अगस्त 2009 में कांग्रेस सरकार में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधानसभा भंग कर समय से पहले चुनाव कराए। विधानसभा भंग करना ही सिंगल ऑप्शन विधायी एवं संवैधानिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार का कहना है कि बेशक चुनाव आयोग ने 15वीं हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हो, फिर भी सरकार सत्र बुला सकती है। उनका कहना है कि 14वीं हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 तक है। इसका पिछला विशेष सत्र 1 दिन का बुलाया गया था। वह विशेष सत्र 13 मार्च 2024 को बुलाया गया था। उसमें CM ने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ अपना बहुमत साबित किया था। इसके बाद उन्होंने कोई सत्र नहीं बुलाया। हेमंत कुमार कहते हैं कि संविधान के अनुच्छेद 174(1) की सख्त अनुपालना में मौजूदा विधानसभा का एक सत्र भले ही 1 दिन या आधे दिन की अवधि का ही क्यों न हो, वह आगामी 12 सितंबर 2024 से पहले बुलाना अनिवार्य है। क्योंकि 6 माह के अंदर दूसरा सत्र बुलाना ही होता है। क्या कहता है संविधान संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि पिछले सत्र की अंतिम बैठक और अगले सत्र की प्रथम बैठक के बीच 6 महीने का अंतराल नहीं होना चाहिए। सरकार की ओर से पिछली कैबिनेट बैठक में मानसून सत्र पर कोई फैसला नहीं लिया गया था। ऐसे में अब सरकार के पास हरियाणा विधानसभा को समयपूर्व भंग करने के लिए राज्यपाल से सिफारिश करना ही एकमात्र विकल्प बचा था। हरियाणा में संवैधानिक संकट का कारण हरियाणा में चुनाव की घोषणा के बाद संवैधानिक संकट खड़ा हुआ है। इसकी वजह 6 महीने के भीतर एक बार विधानसभा सेशन बुलाना है। राज्य विधानसभा का अंतिम सेशन 13 मार्च को हुआ था। उसमें नए बने CM नायब सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। इसके बाद 12 सितंबर तक सेशन बुलाना अनिवार्य है। यह संवैधानिक संकट ऐतिहासिक भी है, क्योंकि देश आजाद होने के बाद कभी ऐसी स्थिति नहीं आई। हरियाणा में ही कोरोना के दौरान भी इस संकट को टालने के लिए 1 दिन का सेशन बुलाया गया था। 6 माह में सत्र न बुलाने का इतिहास में उदाहरण नहीं है। 5 अक्टूबर को होगी वोटिंग राज्य में इस समय 14वीं विधानसभा चल रही है। 15वीं विधानसभा के गठन के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर तक है।
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करनाल में ट्रक ड्राइवर का अमानवीय कृत्य:दिव्यांग को कुचलने के बाद पत्थर के नीचे दबाया; ग्रामीणों ने किया मामले का खुलासा हरियाणा के करनाल के काछवा गांव के पास इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक ट्रक चालक ने एक दिव्यांग व्यक्ति को अपने ट्रक से कुचल दिया। यह हादसा तब और भी भयावह हो गया जब ट्रक चालक ने पुलिस को सूचना देने की बजाय शव को पत्थरों के नीचे छिपा दिया। ग्रामीणों ने जब पलटे हुए ट्रक को देखा तो मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की तो ट्रक चालक की यह करतूत सामने आई। पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के लिए एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया। उसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के शवगृह में भेज दिया। चालक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी गई है। यूपी को रहने वाला था मृतक मृतक की पहचान 30 वर्षीय शीशपाल के रूप में हुई है, जो सुबह की सैर के लिए निकला था। शीशपाल, जो उत्तर प्रदेश का मूल निवासी था, पिछले 15 वर्षों से काछवा गांव में अपनी मां के साथ रह रहा था। शीशपाल एक हाथ से दिव्यांग था अब तक उसकी शादी नहीं हुई थी। घटना की जानकारी मिलते ही उसकी मां मौके पर पहुंची और अपने बेटे के शव को देखकर बुरी तरह बिलखने लगीं। ट्रक चालक ने इंसानियत को शर्मसार गांव के पूर्व सरपंच बिट्टू ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि ट्रक चालक ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने बताया कि ट्रक पलटने के बाद, चालक ने घायल कंडक्टर को तो अस्पताल भेज दिया, लेकिन शीशपाल के शव को पत्थरों के नीचे दबा दिया ताकि किसी को पता न चल सके। ट्रक में चीनी की बोरियां थीं, जिन्हें बचाने के लिए चालक ने तिरपाल से ढक दिया था। चालक ने ट्रक सीधा करवाने के लिए मजदूरों को बुलाया था, लेकिन जब उन्होंने शव को पत्थरों के नीचे दबा हुआ पाया, तो उन्होंने ट्रक सीधा करने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों ने की ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों ने मृतक के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। शीशपाल की मृत्यु से उसकी मां और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, और गांव के लोग इस कठिन समय में उनके साथ खड़े हैं। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और दोषी को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाने का आश्वासन दिया है। पुलिस कर रही मामले की जांच सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सदर थाना के SHO राजपाल ने बताया कि ट्रक ड्राइवर ने शीशपाल को कुचलने के बाद पुलिस को सूचित करने की बजाय शव को छुपाने की कोशिश की। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि वास्तव में हादसा कैसे हुआ और ट्रक चालक ने इस अमानवीय कृत्य को क्यों अंजाम दिया।
कुरूक्षेत्र में व्यक्ति का मिला शव:पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा LNJP अस्पताल, इंजेक्शन, पलाश और ईंट मिली, नहीं हुई पहचान
कुरूक्षेत्र में व्यक्ति का मिला शव:पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा LNJP अस्पताल, इंजेक्शन, पलाश और ईंट मिली, नहीं हुई पहचान हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला के पिहोवा में एक व्यक्ति का शव मिलने का मामला सामने आया है। पुलिस ने लाश को मौके पर पहुंच कर कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए LNJP हॉस्पिटल में भेज दिया है। पार्षद प्रतिनिधि ने पुलिस को दी सूचना जिला कुरूक्षेत्र की पिहोवा अनाज मंडी में एक लावारिस व्यक्ति की शव मिला है। शव किसका है, अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। वहीं शव के पास से एक इंजेक्शन, पलाश और एक ईंट मिली है। पार्षद प्रतिनिधि रॉकी शर्मा वार्ड नंबर 4 ने बताया कि वह किसी काम से अनाज मंडी पिहोवा में आया था। उसने देखा कि मंडी में एक व्यक्ति का लावारिस शव पड़ा है। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत ही पुलिस को दी। घटनास्थल का लिया जायजा पुलिस की टीम सूचना मिलते ही मौके पर घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने लावारिस शव को अपने कब्जे में ले लिया। घटनास्थल का जायजा लेना शुरू कर दिया। सब इंस्पेक्टर हंसराज ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें अनाज मंडी पिहोवा में एक लावारिस अवस्था में लाश होने की सूचना मिली थी। वह तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंचे और अपनी जांच में जुट गए। सब इंस्पेक्टर ने बताया कि लाश के पास से एक इंजेक्शन, पलाश और एक ईंट मिली है। कोई कागज या आईडी नहीं मिली उन्होंने बताया कि शव के पास से कोई भी कागज या ऐसी वस्तु या आईडी नहीं मिली है जिससे कि मृत व्यक्ति की शिनाख्त हो सके। उन्होंने बताया कि पुलिस ने लास्ट को अपने कब्जे में लेकर कुरूक्षेत्र की LNJP अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। सब इंस्पेक्टर ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत का असली कारण क्या है।