वारदात ऐसी कि फिल्मी लगे… एक ट्रिप में बना दोस्त और बातों-बातों में लाखों का सामान लेकर उड़नछू हो गया टैक्सी ड्राइवर

वारदात ऐसी कि फिल्मी लगे… एक ट्रिप में बना दोस्त और बातों-बातों में लाखों का सामान लेकर उड़नछू हो गया टैक्सी ड्राइवर

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> सोचिए आप अपने सबसे कीमती सामान के साथ एक सफर पर निकलते हैं. ड्राइवर मुस्कुरा कर दरवाज़ा खोलता है. सफर शुरू होता है, बातें होती हैं और अचानक एक मोड़ पर सब कुछ खत्म हो जाता है. कैमरे, ड्रोन, बैग्स सब उड़नछू! यही हुआ इसलामुद्दीन और उनकी टीम के साथ.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>घटना ऐसी कि फिल्म लगे…</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>30 अप्रैल की शाम का समय था. ग्रेटर नोएडा से 4 फोटोग्राफर, जिनमें इसलामुद्दीन प्रमुख थे, दिल्ली के त्रिनगर के लिए एक टैक्सी पकड़ते हैं. जैसे ही वे कार में बैठते हैं, बातचीत शुरू करते है, &ldquo;भाई साहब, नया कैमरा लिया है, Canon EOS R1&hellip; अकेले की कीमत 6 लाख है.&rdquo; ड्राइवर चुपचाप सुन रहा था, ध्यान से. गाड़ी चला रहा था, लेकिन दिमाग कुछ और ही प्लान कर रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुछ देर बाद ड्राइवर कहता है, &ldquo;साहब, गैस भरवानी है,&rdquo; और यही बात बन जाती है पूरी साजिश की शुरुआत. रिंग रोड के एक CNG स्टेशन पर गाड़ी रुकती है. ड्राइवर कहता है, &ldquo;बस दो मिनट लगेंगे, गैस भरवा लूं, आप लोग बाहर आ जाइए और फिर वो 2 मिनट, इसलामुद्दीन की ज़िंदगी के सबसे भारी पड़ गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यात्रियों के उतरते ही गाड़ी भर्रर्र करती हुई निकलती है और कैमरे, लेंस, ड्रोन, सब लेकर गायब हो जाती है. यात्रियों को न कार का नंबर मालूम था, न ड्राइवर का नाम.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस की फिल्मी-स्टाइल जासूसी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>SHO रविंदर कुमार त्यागी और उनकी टीम ने चालाकी से रिंग रोड और CNG स्टेशन के सभी CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली. इसी जांच से गाड़ी का नंबर ट्रेस हो गया. मालिक निकला मुजीबुर्रहमान, जिसने बताया कि उसने हाल ही में एक ड्राइवर रखा था, योगेश नाम का लड़का, जो सरिता विहार का रहने वाला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने जब योगेश की तलाश शुरू की, तो उसका मोबाइल बंद मिला और लोकेशन झूठी निकली लेकिन टीम के पास था प्लान B- टेक्निकल ट्रैप. कुछ ही घंटों में योगेश को ढूंढ निकाला गया. उसके साथ वही अर्टिगा कार और सारे चोरी हुए कैमरे, लेंस और अन्य गियर भी बरामद कर लिए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिलीवरी बॉय से बना ड्राइवर और फिर चोर!</strong></p>
<p>सिर्फ 10वीं पास एक मामूली लड़का, जो कभी किराना डिलीवरी बॉय था, 2023 में प्राइवेट कार ड्राइवर बन गया. लेकिन एक मोड़ ऐसा आया जब उसने फिल्मी विलेन की तरह चाल चली और एक ही रात में खुद को बना लिया &lsquo;कैमरा चोर&rsquo;. क्या ये उसकी पहली वारदात थी? या फिर वह किसी बड़े गैजेट चोरी के गैंग का हिस्सा है? पुलिस अब इन सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है. फिलहाल कैमरे बरामद हो चुके हैं और आरोपी जेल में है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> सोचिए आप अपने सबसे कीमती सामान के साथ एक सफर पर निकलते हैं. ड्राइवर मुस्कुरा कर दरवाज़ा खोलता है. सफर शुरू होता है, बातें होती हैं और अचानक एक मोड़ पर सब कुछ खत्म हो जाता है. कैमरे, ड्रोन, बैग्स सब उड़नछू! यही हुआ इसलामुद्दीन और उनकी टीम के साथ.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>घटना ऐसी कि फिल्म लगे…</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>30 अप्रैल की शाम का समय था. ग्रेटर नोएडा से 4 फोटोग्राफर, जिनमें इसलामुद्दीन प्रमुख थे, दिल्ली के त्रिनगर के लिए एक टैक्सी पकड़ते हैं. जैसे ही वे कार में बैठते हैं, बातचीत शुरू करते है, &ldquo;भाई साहब, नया कैमरा लिया है, Canon EOS R1&hellip; अकेले की कीमत 6 लाख है.&rdquo; ड्राइवर चुपचाप सुन रहा था, ध्यान से. गाड़ी चला रहा था, लेकिन दिमाग कुछ और ही प्लान कर रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कुछ देर बाद ड्राइवर कहता है, &ldquo;साहब, गैस भरवानी है,&rdquo; और यही बात बन जाती है पूरी साजिश की शुरुआत. रिंग रोड के एक CNG स्टेशन पर गाड़ी रुकती है. ड्राइवर कहता है, &ldquo;बस दो मिनट लगेंगे, गैस भरवा लूं, आप लोग बाहर आ जाइए और फिर वो 2 मिनट, इसलामुद्दीन की ज़िंदगी के सबसे भारी पड़ गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यात्रियों के उतरते ही गाड़ी भर्रर्र करती हुई निकलती है और कैमरे, लेंस, ड्रोन, सब लेकर गायब हो जाती है. यात्रियों को न कार का नंबर मालूम था, न ड्राइवर का नाम.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली पुलिस की फिल्मी-स्टाइल जासूसी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>SHO रविंदर कुमार त्यागी और उनकी टीम ने चालाकी से रिंग रोड और CNG स्टेशन के सभी CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली. इसी जांच से गाड़ी का नंबर ट्रेस हो गया. मालिक निकला मुजीबुर्रहमान, जिसने बताया कि उसने हाल ही में एक ड्राइवर रखा था, योगेश नाम का लड़का, जो सरिता विहार का रहने वाला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने जब योगेश की तलाश शुरू की, तो उसका मोबाइल बंद मिला और लोकेशन झूठी निकली लेकिन टीम के पास था प्लान B- टेक्निकल ट्रैप. कुछ ही घंटों में योगेश को ढूंढ निकाला गया. उसके साथ वही अर्टिगा कार और सारे चोरी हुए कैमरे, लेंस और अन्य गियर भी बरामद कर लिए गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>डिलीवरी बॉय से बना ड्राइवर और फिर चोर!</strong></p>
<p>सिर्फ 10वीं पास एक मामूली लड़का, जो कभी किराना डिलीवरी बॉय था, 2023 में प्राइवेट कार ड्राइवर बन गया. लेकिन एक मोड़ ऐसा आया जब उसने फिल्मी विलेन की तरह चाल चली और एक ही रात में खुद को बना लिया &lsquo;कैमरा चोर&rsquo;. क्या ये उसकी पहली वारदात थी? या फिर वह किसी बड़े गैजेट चोरी के गैंग का हिस्सा है? पुलिस अब इन सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है. फिलहाल कैमरे बरामद हो चुके हैं और आरोपी जेल में है.</p>  दिल्ली NCR ‘इसको तो कुछ नहीं आता, इसकी शादी कर दो’, तानों के बीच UPSC क्रैक कर अदीबा बनीं अफसर