वाराणसी में मंगलवार देर रात महानगर अध्यक्ष समेत 50 कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। ये नेता लखनऊ में आज (बुधवार) कांग्रेस के विधानसभा घेराव और प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे। इससे पहले ही उनको वाराणसी कैंट स्टेशन पर रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस नेता सर्कुलेटिंग एरिया में धरने पर बैठ गए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। एसीपी चेतगंज गौरव कुमार ने कांग्रेस नेताओं को लखनऊ नहीं जाने की अपील की। लेकिन, कांग्रेसी स्टेशन के अंदर जाने पर अड़ गए। इसके बाद एसीपी ने कई थानों का फोर्स मंगवा कर कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया। इस बीच, पुलिस कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के घर पहुंच गई। वह भी लखनऊ जाने की तैयारी कर रहे थे। जैतपुरा पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हो गई। वहीं, इस पूरे मामले में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का कहना है- लखनऊ में प्रदर्शन को लेकर प्रदेश सरकार और पुलिस महकमा डरा-सहमा है। लखनऊ में कीलों वाली बैरिकेडिंग लगाकर कार्यकर्ताओं की हत्या की साजिश रची गई है। वाराणसी में मंगलवार देर रात महानगर अध्यक्ष समेत 50 कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। ये नेता लखनऊ में आज (बुधवार) कांग्रेस के विधानसभा घेराव और प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे। इससे पहले ही उनको वाराणसी कैंट स्टेशन पर रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस नेता सर्कुलेटिंग एरिया में धरने पर बैठ गए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। एसीपी चेतगंज गौरव कुमार ने कांग्रेस नेताओं को लखनऊ नहीं जाने की अपील की। लेकिन, कांग्रेसी स्टेशन के अंदर जाने पर अड़ गए। इसके बाद एसीपी ने कई थानों का फोर्स मंगवा कर कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया। इस बीच, पुलिस कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के घर पहुंच गई। वह भी लखनऊ जाने की तैयारी कर रहे थे। जैतपुरा पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हो गई। वहीं, इस पूरे मामले में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का कहना है- लखनऊ में प्रदर्शन को लेकर प्रदेश सरकार और पुलिस महकमा डरा-सहमा है। लखनऊ में कीलों वाली बैरिकेडिंग लगाकर कार्यकर्ताओं की हत्या की साजिश रची गई है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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घरौंडा में टीचर ने छात्रों को बेरहमी से पीटा:बच्चे की हाथ पर लगी गंभीर चोट, परिजनों ने की कार्रवाई की मांग
घरौंडा में टीचर ने छात्रों को बेरहमी से पीटा:बच्चे की हाथ पर लगी गंभीर चोट, परिजनों ने की कार्रवाई की मांग हरियाणा में करनाल जिला के घरौंडा में सरकारी प्राइमरी स्कूल में एक अध्यापिका द्वारा नन्हें छात्रों को बेहरमी से डंडा मारने का मामला सामने आया है। टीचर की मार से एक छात्र अपनी हाथ ठीक से नहीं उठा पा रहा है, वहीं छात्रा के जांघों पर टीचर ने डंडे से मारा है, जिससे उसके निशान दिखाई दे रहे हैं। छात्रों के परिजनों ने शिक्षा विभाग के अधिकारी से महिला टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। स्कूल के प्रिंसिपल अस्पताल में बच्चों से मिलने पहुंचे बताया जा रहा है कि टीचर ने एक नहीं बल्कि कई छात्रों को पिटा है। छात्र रोते हुए घर पहुंचे और अपने साथ हुई मारपीट के बारे में परिजनों को बताया। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने घरौंडा के सरकारी अस्पताल में पहुंचकर दोनों बच्चों का मेडिकल करवाया। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मामले की भनक लगी, तो मॉडल संस्कृति स्कूल के प्रिंसिपल सरकारी अस्पताल में बच्चों से मिलने के लिए पहुंचे, जहां अभिभावकों ने अपना गुस्सा जाहिर किया और टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। झूठी कंप्लेंट पर की पिटाई राजकीय मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल घरौंडा-2 की छात्रा श्वेता पांचवी कक्षा में पढ़ती है और गोल्डी भी पांचवी कक्षा का छात्र है। शनिवार को दोनों स्कूल में गए थे। छात्र गोल्डी का कहना है कि किसी ने मेरी झूठी कंप्लेंट कर दी थी कि मैं ऊपर वाले रूम में जा रहा हूं। तभी मीनू टीचर आई और मुझे डंडे से मारा। मेरी बाजू पर डंडा लगा है और मेरी बाजू उठ तक नहीं रही है, मुझे बहुत दर्द हो रहा है। रोते हुए छात्रा पहुंची थी घर वहीं छात्र के ताऊ कलीराम सैनी ने बताया कि हम वार्ड नं. 17 के रहने वाले हैं और घरौंडा के सरकारी स्कूल में गोल्डी पढ़ता है। टीचर ने बेरहमी से हमारे बच्चे को मारा है। ऐसी टीचर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। छात्रा श्वेता का कहना है कि हमें किसी ने बोल दिया कि छुट्टी हो गई। सभी बच्चे क्लास रूम से बाहर आ गए। तभी मीनू टीचर आई और मेरे पटों पर उसने डंडा मारा। श्वेता की बहन प्रियंका का कहना है कि श्वेता मेरे मामा की लड़की है और मेरे पास ही पढ़ती है। वह रोते हुए घर आई थी, जब मैने उसकी टांगों को देखा तो उस पर डंडे के निशान थे। टीचर ने बहुत गलत किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षा अधिकारी बोले- नियमानुसार होगी कार्रवाई खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि छात्रों के साथ मारपीट का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने प्रिंसिपल इंद्रजीत की ड्यूटी लगाई है। पूरे मामले की जानकारी ली जा रही है। मंगलवार को कार्यालय खुलेगा तो टीचर को तलब किया जाएगा। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अखिलेश बोले- मुख्यमंत्री अपना डीएनए चेक कराएं, मैं भी कराऊंगा:कानपुर में सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ में फंसे, पुलिस भी नहीं संभाल पाई
अखिलेश बोले- मुख्यमंत्री अपना डीएनए चेक कराएं, मैं भी कराऊंगा:कानपुर में सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ में फंसे, पुलिस भी नहीं संभाल पाई सीसामऊ सीट जीतने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहली बार कानपुर पहुंचे। दामोदर नगर के केसरी मंगलम लॉन में पूर्व सांसद राजाराम पाल के बेटे की शादी में शामिल हुए। बेटे-बहू को आशीर्वाद दिया। यहां सीसामऊ में जीत दर्ज करने वाली नसीम सोलंकी से अखिलेश ने मुलाकात की। बोले- कैसी हो विधायकजी। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी पहुंच गए। कार्यकर्ताओं की भीड़ को पुलिसकर्मी भी नहीं संभाल पाए। इस बीच भीड़ में कई बार अखिलेश को धक्का लगा। भारी भीड़ जुटते देख पुलिसकर्मियों ने अखिलेश यादव को जल्दी से बाहर निकाला। इस बीच अखिलेश यादव ने मीडिया से भी बात की और मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- मुझे नहीं पता कि वो कितना बायोलॉजी जानते हैं। मैं निवेदन करना चाहता हूं कि वो बार-बार DNA जांच कराने की बात करते हैं। इसलिए मैं भी ये बात कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भी अपना DNA चेक कराएं और मैं भी अपना DNA चेक कराऊंगा। ये बात उनको शोभा नहीं देती। एक संत होने के बाद उन्हें इस तरह DNA की बात नहीं करनी चाहिए। पहले अखिलेश के भीड़ में फंसने की तस्वीरें… अब पढ़िए कानपुर में अखिलेश की कही 5 बड़ी बातें 1- भाजपा के लोग खोखले नहीं होते, तो उन्हें जनता का समर्थन मिलता
तमाम रुकावटों के बाद भी नसीम सोलंकी को जनता ने जिताने का काम किया। मतदाताओं ने लोकतंत्र बचाने का काम किया। इससे पहले कभी भी नंगी रिवॉल्वर निकालकर वोट डालने से रोका गया। भाजपा के लोग खोखले हो गए हैं। वो खोखले नहीं होते तो जनता का समर्थन उन्हें मिलता। परिणाम जो भी आए, लेकिन हम लोग जानते हैं कि भाजपा हारी है। प्रशासन और पुलिस ने उन्हें जिताया है। जिन्होंने बूथ को लूटा, उन्होंने संभल की हिंसा कराई। बहराइच में भाजपा के विधायक ने ही भाजपा कार्यकर्ताओं पर एफआईआर कराई। संभल की घटना भी प्रशासन की देन है। पहले सर्वे में जिम्मेदार लोगों ने कोई रुकावट पैदा नहीं की। दोबारा सर्वे लगाने पर नारेबाजी की गई। ये भाजपा के लोगों ने कराया। 2- ध्यान हटाने के लिए संभल हिंसा कराई गई
अखिलेश ने कहा- उपचुनाव में प्रशासन ने जिस तरह बूथ लूटा उस पर कोई चर्चा न हो, इसलिए संभल की हिंसा कराई। कानपुर बड़ा शहर है। समाजवादियों ने कानपुर को मेट्रो दी, विकास कराया। गंगा में आज गंदगी जा रही है। लोग सेल्फी लेकर भूल गए। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सीसामऊ नाले के आगे सेल्फी खिंचाने आए थे, लेकिन आज ये नाला महाकुंभ से पहले भी गंगा में समा रहा है। 3- कानपुर-लखनऊ हाईवे पर बेशुमार गड्ढे हैं
कानपुर-लखनऊ हाईवे पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। पेड़ों पर धूल जमी है। सरकार बेरोजगारी पर बातचीत नहीं करना चाहती। सरकार की कोई योजना ठीक नहीं चल पा रही है। इतना भ्रष्टाचार कभी नहीं हुआ है। विकास दुबे पर उन्होंने कहा कि कानपुर में गाड़ी पलटी थी या पलटाई गई थी। इस सरकार में कुछ हो सकता है। 4- सरकार लोगों को डराना चाहती है
उन्होंने कहा- यूपी के मुखिया दिल्ली का रास्ता खोज रहे हैं। क्योंकि जो दिल्ली में है, आज वो इसी रास्ते से दिल्ली पहुंचे हैं। ये लखनऊ और दिल्ली की लड़ाई है। इस लड़ाई में आम जनता पिस रही है। आप किसी के दुख दर्द में भी न जा पाएं, इसलिए सरकार डराना चाहती है। यही कारण है कि उपचुनाव में कितना डर दिखाया, ये सभी देख रहे हैं। 5- सरकार चीन से नहीं, आम लोगों से लड़ रही
भाजपा वाले हमारी फ्री कोचिंग करा रहे हैं। मैं संभल भी जाऊंगा, कोई रोक कर दिखाए। संभल के लोगों की मदद हो, इसके लिए लोकसभा में भी सवाल उठाएंगे और उन्हें न्याय दिलाकर रहेंगे। सरकार संविधान को भी नहीं मान रही। भाजपा को कैलाश पर्वत और मानसरोवर नहीं दिखाई दे रहा। वहां जाने की हिम्मत नहीं है। चीन इसके आगे नहीं जाने देगा। केवल 12 किमी सड़क बनी थी। चीन ने नेपाल को देश के खिलाफ खड़ा कर दिया था। ये चीन के खिलाफ नहीं बोलेंगे। ये आम जनता के साथ खेलेंगे। क्योंकि भाजपा के बड़े लोग चीन से कारोबार कर रहे हैं। ————————- यह खबर भी पढ़ें.. देवकीनंदन ठाकुर बोले- तुम सब छीनते चले जाओ, हम आवाज उठाएं तो खाई खोद रहे, क्या देश में मुगलों का राज देश में सनातन बोर्ड के लिए आवाज उठाकर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर सुर्खियों में हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि की बात करके, धर्म संसद करके वह संतों का समर्थन जुटा रहे हैं। मुस्लिम और हिंदुओं के बीच खाई बढ़ाने के आरोपों पर वह कहते हैं- वक्फ बोर्ड की तरह जमीन हथियाने के लिए नहीं, हम मंदिरों को बचाने के लिए सनातन बोर्ड चाहते हैं। हम अपने मंदिर भी नहीं बचा सकते। क्या देश में मुगलों का शासन है। यहां पढ़ें पूरी खबर
हरियाणा कांग्रेस के भूपेंद्र हुड्डा गुट में बगावत:बोले- दीपेंद्र हुड्डा की वजह से चुनाव हारे, वह 45 सीटें जीत मुख्यमंत्री बनना चाहते थे
हरियाणा कांग्रेस के भूपेंद्र हुड्डा गुट में बगावत:बोले- दीपेंद्र हुड्डा की वजह से चुनाव हारे, वह 45 सीटें जीत मुख्यमंत्री बनना चाहते थे हरियाणा कांग्रेस में अब पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा गुट के नेताओं में बगावत हो गई है। हुड्डा गुट के नेताओं का टारगेट सांसद दीपेंद्र हुड्डा बन रहे हैं, जो पूर्व CM के बेटे हैं। हिसार के बरवाला में हुड्डा गुट के 7 नेता इकट्ठा हुए। इनमें पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह, पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, पूर्व विधायक राम भगत शर्मा, धर्मबीर गोयत, हरीश वर्मा, सुखबीर डूडी और पूर्व चेयरमैन अजीत सिंह शामिल हैं। उन्होंने दीपेंद्र हुड्डा और हिसार से सांसद जयप्रकाश को हार का जिम्मेदार ठहराया। नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने की हसरत में कांग्रेस हारी। ये लोग 90 सीट पर चुनाव नहीं लड़ रहे थे बल्कि CM बनने के लिए सिर्फ 45 सीट जीतना चाहते थे। हालांकि दीपेंद्र समर्थक हिसार से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सतेंद्र सहारण ने दीपेंद्र और जेपी का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ये नेता अहंकार की वजह से हारे। इन्होंने प्रचार तक नहीं किया। उल्टा दीपेंद्र-जेपी ने जहां प्रचार किया, उन जगहों से कांग्रेस जीती है। कांग्रेस में अभी तक हुड्डा और सिरसा सांसद कुमारी सैलजा का गुट आमने-सामने था। अब इस नई खींचतान से हुड्डा का हरियाणा कांग्रेस में दबदबा संकट में पड़ता नजर आ रहा है। बरवाला से चुनाव हारे घोड़ेला की 3 अहम बातें 1. दीपेंद्र बिना MLA के सरकार बनाना चाहते थे
बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रहे रामनिवास घोड़ेला ने यहां कहा- सरकार विधायकों से बनती है, मगर हमारे वाले नेता (दीपेंद्र हुड्डा) सोचते थे कि बिना विधायकों के ही सरकार बना देंगे। कुछ नेताओं की सोच गलत थी। 2. सांसद जेपी ने जात–पात की, महकमे बांट दिए थे
घोड़ेला ने सांसद जयप्रकाश जेपी के लिए कहा– इलेक्शन में जयप्रकाश जहां-जहां गया, वहां जात-पात में बांट दिया। चुनाव से पहले ही महकमे बांट रखे थे कि मेरा छोरा ये बनेगा। ठीक है आपका बेटा (विकास सहारण) एमएलए बन गया। आप एमपी बन गए। मगर जनता इनको कभी माफ नहीं करेगी। 3. विधानसभा चुनाव में थापी नहीं मारी जाती
घोड़ेला ने जयप्रकाश को लेकर कहा-’’जब लोकसभा की टिकट मिली तो मैंने सबको मदद के लिए कहा। मगर विधानसभा चुनाव में भी ये 50–55 आदमियों को थापी मारते रहे। जेपी यहां से नहीं जीतेगा, ये मेरी गारंटी है। मेरी नलवा हलके के कांग्रेस कैंडिडेट अनिल मान, हांसी कैंडिडेट से भी बात हुई, उन्होंने भी कहा कि जेपी की वजह से हारे। पूर्व मंत्री संपत सिंह ने लगाए 3 गंभीर आरोप… 1. दीपेंद्र हुड्डा को वहम-घमंड ले डूबा
पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह ने कहा- प्रदेश में BJP सरकार लोगों ने नहीं कांग्रेस के बड़े नेताओं (दीपेंद्र हुड्डा) ने बनवाई है। उनको वहम था और घमंड था, जो उनको ले डूबा। वो चाहते थे कि इस हलके (नलवा) से विधायक न बने, मगर मैं मुख्यमंत्री बन जाऊं। MLA के बिना आप कैसे मुख्यमंत्री बना जाओगे। बहुत लोगों की टिकट काटी। मेरी खुद की 2019 और 2024 में टिकट काटी। 2. इनको डर था, मैं जीता तो मंत्री बनाना पड़ेगा
संपत सिंह ने आगे कहा- इनको (दीपेंद्र हुड्डा) लगता था कि संपत सिंह जीत गया तो मंत्री बनाना पड़ेगा। अरे मुख्यमंत्री तो आप ही बनते। उसके बाद भी यह खेल खेला गया। रामनिवास घोड़ेला को टिकट देकर अंदरखाते इसका विरोध किया गया। 3. हारे हुए लोगों की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई
संपत सिंह ने आगे कहा– एक सांसद (दीपेंद्र हुड्डा) बगावत करता है, यह छोटी बात नहीं। पार्टी को ऑडियो व वीडियो दोनों दे दिए। पार्टी कहती है फेक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बना दी है। जो हारे हुए लोग हैं, इस कमेटी में वही शामिल कर दिए। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बोले- दीपेंद्र हुड्डा ने बहुत मेहनत की
इस मामले में हिसार यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सतेंद्र सहारण ने रामनिवास घोड़ेला और संपत सिंह को घेरा। सतेंद्र ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा ने चुनाव में बहुत मेहनत की थी। घोड़ेला को लेकर कहा, उन्हें भ्रष्टाचार ने हराया: राम निवास घोड़ेला को जवाब देते हुए सहारण ने कहा- घोड़ेला को उनके अहंकार ने हरवाया। ये मान रहे थे कि लाखों वोटों से जीतेंगे। घोड़ेला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। वीडियो भी सबके सामने हैं। नौकरियों में पैसे लेने के आरोप लगे। सीएलयू के केस आज भी आप पर चल रहे हैं तो उन चीजों ने आपका पीछा नहीं छोड़ा। संपत सिंह ने नौकरियों के नाम पर ठगा: सहारण ने संपत सिंह पर कहा– 2009 में इनकी सेटिंग से हम आदमपुर नहीं जीत पाए। 2014 में आपने चंदे लिए। लोगों को नौकरियों के नाम पर ठगा। इसी कारण 2009 में 40 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 2014 में 15 सीटों पर आ गई। अगर आपका बेटा काबिल नहीं है तो इसमें जमाने का दोष नहीं है। इसके लिए दीपेंद्र हुड्डा को दोषी ठहराना ठीक नहीं है। हरियाणा में कांग्रेस का माहौल ही दीपेंद्र हुड्डा ने बनाया। पॉलिटिकल एक्सपर्ट बोले- दीपेंद्र महत्वाकांक्षी, संपत के बयान से फर्क नहीं
पॉलिटिकल एक्सपर्ट सतीश त्यागी कहते हैं कि हर पिता की तरह भूपेंद्र हुड्डा भी चाहते हैं कि दीपेंद्र हुड्डा आगे बढ़े। दीपेंद्र हुड्डा में आगे बढ़ने और मेहनत करने की क्षमता है, मगर अभी भूपेंद्र हुड्डा से दीपेंद्र की तुलना नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हुड्डा सबको साथ लेकर चलते हैं। दीपेंद्र में अभी यह काबिलियत नहीं है। दीपेंद्र हुड्डा अधिक महत्वाकांक्षी हैं। हालांकि संपत सिंह जैसे नेताओं की आलोचना से दीपेंद्र या कांग्रेस को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि उनका करियर भी नीचे आ गया है।