वाराणसी से चलने वाली कई प्रमुख ट्रेनों को रेल खंड पर दोहरीकरण और रीमॉडलिंग के चलते निरस्त किया गया है। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, गरीबरथ एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों का संचालन 11 सितंबर से 15 सितंबर तक नहीं होगा। राजधानी समेत कुछ ट्रेनें बदले मार्ग से गुजरेंगी। जंघई-फाफामऊ-प्रयागराज स्टेशन और वाराणसी-जंघई-मां बेला देवी धाम प्रतापगढ़ रेल खंड के जंघई-बरयाराम-उग्रसेनपुर खंड के दोहरीकरण का काम मंगलवार से शुरू हो रहा है। साथ ही जंघई यार्ड रिमाडलिंग कार्य के दूसरे चरण में पहुंचते ही बनारस की पांच जोड़ी ट्रेनें रद्द की गई है। पहले बताते हैं जिन ट्रेनों को किया निरस्त रेलवे पीआरओ अशोक कुमार की माने तो 22 सितंबर तक 05437/05438 गाजीपुर सिटी-प्रयागराज संगम मेमू स्पेशल ट्रेन, 05117/05118 बनारस-मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ अनारक्षित स्पेशल ट्रेन रद्द रहेगी। 11 से 15 सितंबर तक 15127/15128 काशी विश्वनाथ, 12 से 14 सितंबर तक 15107/15108 बनारस-लखनऊ एक्सप्रेस और 12 से 13 सितंबर को 22541/22542 बनारस-आनन्द विहार टर्मिनस गरीब रथ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी। 23 सितंबर तक 15119 बनारस-देहरादून एक्सप्रेस बनारस के स्थान पर मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ से चलेगी। देहरादून से 21 सितंबर तक चलने वाली 15120 देहरादून-बनारस एक्सप्रेस बनारस के स्थान पर मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ में यात्रा समाप्त करेगी। भदोही से रायबरेली नहीं रुकेगी जोधपुर एक्सप्रेस वाराणसी सिटी से 12 सितंबर को चलने वाली 14865 वाराणसी सिटी-जोधपुर एक्सप्रेस बदले मार्ग वाराणसी-जफराबाद-अयोध्या कैंट-लखनऊ के रास्ते जाएगी। मार्ग बदलने कारण इस ट्रेन का ठहराव भदोही, जंघई, मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़, अमेठी, गौरीगंज व रायबरेली स्टेशनों पर नहीं होगा। बदले रास्ते से जाएगी राजधानी और कई ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि डिब्रूगढ़ से 11 व 12 सितंबर को चलने वाली 20503 डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस बदले मार्ग वाराणसी जफराबाद-सुल्तानपुर-लखनऊ के रास्ते जाएगी।नई दिल्ली से 13 व 14 सितंबर को चलने वाली 20504 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस बदले मार्ग लखनऊ-सुल्तानपुर-जफराबाद-वाराणसी के रास्ते जाएगी। नई दिल्ली से 12 सितंबर को चलने वाली 20506 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस बदले मार्ग लखनऊ-सुल्तानपुर-जफराबाद-वाराणसी के रास्ते जाएगी। रूट परिवर्तन के बाद स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी ट्रेनें वाराणसी से चलने वाली कई प्रमुख ट्रेनों को रेल खंड पर दोहरीकरण और रीमॉडलिंग के चलते निरस्त किया गया है। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, गरीबरथ एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों का संचालन 11 सितंबर से 15 सितंबर तक नहीं होगा। राजधानी समेत कुछ ट्रेनें बदले मार्ग से गुजरेंगी। जंघई-फाफामऊ-प्रयागराज स्टेशन और वाराणसी-जंघई-मां बेला देवी धाम प्रतापगढ़ रेल खंड के जंघई-बरयाराम-उग्रसेनपुर खंड के दोहरीकरण का काम मंगलवार से शुरू हो रहा है। साथ ही जंघई यार्ड रिमाडलिंग कार्य के दूसरे चरण में पहुंचते ही बनारस की पांच जोड़ी ट्रेनें रद्द की गई है। पहले बताते हैं जिन ट्रेनों को किया निरस्त रेलवे पीआरओ अशोक कुमार की माने तो 22 सितंबर तक 05437/05438 गाजीपुर सिटी-प्रयागराज संगम मेमू स्पेशल ट्रेन, 05117/05118 बनारस-मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ अनारक्षित स्पेशल ट्रेन रद्द रहेगी। 11 से 15 सितंबर तक 15127/15128 काशी विश्वनाथ, 12 से 14 सितंबर तक 15107/15108 बनारस-लखनऊ एक्सप्रेस और 12 से 13 सितंबर को 22541/22542 बनारस-आनन्द विहार टर्मिनस गरीब रथ एक्सप्रेस निरस्त रहेगी। 23 सितंबर तक 15119 बनारस-देहरादून एक्सप्रेस बनारस के स्थान पर मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ से चलेगी। देहरादून से 21 सितंबर तक चलने वाली 15120 देहरादून-बनारस एक्सप्रेस बनारस के स्थान पर मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ में यात्रा समाप्त करेगी। भदोही से रायबरेली नहीं रुकेगी जोधपुर एक्सप्रेस वाराणसी सिटी से 12 सितंबर को चलने वाली 14865 वाराणसी सिटी-जोधपुर एक्सप्रेस बदले मार्ग वाराणसी-जफराबाद-अयोध्या कैंट-लखनऊ के रास्ते जाएगी। मार्ग बदलने कारण इस ट्रेन का ठहराव भदोही, जंघई, मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़, अमेठी, गौरीगंज व रायबरेली स्टेशनों पर नहीं होगा। बदले रास्ते से जाएगी राजधानी और कई ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि डिब्रूगढ़ से 11 व 12 सितंबर को चलने वाली 20503 डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस बदले मार्ग वाराणसी जफराबाद-सुल्तानपुर-लखनऊ के रास्ते जाएगी।नई दिल्ली से 13 व 14 सितंबर को चलने वाली 20504 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस बदले मार्ग लखनऊ-सुल्तानपुर-जफराबाद-वाराणसी के रास्ते जाएगी। नई दिल्ली से 12 सितंबर को चलने वाली 20506 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस बदले मार्ग लखनऊ-सुल्तानपुर-जफराबाद-वाराणसी के रास्ते जाएगी। रूट परिवर्तन के बाद स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी ट्रेनें उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Baba Siddique Murder Case: उस रात चूकते तो छोड़ देते बाबा सिद्दीकी के मर्डर की प्लानिंग, चार्जशीट में सनसनीखेज खुलासे
Baba Siddique Murder Case: उस रात चूकते तो छोड़ देते बाबा सिद्दीकी के मर्डर की प्लानिंग, चार्जशीट में सनसनीखेज खुलासे <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड ने महाराष्ट्र मे हड़कंप मचा दिया था. वहीं अब इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने 4590 पन्नों की चार्जशीट दायर की है, जिसमें कई सनसनी खुलासे किए गए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>चार्जशीट के मुताबिक 12 अक्टूबर 2024 की रात गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम ने बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चलाईं और वहां से भागने की कोशिश की लेकिन मौका ए वारदात से लोगों की मदद से गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप पकड़े गए और शिवकुमार गौतम भागने में कामयाब हो गया था. हालांकि शिवकुमार गौतम को कुछ दिनों के बाद उत्तर प्रदेश के बहराइच से गिरफ्तार किया गया वो नेपाल भागने की फिराक में था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चार्जशीट में बताया गया कि पिस्टल और लाइव बुलेट्स लेकर हत्या से 2 महीने पहले तक आरोपी बांद्रा में घूम घूम कर बाबा सिद्दिकी की कर रहे थे रेकी. फायरिंग से पहले तीनों शूटर ने तीन से चार बार बाबा सिद्दीकी के घर आए कार्यालय की रेकी की थी. जांच में यह भी पता चला कि हर बार रेकी करते समय आरोपी अपने अपने साथ बैग लेकर चलते थे जिसमें पिस्टल और लाइव बुलेट्स उनके साथ होती थी. यानी वो हमेशा तैयार रहते थे कि जब भी मौका मिल जाये तब वो हत्या को अंजाम दे देंगे और यह मौका उन्हें 12 अक्टूबर की रात में मिला.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>छोड़ने वाले थे मर्डर की प्लानिंग</strong><br />सूत्रों ने यह भी बताया कि पुलिस की जांच के दौरान शूटर्स ने यह भी दावा किया कि अगर 12 अक्टूबर को आरोपी बाबा सिद्दीकी को मारने में कामयाब नही होते तो वो उन्हें मारने की प्लानिंग छोड़ देने वाले थे. आरोपियों ने दावा किया कि वे इतने दिनों से रेकी कर कर के निराश थे और मौके की तलाश में थे जो उन्हें मिल ही नही रहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चार्जशीट में पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग करने के बाद पुलिस शूटर को पकड़ने की कोशिश करेगी ऐसे में उनसे बचने का अच्छा रास्ता है पेपर स्प्रे का इस्तेमाल करना. इसके लिए आरोपियों ने 12-13 हजार रुपये पेपर स्प्रे पर खर्च किये थे और साथ मे रखते थे. जैसे ही बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई गई वैसे ही खुद को बचाने के लिए गुरमेल सिंह ने पुलिस पर पेपर स्प्रे से अटैक किया था. पुलिस को इस हत्या के बाद पेपर स्प्रे किये जाने के सबूत मिले हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झारखंड में की AK 47 चलाने की प्रैक्टिस</strong><br />मुंबई पुलिस को बाबा सिद्दीकी हत्या मामले की जांच के दौरान पता चला कि 6 नवंबर के दिन पुणे के कर्वे नगर से गिरफ्तार हुआ गौरव आपुने मामले में दूसरा आरोपी रूपेश मोहोल और फरार आरोपी शुभम लोनकर के साथ झारखंड गया था, जहां उन्होंने AK 47 चलाकर फायरिंग की प्रैक्टिस की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस को गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे तीनों पुणे-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन से 28 जुलाई को पुणे से निकले थे और दूसरे दिन 29 जुलाई को झारखंड के हटिया स्टेशन पहुचे. वहां स्टेशन से वे सभी करीबन 25-30 किलोमीटर तक गए उसके बाद वहां उन सब का मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान रखवा लिया गया. उस जगह पर उनके आंखों पर पट्टी बांधी गई और उन्हें करीबन दो से ढाई घंटों तक गाड़ी से ले जाया गया और फिर उनकी आंख की पट्टी खोली गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद उनकी फायरिंग की प्रैक्टिस कराई गई इसके बाद वापस से उनकी आंखों में पट्टी बांधी गई और उसी जगह दो से ढाई घंटों तक गाड़ी चलाकर लाया गया जहां उन सबका मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट रखवाया गया था. इन्हें इनका सामान लौटाया गया और फिर वहां से 25-30 किलोमीटर दूर स्टेशन पहुचाया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आपको बता दें कि जिस जगह पर इन सभी की फायरिंग प्रैक्टिस करवाई गई थी ये इलाका नक्सल प्रभावित माना जाता है ऐसे में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर्स का नक्सलियों से भी कनेक्शन था का इसकी जांच की जा रही है. हालांकि आरोपी गौरव और रूपेश का दावा है कि वो नही जानते कि किसने उन्हें फायरिंग की प्रैक्टिस करवाई और बताया कि यह लाईन अप शुभम लोनकर का था. शुभम फिलहाल फरार है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>17 लाख में मिली थी सुपारी</strong><br />चार्जशीट के मुताबिक, बाबा की हत्या को अंजाम देने के लिए लॉरेंस गैंग ने 17 लाख रुपये की सुपारी दी थी, जो की अलग-अलग बैंक अकाउंट्स से आरोपियों के अकाउंट्स में जमा किए गए थे. यह रकम जमा कराने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने अपने स्लीपर सेल का इस्तेमाल किया था और अलग-अलग गुर्गों के जरिए आरोपियों के अकाउंट्स में पैसे जमा कराए थे, ताकि मनी ट्रेल को पुलिस ट्रैक न कर पाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये था हत्या का मोटिव</strong><br />चार्जशीट के अनुसार, अनमोल बिश्नोई के कहने पर ही बाबा की हत्या को अंजाम दिया गया था और इसके पीछे कुल तीन वजहें जांच में निकलकर सामने आई हैं. क्राइम ब्रांच के मुताबिक, बाबा की हत्या के पीछे का मोटिव सलमान खान और दाऊद इब्राहिम से उनकी बेहद करीबी, सलमान खान फायरिंग केस में आरोपी अनुज थापन की कथित हत्या और मुंबई में बिश्नोई गैंग की सुप्रीमेसी स्थापित करना था और इन वजहों के पीछे क्राइम ब्रांच ने हत्या के बाद शुभम लोनकर द्वारा किए गए फेसबुक पोस्ट को चार्जशीट में आधार बनाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>क्राइम ब्रांच द्वारा दायर चार्जशीट के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद अनमोल बिश्नोई ने अपने खास गुर्गों से मुंबई के बिल्डरों के बारे में जानकारियां इकठ्ठा करके लिस्ट तैयार करके के लिए कहा था, ताकि उन्हें डराकर उनसे वसूली की जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिल्डरों से वसूली का तैयार किया प्लान</strong><br />क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक, सलमान खान के घर फायरिंग और बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लगने लगा था कि उसकी दहशत स्थापित हो चुकी है, इसलिए दाऊद गैंग की तर्ज पर उन्होंने बिल्डरों से वसूली करने का प्लान तैयार किया था, हालांकि अब तक इस गैंग ने किसी से पैसे मांगे या नहीं, इसका खुलासा नहीं हो पाया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सलमान खान के फायरिंग के बाद रची साजिश</strong><br />चार्जशीट में क्राइम ब्रांच ने यह दावा किया है कि सलमान खान के घर पर अप्रैल 2024 में हुई फायरिंग की घटना के तुरंत बाद बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रचने की शुरुआत हुई थी. लॉरेंस गैंग ने पहले सलमान खान की हत्या की प्लानिंग की, लेकिन उनकी कड़ी सुरक्षा को देखते हुए अचानक से बिश्नोई गैंग ने प्लान चेंज कर दिया और उनके करीबी बाबा सिद्दीकी को मारने की योजना को तैयार किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जीशान सिद्दीकी को भी मारने का था प्लान</strong><br />12 अक्टूबर से पहले लॉरेंस गैंग के शूटरों ने गणपति विसर्जन के दौरान बाबा सिद्दीकी को मारने की कोशिश की थी, क्योंकि उस दौरान बाबा सिद्दीकी कई गणपति पंडालों में विजिट कर रह थे, लेकिन विसर्जन की भीड़ के चलते कामयाब नहीं हो पाए. इसके बाद उनके दफ्तर के पास मारने का प्लान तैयार किया गया. चार्जशीट में यह भी खुलासा किया गया है कि बाबा सिद्दीकी के साथ साथ जिनके बेटे जीशान सिद्दीकी को भी मारने का प्लान था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”शिंदे गुट से नाराज! BJP के साथ करेंगे गठबंधन? BMC चुनाव को लेकर क्या है राज ठाकरे की प्लानिंग” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/raj-thackeray-mns-may-alliance-with-bjp-in-bmc-elections-shiv-sena-eknath-shinde-mumbai-maharashtra-ann-2858420″ target=”_blank” rel=”noopener”>शिंदे गुट से नाराज! BJP के साथ करेंगे गठबंधन? BMC चुनाव को लेकर क्या है राज ठाकरे की प्लानिंग</a></strong></p>
BJP में बागियों को मनाने की कवायद तेज, देवेंद्र फडणवीस और गोपाल शेट्टी की मुलाकात में क्या हुई बात?
BJP में बागियों को मनाने की कवायद तेज, देवेंद्र फडणवीस और गोपाल शेट्टी की मुलाकात में क्या हुई बात? <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election 2024:</strong> महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बागी नेता गोपाल शेट्टी को उत्तर मुंबई की बोरिवली विधानसभा सीट से चुनाव मैदान से हटने के वास्ते मनाने के लिए शनिवार को उनसे भेंट की. दो बार के लोकसभा सदस्य और कई बार के विधायक रहे शेट्टी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने उनकी उम्मीदवारी को नजरअंदाज करते हुए संजय उपाध्याय को बोरिवली विधानसभा सीट से टिकट दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि गोपाल शेट्टी ने देवेंद्र फडणवीस को आश्वासन दिया है कि वह कभी बीजेपी नहीं छोड़ेंगे और ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे पार्टी को नुकसान हो. ताड़वे ने ‘एक्स’ पर शेट्टी और फडणवीस की तस्वीरें भी साझा की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘अभी स्पष्ट नहीं नामांकन वापस लेंगे या नहीं’</strong><br />हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि शेट्टी चुनाव मैदान से हटेंगे या नहीं. नाम वापस लेने की अंतिम तारीख चार नवंबर है. शेट्टी ने पिछले सप्ताह अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा था, ‘‘मैंने यह फैसला पार्टी टिकट की चाहत में नहीं बल्कि स्थानीय कार्यकर्ताओं की चिंता करते हुए लिया है, जिन्हें लगातार नजरअंदाज किया जाता रहा है. आइए हम सब मिलकर अपने निर्वाचन क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बागियों ने बढ़ाई टेंशन</strong><br />बता दें कि महाराष्ट्र विधानभा चुनाव के लिए 50 के करीब बागी नेता निर्दलीय प्रत्याशियों के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं. जिसकी वजह से महायुति और महाविकास अघाड़ी गठबंधन की टेंशन बढ़ी हुई है. महायुति में सबसे अधिक 19 बागी बीजेपी में हैं. इसके अलावा शिवसेना शिंदे से 16 और एनसीपी अजित पवार गुट से एक नेता ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. ऐसे में इन बागी नेताओं को मनाने की कवायद तेज हो गई है. इसी कड़ी में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गोपाल शेट्टी को मनाने पहुंचे थे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”महाराष्ट्र: ‘मेरा नाम दाऊद से जोड़ा तो…’, NCP नेता नवाब मलिक ने दी चेतावनी” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-assembly-election-2024-nawab-malik-on-dawood-ibrahim-links-warns-defamation-case-2815458″ target=”_blank” rel=”noopener”>महाराष्ट्र: ‘मेरा नाम दाऊद से जोड़ा तो…’, NCP नेता नवाब मलिक ने दी चेतावनी</a></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
अमृतसर रियल एस्टेट निवेश के लिए एक बेहतरीन स्थान
अमृतसर रियल एस्टेट निवेश के लिए एक बेहतरीन स्थान अमृतसर | अमृतसर रियल एस्टेट निवेश के लिए एक बेहतरीन जगह है। अमृतसर न केवल अपने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह रियल एस्टेट निवेश के लिए भी एक उभरता हुआ गंतव्य बनता जा रहा है। यहां का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और सड़क व रेलवे नेटवर्क इसे देश के अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ता है। स्वर्ण मंदिर जैसी धार्मिक स्थलों की मौजूदगी अमृतसर को दुनियाभर में प्रसिद्ध बनाती है। अमृतसर-जामनगर आर्थिक गलियारा, जो 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है, शहर की कनेक्टिविटी और औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। सरकार द्वारा मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है और नए औद्योगिक कॉरिडोर के जरिए व्यापार के अवसर बढ़ रहे हैं। इन सब खूबियों को देखते हुए ही एस्टेट्स अमृतसर में अपना महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट अमृतसर वन लेकर आए हैं।