वारिस पंजाब दे नाम से वायरल चैट पर एक्शन:मोगा में FIR, दो राउंडअप, शाह समेत कई नेताओं पर हमले की प्लानिंग बना रहे थे

वारिस पंजाब दे नाम से वायरल चैट पर एक्शन:मोगा में FIR, दो राउंडअप, शाह समेत कई नेताओं पर हमले की प्लानिंग बना रहे थे

वारिस पंजाब दे अकाली दल मोगा जत्थेबंदी के बैनर तले वायरल हुई एक चैट से पिछले 24 घंटे से पंजाब की राजनीति गरमाई हुई है। वहीं अब पंजाब पुलिस भी इस मामले में एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस ने मोगा के साइबर थाने में इस संबंधी केस दर्ज किया है। साथ ही कुल 4 लोगों की पहचान कर दो को राउंडअप किया है। राउंड किए गए लोगों में एक मोगा और दूसरा खन्ना का रहने वाला है। चैट में शामिल लोगों को राउंड अप किया जाएगा। हालांकि उन्होंने आरोपियों को आयु बताने से मना कर दिया। मोगा रेंज के डीआईजी अश्वनी कपूर ने कहा कि हम पंजाब की अमन-शांति को भंग नहीं होने देंगे। जल्दी ही सारे आरोपी काबू कर लिए जाएंगे। इससे पहले दिन में शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह को शैतान तक कहा था। उन्होंने उसकी एक पुरानी फोटो मीडिया में दिखाकर पत्रों से पूछा क्या आप इसे जानते है। गृहमंत्री समेत तीन नेताओं पर अटैक की बात थी जैसे ही यह खबर पता चली कि अमृतपाल सिंह पर लगे एनएसए की अवधि बढ़ाई जा रही है। उसके बाद से सोशल मीडिया पर एक वॉट्सऐप ग्रुप की चैट वायरल हो गई। इसमें केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और देश के गृहमंत्री अमित शाह पर अटैक करने की बात की जा रही थी। इस मामले में पहले रवनीत सिंह बिट्टू ने ही सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि यह लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। फिर मजीठिया ने इस मामले में सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह आरोपियों के पंजाब के डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट होने के बाद हुआ है। सीएम इस मामले में चुप क्यों है दिन में मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि उक्त लोगों की पहल के आधार पर गिरफ्तारी होनी चाहिए, जो केंद्रीय गृह मंत्री सहित हाई-प्रोफाइल राजनेताओं की हत्या की योजना बना रहे थे। उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मामले में चुप क्यों हैं। उन्होंने कहा कि सीएम खुद विधानसभा में कह चुके हैं कि वह विपक्षी दलों की निगरानी करते हैं। फिर इस मामले में एक्शन क्यों नहीं ले रहे हैं? किस हादसे का इंतजार कर रहे हैं? वारिस पंजाब दे अकाली दल मोगा जत्थेबंदी के बैनर तले वायरल हुई एक चैट से पिछले 24 घंटे से पंजाब की राजनीति गरमाई हुई है। वहीं अब पंजाब पुलिस भी इस मामले में एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस ने मोगा के साइबर थाने में इस संबंधी केस दर्ज किया है। साथ ही कुल 4 लोगों की पहचान कर दो को राउंडअप किया है। राउंड किए गए लोगों में एक मोगा और दूसरा खन्ना का रहने वाला है। चैट में शामिल लोगों को राउंड अप किया जाएगा। हालांकि उन्होंने आरोपियों को आयु बताने से मना कर दिया। मोगा रेंज के डीआईजी अश्वनी कपूर ने कहा कि हम पंजाब की अमन-शांति को भंग नहीं होने देंगे। जल्दी ही सारे आरोपी काबू कर लिए जाएंगे। इससे पहले दिन में शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह को शैतान तक कहा था। उन्होंने उसकी एक पुरानी फोटो मीडिया में दिखाकर पत्रों से पूछा क्या आप इसे जानते है। गृहमंत्री समेत तीन नेताओं पर अटैक की बात थी जैसे ही यह खबर पता चली कि अमृतपाल सिंह पर लगे एनएसए की अवधि बढ़ाई जा रही है। उसके बाद से सोशल मीडिया पर एक वॉट्सऐप ग्रुप की चैट वायरल हो गई। इसमें केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और देश के गृहमंत्री अमित शाह पर अटैक करने की बात की जा रही थी। इस मामले में पहले रवनीत सिंह बिट्टू ने ही सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि यह लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। फिर मजीठिया ने इस मामले में सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह आरोपियों के पंजाब के डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट होने के बाद हुआ है। सीएम इस मामले में चुप क्यों है दिन में मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि उक्त लोगों की पहल के आधार पर गिरफ्तारी होनी चाहिए, जो केंद्रीय गृह मंत्री सहित हाई-प्रोफाइल राजनेताओं की हत्या की योजना बना रहे थे। उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मामले में चुप क्यों हैं। उन्होंने कहा कि सीएम खुद विधानसभा में कह चुके हैं कि वह विपक्षी दलों की निगरानी करते हैं। फिर इस मामले में एक्शन क्यों नहीं ले रहे हैं? किस हादसे का इंतजार कर रहे हैं?   पंजाब | दैनिक भास्कर