मोहाली में 4 साल पहले 2021 में दिनदहाड़े शिरोमणि अकाली दल के युवा नेता विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या के मामले में फैसला आने के बाद फिर से जांच शुरू हो गई है। मोहाली जिला अदालत के आदेश पर यह जांच शुरू हुई है। इस मामले में धर्मेंद्र गुगनी नाम के एक आरोपी को नामजद किया गया है। वहीं, आरोपी की जमानत याचिका पर आज सुनवाई होगी। इस दौरान पंजाब पुलिस अपना जवाब दाखिल करेगी। हालांकि, आरोपी अभी भी एक अन्य हत्या के मामले में जेल में बंद है। बडे़ गैंगस्टर अदालत में हुए थे बरी इस मामले में अदालत ने तीन गैंगस्टरों को कुछ समय पहले सजा सुनाई थी। सजा सुनाने के समय अदालत ने आदेश दिए थे कि बाकी आरोपियों शगुनप्रीत सिंह, रविंदर सिंह चौहान, सौरव ठाकुर, गौरव पटियाला उर्फ लक्की पटियाला, सोबीर और धर्मेंद्र गुगनी के बारे में जांच एजेंसी को आदेश दिए थे। इस मामले में अदालत ने कुछ आरोपियों को फरार चल रहे हैं। मृतक के परिवार ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह इस मामले के अन्य आरोपियों को सलाखों तक पहुंचाने के लिए आखिरी दम तक लड़ाई लड़ेंगे। इस मामले में अदालत ने सबूतों की कमी में गैंगस्टर कौशल चौधरी, अमित डागर और भूपिंदर सिंह भूप्पी राणा को बरी किया था। क्योंकि पुलिस के पास इस मामले में आरोपियों के बारे में सीधे सबूत नहीं मिले थे। बचने के लिए एक किलोमीटर तक भागा विक्की की हत्या 4 साल पहले 7 अगस्त 2021 को उस समय हुई थी, जब वह सेक्टर-70 में अपने प्रॉपर्टी डीलर दोस्त के पास गया था। जैसे ही वह ऑफिस से बाहर निकला और अपनी कार की तरफ बढ़ा, दो नकाबपोश वहां पहुंचे। जिन्होंने उस पर फायरिंग शुरू कर दी। विक्की कार से उतरा और भागने की काफी कोशिश की। वह करीब एक किलोमीटर तक भागा, लेकिन हमलावर उसका पीछा करते रहे। उन्होंने कुल 20 राउंड फायरिंग की, जिसमें से 9 गोलियां विक्की को लगी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के अगले दिन बंबीहा गैंग ने घटना की जिम्मेदारी ली थी। शुरुआती जांच में बंबीहा गैंग चलाने वाले लकी पटियाल का नाम सामने आया था। दोनों गैंग एक-दूसरे के विरोधी हैं। 26 गैंगस्टरों से पूछताछ में खुला राज काफी समय तक विक्की की हत्या रहस्य बनी रही। इसके बाद मोहाली पुलिस दिल्ली की तिहाड़ जेल समेत कई जगहों से करीब 26 गैंगस्टरों को पूछताछ के लिए मोहाली लेकर आई। गैंगस्टरों से आमने-सामने पूछताछ की गई। लेकिन फिर भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस पर भी काफी दबाव था। इसी बीच दिल्ली पुलिस ने इस मामले में शामिल आरोपियों को पकड़ लिया। इसके बाद हत्या की कहानी सामने आई। तब पता चला कि तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर अमित डागर और कौशल चौधरी ने विक्की की हत्या की साजिश रची थी। उन्होंने ही कार और शूटरों का इंतजाम किया था। हत्या के लिए शूटर आई-20 कार में आए थे। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर रहे शगनप्रीत पर आरोप था कि उसने खरड़ के सेक्टर-125 में आरोपियों के रहने का इंतजाम किया था। मोहाली में 4 साल पहले 2021 में दिनदहाड़े शिरोमणि अकाली दल के युवा नेता विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या के मामले में फैसला आने के बाद फिर से जांच शुरू हो गई है। मोहाली जिला अदालत के आदेश पर यह जांच शुरू हुई है। इस मामले में धर्मेंद्र गुगनी नाम के एक आरोपी को नामजद किया गया है। वहीं, आरोपी की जमानत याचिका पर आज सुनवाई होगी। इस दौरान पंजाब पुलिस अपना जवाब दाखिल करेगी। हालांकि, आरोपी अभी भी एक अन्य हत्या के मामले में जेल में बंद है। बडे़ गैंगस्टर अदालत में हुए थे बरी इस मामले में अदालत ने तीन गैंगस्टरों को कुछ समय पहले सजा सुनाई थी। सजा सुनाने के समय अदालत ने आदेश दिए थे कि बाकी आरोपियों शगुनप्रीत सिंह, रविंदर सिंह चौहान, सौरव ठाकुर, गौरव पटियाला उर्फ लक्की पटियाला, सोबीर और धर्मेंद्र गुगनी के बारे में जांच एजेंसी को आदेश दिए थे। इस मामले में अदालत ने कुछ आरोपियों को फरार चल रहे हैं। मृतक के परिवार ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह इस मामले के अन्य आरोपियों को सलाखों तक पहुंचाने के लिए आखिरी दम तक लड़ाई लड़ेंगे। इस मामले में अदालत ने सबूतों की कमी में गैंगस्टर कौशल चौधरी, अमित डागर और भूपिंदर सिंह भूप्पी राणा को बरी किया था। क्योंकि पुलिस के पास इस मामले में आरोपियों के बारे में सीधे सबूत नहीं मिले थे। बचने के लिए एक किलोमीटर तक भागा विक्की की हत्या 4 साल पहले 7 अगस्त 2021 को उस समय हुई थी, जब वह सेक्टर-70 में अपने प्रॉपर्टी डीलर दोस्त के पास गया था। जैसे ही वह ऑफिस से बाहर निकला और अपनी कार की तरफ बढ़ा, दो नकाबपोश वहां पहुंचे। जिन्होंने उस पर फायरिंग शुरू कर दी। विक्की कार से उतरा और भागने की काफी कोशिश की। वह करीब एक किलोमीटर तक भागा, लेकिन हमलावर उसका पीछा करते रहे। उन्होंने कुल 20 राउंड फायरिंग की, जिसमें से 9 गोलियां विक्की को लगी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के अगले दिन बंबीहा गैंग ने घटना की जिम्मेदारी ली थी। शुरुआती जांच में बंबीहा गैंग चलाने वाले लकी पटियाल का नाम सामने आया था। दोनों गैंग एक-दूसरे के विरोधी हैं। 26 गैंगस्टरों से पूछताछ में खुला राज काफी समय तक विक्की की हत्या रहस्य बनी रही। इसके बाद मोहाली पुलिस दिल्ली की तिहाड़ जेल समेत कई जगहों से करीब 26 गैंगस्टरों को पूछताछ के लिए मोहाली लेकर आई। गैंगस्टरों से आमने-सामने पूछताछ की गई। लेकिन फिर भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस पर भी काफी दबाव था। इसी बीच दिल्ली पुलिस ने इस मामले में शामिल आरोपियों को पकड़ लिया। इसके बाद हत्या की कहानी सामने आई। तब पता चला कि तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर अमित डागर और कौशल चौधरी ने विक्की की हत्या की साजिश रची थी। उन्होंने ही कार और शूटरों का इंतजाम किया था। हत्या के लिए शूटर आई-20 कार में आए थे। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर रहे शगनप्रीत पर आरोप था कि उसने खरड़ के सेक्टर-125 में आरोपियों के रहने का इंतजाम किया था। पंजाब | दैनिक भास्कर
