हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से नव निर्वाचित सांसद कंगना रनोट को थप्पड़ विवाद पर PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, किसी भी महिला के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए। शनिवार को कांग्रेस दफ्तर पहुंचे विक्रमादित्य ने कहा, कंगना को थप्पड़ मारने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। विक्रमादित्य ने कहा, हमारी संवेदनाएं किसानों के साथ हैं। कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी हैं। किसी को भी आतंकवादी कह देना भी गैर जिम्मेदाराना स्टेटमेंट है। मगर अपनी नाराजगी व विरोध को जाहिर करने का यह तरीका सही नहीं है। उन्होंने कहा, संविधान हमे अपनी बात रखने का अधिकार देता है। जिस महिला सुरक्षा कर्मी ने थप्पड़ मारा है, वह अन्य माध्यम से भी अपनी नाराजगी जाहिर व्यक्त कर सकती थी। विक्रमादित्य सिंह ने कहा, सीआईएफ और सरकार जो भी कार्रवाई इस मामले में करेगी, हम उसका स्वागत करते हैं। बता दें कि दो रोज पहले कंगना रनोट चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर दिल्ली जा रही थीं। सुरक्षा जांच के दौरान कंगना रनोट को कुलविंदर कौर नाम की सुरक्षा कर्मी ने थप्पड़ जड़ दिया। कुलविंदर कौर ने किसान आंदोलन के दौरान कंगना रनोट की बयानबाजी से आहत थी। इसलिए सुरक्षा कर्मी ने कंगना को थप्पड़ मार दिया। हालांकि अब सुरक्षा कर्मी के खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई है। राष्ट्रीय स्तर पर नहीं चला मोदी मैजिक विक्रमादित्य सिंह ने कहा, राष्ट्रीय स्तर पर लोकसभा चुनाव में मोदी मैजिक नहीं चला। मगर हिमाचल में चला है। इससे कांग्रेस की यहां हार हुई है। उन्होंने कहा कि हार के कारणों का मंथन किया जा रहा है। कमियों को दूर करके पार्टी को मजबूत किया जाएगा। हार के कारणों का मंथन करने पहुंचे विक्रमादित्य मंडी सीट से हार के विक्रमादित्य सिंह शनिवार को शिमला ग्रामीण कांग्रेस की मीटिंग लेने कांग्रेस दफ्तर राजीव भवन पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने ब्लाक कांग्रेस कमेटी के साथ हार के कारणों को लेकर मंथन किया क्योंकि विक्रमादित्य सिंह खुद मंडी सीट पर चुनाव प्रचार में डटे रहे। इस वजह से वह शिमला संसदीय सीट के लिए वक्त नहीं दे पाए थे। इससे उनकी शिमला ग्रामीण विधानसभा बीजेपी प्रत्याशी सुरेश कश्यप को छह हजार से ज्यादा मतों की लीड चली गई। हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से नव निर्वाचित सांसद कंगना रनोट को थप्पड़ विवाद पर PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, किसी भी महिला के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए। शनिवार को कांग्रेस दफ्तर पहुंचे विक्रमादित्य ने कहा, कंगना को थप्पड़ मारने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। विक्रमादित्य ने कहा, हमारी संवेदनाएं किसानों के साथ हैं। कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी हैं। किसी को भी आतंकवादी कह देना भी गैर जिम्मेदाराना स्टेटमेंट है। मगर अपनी नाराजगी व विरोध को जाहिर करने का यह तरीका सही नहीं है। उन्होंने कहा, संविधान हमे अपनी बात रखने का अधिकार देता है। जिस महिला सुरक्षा कर्मी ने थप्पड़ मारा है, वह अन्य माध्यम से भी अपनी नाराजगी जाहिर व्यक्त कर सकती थी। विक्रमादित्य सिंह ने कहा, सीआईएफ और सरकार जो भी कार्रवाई इस मामले में करेगी, हम उसका स्वागत करते हैं। बता दें कि दो रोज पहले कंगना रनोट चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर दिल्ली जा रही थीं। सुरक्षा जांच के दौरान कंगना रनोट को कुलविंदर कौर नाम की सुरक्षा कर्मी ने थप्पड़ जड़ दिया। कुलविंदर कौर ने किसान आंदोलन के दौरान कंगना रनोट की बयानबाजी से आहत थी। इसलिए सुरक्षा कर्मी ने कंगना को थप्पड़ मार दिया। हालांकि अब सुरक्षा कर्मी के खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई है। राष्ट्रीय स्तर पर नहीं चला मोदी मैजिक विक्रमादित्य सिंह ने कहा, राष्ट्रीय स्तर पर लोकसभा चुनाव में मोदी मैजिक नहीं चला। मगर हिमाचल में चला है। इससे कांग्रेस की यहां हार हुई है। उन्होंने कहा कि हार के कारणों का मंथन किया जा रहा है। कमियों को दूर करके पार्टी को मजबूत किया जाएगा। हार के कारणों का मंथन करने पहुंचे विक्रमादित्य मंडी सीट से हार के विक्रमादित्य सिंह शनिवार को शिमला ग्रामीण कांग्रेस की मीटिंग लेने कांग्रेस दफ्तर राजीव भवन पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने ब्लाक कांग्रेस कमेटी के साथ हार के कारणों को लेकर मंथन किया क्योंकि विक्रमादित्य सिंह खुद मंडी सीट पर चुनाव प्रचार में डटे रहे। इस वजह से वह शिमला संसदीय सीट के लिए वक्त नहीं दे पाए थे। इससे उनकी शिमला ग्रामीण विधानसभा बीजेपी प्रत्याशी सुरेश कश्यप को छह हजार से ज्यादा मतों की लीड चली गई। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल CM बोले; करुणामूलक नौकरी को जल्द पॉलिसी बनाओ:10 जनवरी तक खाली पदों का ब्योरा दें; मृतकों के आश्रितों को एकमुश्त नौकरी की तैयारी
हिमाचल CM बोले; करुणामूलक नौकरी को जल्द पॉलिसी बनाओ:10 जनवरी तक खाली पदों का ब्योरा दें; मृतकों के आश्रितों को एकमुश्त नौकरी की तैयारी हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने करुणामूलक आधार पर नौकरी देने के लिए जल्द पॉलिसी तैयार करने के निर्देश दिए। शिमला में मंगलवार को अधिकारियों की मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए सीएम सुक्खू ने कहा, जल्द पॉलिसी तैयार की जाए, ताकि करुणामूलक नौकरी के मामले जल्द निपटाए जा सके। बता दें कि विधानसभा के शीत सत्र के दौरान रोजगार के साथ साथ विपक्ष ने करुणामूलक आधार पर एक भी नौकरी नहीं देने के आरोप लगाए थे। विधानसभा के मानसून सत्र में भी नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने यह मामला उठाया था। मृतक कर्मचारियों के आश्रित भी बार बार नौकरी के लंबित मामले निपटाने की मांग करते रहे हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने आज अधिकारियों को पॉलिसी तैयारी करने, सभी लंबित मामलों को एक ही बार में निपटाने के लिए तत्परता से कार्य करने तथा करुणामूलक आधार पर रोजगार के लिए आवेदकों का विभाग, आयु तथा शैक्षणिक योग्यता अनुसार डाटा इकट्ठा करने के निर्देश दिए। 10 जनवरी तक सभी विभागों के डाटा मांगा मुख्यमंत्री ने कहा कि नए साल में 10 जनवरी को इसी मुद्दे पर दोबारा मीटिंग करेंगे। उसमें सभी विभागों में लंबित मामलों की जानकारी बैठक में रखी जाए, ताकि इन पदों पर नौकरी को लेकर जल्द फैसला लिया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सेवा के दौरान अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले व्यक्तियों को सरकारी क्षेत्र में रोजगार प्रदान करने के लिए उदार तथा सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपना रही है। शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में गठित कर रखी कैबिनेट सब कमेटी:CM सीएम सुक्खू ने कहा कि सरकार ने अनुकंपा नियुक्तियों के मामलों के गहन अध्ययन के लिए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी का गठन कर रखा है। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी और आयुष मंत्री यादविन्द्र गोमा इस उप-समिति के सदस्य हैं। आज की मीटिंग में ये मंत्री व अधिकारी रहे मौजूद आज की मीटिंग में उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार, सचिव डॉ.अभिषेक जैन व राकेश कंवर, विशेष सचिव वित्त रोहित जम्वाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
CM की पत्नी के खिलाफ निर्दलीय लड़ सकते हैं डा.राजेश:इमरजेंसी मीटिंग बुलाई, इसमें होगा फैसला; मुख्यमंत्री बोले- मैं चाहता नहीं था, पत्नी चुनाव लड़े
CM की पत्नी के खिलाफ निर्दलीय लड़ सकते हैं डा.राजेश:इमरजेंसी मीटिंग बुलाई, इसमें होगा फैसला; मुख्यमंत्री बोले- मैं चाहता नहीं था, पत्नी चुनाव लड़े हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा विधानसभा उप चुनाव में कमलेश ठाकुर को प्रत्याशी बनाए जाने पर कहा कि वह नहीं चाहते थे कि उनकी पत्नी चुनाव लड़े। मगर पार्टी हाईकमान के आदेश थे। इसलिए प्रत्याशी बनाया। वहीं देहरा से कांग्रेस के सबसे मजबूत प्रत्याशी माने जा रहे डॉ. राजेश शर्मा ने टिकट कटने के बाद आज कार्यकर्ताओं के साथ आपातकालीन मीटिंग बुलाई है। इसमें चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने को लेकर फैसला होगा। डॉ. राजेश ने मीडिया को दिए इन्विटेशन में अपने आपको देहरा पुत्र लिखा है। ऐसे में यदि राजेश बागी हुए तो मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर के खिलाफ बाहरी का नारा भी गूंज सकता है। बीजेपी प्रत्याशी होशियार सिंह पहले ही कमलेश को बाहरी बोल चुके हैं। बताया जा रहा है कि राजेश शर्मा पार्टी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर सकते हैं। इस पर वह आज अपने समर्थकों के साथ मीटिंग में फैसला करेंगे। ऐसा हुआ तो मुख्यमंत्री सुक्खू और कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चुनौती पार्टी के भीतर से ही मिलने वाली है। 2022 में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके डॉ. राजेश देहरा से डॉ. राजेश का टिकट पहले से तय माना जा रहा था। साल 2022 में पार्टी ने राजेश को ही टिकट दिया था। हालांकि तब वह निर्दलीय होशियार से चुनाव हार गए थे। इस बार पार्टी हाईकमान ने कभी नहीं जीत पाने वाली देहरा सीट को जीतने के लिए सीएम की पत्नी पर दांव खेला है। CM बोले- लोकसभा चुनाव लड़ने को भी हाईकमान ने बोला मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भी हाईकमान ने उनकी पत्नी को चुनाव लड़ाने को कहा था। अब दोबारा बोला गया। इसलिए हाईकमान के आदेशों की अवहेलना नहीं कर सका और फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा, साढ़े तीन साल के लिए उनकी पत्ती चुनाव लड़ने जा रही हैं। देहरा मेरी पत्नी का माइका है। उन्होंने पहले भी कहा था कि देहरा मेरा। इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी को देहरा भेजने का निर्णय लिया है। सर्वे में भी आगे आईं: CM सुक्खू ने कहा कि देहरा में प्रत्याशी को लेकर जो सर्वे हुआ। उसमें भी उनकी पत्नी का नाम आया। स्थानीय लोगों और पंचायत प्रधानों के आग्रह पर पत्नी को स्ट्रांग कैंडिडेट के रूप में मैदान में उतारा गया।
हिमाचल में कीरतपुर-मनाली फोरलेन 2 घंटे बंद रहेगा:बिंदरावणी से पंडोह के बीच खतरा बनकर मंडरा रही चट्टानें, 31 जुलाई तक इन्हें हटाया जाएगा
हिमाचल में कीरतपुर-मनाली फोरलेन 2 घंटे बंद रहेगा:बिंदरावणी से पंडोह के बीच खतरा बनकर मंडरा रही चट्टानें, 31 जुलाई तक इन्हें हटाया जाएगा कीरतपुर-मनाली फोरलेन हिमाचल प्रदेश के मंडी में आज से अगले चार दिन तक दो घंटे वाहनों के लिए बंद रहेगा। मंडी के बिंदरावणी से पंडोह के बीच नेशनल हाइवे के निर्माण कार्य के चलते 27 से 31 अगस्त तक लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। बारिश के कारण धंस रहे हाईवे और हवा में लटक रही खतरनाक चट्टानों को हटाने के लिए प्रशासन ने सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक यातायात रोकने का निर्णय लिया है। जाहिर है कि फोरलेन बंद होने से न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली इत्यादि राज्यों से मनाली, लाहौल स्पीति, अटल टनल रोहतांग इत्यादि पर्यटन स्थलों को आने वाले सैलानियों को 2 घंटे परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। खासकर आज और कल वीकेंड की वजह से ज्यादा पर्यटक पहाड़ों पर घूमने पहुंचता है। ऐसे में पर्यटकों को अपनी यात्रा हाईवे के बंद होने की टाइमिंग के हिसाब से प्लान करनी होगी ताकि परेशानी न झेलनी पड़े। वैकल्पिक सड़क से जा सकेंगे छोटे वाहन एनएच बंद होने पर छोटे वाहन वाया कटौला-बजौरा होते हुए भेजे जाएंगे। यह सड़क सिंगल-लेन है। इसलिए वैकल्पिक सड़क पर बड़े वाहन नहीं भेजे जाएंगे। बसों व ट्रकों को हाईवे खुलने का इंतजार करना पड़ेगा। बीते साल भी बरसात में बिंदरावणी और पंडोह के बीच कई बार लैंडस्लाइड हुआ और हाईवे कई कई दिन तक बंद रहा। इस बार भी बीते एक महीने के दौरान कई बार हाईवे पर लैंडस्लाइड हो चुका है। इसे देखते हुए कुछ दिन पहले फोरलेन को सिंगल-लेन कर दिया गया था। खतरनाक चट्टाने हटाने को हाईवे किया बंद: डीसी डीसी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने कहा कि आज से 31 अगस्त तक दो घंटे हाईवे बंद रहेगा। निर्माण कार्य की वजह से इस दौरान किसी को भी आने-जाने की इजाजत नहीं होगी। बिंदरावणी से पंडोह के बीच बारिश की वजह से बार बार लैंडस्लाइड हो रहा है। एनएच पर कई जगह बड़े बड़े पत्थर खतरा बनकर मंडरा रहे हैं, जिनके गिरने से यात्रियों की जान को खतरा पैदा हो गया है। इन्हें हटाने के लिए हाईवे को बंद करने जरूरी है, ताकि एनएचएआई की टीम सड़क की मरम्मत और खतरनाक चट्टानें हटाने का काम आसानी से कर सकेगी।