विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:09 से दोपहर 12:35 तक रहेगा

भास्कर न्यूज | अमृतसर 2 फरवरी को बसंत पंचमी पर्व मनाया जाएगा। जिसमें भक्तों की तरफ से मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। इस दिन शहर के मंदिरों में भगवान को पीले वस्त्र धारण करवाए जाएंगे। काले रोड मां सरस्वती मंदिर में धार्मिक समारोह का आयोजन होगा। मंदिर कमेटी की तरफ से मां सरस्वती जी की पूजा-अर्चना की जाएगी। इस दिन महिलाएं, पुरुष और बच्चे पीले रंग के पहनकर मां सरस्वती के आगे पढ़ाई का सामान रखेंगे। बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती को समर्पित है। इस दिन विद्या की देवी की पूजा-अर्चना करने से बुद्धि, विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है। वहीं साथ ही कला और शिक्षा के क्षेत्र में भरपूर कामयाबी मिलती है। पंडित सोहन लाल शास्त्री के मुताबिक धार्मिक मान्यताओं में माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मां सरस्वती प्रकट हुई थी। सरस्वती पूजा के दिन पीला और सफेद रंग का वस्त्र पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है। पंचांग के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि का प्रारंभ 2 फरवरी को सुबह 9 बजकर 14 मिनट पर होगा। पंचमी तिथि समाप्त 3 फरवरी को सुबह 3 बजकर 52 मिनट पर होगा। बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं जिन बच्चों का मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता है वह बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा जरूर करें। ऐसा करने से आलस्य और अज्ञानता से छुटकारा मिलता है और ज्ञान की प्राप्ति होती है। भास्कर न्यूज | अमृतसर 2 फरवरी को बसंत पंचमी पर्व मनाया जाएगा। जिसमें भक्तों की तरफ से मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। इस दिन शहर के मंदिरों में भगवान को पीले वस्त्र धारण करवाए जाएंगे। काले रोड मां सरस्वती मंदिर में धार्मिक समारोह का आयोजन होगा। मंदिर कमेटी की तरफ से मां सरस्वती जी की पूजा-अर्चना की जाएगी। इस दिन महिलाएं, पुरुष और बच्चे पीले रंग के पहनकर मां सरस्वती के आगे पढ़ाई का सामान रखेंगे। बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती को समर्पित है। इस दिन विद्या की देवी की पूजा-अर्चना करने से बुद्धि, विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है। वहीं साथ ही कला और शिक्षा के क्षेत्र में भरपूर कामयाबी मिलती है। पंडित सोहन लाल शास्त्री के मुताबिक धार्मिक मान्यताओं में माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मां सरस्वती प्रकट हुई थी। सरस्वती पूजा के दिन पीला और सफेद रंग का वस्त्र पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है। पंचांग के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि का प्रारंभ 2 फरवरी को सुबह 9 बजकर 14 मिनट पर होगा। पंचमी तिथि समाप्त 3 फरवरी को सुबह 3 बजकर 52 मिनट पर होगा। बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं जिन बच्चों का मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता है वह बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा जरूर करें। ऐसा करने से आलस्य और अज्ञानता से छुटकारा मिलता है और ज्ञान की प्राप्ति होती है।   पंजाब | दैनिक भास्कर