मुरादाबाद में भाजपा के दो बड़े नेता आपस में भिड़ गए। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह और कुंदरकी से विधायक रामवीर सिंह के बीच जमकर हॉट-टॉक हुई। शैफाली ने रामवीर सिंह से कहा- विधायक जी…विधानसभा के तौर तरीके यहां नहीं चलेंगे। आप मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं। यह आपकी विधानसभा नहीं है। वहां जाकर शोर मचाइए…। सत्ताधारी दल के दो नेताओं को इस तरह आपस में लड़ते देख MLC जयपाल सिंह व्यस्त हाथ जोड़ते दिखे। वहीं, सपा विधायक नजारा देखकर मुस्कराते नजर आए। यह बैठक शुक्रवार को हुई थी, शैफाली सिंह और रामवीर सिंह के बीच तूतू-मैंमैं का VIDEO आज शनिवार को सामने आया है। पहले ये 3 तस्वीर देखिए अब विस्तार से पढ़िए… शैफाली सिंह बोलीं- विधायक जी सिर्फ यहां अड़ंगा करने आए
मुरादाबाद के सर्किट हाउस में शुक्रवार को जिला पंचायत की बोर्ड बैठक हुई। इसमें जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह और कुंदरकी विधायक रामवीर सिंह और भाजपा एमएलसी जयपाल सिंह शामिल हुए। रामवीर सिंह ने जल निगम के अधिकारियों से विकास कार्यों की जानकारी मांगी। इस पर शैफाली ने कहा- जिला पंचायत की बैठक में कोई भी विषय अध्यक्ष की अनुमति के बिना नहीं उठाया जाता है। विधायक जी सिर्फ यहां अड़ंगा करने आए हुए हैं। जिस तारीख से आप विधायक हैं, उस तारीख से ही जानकारी लेने का अधिकार रखते हैं। इससे पहले की जानकारी उन्हें नहीं दी जाएगी। अगर इससे ज्यादा जानकारी चाहिए तो सूचना का अधिकार के तहत RTI लगा सकते हैं। रामवीर सिंह ने इस पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- जानकारी मांगना उनका अधिकार है। इससे उन्हें रोका नहीं जा सकता। इस पर शैफाली सिंह ने कहा- यह आपकी विधानसभा नहीं है। वहां जाकर शोर-शराबा मचाइए। पढ़िए किसने क्या कहा… रामवीर: जल निगम के अधिकारी खड़े हो जाइए, ओवरहेड टैंकों की स्थिति के बारे में बताइए। शैफाली: आप ये सब न करें। आप दो मिनट शांत बैठिए। जब अध्यक्ष बोल रहा होता है तो अध्यक्ष के बोलते समय किसी अन्य को बोलने की अनुमति नहीं है। रामवीर: अध्यक्ष अड़ंगेबाजी करेगा। सवाल जवाब नहीं करने देगा तो वो अपनी मर्यादा का उलंघन कर रहा है। शैफाली: आप अपनी मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं। पदेन सदस्य होते हुए भी आप कह रहे हैं कि मैं ये पारित करा रहा हूं, वो पारित करा रहा हूं। आपका स्थान नहीं है। आपका कोई भी स्थान यहां कुछ भी पदेन सदस्य के नाते नहीं है। जिला पंचायत की बैठक में कोई भी विषय अध्यक्ष की अनुमति के बगैर नहीं उठाया जा सकता है। ये जिला पंचायत की बैठक है। ऑटोनॉमस बॉडी है। विधानसभा नहीं है। आप विधानसभा में शोर मचाइए। विधानसभा के शोर शराबे के तरीके यहां न मचाएं। अब दोनों नेताओं का प्रोफाइल.. रामवीर सिंह मुस्लिम बहुल कुंदरकी सीट जीतकर प्रदेश में छाए ठाकुर रामवीर सिंह पुराने भाजपाई हैं। कुंदरकी सीट पर राजनीति करते रहे हैं। तीन बार भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव हारे, चौथी बार जीत दर्ज की। हाल ही में मुस्लिम बहुल कुंदरकी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में करीब डेढ़ लाख वोटों से जीतकर विधायक बने हैं। चुनाव प्रचार के दौरान मुस्लिम टोपी पहनने की वजह से आरएसएस का एक धड़ा रामवीर से खफा भी बताया जाता है। बहरहाल 60 फीसदी से अधिक मुस्लिम मतदाताओं वाली सीट पर करीब डेढ़ लाख वोटों से जीतकर रामवीर सिंह ने नया इतिहास रचा है। जिले की राजनीति में ठाकुर रामवीर सिंह खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी के तौर पर पेश करते आए हैं। भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह से रामवीर सिंह की पुरानी अदावत रही है। हालांकि कुंदरकी उपचुनाव में रामवीर सिंह ने भूपेंद्र चौधरी को साधने की काफी कोशिशें कीं। रामवीर की डॉ. शैफाली सिंह से भी पुरानी अदावत है। दरअसल, शैफाली भी क्षत्रिय समाज से ही हैं और वो कुंदरकी विधानसभा सीट से ही टिकट मांगती रही हैं। शैफाली सिंह भूपेंद्र चौधरी की करीबी
डॉ. शैफाली सिंह करीब 10 साल से भाजपा की राजनीति में सक्रिय हैं। शैफाली और उनके पति पेशे से चिकित्सक हैं। शहर में उनके दो प्राइवेट नर्सिंग होम हैं। शैफाली की नजर 2017 से ही कुंदरकी सीट पर है। लेकिन रामवीर की वजह से उन्हें इस सीट पर टिकट नहीं मिल पाया। पिछले 7-8 सालों में भूपेंद्र चौधरी से उनकी नजदीकियां बढ़ी हैं। जिसके बाद उन्हें मुरादाबाद का जिला पंचायत अध्यक्ष बना दिया गया। शैफाली की गिनती भूपेंद्र के करीबी माने जाने वाले चंद नेताओं में होती है। ठाकुर सर्वेश सिंह के निधन के बाद डॉ. शैफाली सिंह को मुरादाबाद लोकसभा सीट पर एक मजबूत दावेदार के तौर पर भी देखा जा रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अपनी छवि एक मजबूत लीडर के रूप में बनाई है। रामवीर को छोड़ दें तो किसी अन्य विवाद में कभी उनका नाम नहीं उछला है। कुंदरकी उपचुनाव के दौरान दिखी थी कलह
ठाकुर रामवीर सिंह और डॉ. शैफाली सिंह के बीच अदावत तो काफी पुरानी है। लेकिन कुंदरकी उपचुनाव में ये अंतर्कलह चरम पर पहुंच गई थी। दरअसल, रामवीर को लगता है कि डॉ. शैफाली ने कुंदरकी उपचुनाव में उनके विरोध में काम किया था। संगठन के भीतर चुनाव के दौरान भी इस तरह की बातें उठी थीं। लेकिन उपचुनाव के दौरान पार्टी ने इन्हें सतह पर नहीं आने दिया। रामवीर भी अपने चुनाव में व्यस्त थे और चुनाव के दौरान किसी तरह का बवाल नहीं चाहते थे। नतीजे आए तो रामवीर बम्पर मतों से जीत चुके थे, इसलिए उन्होंने इस ओर अधिक ध्यान नहीं दिया। लेकिन शुक्रवार को जब मुरादाबाद में सर्किट हाउस में जिला पंचायत बोर्ड की बैठक हुई तो रामवीर भी पदेन सदस्य होने के नाते इस बैठक में पहुंचे। यहां रामवीर को अपनी पुरानी कसक निकालने का मौका मिल गया। रामवीर ने अध्यक्ष को बाईपास करते हुए सीधे अधिकारियों से सवाल जवाब करने शुरू कर दिए, जिस पर अध्यक्ष भड़क गईं। —————— ये खबर भी पढ़िए- संभल CO बोले-रंग से दिक्कत है तो घर में रहो:होली साल में एक बार, जुम्मा 52 बार आता है; लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे ‘जुमा साल में 52 बार आता है, होली साल में एक बार आती है। किसी को लगता है कि होली के रंग से आपका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वो उस दिन घर से ना निकले।’ यह बातें संभल के सीओ अनुज चौधरी ने गुरुवार को कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक में कही। उनके साथ एसडीएम वंदना मिश्रा के अलावा धर्मगुरु भी मौजूद थे। पढ़ें पूरी खबर… मुरादाबाद में भाजपा के दो बड़े नेता आपस में भिड़ गए। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह और कुंदरकी से विधायक रामवीर सिंह के बीच जमकर हॉट-टॉक हुई। शैफाली ने रामवीर सिंह से कहा- विधायक जी…विधानसभा के तौर तरीके यहां नहीं चलेंगे। आप मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं। यह आपकी विधानसभा नहीं है। वहां जाकर शोर मचाइए…। सत्ताधारी दल के दो नेताओं को इस तरह आपस में लड़ते देख MLC जयपाल सिंह व्यस्त हाथ जोड़ते दिखे। वहीं, सपा विधायक नजारा देखकर मुस्कराते नजर आए। यह बैठक शुक्रवार को हुई थी, शैफाली सिंह और रामवीर सिंह के बीच तूतू-मैंमैं का VIDEO आज शनिवार को सामने आया है। पहले ये 3 तस्वीर देखिए अब विस्तार से पढ़िए… शैफाली सिंह बोलीं- विधायक जी सिर्फ यहां अड़ंगा करने आए
मुरादाबाद के सर्किट हाउस में शुक्रवार को जिला पंचायत की बोर्ड बैठक हुई। इसमें जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह और कुंदरकी विधायक रामवीर सिंह और भाजपा एमएलसी जयपाल सिंह शामिल हुए। रामवीर सिंह ने जल निगम के अधिकारियों से विकास कार्यों की जानकारी मांगी। इस पर शैफाली ने कहा- जिला पंचायत की बैठक में कोई भी विषय अध्यक्ष की अनुमति के बिना नहीं उठाया जाता है। विधायक जी सिर्फ यहां अड़ंगा करने आए हुए हैं। जिस तारीख से आप विधायक हैं, उस तारीख से ही जानकारी लेने का अधिकार रखते हैं। इससे पहले की जानकारी उन्हें नहीं दी जाएगी। अगर इससे ज्यादा जानकारी चाहिए तो सूचना का अधिकार के तहत RTI लगा सकते हैं। रामवीर सिंह ने इस पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- जानकारी मांगना उनका अधिकार है। इससे उन्हें रोका नहीं जा सकता। इस पर शैफाली सिंह ने कहा- यह आपकी विधानसभा नहीं है। वहां जाकर शोर-शराबा मचाइए। पढ़िए किसने क्या कहा… रामवीर: जल निगम के अधिकारी खड़े हो जाइए, ओवरहेड टैंकों की स्थिति के बारे में बताइए। शैफाली: आप ये सब न करें। आप दो मिनट शांत बैठिए। जब अध्यक्ष बोल रहा होता है तो अध्यक्ष के बोलते समय किसी अन्य को बोलने की अनुमति नहीं है। रामवीर: अध्यक्ष अड़ंगेबाजी करेगा। सवाल जवाब नहीं करने देगा तो वो अपनी मर्यादा का उलंघन कर रहा है। शैफाली: आप अपनी मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं। पदेन सदस्य होते हुए भी आप कह रहे हैं कि मैं ये पारित करा रहा हूं, वो पारित करा रहा हूं। आपका स्थान नहीं है। आपका कोई भी स्थान यहां कुछ भी पदेन सदस्य के नाते नहीं है। जिला पंचायत की बैठक में कोई भी विषय अध्यक्ष की अनुमति के बगैर नहीं उठाया जा सकता है। ये जिला पंचायत की बैठक है। ऑटोनॉमस बॉडी है। विधानसभा नहीं है। आप विधानसभा में शोर मचाइए। विधानसभा के शोर शराबे के तरीके यहां न मचाएं। अब दोनों नेताओं का प्रोफाइल.. रामवीर सिंह मुस्लिम बहुल कुंदरकी सीट जीतकर प्रदेश में छाए ठाकुर रामवीर सिंह पुराने भाजपाई हैं। कुंदरकी सीट पर राजनीति करते रहे हैं। तीन बार भाजपा के टिकट पर यहां से चुनाव हारे, चौथी बार जीत दर्ज की। हाल ही में मुस्लिम बहुल कुंदरकी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में करीब डेढ़ लाख वोटों से जीतकर विधायक बने हैं। चुनाव प्रचार के दौरान मुस्लिम टोपी पहनने की वजह से आरएसएस का एक धड़ा रामवीर से खफा भी बताया जाता है। बहरहाल 60 फीसदी से अधिक मुस्लिम मतदाताओं वाली सीट पर करीब डेढ़ लाख वोटों से जीतकर रामवीर सिंह ने नया इतिहास रचा है। जिले की राजनीति में ठाकुर रामवीर सिंह खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी के तौर पर पेश करते आए हैं। भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह से रामवीर सिंह की पुरानी अदावत रही है। हालांकि कुंदरकी उपचुनाव में रामवीर सिंह ने भूपेंद्र चौधरी को साधने की काफी कोशिशें कीं। रामवीर की डॉ. शैफाली सिंह से भी पुरानी अदावत है। दरअसल, शैफाली भी क्षत्रिय समाज से ही हैं और वो कुंदरकी विधानसभा सीट से ही टिकट मांगती रही हैं। शैफाली सिंह भूपेंद्र चौधरी की करीबी
डॉ. शैफाली सिंह करीब 10 साल से भाजपा की राजनीति में सक्रिय हैं। शैफाली और उनके पति पेशे से चिकित्सक हैं। शहर में उनके दो प्राइवेट नर्सिंग होम हैं। शैफाली की नजर 2017 से ही कुंदरकी सीट पर है। लेकिन रामवीर की वजह से उन्हें इस सीट पर टिकट नहीं मिल पाया। पिछले 7-8 सालों में भूपेंद्र चौधरी से उनकी नजदीकियां बढ़ी हैं। जिसके बाद उन्हें मुरादाबाद का जिला पंचायत अध्यक्ष बना दिया गया। शैफाली की गिनती भूपेंद्र के करीबी माने जाने वाले चंद नेताओं में होती है। ठाकुर सर्वेश सिंह के निधन के बाद डॉ. शैफाली सिंह को मुरादाबाद लोकसभा सीट पर एक मजबूत दावेदार के तौर पर भी देखा जा रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अपनी छवि एक मजबूत लीडर के रूप में बनाई है। रामवीर को छोड़ दें तो किसी अन्य विवाद में कभी उनका नाम नहीं उछला है। कुंदरकी उपचुनाव के दौरान दिखी थी कलह
ठाकुर रामवीर सिंह और डॉ. शैफाली सिंह के बीच अदावत तो काफी पुरानी है। लेकिन कुंदरकी उपचुनाव में ये अंतर्कलह चरम पर पहुंच गई थी। दरअसल, रामवीर को लगता है कि डॉ. शैफाली ने कुंदरकी उपचुनाव में उनके विरोध में काम किया था। संगठन के भीतर चुनाव के दौरान भी इस तरह की बातें उठी थीं। लेकिन उपचुनाव के दौरान पार्टी ने इन्हें सतह पर नहीं आने दिया। रामवीर भी अपने चुनाव में व्यस्त थे और चुनाव के दौरान किसी तरह का बवाल नहीं चाहते थे। नतीजे आए तो रामवीर बम्पर मतों से जीत चुके थे, इसलिए उन्होंने इस ओर अधिक ध्यान नहीं दिया। लेकिन शुक्रवार को जब मुरादाबाद में सर्किट हाउस में जिला पंचायत बोर्ड की बैठक हुई तो रामवीर भी पदेन सदस्य होने के नाते इस बैठक में पहुंचे। यहां रामवीर को अपनी पुरानी कसक निकालने का मौका मिल गया। रामवीर ने अध्यक्ष को बाईपास करते हुए सीधे अधिकारियों से सवाल जवाब करने शुरू कर दिए, जिस पर अध्यक्ष भड़क गईं। —————— ये खबर भी पढ़िए- संभल CO बोले-रंग से दिक्कत है तो घर में रहो:होली साल में एक बार, जुम्मा 52 बार आता है; लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे ‘जुमा साल में 52 बार आता है, होली साल में एक बार आती है। किसी को लगता है कि होली के रंग से आपका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वो उस दिन घर से ना निकले।’ यह बातें संभल के सीओ अनुज चौधरी ने गुरुवार को कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक में कही। उनके साथ एसडीएम वंदना मिश्रा के अलावा धर्मगुरु भी मौजूद थे। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
विधायक रामवीर से भिड़ गईं BJP की जिला पंचायत अध्यक्ष:मुरादाबाद में बोलीं- ये आपकी विधानसभा नहीं, वहां जाकर शोर मचाइए; MLC ने हाथ जोड़े
