जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को शहीद हुए नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां आज गंगा में विसर्जित की गई। अस्थियां विसर्जित करने के दौरान उनके परिजन बिलख बिलख कर रोने लगे। शुक्रवार दोपहर को हरियाणा के करनाल से उनके पिता राजेश नरवाल और भाई उनकी अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे। हर की पैड़ी पर विधि विधान से अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया गया। तीर्थ पुरोहित सूरज शर्मा ने अस्थि विसर्जन का कार्य संपन्न कराया। अस्थि विसर्जन के दौरान अपने जवान बेटी की मौत पर उनके पिता राजेश नरवाल बिलख- बिलख कर रोने लगे। इस दौरान लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता ने कहा कि सरकार से उनकी अपील है कि जो हमारे बेटे के साथ हुआ ऐसी घटना भविष्य में किसी और के साथ ना हो। सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए। जिन आतंकियों ने निर्दोष लोगों की जान ली है उनको किसी की भी कीमत पर छोड़ ना जाए। बता दे कि हरियाणा करनाल के विनय नरवाल की शादी इसी महीने 16 अप्रैल को हुई थी। हमले से चार दिन पहले 19 अप्रैल को उनका रिसेप्शन हुआ था। वो पत्नी के साथ छुट्टी मनाने कश्मीर गए थे। विनय नरवाल ने दो साल पहले ही नौसेना में नौकरी शुरू की थी। 26 साल के विनय मौजूदा समय में कोच्चि में तैनात थे। 22 अप्रैल को आतंकियों ने विनय नरवाल छाती,गले और उल्टी बाजू के पास गोलियां मारी थी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को शहीद हुए नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अस्थियां आज गंगा में विसर्जित की गई। अस्थियां विसर्जित करने के दौरान उनके परिजन बिलख बिलख कर रोने लगे। शुक्रवार दोपहर को हरियाणा के करनाल से उनके पिता राजेश नरवाल और भाई उनकी अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे। हर की पैड़ी पर विधि विधान से अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया गया। तीर्थ पुरोहित सूरज शर्मा ने अस्थि विसर्जन का कार्य संपन्न कराया। अस्थि विसर्जन के दौरान अपने जवान बेटी की मौत पर उनके पिता राजेश नरवाल बिलख- बिलख कर रोने लगे। इस दौरान लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता ने कहा कि सरकार से उनकी अपील है कि जो हमारे बेटे के साथ हुआ ऐसी घटना भविष्य में किसी और के साथ ना हो। सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए। जिन आतंकियों ने निर्दोष लोगों की जान ली है उनको किसी की भी कीमत पर छोड़ ना जाए। बता दे कि हरियाणा करनाल के विनय नरवाल की शादी इसी महीने 16 अप्रैल को हुई थी। हमले से चार दिन पहले 19 अप्रैल को उनका रिसेप्शन हुआ था। वो पत्नी के साथ छुट्टी मनाने कश्मीर गए थे। विनय नरवाल ने दो साल पहले ही नौसेना में नौकरी शुरू की थी। 26 साल के विनय मौजूदा समय में कोच्चि में तैनात थे। 22 अप्रैल को आतंकियों ने विनय नरवाल छाती,गले और उल्टी बाजू के पास गोलियां मारी थी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
