विपश्यना ध्यान में लीन होंगे अरविंद केजरीवाल:होशियारपुर ध्यान केंद्र में रहेंगे 10 दिन; दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद पहला दौरा

विपश्यना ध्यान में लीन होंगे अरविंद केजरीवाल:होशियारपुर ध्यान केंद्र में रहेंगे 10 दिन; दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद पहला दौरा

दिल्ली विधानसभा चुनावों में हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल अब सार्वजनिक रूप से कम नजर आ रहे हैं। इस बीच खबर है कि वह 10 दिनों के लिए विपश्यना ध्यान में शामिल होने जा रहे हैं। इसके लिए वह पंजाब के होशियारपुर स्थित ध्यान केंद्र में रहेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, 5 मार्च से 15 मार्च तक केजरीवाल महिलांवाली गांव के पास आनंदगढ़ में धम्म-धज विपश्यना योग केंद्र में ध्यान करेंगे। यह पहली बार नहीं है जब वह इस प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव 2024 से पहले दिसंबर 2023 में भी उन्होंने होशियारपुर के इसी ध्यान केंद्र में 10 दिन बिताए थे। दिसंबर 2023 को जब अरविंद केजरीवाल होशियारपुर पहुंचे थे, तब उनके खिलाफ ईडी कार्रवाई तेज कर चुकी थी। बार-बार कहने पर भी केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हो रहे थे। 70 से 22 सीटों पर सिमटी दिल्ली में गौरतलब है कि दिल्ली में लगातार 9 साल तक सत्ता में रहने के बाद आम आदमी पार्टी को हाल ही में विधानसभा चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा। 70 में से सिर्फ 22 सीटें जीतने में सफल रही AAP को बड़ा झटका लगा, जबकि खुद केजरीवाल भी चुनाव हार गए। चुनाव परिणामों के बाद से केजरीवाल सिर्फ पार्टी से जुड़े कार्यक्रमों में ही नजर आ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक तौर पर उनकी मौजूदगी बहुत कम हो गई है। विपश्यना ध्यान के बाद उनकी अगली रणनीति को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। जाने क्या है विपश्यना मेडिटेशन सेंटर विपश्यना, जिसका अर्थ है चीजों को वैसे ही देखना जैसे वे वास्तव में हैं। भारत की ध्यान की सबसे प्राचीन तकनीकों में से एक है। इसे गौतम बुद्ध द्वारा 2500 वर्ष से भी अधिक पहले पुनः खोजा गया था और उनके द्वारा इसे सार्वभौमिक बीमारियों के लिए एक सार्वभौमिक उपाय, यानी, जीवन जीने की कला के रूप में सिखाया गया था। इस गैर-सांप्रदायिक तकनीक का लक्ष्य मानसिक अशुद्धियों का संपूर्ण उन्मूलन और परिणाम स्वरूप पूर्ण मुक्ति का उच्चतम सुख प्राप्त करना है। विपश्यना आत्म-अवलोकन के माध्यम से आत्म-परिवर्तन का एक तरीका है। यह मन और शरीर के बीच गहरे अंतर्संबंध पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसे शरीर के जीवन को बनाने वाली शारीरिक संवेदनाओं पर अनुशासित ध्यान देकर सीधे अनुभव किया जा सकता है और जो लगातार एक दूसरे से जुड़ते हैं और मन के जीवन को नियंत्रित करते हैं। यह मन और शरीर की सामान्य जड़ तक अवलोकन-आधारित, आत्म-अन्वेषणात्मक यात्रा है जो मानसिक अशुद्धता को दूर करती है, जिसके परिणामस्वरूप प्रेम और करुणा से भरा एक संतुलित मन बनता है। यह केंद्र शिवालिक पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित है। धम्म धजा, धम्म सिखरा, धर्मशाला के अपेक्षाकृत करीब है, और धम्म सिखरा के अतिप्रवाह को पूरा करता है। वर्तमान में केंद्र में 52 पुरुष आवास (36 सिंगल रूम) और 38 महिला आवास (18 सिंगल रूम) हैं। केंद्र में 68 व्यक्तिगत ध्यान कक्षों वाला पगोडा भी है। दिल्ली विधानसभा चुनावों में हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख अरविंद केजरीवाल अब सार्वजनिक रूप से कम नजर आ रहे हैं। इस बीच खबर है कि वह 10 दिनों के लिए विपश्यना ध्यान में शामिल होने जा रहे हैं। इसके लिए वह पंजाब के होशियारपुर स्थित ध्यान केंद्र में रहेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, 5 मार्च से 15 मार्च तक केजरीवाल महिलांवाली गांव के पास आनंदगढ़ में धम्म-धज विपश्यना योग केंद्र में ध्यान करेंगे। यह पहली बार नहीं है जब वह इस प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव 2024 से पहले दिसंबर 2023 में भी उन्होंने होशियारपुर के इसी ध्यान केंद्र में 10 दिन बिताए थे। दिसंबर 2023 को जब अरविंद केजरीवाल होशियारपुर पहुंचे थे, तब उनके खिलाफ ईडी कार्रवाई तेज कर चुकी थी। बार-बार कहने पर भी केजरीवाल ईडी के सामने पेश नहीं हो रहे थे। 70 से 22 सीटों पर सिमटी दिल्ली में गौरतलब है कि दिल्ली में लगातार 9 साल तक सत्ता में रहने के बाद आम आदमी पार्टी को हाल ही में विधानसभा चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा। 70 में से सिर्फ 22 सीटें जीतने में सफल रही AAP को बड़ा झटका लगा, जबकि खुद केजरीवाल भी चुनाव हार गए। चुनाव परिणामों के बाद से केजरीवाल सिर्फ पार्टी से जुड़े कार्यक्रमों में ही नजर आ रहे हैं, लेकिन सार्वजनिक तौर पर उनकी मौजूदगी बहुत कम हो गई है। विपश्यना ध्यान के बाद उनकी अगली रणनीति को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। जाने क्या है विपश्यना मेडिटेशन सेंटर विपश्यना, जिसका अर्थ है चीजों को वैसे ही देखना जैसे वे वास्तव में हैं। भारत की ध्यान की सबसे प्राचीन तकनीकों में से एक है। इसे गौतम बुद्ध द्वारा 2500 वर्ष से भी अधिक पहले पुनः खोजा गया था और उनके द्वारा इसे सार्वभौमिक बीमारियों के लिए एक सार्वभौमिक उपाय, यानी, जीवन जीने की कला के रूप में सिखाया गया था। इस गैर-सांप्रदायिक तकनीक का लक्ष्य मानसिक अशुद्धियों का संपूर्ण उन्मूलन और परिणाम स्वरूप पूर्ण मुक्ति का उच्चतम सुख प्राप्त करना है। विपश्यना आत्म-अवलोकन के माध्यम से आत्म-परिवर्तन का एक तरीका है। यह मन और शरीर के बीच गहरे अंतर्संबंध पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसे शरीर के जीवन को बनाने वाली शारीरिक संवेदनाओं पर अनुशासित ध्यान देकर सीधे अनुभव किया जा सकता है और जो लगातार एक दूसरे से जुड़ते हैं और मन के जीवन को नियंत्रित करते हैं। यह मन और शरीर की सामान्य जड़ तक अवलोकन-आधारित, आत्म-अन्वेषणात्मक यात्रा है जो मानसिक अशुद्धता को दूर करती है, जिसके परिणामस्वरूप प्रेम और करुणा से भरा एक संतुलित मन बनता है। यह केंद्र शिवालिक पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित है। धम्म धजा, धम्म सिखरा, धर्मशाला के अपेक्षाकृत करीब है, और धम्म सिखरा के अतिप्रवाह को पूरा करता है। वर्तमान में केंद्र में 52 पुरुष आवास (36 सिंगल रूम) और 38 महिला आवास (18 सिंगल रूम) हैं। केंद्र में 68 व्यक्तिगत ध्यान कक्षों वाला पगोडा भी है।   पंजाब | दैनिक भास्कर