<p style=”text-align: justify;”><strong>Vrindavan News:</strong> आज अक्षय तृतीया के दिन लोग दान पुण्य कर स्वयं को धन्य करते हैं, लेकिन इस पर्व का विशेष महत्व वृंदावन में देखने को मिलता है, जहां देश विदेश के लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य श्री बांके बिहारी के चरण दर्शन को आते हैं. अक्षय तृतीया के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु ठाकुरजी के दर्शन करने के लिए आते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भक्तों को अपने आराध्य ठाकुर बांकेबिहारी के चरणों के दर्शन वर्ष में केवल एक बार आज ही के दिन अक्षय तृतीया के मौके पर होता है. माना जाता है कि आज के दिन बांके बिहारी से सच्चे मन से किसी चीज को मांगे तो वो इच्छा पूरी होती है. वृंदावन के मंदिरों में अक्षय तृतीया के मौके पर श्रद्धालु सुबह से ही बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ठाकुर जी के दर्शन करने के लिए भक्त लालायित<br /></strong>आज अपने आराध्य के चरण दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के बाहर एकत्रित होने लगी और पट खुलते ही श्रद्धालु भक्त जयकारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश करने लगे. बांके बिहारी महाराज के चरण दर्शन की लालसा लेकर आए श्रद्धालु अपने आराध्य के चरणों की एक झलक पाने को लालायित होकर इंतजार करने लगे और जैसे ही उनकी मनोकामना चरण दर्शन के रूप में पूरी हुई तो वे स्वयं को धन्य महसूस करते हुए दोनों हाथ उठाकर प्रभु की जय जयकार करने लगे. जिससे संपूर्ण मंदिर परिसर जयकारों से गुंजायमान हो उठा.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/mjByDtZ4LM8?si=Gn1rVdCfED4Q2Sjw” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>अक्षय तृतीया पर्व के मौके पर मंदिर के सेवायत स्वामियों द्वारा ठाकुर जी को शीतलता प्रदान करने के लिए गुलाब जल से तैयार किए गए विशेष चंदन से श्रीविग्रह का लेपन किया गया, साथ ही सवर्ण आभूषण, चरणों में रजत पायल और वस्त्रों में भव्य श्रृंगार भी किया गया. इसके साथ ही ठाकुरजी को सत्तू समेत अन्य शीतल पेय पदार्थों का भोग अर्पित किया गया और उनके चरणों में चंदन का एक बड़ा गोला भी रखा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/meerut-news-wife-left-maulana-husband-because-she-was-upset-with-his-beard-ann-2935081″>यूपी के मेरठ में मौलाना शौहर के इस काम से नाराज बीवी ने छोड़ा साथ, देवर संग भागी</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Vrindavan News:</strong> आज अक्षय तृतीया के दिन लोग दान पुण्य कर स्वयं को धन्य करते हैं, लेकिन इस पर्व का विशेष महत्व वृंदावन में देखने को मिलता है, जहां देश विदेश के लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य श्री बांके बिहारी के चरण दर्शन को आते हैं. अक्षय तृतीया के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु ठाकुरजी के दर्शन करने के लिए आते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भक्तों को अपने आराध्य ठाकुर बांकेबिहारी के चरणों के दर्शन वर्ष में केवल एक बार आज ही के दिन अक्षय तृतीया के मौके पर होता है. माना जाता है कि आज के दिन बांके बिहारी से सच्चे मन से किसी चीज को मांगे तो वो इच्छा पूरी होती है. वृंदावन के मंदिरों में अक्षय तृतीया के मौके पर श्रद्धालु सुबह से ही बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ठाकुर जी के दर्शन करने के लिए भक्त लालायित<br /></strong>आज अपने आराध्य के चरण दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के बाहर एकत्रित होने लगी और पट खुलते ही श्रद्धालु भक्त जयकारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश करने लगे. बांके बिहारी महाराज के चरण दर्शन की लालसा लेकर आए श्रद्धालु अपने आराध्य के चरणों की एक झलक पाने को लालायित होकर इंतजार करने लगे और जैसे ही उनकी मनोकामना चरण दर्शन के रूप में पूरी हुई तो वे स्वयं को धन्य महसूस करते हुए दोनों हाथ उठाकर प्रभु की जय जयकार करने लगे. जिससे संपूर्ण मंदिर परिसर जयकारों से गुंजायमान हो उठा.</p>
<p><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/mjByDtZ4LM8?si=Gn1rVdCfED4Q2Sjw” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”>अक्षय तृतीया पर्व के मौके पर मंदिर के सेवायत स्वामियों द्वारा ठाकुर जी को शीतलता प्रदान करने के लिए गुलाब जल से तैयार किए गए विशेष चंदन से श्रीविग्रह का लेपन किया गया, साथ ही सवर्ण आभूषण, चरणों में रजत पायल और वस्त्रों में भव्य श्रृंगार भी किया गया. इसके साथ ही ठाकुरजी को सत्तू समेत अन्य शीतल पेय पदार्थों का भोग अर्पित किया गया और उनके चरणों में चंदन का एक बड़ा गोला भी रखा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/meerut-news-wife-left-maulana-husband-because-she-was-upset-with-his-beard-ann-2935081″>यूपी के मेरठ में मौलाना शौहर के इस काम से नाराज बीवी ने छोड़ा साथ, देवर संग भागी</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जातिगत जनगणना पर अखिलेश यादव ने BJP को दी चेतावनी, कहा- चुनाव की तरह…
वृंदावन: अक्षय तृतीया के मौके पर बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, जयकारों से गुंजायमान परिसर
