बेटी की 10 दिन बाद बारात आने वाली थी। हलवाई, डीजे, टेंट की बुकिंग हो गई थी। गिफ्ट में देने के लिए कार भी आ गई थी, लेकिन अब बेटी ही नहीं रही। खुशियां मातम में बदल गईं। घर से सिर्फ रोने-बिलखने की आवाजें आ रही हैं। यह सीन है यूपी के बिजनौर जिले के करौंदा चौधर गांव में रहने वाले वेदप्रकाश शर्मा के घर का। इनकी बड़ी बेटी भावना शर्मा की 1 मई को शादी थी। शॉपिंग के लिए जाते समय एकतरफा प्यार में गांव के शिवांग त्यागी ने भावना शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी। परिवार पुलिस को लेकर गुस्से में है। पुलिस ने अगर समय रहते एक्शन लिया होता, तो बेटी जिंदा होती। भाई ने सीधे आरोप लगाया कि आरोपी को भाजपा नेताओं का संरक्षण मिला हुआ था। इसलिए पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। पीड़ित फैमिली ने दैनिक भास्कर को पांच ऑडियो क्लिप सुनवाईं। इनमें आरोपी शिवांग सीधे तौर पर गोली मारने की धमकी दे रहा था। ये ऑडियो क्लिप पुलिस को भी सुनाए गए थे। हत्याकांड की साजिश कैसे रची गई? कैसे कत्ल हुआ? पुलिस ने क्या एक्शन लिया? दोनों फैमिली क्या कहती हैं? इस रिपोर्ट में सिलसिलेवार पढ़िए… बिजनौर जिला मुख्यालय से 27 किलोमीटर करौंदा गांव है। कोतवाली देहात पुलिस स्टेशन के सामने जाने वाले रास्ते पर सबसे पहले मीमपुर मानक उर्फ बढ़ापुर गांव पड़ता है। इसके बाद करौंदा चौधर गांव आता है। पुलिस स्टेशन से इस गांव की दूरी करीब 500 मीटर है। गांव में घुसते ही एक फार्म हाउस के पास वकील वेदप्रकाश शर्मा का मकान है। वेदप्रकाश बिजनौर जिले की नगीना तहसील कोर्ट में वकील हैं। हम उनके घर पहुंचे। घर में शोक का माहौल है। मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के मुताबिक, बेटी भावना का कत्ल प्री-प्लानिंग से हुआ। फैमिली को शक है कि घर के ठीक सामने खेत में वॉलीबॉल खेलने के बहाने आरोपी शिवांग त्यागी के दोस्तों ने रेकी की। फैमिली के हर मूवमेंट को वॉच किया। जैसे ही भावना पिता-बहन संग शादी की शॉपिंग पर निकली, उसको मार दिया। भावना के भाई का साफ कहना है- योगी जी बोलते हैं कि हमारे प्रदेश की बेटी को अगर कोई एक चौराहे पर छेड़ेगा, तो दूसरे चौराहे पर उसका इलाज हो जाएगा। मेरी बहन को गोली मार दी, लेकिन आरोपी का कुछ भी इलाज नहीं हुआ। पिता बोले- त्यागी समाज के दबंगों ने जबरन समझौता करवाया
सबसे पहले हम वकील वेदप्रकाश शर्मा के पास पहुंचे, जिनकी आंखों के सामने बेटी भावना शर्मा का कत्ल हो गया। वह पूरा घटनाक्रम बताते हैं- सुबह 9 बजकर 20 मिनट के आसपास की बात है। हम तीनों शादी की शॉपिंग करने मार्केट जा रहे थे। मैं बाइक चला रहा था। बीच में सबसे छोटी बेटी आकांक्षा और पीछे भावना बैठी थी। रास्ते में शिवांग त्यागी बाइक चलाकर आया। चलती हुई बाइक पर उसने तमंचे से भावना के सिर में गोली मार दी। वेदप्रकाश ने बताया- शिवांग कई साल से हमारी बेटी को परेशान कर रहा था। हमने दो बार उसकी पुलिस कंप्लेंट भी की थी। लेकिन, पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। त्यागी समाज के कुछ दबंगों ने हमसे जबरन समझौता करवा लिया। तब खुद शिवांग ने कहा था कि वो आइंदा कोई गलत हरकत नहीं करेगा। कई बार समझौता हो चुका था, लेकिन कुछ दिन बाद वह फिर से गलत हरकत शुरू कर देता था। इन हरकतों की वजह से हम बेटी को डिस्टेंस एजुकेशन में पढ़वा रहे थे, ताकि उसको कॉलेज न जाना पड़े। ‘पुलिस एक्शन लेती तो मेरी बेटी जिंदा होती’
हमें 5 ऑडियो क्लिप सुनवाते हुए वेदप्रकाश शर्मा बताते हैं- 27 फरवरी और उसके आसपास शिवांग ने मुझे कई बार कॉल की। मैंने उससे कहा कि वो बेटी को परेशान न करे। इस पर शिवांग ने मुझे भुगतने की धमकी दी। मैंने कहा कि फिर से पुलिस कंप्लेंट करूंगा। इस पर शिवांग ने कहा कि जेल भिजवा दो, जेल से बाहर निकलकर मारूंगा। हमने पूछा- क्या बेटी का अफेयर था? इस पर वेदप्रकाश बताते हैं- ऐसा कुछ नहीं था। बेटी ने ही हमें बताया था कि शिवांग उसको परेशान करता है। शादी का दबाव बनाता है। जबसे उसको भावना के रिश्ते की जानकारी हुई, तभी से वह हत्या करने की फिराक में लगा हुआ था। भाई बोला- हत्यारोपी को भाजपा से जुड़े लोगों का संरक्षण
भावना के भाई दीपराज शर्मा भी पेशे से वकील हैं। वो बताते हैं- अकेली भावना नहीं, बल्कि पूरे परिवार को मारने की साजिश थी। पुलिस ने जब मुख्य हत्यारोपी शिवांग त्यागी से पूछताछ की और उसकी कॉल डिटेल्स निकाली तो उसके दोस्त का नाम सामने आया। फिर पुलिस ने उसके दोस्त को उठाया। दोस्त ने बताया कि वो हमारे घर के सामने एक खेत में नेट लगाकर वॉलीबॉल खेलता था। इसी बहाने पूरे परिवार पर नजर रखता था। पल-पल की खबर वो शिवांग को देता था। दीपराज ने बताया- इस हत्याकांड में कई और लोग इन्वॉल्व हैं, जो शिवांग को राजनीतिक संरक्षण देते थे। वो लोग कहते थे कि हम भाजपा से जुड़े हैं। डीएम-एसपी सबसे पहचान है, हमारा कुछ नहीं होगा। दूल्हा इंजीनियर, कार भी खरीदकर आ गई थी
भावना शर्मा एक महाविद्यालय से बीएड की पढ़ाई कर रही थी। उसका रिश्ता मार्च की शुरुआत में बिजनौर जिले के नूरपुर में रहने वाले ऋतुराज उर्फ पंकज से तय हो गया था। पंकज हिमाचल प्रदेश की एक कंपनी में इंजीनियर हैं। 31 मार्च को गोद भराई हुई थी। 26 अप्रैल को सगाई (रिंग सेरेमनी) का कार्यक्रम था। 1 मई को भावना के गांव के पास ही कृष्णा मंडप में शादी होनी थी। बेटी को जो कार गिफ्ट में दी जानी थी, वो भी खरीदकर आ चुकी थी। हलवाई, डीजे, विवाह मंडप समेत सभी अधिकांश चीजें पहले ही बुक हो चुकी थीं। अब सिर्फ शॉपिंग और शादी कार्ड बांटने का दौर चल रहा था। सब खुश थे कि घर में शादी है। किसी को आभास तक नहीं था कि इतना सब कुछ अचानक हो जाएगा। मृतक और हत्यारोपी के मकान में सिर्फ 300 मीटर की दूरी
वेदप्रकाश के मकान से करीब 300 मीटर दूरी पर आरोपी शिवांग त्यागी का घर है। दोनों घरों में सिर्फ एक गली का फासला है। शिवांग के घर पर 4 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जो हत्यारोपी परिवार पर निगरानी रख रहे हैं। हालांकि, घर में सिर्फ शिवांग की मां शैली त्यागी हैं। हत्यारोपी की मां बोली- हम शादी कराना चाहते थे, लेकिन मना कर दिया
12वीं पास शिवांग ब्याज पर पैसा देने का काम करता है। परिवार में माता-पिता हैं। 10वीं की पढ़ाई शिवांग और भावना ने साथ की थी। इसके बाद दोनों की पढ़ाई अलग-अलग हुई थी। शिवांग के पिता सुशील त्यागी के पास करीब 8 बीघा जमीन है। वो अपनी खेतीबाड़ी में ही व्यस्त रहते हैं। मां शैली त्यागी गृहिणी हैं। हम शिवांग त्यागी के घर पहुंचे, तो शैली त्यागी चारपाई पर बैठकर बेटे की करतूत पर आंसू बहा रही थीं। हमने पूछा- क्या आपको बेटे ने कभी कुछ बताया? शैली कहती हैं- मुझे 4 साल पहले खबर हुई थी। एक फोन आया कि मेरा बेटा शिवांग और भावना नजीबाबाद में एक साथ देखे गए हैं। मैंने घर आने पर शिवांग से पूछा, तो उसने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है। मैं सिर्फ बातचीत करता हूं। कुछ साल पहले शिवांग ने जहर खा लिया था। कई दिन हॉस्पिटल में इलाज चला। तब पहली बार उसने मुझसे कहा कि मैं भावना के बिना नहीं जी सकता। फिर हमने दोनों की शादी कराने के प्रयास शुरू किए। मैंने खुद भावना के पिता वेदप्रकाश से बात की, शादी का प्रपोजल रखा, लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया। इस पर हमने बेटे से कहा कि तू इस लड़की का ख्याल छोड़ दे। शिवांग ने कबूला- कहीं और शादी बर्दाश्त नहीं, इसलिए कत्ल किया
हमने इस पूरे प्रकरण में बिजनौर के SP (सिटी) संजीव वाजपेई से बात की। उन्होंने बताया कि पूछताछ में शिवांग ने कहा है कि वह भावना से प्यार करता था। अब उसकी शादी कहीं और हो रही थी। इसलिए बर्दाश्त नहीं हुआ और हत्या कर दी। हमने पूछा- परिवार ने जब पुलिस में 2 बार शिकायत की तो आरोपी शिवांग पर एक्शन क्यों नहीं लिया? इस पर एसपी ने बताया- दोनों बार शिकायत आई, तो क्षेत्र के वरिष्ठ लोग पुलिस के पास आ गए। उन्होंने अपने स्तर पर फैसला करने को कहा। इसके बाद दोनों पक्षों में बैठक हुई। बाकायदा शपथ-पत्र पर लिखित रूप में समझौता हुआ था। इसलिए पुलिस ज्यादा इन्वॉल्व नहीं हुई थी। ———————– ये खबर भी पढ़ें… यूपी के रीलबाज पुलिस अफसर-जवान, फेमस होने के लिए डीजीपी का आदेश नहीं मानते, अब होगी सख्त कार्रवाई यूपी में पुलिस वालों को अपने अफसरों के आदेश की कोई परवाह नहीं है। न वर्दी का लिहाज और न ही कार्रवाई का डर। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर रीलबाजी के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ के आईपीएस अभिषेक पल्लव और पंजाब पुलिस की सिपाही अमनदीप कौर का मामला सामने आया। इसके बाद यूपी पुलिस भी ऐसे पुलिसकर्मियों की कुंडली खंगाल रही है, जो ड्यूटी से ज्यादा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं। पढ़ें पूरी खबर बेटी की 10 दिन बाद बारात आने वाली थी। हलवाई, डीजे, टेंट की बुकिंग हो गई थी। गिफ्ट में देने के लिए कार भी आ गई थी, लेकिन अब बेटी ही नहीं रही। खुशियां मातम में बदल गईं। घर से सिर्फ रोने-बिलखने की आवाजें आ रही हैं। यह सीन है यूपी के बिजनौर जिले के करौंदा चौधर गांव में रहने वाले वेदप्रकाश शर्मा के घर का। इनकी बड़ी बेटी भावना शर्मा की 1 मई को शादी थी। शॉपिंग के लिए जाते समय एकतरफा प्यार में गांव के शिवांग त्यागी ने भावना शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी। परिवार पुलिस को लेकर गुस्से में है। पुलिस ने अगर समय रहते एक्शन लिया होता, तो बेटी जिंदा होती। भाई ने सीधे आरोप लगाया कि आरोपी को भाजपा नेताओं का संरक्षण मिला हुआ था। इसलिए पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। पीड़ित फैमिली ने दैनिक भास्कर को पांच ऑडियो क्लिप सुनवाईं। इनमें आरोपी शिवांग सीधे तौर पर गोली मारने की धमकी दे रहा था। ये ऑडियो क्लिप पुलिस को भी सुनाए गए थे। हत्याकांड की साजिश कैसे रची गई? कैसे कत्ल हुआ? पुलिस ने क्या एक्शन लिया? दोनों फैमिली क्या कहती हैं? इस रिपोर्ट में सिलसिलेवार पढ़िए… बिजनौर जिला मुख्यालय से 27 किलोमीटर करौंदा गांव है। कोतवाली देहात पुलिस स्टेशन के सामने जाने वाले रास्ते पर सबसे पहले मीमपुर मानक उर्फ बढ़ापुर गांव पड़ता है। इसके बाद करौंदा चौधर गांव आता है। पुलिस स्टेशन से इस गांव की दूरी करीब 500 मीटर है। गांव में घुसते ही एक फार्म हाउस के पास वकील वेदप्रकाश शर्मा का मकान है। वेदप्रकाश बिजनौर जिले की नगीना तहसील कोर्ट में वकील हैं। हम उनके घर पहुंचे। घर में शोक का माहौल है। मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के मुताबिक, बेटी भावना का कत्ल प्री-प्लानिंग से हुआ। फैमिली को शक है कि घर के ठीक सामने खेत में वॉलीबॉल खेलने के बहाने आरोपी शिवांग त्यागी के दोस्तों ने रेकी की। फैमिली के हर मूवमेंट को वॉच किया। जैसे ही भावना पिता-बहन संग शादी की शॉपिंग पर निकली, उसको मार दिया। भावना के भाई का साफ कहना है- योगी जी बोलते हैं कि हमारे प्रदेश की बेटी को अगर कोई एक चौराहे पर छेड़ेगा, तो दूसरे चौराहे पर उसका इलाज हो जाएगा। मेरी बहन को गोली मार दी, लेकिन आरोपी का कुछ भी इलाज नहीं हुआ। पिता बोले- त्यागी समाज के दबंगों ने जबरन समझौता करवाया
सबसे पहले हम वकील वेदप्रकाश शर्मा के पास पहुंचे, जिनकी आंखों के सामने बेटी भावना शर्मा का कत्ल हो गया। वह पूरा घटनाक्रम बताते हैं- सुबह 9 बजकर 20 मिनट के आसपास की बात है। हम तीनों शादी की शॉपिंग करने मार्केट जा रहे थे। मैं बाइक चला रहा था। बीच में सबसे छोटी बेटी आकांक्षा और पीछे भावना बैठी थी। रास्ते में शिवांग त्यागी बाइक चलाकर आया। चलती हुई बाइक पर उसने तमंचे से भावना के सिर में गोली मार दी। वेदप्रकाश ने बताया- शिवांग कई साल से हमारी बेटी को परेशान कर रहा था। हमने दो बार उसकी पुलिस कंप्लेंट भी की थी। लेकिन, पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। त्यागी समाज के कुछ दबंगों ने हमसे जबरन समझौता करवा लिया। तब खुद शिवांग ने कहा था कि वो आइंदा कोई गलत हरकत नहीं करेगा। कई बार समझौता हो चुका था, लेकिन कुछ दिन बाद वह फिर से गलत हरकत शुरू कर देता था। इन हरकतों की वजह से हम बेटी को डिस्टेंस एजुकेशन में पढ़वा रहे थे, ताकि उसको कॉलेज न जाना पड़े। ‘पुलिस एक्शन लेती तो मेरी बेटी जिंदा होती’
हमें 5 ऑडियो क्लिप सुनवाते हुए वेदप्रकाश शर्मा बताते हैं- 27 फरवरी और उसके आसपास शिवांग ने मुझे कई बार कॉल की। मैंने उससे कहा कि वो बेटी को परेशान न करे। इस पर शिवांग ने मुझे भुगतने की धमकी दी। मैंने कहा कि फिर से पुलिस कंप्लेंट करूंगा। इस पर शिवांग ने कहा कि जेल भिजवा दो, जेल से बाहर निकलकर मारूंगा। हमने पूछा- क्या बेटी का अफेयर था? इस पर वेदप्रकाश बताते हैं- ऐसा कुछ नहीं था। बेटी ने ही हमें बताया था कि शिवांग उसको परेशान करता है। शादी का दबाव बनाता है। जबसे उसको भावना के रिश्ते की जानकारी हुई, तभी से वह हत्या करने की फिराक में लगा हुआ था। भाई बोला- हत्यारोपी को भाजपा से जुड़े लोगों का संरक्षण
भावना के भाई दीपराज शर्मा भी पेशे से वकील हैं। वो बताते हैं- अकेली भावना नहीं, बल्कि पूरे परिवार को मारने की साजिश थी। पुलिस ने जब मुख्य हत्यारोपी शिवांग त्यागी से पूछताछ की और उसकी कॉल डिटेल्स निकाली तो उसके दोस्त का नाम सामने आया। फिर पुलिस ने उसके दोस्त को उठाया। दोस्त ने बताया कि वो हमारे घर के सामने एक खेत में नेट लगाकर वॉलीबॉल खेलता था। इसी बहाने पूरे परिवार पर नजर रखता था। पल-पल की खबर वो शिवांग को देता था। दीपराज ने बताया- इस हत्याकांड में कई और लोग इन्वॉल्व हैं, जो शिवांग को राजनीतिक संरक्षण देते थे। वो लोग कहते थे कि हम भाजपा से जुड़े हैं। डीएम-एसपी सबसे पहचान है, हमारा कुछ नहीं होगा। दूल्हा इंजीनियर, कार भी खरीदकर आ गई थी
भावना शर्मा एक महाविद्यालय से बीएड की पढ़ाई कर रही थी। उसका रिश्ता मार्च की शुरुआत में बिजनौर जिले के नूरपुर में रहने वाले ऋतुराज उर्फ पंकज से तय हो गया था। पंकज हिमाचल प्रदेश की एक कंपनी में इंजीनियर हैं। 31 मार्च को गोद भराई हुई थी। 26 अप्रैल को सगाई (रिंग सेरेमनी) का कार्यक्रम था। 1 मई को भावना के गांव के पास ही कृष्णा मंडप में शादी होनी थी। बेटी को जो कार गिफ्ट में दी जानी थी, वो भी खरीदकर आ चुकी थी। हलवाई, डीजे, विवाह मंडप समेत सभी अधिकांश चीजें पहले ही बुक हो चुकी थीं। अब सिर्फ शॉपिंग और शादी कार्ड बांटने का दौर चल रहा था। सब खुश थे कि घर में शादी है। किसी को आभास तक नहीं था कि इतना सब कुछ अचानक हो जाएगा। मृतक और हत्यारोपी के मकान में सिर्फ 300 मीटर की दूरी
वेदप्रकाश के मकान से करीब 300 मीटर दूरी पर आरोपी शिवांग त्यागी का घर है। दोनों घरों में सिर्फ एक गली का फासला है। शिवांग के घर पर 4 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जो हत्यारोपी परिवार पर निगरानी रख रहे हैं। हालांकि, घर में सिर्फ शिवांग की मां शैली त्यागी हैं। हत्यारोपी की मां बोली- हम शादी कराना चाहते थे, लेकिन मना कर दिया
12वीं पास शिवांग ब्याज पर पैसा देने का काम करता है। परिवार में माता-पिता हैं। 10वीं की पढ़ाई शिवांग और भावना ने साथ की थी। इसके बाद दोनों की पढ़ाई अलग-अलग हुई थी। शिवांग के पिता सुशील त्यागी के पास करीब 8 बीघा जमीन है। वो अपनी खेतीबाड़ी में ही व्यस्त रहते हैं। मां शैली त्यागी गृहिणी हैं। हम शिवांग त्यागी के घर पहुंचे, तो शैली त्यागी चारपाई पर बैठकर बेटे की करतूत पर आंसू बहा रही थीं। हमने पूछा- क्या आपको बेटे ने कभी कुछ बताया? शैली कहती हैं- मुझे 4 साल पहले खबर हुई थी। एक फोन आया कि मेरा बेटा शिवांग और भावना नजीबाबाद में एक साथ देखे गए हैं। मैंने घर आने पर शिवांग से पूछा, तो उसने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है। मैं सिर्फ बातचीत करता हूं। कुछ साल पहले शिवांग ने जहर खा लिया था। कई दिन हॉस्पिटल में इलाज चला। तब पहली बार उसने मुझसे कहा कि मैं भावना के बिना नहीं जी सकता। फिर हमने दोनों की शादी कराने के प्रयास शुरू किए। मैंने खुद भावना के पिता वेदप्रकाश से बात की, शादी का प्रपोजल रखा, लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया। इस पर हमने बेटे से कहा कि तू इस लड़की का ख्याल छोड़ दे। शिवांग ने कबूला- कहीं और शादी बर्दाश्त नहीं, इसलिए कत्ल किया
हमने इस पूरे प्रकरण में बिजनौर के SP (सिटी) संजीव वाजपेई से बात की। उन्होंने बताया कि पूछताछ में शिवांग ने कहा है कि वह भावना से प्यार करता था। अब उसकी शादी कहीं और हो रही थी। इसलिए बर्दाश्त नहीं हुआ और हत्या कर दी। हमने पूछा- परिवार ने जब पुलिस में 2 बार शिकायत की तो आरोपी शिवांग पर एक्शन क्यों नहीं लिया? इस पर एसपी ने बताया- दोनों बार शिकायत आई, तो क्षेत्र के वरिष्ठ लोग पुलिस के पास आ गए। उन्होंने अपने स्तर पर फैसला करने को कहा। इसके बाद दोनों पक्षों में बैठक हुई। बाकायदा शपथ-पत्र पर लिखित रूप में समझौता हुआ था। इसलिए पुलिस ज्यादा इन्वॉल्व नहीं हुई थी। ———————– ये खबर भी पढ़ें… यूपी के रीलबाज पुलिस अफसर-जवान, फेमस होने के लिए डीजीपी का आदेश नहीं मानते, अब होगी सख्त कार्रवाई यूपी में पुलिस वालों को अपने अफसरों के आदेश की कोई परवाह नहीं है। न वर्दी का लिहाज और न ही कार्रवाई का डर। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर रीलबाजी के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ के आईपीएस अभिषेक पल्लव और पंजाब पुलिस की सिपाही अमनदीप कौर का मामला सामने आया। इसके बाद यूपी पुलिस भी ऐसे पुलिसकर्मियों की कुंडली खंगाल रही है, जो ड्यूटी से ज्यादा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
वॉलीबॉल खेलने के बहाने रेकी, शादी से पहले कत्ल:बिजनौर में पिता ने धमकी वाले ऑडियो सुनाए; भाई बोला- BJP वालों ने बचाया
