किसानों के शंभू थाने के घेराव को लेकर पंजाब पुलिस ने खासी व्यवस्था की है। पंजाब पुलिस द्वारा शंभू थाने पर काफी बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। वहीं किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को सोमवार सुबह उनके घर में नजरबंद किया गया है। इसके बाद से पुलिस और भी ज्यादा चौकस है। वहीं, पंजाब की अजीतवाल अनाज मंडी में शांतिपूर्वक शंभू जाने को जुटे किसानों और मजदूरों को पुलिस ने मंडी का गेट बंद कर रोक दिया है। दोपहर में अंबाला से शंभू थाने की ओर कूच कर रहे किसानों को अंबाला पुलिस ने शंभू थाने जाने से रोक दिया। उन्हें मंजी साहिब गुरुद्वारे के बाहर रोका गया। दरअसल, हाल ही में खाली कराए गए शंभू बॉर्डर पर किसानों का काफी सारा सामान चोरी हो गया था। हालांकि इस संबंध में पुलिस ने केस भी दर्ज किया था, लेकिन अभी तक ज्यादातर किसानों को उनका सामान वापस नहीं मिला है। इसके खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक द्वारा आज (मंगलवार को) एक दिन के लिए शंभू थाने के घेराव की घोषणा की थी। डल्लेवाल के हाउस अरेस्ट के बाद पुलिस और भी ज्यादा सतर्क फरीदकोट में जिला पुलिस ने किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर के प्रांतीय अध्यक्ष जगजीत सिंह डल्लेवाल को सोमवार की सुबह उनके घर में नजरबंद कर दिया। इसके बाद से पुलिस और भी ज्यादा सतर्क है। पुलिस का मानना है कि डल्लेवाल के हाउस अरेस्ट के बाद किसान थाने का रुख कर सकते हैं। हालांकि सरकार की इस कार्रवाई पर किसान नेता डल्लेवाल ने सख्त एतराज जताया था और लोगों को अपने हकों की लड़ाई के लिए एकजुट होने का आह्वान किया था। जानकारी के अनुसार, शंभू और खनौरी बॉर्डर के किसानों के मोर्चे खत्म करवाए जाने की प्रक्रिया के दौरान किसानों की ट्रालियां समेत अन्य सामान चोरी किए जाने मामला सामने आया था। लोगों की आवाज को बंद करने की कोशिश इस मौके पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा था कि राज्य सरकार द्वारा लोगों की आवाज को बंद करने की कोशिशें की जा रही है और उन्हें अपना हक भी मांगने नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि 6 मई को शंभू थाने के घेराव की घोषणा की थी और इससे घबराई राज्य सरकार ने किसानों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। उन्हें भी जिला पुलिस द्वारा नजरबंद किया जा गया है। किसान नेता ने समूह इंसाफ पसंद लोगों को सरकार की ऐसी कार्रवाई के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है। किसानों के शंभू थाने के घेराव को लेकर पंजाब पुलिस ने खासी व्यवस्था की है। पंजाब पुलिस द्वारा शंभू थाने पर काफी बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। वहीं किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को सोमवार सुबह उनके घर में नजरबंद किया गया है। इसके बाद से पुलिस और भी ज्यादा चौकस है। वहीं, पंजाब की अजीतवाल अनाज मंडी में शांतिपूर्वक शंभू जाने को जुटे किसानों और मजदूरों को पुलिस ने मंडी का गेट बंद कर रोक दिया है। दोपहर में अंबाला से शंभू थाने की ओर कूच कर रहे किसानों को अंबाला पुलिस ने शंभू थाने जाने से रोक दिया। उन्हें मंजी साहिब गुरुद्वारे के बाहर रोका गया। दरअसल, हाल ही में खाली कराए गए शंभू बॉर्डर पर किसानों का काफी सारा सामान चोरी हो गया था। हालांकि इस संबंध में पुलिस ने केस भी दर्ज किया था, लेकिन अभी तक ज्यादातर किसानों को उनका सामान वापस नहीं मिला है। इसके खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक द्वारा आज (मंगलवार को) एक दिन के लिए शंभू थाने के घेराव की घोषणा की थी। डल्लेवाल के हाउस अरेस्ट के बाद पुलिस और भी ज्यादा सतर्क फरीदकोट में जिला पुलिस ने किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धपुर के प्रांतीय अध्यक्ष जगजीत सिंह डल्लेवाल को सोमवार की सुबह उनके घर में नजरबंद कर दिया। इसके बाद से पुलिस और भी ज्यादा सतर्क है। पुलिस का मानना है कि डल्लेवाल के हाउस अरेस्ट के बाद किसान थाने का रुख कर सकते हैं। हालांकि सरकार की इस कार्रवाई पर किसान नेता डल्लेवाल ने सख्त एतराज जताया था और लोगों को अपने हकों की लड़ाई के लिए एकजुट होने का आह्वान किया था। जानकारी के अनुसार, शंभू और खनौरी बॉर्डर के किसानों के मोर्चे खत्म करवाए जाने की प्रक्रिया के दौरान किसानों की ट्रालियां समेत अन्य सामान चोरी किए जाने मामला सामने आया था। लोगों की आवाज को बंद करने की कोशिश इस मौके पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा था कि राज्य सरकार द्वारा लोगों की आवाज को बंद करने की कोशिशें की जा रही है और उन्हें अपना हक भी मांगने नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि 6 मई को शंभू थाने के घेराव की घोषणा की थी और इससे घबराई राज्य सरकार ने किसानों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। उन्हें भी जिला पुलिस द्वारा नजरबंद किया जा गया है। किसान नेता ने समूह इंसाफ पसंद लोगों को सरकार की ऐसी कार्रवाई के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
